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अल्पसंख्यक निदेशालय अन्यत्र ले जाने की रखी बात 

देहरादून। 15 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के नवनियुत्त प्रदेश उपाध्यक्ष शादाब शम्स ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद मेयर सुनील उनियाल गामा व अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के सामने अल्पसंख्यक निदेशालय को अन्यत्र ले जाए जाने की बात रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में अल्पसंख्यक निदेशालय नदी-नाले के किनारे ऐसी जगह बनाया गया, जहां आने जाने का भी सही रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका यही प्रयास होगा कि त्रिवेंद्र सरकार में इस निदेशालय को कहीं और ले जाया जाए। मेयर गामा ने आश्वस्त करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक निदेशालय को मलिन बस्ती भगत सिंह कॉलोनी से हटाकर नया निदेशालय रिंग रोड पर बनवाया जाएगा।

सरकार ने जो जिम्मेदारी दी ईमानदारी से निभाई जाएगीः शादाब शम्स

-15 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के नवनियुत्त प्रदेश उपाध्यक्ष ने ग्रहण किया कार्यभार   देहरादून। पन्द्रह सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के नवनियुत्त प्रदेश उपाध्यक्ष शादाब शम्स ने शुक्रवार को समिति के प्रदेश कार्यालय अल्पसंख्यक निदेशालय में विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस विश्वास के साथ उन्हें सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी है उसे ईमानदारी से निभाया जाएगा। 15 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के नवनियुत्त प्रदेश उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री शादाब शम्स भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ शुक्रवार को अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय पहुंचे।  निदेशालय पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि वह सरकार और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच सेतु का काम करेंगे।  शादाब ने कहा कि धर्म या जातिवाद की नहीं बल्कि विकासवाद की लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा। अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक सुरेश चंद जोशी ने नवनियुत्त उपाध्यक्ष शम्स को कार्यभार ग्रहण कराया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उपाध्यक्ष 15 सूत्रीय शम्स ने कहा कि उन्हें सरकार में जो जिम्मेदारी

त्रिवेंद्र कैबिनेट की बैठक में ले लिए गए कई अहं फैसले

राज्य कर्मचारियों का अटल आयुष्मान योजना के तहत फ्री इलाज होगा   -किसानों के लिए मंडी में फसल पहुंचाने के लिए अनिवार्यता होगी खत्म  -एसडीआरएफ में पुलिस के जवानों की प्रतिनियुक्ति बढ़ाकर सात साल की गई    देहरादून। त्रिवेंद्र कैबिनेट की बैठक में कई अहं फैसले लिए गए। बैठक में सरकारी कर्मचारियों को राज्य आयुष्मान योजना के दायरे में लाने के फैसले पर मुहर लगी। किसानों के लिए मंडी में फसल पहुंचाने के लिए अनिवार्यता खत्म होगी। किसान अपने दामों पर कहीं भी फसल बेच सकेंगे। एसडीआरएफ में पुलिस के जवानों की प्रतिनियुक्ति पांच साल से बढ़ाकर सात साल की गई है। बैठक में 14 प्रस्ताव पेश किए गए जिनमें से सभी पर मुहर लगी।  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य में भारत सरकार के द्वारा साइंस सीटी में सलाहकार पद का स्वीकृत हुआ। जीएस रौतेला को सलाहकार बनाया गया। जीएस रौतेला राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद काम कर चुके हैं।तीन वर्ष के लिए सलाहकार नियुक्ति किए गए हैं। संविदा कृषि अधिनयम 2018 को राज्य में लागू किये जाने पर मुहर लगी। किसानों के साथ क

बीएचईएल ने तीन श्रेणियों में गवर्नेंस नाउ पीएसयू पुरस्कार जीता

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  हरिद्वार। गवर्नेंस नाउ पीएसयू अवार्ड्स 2020 के लिए एक स्वतंत्र जूरी द्वारा सभी राज्य और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के बीच बीएचईएल को मानव संसाधन उत्कृष्टता और कर्मचारियों के कौशल विकासय रिसर्च एंड इनोवेशन और जियो. स्ट्रैटेजिक रीच में सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक उपक्रम के रूप में चुना गया है। यह पुरस्कार अनिल कपूर निदेशक बीएचईएल द्वारा अर्जुन राम मेघवाल, राज्य मंत्री भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम और संसदीय मामलों के कर.कमलों से नई दिल्ली में एक समारोह में प्राप्त किया गया।

पवित्र स्थान में करें ध्यानः डॉ पण्डया

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  -देसंविवि के कुलाधिपति ने विद्यार्थियों को ध्यान में लगवाये गोता   हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि ध्यान पवित्र स्थान में ही करना चाहिए, क्योंकि स्थान विशेष से ध्यान का गहरा संबंध होता है। पवित्र स्थान में ध्यान करने से कम समय में अधिक अर्जन किया जा सकता है।  डॉ. पण्ड्या देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युजंय सभागार में आयोजित ध्यान की विशेष कक्षा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थान विशेष में ध्यान करने से मन की एकाग्रता सधती है, स्थिरता आती है और मन को शांति मिलती है। ध्यान अर्जन एवं सृजन है, तो वहीं मन की अशांति को विसर्जन करती है। अपने आप को अच्छे विचारों से स्नान करना ध्यान है। ध्यान मानवीय चेतना को साफ करने का उत्तम आसन है। अंतर्दृष्टि का विकास ही ध्यान है। ध्यान से साधक का बोध गहरा होता है, जो उनको सफल बनाने में सहायक है। कुलाधिपति ने पवित्र स्थान में ध्यान करने के विविध लाभों की जानकारी दी। युवा उत्प्रेरक डॉ. पण्ड्या ने कहा कि हमारी अंतरात्मा को पवित्र बनाये रखने के लिए सतत  प्रयत्नशील रहना चाहिए। ध्यान से जीवन स्रोत का ताजा

टैक्सी यूनियन का हुआ शपथ ग्रहण समारोह 

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  हरिद्वार। टैक्सी यूनियन का शपथ ग्रहण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि महंत बाबा हठयोगी मंत्री प्रतिनधि मुकेश कौशिक, जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल सुनील सेठी ने उपस्थित होकर सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाये दी। मुकेश कौशिक एव व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने संयुक्त रूप से सभी पदाधिकारियों को शपथ दिलवाते हुए बेहतर अग्रिम कार्यकाल की बधाई दी और यूनियन को हर सम्भव सहयोग का आश्वासान दिया। बाबा हठयोगी एव महंत ऋषिवरानन्द महाराज ने शुभभाषिष देते हुए अपना आशीर्वाद दिया। संचालन राजू मनोचा ने कियाशपथ लेने वालों में अध्यक्ष नाथीराम सैनी, उपाध्यक्ष आशीष पाराशर, सचिव हरीश बिष्ट, उपसचिव अनुज कुमार, कोशाध्यक्ष देवेंद्र भट्ट, उप कोसाध्यक्ष मनीष बक्शी, सदस्य नरेश यादव, गगन , मधुसूदन, सतीश तिवारी, नदीम अहमद ने शपथ ली। मुख्य रूप से जितेंद्र चैरसिया, धर्मपाल, पप्पू भंडारी, देवेंद्र नेगी, विक्रम नेगी, जगलाल गुप्ता, विक्रम रावत, कृष्ण गोपाल, अशोक गोस्वामी, वीरेंद्र , मनमोहन सिंह, कन्नू रावत, अमित गर्ग उपस्तिथ रहे।

विज्ञान के अनुसंधानों का प्रयोग मानवता के विकास एवं पर्यावरण के अनुकूलन में होः बत्रा  

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  हरिद्वार। एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यू.सर्क) देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा की अध्यक्षता में ‘राष्ट्रीय विज्ञान’ दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विज्ञान के गत 100 वर्षों की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से प्रगतिशील विज्ञान ने हम सभी का जीवन सरल बनाया है। डॉ सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि विज्ञान के अनुसंधानों का प्रयोग मानवता के सतत् विकास एवं पर्यावरण के अनुकूल किया जाना चाहिए। सतत् विकास की अवधारणा आधारित आविष्कारों का प्रयोग हीं मानव जाति के लिए वरदान साबित हो सकता है। डॉ बत्रा ने कहा कि पालिथीन के दुरुपयोग से सम्पूर्ण विश्व त्रस्त है। इसके साथ ही उन्होंने विज्ञान के दुरूपयोग से उत्पन्न हो रही पर्यावरणीय समस्याओं को भी समझाया तथा पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान पर भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के तकनीकि सत्र में एक वृत्त-चित्र भी दिखायी गयी ज