Posts

जाखधार मंदिर में धधकते हुए अंगारों पर नाचे जाख देवता

Image
गुप्तकाशी। जाखधार मंदिर में जाख देवता अपने नए पश्वा सच्चिदानंद पुजारी पर अवतरित हुए और धधकते अंगारों पर नृत्य किया। हजारों श्रद्धालु इसके साक्षी बने। भक्त यज्ञकुंड की राख को प्रसाद रूप में अपने घर ले गए। शाम को विधि-विधान के साथ भगवान जाख देवता की मूर्ति को परंपरानुसार विंध्यासनी मंदिर में विराजमान किया गया। साथ ही दो दिवसीय जाख मेला भी संपन्न हो गया। शुक्रवार को बैसाख दो गते जाख देवता के पश्वा सच्चिदानंद पुजारी भक्तों के साथ गंगा स्नान के बाद नारायणकोटी, कोटेड़ा गांव होते हुए दोपहर बाद लगभग विंध्यासनी मंदिर देवशाल पहुंचे। यहां पर देवशाल के ब्राह्मणों ने भगवान जाख देवता की विशेष पूजा-अर्चना कर धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया। यहां से ढोल-दमाऊं की थाप व जयकारों के बीच भगवान जाख देवता जाखधार स्थित मंदिर पहुंचे, जहां पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों व जागर और मांगल गीतों के साथ मौजूद हजारों भक्तों ने आराध्य का स्वागत किया गया। मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद भगवान जाख देवता अपने पश्वा सच्चिदानंद पुजारी पर अवतरित हुए और धधकते अंगारों पर नृत्य किया। शुक्रवार को नारायणकोटी, कोठेड़ा और देवशाल के ग्रामी

विद्यालयों में निःशुल्क एडमिशन कोटा बढ़ाओ सरकारः मोर्चा

Image
-आरटीई के तहत होने वाले दाखिलों का 25 फ़ीसदी कोटा है बहुत कम -प्रदेश के सरकारी विद्यालय सिर्फ नाम मात्र के -कोटा कम होने की वजह से कई बच्चे दाखिला लेने से वंचित विकासनगर, गढ़ संवेदना न्यूज। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत गरीब बच्चों को निरूशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने के मिशन के तहत निजी विद्यालयों आदि में एडमिशन का कोटा 25 फ़ीसदी निर्धारित कर रखा है, जोकि वर्तमान हालात के हिसाब से बहुत कम है। यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में श्री नेगी ने कहा कि अधिकांश सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा एवं लचर व्यवस्था के चलते जनता ने इन सरकारी विद्यालयों से मुंह मोड़ लिया है तथा एक गरीब मजदूर /साधनविहीन व्यक्ति भी इन विद्यालयों में अपने बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते। आलम यह है कि अधिकांश विद्यालयों में अध्यापक नहीं है तथा जहां अध्यापक हैं उनको अन्य इतनी जिम्मेदारियां दे रखी हैं कि उनको छात्रों को पढ़ाने का समय ही नहीं मिल पाता। नेगी ने कहा कि गरीब मां-बाप का भी सपना होता

गढ़वाल सभा ने डा. निधि उनियाल प्रकरण की जांच अधिकारी के छुट्टी पर चले जाने पर उठाया सवाल

Image
देहरादून। अखिल गढ़वाल सभा देहरादून द्वारा डॉ निधि उनियाल प्रकरण के संबंध में उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में एक प्रेस वार्ता की जिसमें सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना एवं महासचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा कि आज लगभग 10 दिन बीत जाने के बावजूद डॉ निधि उनियाल प्रकरण में सरकार द्वारा एक समिति का गठन करना और समिति के अध्यक्ष मनीषा पंवार का छुट्टी पर चले जाना क्या दिखाता है। यह हम सभी भली-भांति जानते हैं, हमें बड़ा अफसोस होता है कि जिन डॉक्टरों ने कोरोना काल में विशेषकर डॉ निधि उनियाल जैसे डॉक्टरों ने दिन रात एक कर के जनमानस की मदद की आज उन्हीं देव तुल्य डॉक्टर के साथ ऐसा अशोभनीय बर्ताव किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में पहाड़ों में डॉक्टरों की भारी कमी है जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है वहीं दूसरी ओर देहरादून में डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारियों के गलत व्यवहार से क्षुब्ध होकर नौकरी छोड़ने पर विवश हो रहे हैं यह उत्तराखंड जैसे नवोदित राज्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना एवं महासचिव गजेंद्र भंडारी ने प्रेस वार्ता के माध्यम से प्रदेश

भक्तों की अटूट आस्था का केन्द्र कुंजापुरी मंदिर

Image
टिहरी। कुंजापुरी देवी मंदिर देवी कुंजापुरी मां को समर्पित सुंदर रमणीक स्थलों में से एक है। पर्वत की चोटी पर स्थित मन्दिर से इसके चारों ओर प्रकृति की सुंदर छ्टा के दर्शन होते हैं। समुद्रतल से लगभग १६४५ मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मन्दिर से आप कई महत्वपूर्ण चोटियों जैसे उत्तर दिशा में स्थित बंदरपूंछ (६३२० मी), स्वर्गारोहिणी (६२४८ मी.), गंगोत्री (६६७२ मी.) और चौखम्भा (७१३८ मी.) को देख सकते हैं। दक्षिण दिशा में यहां से घाटी में स्थित ऋषिकेश, हरिद्वार और आस पास के संपूर्ण क्षेत्र का भव्य एवं नयनाभिराम दृश्य दिखाई देता है। मन्दिर की पौराणिकता के संदर्भ में स्कन्दपुराण, केदारखण्ड से प्राप्त विवरण के अनुसार जब देवी सती के प्रजापति दक्ष के हवन कुण्ड में अपनी बलि देने के पश्चात शोकमग्न भगवान शिव ने देवी सती के जलते हुये शरीर को उठाकर विचरण करना शुरू किया तो इस स्थान पर देवी का वक्षभाग (कुंज) गिरा था इसी लिये इसे कुंजापुरी के नाम से जाना गया और इसकी गणना भारतवर्ष में स्थित 52 शक्तिपीठों में होती है। कुंजापुरी शक्तिपीठ ५२ शक्तिपीठों में से एक है। यह मन्दिर भक्तों की अटूट आस्था का केन्द्र है। क

DM ने कृषक उत्पादक संगठन अनुश्रवण समिति की बैठक ल

Image
रुद्रपुर। जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) निर्माण, संवर्धन योजना अंतर्गत जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की ली। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि इन महत्वपूर्ण योजनाओं से जहां जिले में कृषि एवं उससे जुड़े क्षेत्र का विकास होगा साथ ही इसके अलावा कई नई कृषि आधारभूत संरचनाओं का भी सृजन एवं संवर्धन होगा। कृषकों की आय बढ़ाने में दोनों केंद्रीय योजनाएं मददगार साबित होंगी। जिलाधिकारी ने डीडीएम नाबार्ड को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रथम वर्ष की एफपीओ गठन की उपलब्धियां सूचीवार बनाकर आगामी बैठक में प्रस्तुत करना सुनिश्चत करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि संगठनों के लिए बनाए जा रहे बिजनेस प्लान को भी आगामी बैठक में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें ताकि कृषि से सम्बन्धित रेखीय विभागों के अधिकारियों से भी सुझाव लेते हुए उनके उनके महत्वपूर्ण सुझाव भी बिजनेस प्लान में शामिल किये जा सकें। डीडीएम नाबार्ड राजीव प्रियदर्शी ने बताया कि सेन्ट्रल सैक्टर स्कीम के अन्तर्गत जनपद में कृषक उत्पाक संगठन बनाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एफपीओ का गठन कार्य पा

व्यंजन प्रतियोगिता में पूजा, टाई एंड डाई में सोनाक्षी और रंगोली में काजल रहीं विजेता

टिहरी। पीजी कॉलेज गृह विज्ञान विभाग की विभागीय परिषद की पहल पर टाई एंड डाई, व्यंजन और रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। व्यंजन प्रतियोगिता में एमए तृतीय सेमेस्टर की पूजा चौहान, टाई एंड डाई में बीए प्रथम वर्ष की सोनाक्षी राज और रंगोली में काजल विजेता बनी। मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम का प्राचार्य डा. रेनू नेगी ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत उन्हें उचित अवसर देने की है। गृह विज्ञान विभाग की डा. पुष्पा कुमारी ने बताया कि प्रतियोगिता कराने का लक्ष्य प्रतिभागियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करना है। व्यंजन प्रतियोगिता में पूजा चौहान प्रथम, एमए प्रथम सेमेस्टर की लाइसा खान द्वितीय और बीए द्वितीय वर्ष की काजल तृतीय रही। टाई एंड डाई प्रतियोगिता में सोनाक्षी राज प्रथम, बीए प्रथम वर्ष की विनीता द्वितीय और बीए प्रथम वर्ष की अलीशा तृतीय रही। वहीं रंगोली प्रतियोगिता में काजल प्रथम, रूपाली द्वितीय और शीतल रावत तृतीय रही। विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा. प्रीति, डा. इंदिरा जुगरान, डा. कविता काला, डा. रजनी गुसाईं, डा. साक्षी शुक्

घरों के आस-पास चहचहाने वाली गौरैया विलुप्ति के कगार पर

Image
देहरादून, (गढ़ संवेदना) । घरों के आस-पास चहचहाने वाली गौरैया के विलुप्ति के कगार पर है। इसका मुख्य कारण इंसान की बदलती दिनचर्या है। कुछ सालों में गौरैया खत्म होने की कगार पर है। विशेषज्ञों के अनुसार शहरों में लगातार हो रहे प्रदूषण, अनाजों में रासायनिक दवाइयों के इस्तेमाल और रेडिएशन के वजह से गौरैया पर इसका बुरा असर पड़ा है। अगर जल्द इस विलुप्त हो रहे पक्षियों को संरक्षित और संरक्षण करने का काम नहीं किया गया तो एक दिन यह पक्षी नजर नहीं आएंगे। मोबाइल टावर से निकलने वाले विकिरण, रासायनिक अनाज गौरैया के प्रजनन और अंडे देने की क्षमता में बुरी तरह से प्रभावित हुई है। शहरों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में भी गौरैया विलुप्ति की कगार पर है। जिसका मुख्य कारण लगातार कंक्रीट के मकान है ऐसे में अगर जल्द इनके संरक्षण के उपाय नहीं किए गए तो सुंदर चिड़िया हम सब देखने को तरस जाएंगे। विश्व गौरैया दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। गौरैया के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उददेश्य से वर्ष 2010 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी। पिछले कुछ समय से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और इनके अस्तित्व पर संकट