Sunday, 28 May 2023

मुनस्यारी: उत्तराखंड का मिनी कश्मीर

मुनस्‍यारी: मुनस्‍यारी विशाल हिमालय की तलहटी पर स्थित उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन है। राज्य के पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत यह पहाड़ी गंतव्य अपने मनमोहक वातावरण के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। 2300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मुनस्‍यारी का अधिकांश भाग बर्फ की मोटी चादर से ढका रहता है। यहां की बर्फीली चोटियों की वजह से इस हिल स्टेशन को उत्तराखंड का 'मिनी कश्मीर' कहा जाता है। तिब्बत और नेपाल सीमा के करीब यह पहाड़ी शहर साहसिक ट्रैवलर्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। इसके अलावा मुनस्‍यारी हिमालय वस्पतियों और वन्य जीवन के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। मुनस्‍यारी के रास्ते पर यह स्थल मानसिक और आत्मिक शांति के लिए एक आदर्श विराम स्थल है। यहां तक पहुंचने के लिए आपको मुख्य शहर से 35 किमी का सफर तय करना पड़ेगा। अपने अद्भुत दृश्यों के साथ यह जलप्रपात कुमाऊं मंडल के चुनिंदा सबसे खास पिकनिक स्पार्ट के रूप में भी जाना जाता है। पहाड़ी परिदृश्य के साथ यहां का हरा-भरा वातावरण सैलानियों को आनंदित करने का काम करता है। इन सब के अलावा यह स्थान लंबी पैदल यात्रा और ट्रेकिंग के लिए भी जाना जाता है, क्योकि बस से कुछ किमी का सफर तय करने के बाद आपको यहां तक पहुंचने के लिए ट्रेकिंग का सहारा लेना होगा। ट्रेकिंग सफर के बीच आप आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का आनंद भी ले सकते हैं। मुनस्‍यारी शहर के रास्ते पड़ने वाला कलामुनी टॉप स्थल भी यहां के नजदीकी पर्यटन स्थलों में से एक है। यह स्थल ऊंचाई पर बसा है इसलिए इसे कलामुनी टॉप के नाम से जाना जाता है। मुख्य शहर से 14 किमी के फासले पर स्थित यह पहाड़ी गंतव्य 9600 फीट की ऊंचाई पर बसा है। प्राकृतिक दृश्यों से भरा यह स्थान अपने धार्मिक महत्व के लिए भी काफी विख्यात है। यहां मां काली को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है जिस वजह से यह स्थान आप पास शहरों और गांवों में एक पवित्र स्थान के रूप में जाना जाता है। धार्मिक महत्व के अलावा पंचाचूली पर्वत श्रृंखला के अद्भुत दृश्य इस स्थान को खास बनाने का काम करते हैं। यहां का मंदिर में एक पारंपरिक मान्यता का पालन किया जाता है जिसके अंतर्गत श्रद्धालु मंदिर परिसर में घंटी बांधकर देवी से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।  थमरी कुंड एक बारहमासी झील है जो कुमाऊं घाटी के अंतर्गत सबसे ताजे पानी की झील भी मानी जाती है। पेपर के मोटे वृक्षों से घिरा एक रोमांचक ट्रेक रूट इस झील की ओर जाता है। ट्रेक के माध्यम से मुख्य शहर से इस झील तक पहुंचने के लिए लगभग 8 घंटों का समय लगता है। इसलिए अगर आप यहां आना चाहें तो शहर से सुबह तड़के ही निकलें। थमरी कुंड अल्पाइन के पेडों से घिरा हुआ है जो इस जगह का शानदार दृश्य प्रदान करते हैं। किस्मत अच्छी रही तो आप यहां कस्तुरी मृग को यहां पानी पीते हुए भी देख सकते हैं।  मुनस्यारी से कुछ दूर स्थित महेश्वरी कुंड एक प्राचीन झील है, जिसके साथ पौराणिक मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं। माना जाता है कि जब प्रतिशोध लेने के लिए मुनस्यारी के ग्रामीणों ने इस झील को सूखा दिया था तब यक्ष ने उनसे बदला लेने का फैसला किया। जिसके बाद यह पूरा शहर सूखे की चपेट में आ गया। गांव को बचाने के लिए ग्रामिणों ने यक्ष से माफी मांगी। मांफी मांगने की परंपरा का पालन आज भी यहां किया जाता है। महेश्वरी कुंड की पंचाचूली पर्वत श्रृंखला के अद्भुत रूप पेश करती है। मैडकोट उपरोक्त स्थानों के अलावा आप मुनस्यारी से 5 किमी के फासले पर स्थित मैडकोट की यात्रा का प्लान बना सकते हैं। मैडकोट अपने गर्म पानी के प्राकृतिक कुंड के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि भूमि से उत्पन्न गर्म पानी का स्रोत त्वचा संबंधी रोग, बदन दर्द और गठिया जैसी बीमारियों को ठीक करने में सक्षम है। यह खूबसूरत स्थल शहरी भीड़भाड़ से अलग एक शांत परिवेश में स्थित है, जहां सैलानियों का आना बहुत ही अच्छा लगता है। मुनस्यारी से मैडकोट आप कैब सेवा के माध्यम से पहुंच सकते हैं। ये थे मुनस्यारी के आसपास स्थित कुछ आकर्षक स्थल, जहां का प्लान आप साल के किसी भी माह बना सकते हैं।

Friday, 5 May 2023

पैनेसिया अस्पताल ने कोटद्वार में न्यूरो विभाग के सहयोग से आयोजित किया फ्री मेडिकल कैंप

कोटद्वार। पैनेसिया अस्पताल द्वारा कोटद्वार के सरकारी अस्पताल के निकट अद्विक मेडिकोज में फ्री मेडिकल कैंप आयोजित की गई। इस कैंप को डॉ. संजय चैधरी न्यूरो सर्जरी विभाग के नेतृत्व में चलाया गया जिसके अंतर्गत कोटद्वार शहर एवं आसपास के जगहों से लगभग 200 लोगों ने अपना स्वास्थ्य जांच करवाया एवं इस निशुल्क परामर्श शिविर का लाभ लिया। इस स्वास्थ्य शिविर में, मिर्गी के दौरे स्लिप डिस्क, स्ट्रोक (लकवा), याददाश्त में कमी, रीढ़ की हड्डी का टी.बी, ब्रेन हेमरेज, ब्रेन ट्यूमर, सिरदर्द, माइग्रेन, उल्टी, रीढ़ की हड्ड़ी में दर्द या चोट, दिमाग में खून का थक्का जमना, शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन, बोलने में अंतर आना, शारीरिक असंतुलन, शरीर में अकडन, कमजोरी, याददाश्त में कमी, उठने, बैठने चलने में परेशानी, शरीर में कंपन, मांसपेशियों का कठोर होना, निगलने में कठिनाई आदि समस्याओं का डॉक्टर के द्वारा जांच की गई एवं मौजूद लोगों के लिए खून जांच की निशुल्क सुविधा भी दी गई। इस अवसर पर डॉ संजय चैधरी, न्यूरो सर्जन बताते हैं कि यह हमारे अस्पताल के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि अब हम देहरादून, ऋषिकेश के अलावा उत्तराखंड के अन्य जगहों पर भी अपना स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों की जांच करते हैं एवं उनके स्वास्थ्य संबंधित जो भी जानकारियों की जरूरत होती है वह सब हम विस्तार पूर्वक बताते हैं। हम पैनेसिया अस्पताल के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी इस तरह के स्वास्थ्य शिविर लगाना शुरू कर दिया है, इससे पहले हम नरेंद्र नगर,में भी स्वास्थ्य शिविर लगाए थे और वहां के लोगों को भी हमने सभी प्रकार के जांच एवं दवाइयां मुफ्त में उपलब्ध करवाई थी। उन्होंने कहा हम सभी जानते हैं कि हमारे पहाड़ी क्षेत्रों के दूरदराज के गांवों में स्वास्थ्य संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीणों को बहुत से समस्याओं का सामना करना पड़ता है ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हम लोगों को उनके आसपास पहुंचकर उनकी मदद पहुंचाएं एवं स्वास्थ संबंधित जो भी समस्या है उसका निवारण करें। देहरादून में पैनेसिया अस्पताल के मुख्य शाखा नेहरू कॉलोनी ,धर्मपुर हरिद्वार रोड, एलआईसी बिल्डिग के सामने है और दुसरी शाखा ऋषिकेष व्यापार सभा के ठीक सामने देहरादून रोड, जहां पर 24 घंटे आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध है एवं ई.सी.जी, डिजीटल एक्स-रे, डायलिसिस, पैथोलॉजी, वैन्टीलेटर युक्त आई.सी.यू, मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर, नवजात शिशु कक्ष, फार्मेसी और टीकाकरण की सर्वोत्तम व्यवस्था दी गई है। अस्पताल में जो मुख्य रूप से विभिन्न विभाग हैं उनमें न्यूरो सर्जरी एवं स्पाईन सर्जरी, हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग, मेडिसिन विभाग, एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर, स्त्री रोग एवं प्रसूति रोग विभाग, बाल रोग विभाग, जनरल सर्जरी एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, गुर्दा एवं मूत्र रोग (यूरोलॉजी विभाग) एवं प्लास्टिक सर्जरी जैसी विभिन्न विभाग लोगों के लिए 24 घंटे उपलब्ध है। साथ ही साथ आयुष्मान कार्ड एवं गोल्डन कार्ड धारकों के लिए डायलिसिस सेवा और आपातकालीन सेवा 24 घण्टे उपलब्ध है, (लैप्रोस्कोपी) दूरबीन विधि द्वारा हर प्रकार की प्रकार सर्जरी आयुष्मान एवं गोल्डन कार्ड के अंतर्गत निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पैनेसिया अस्पताल की दूसरी शाखा ऋषिकेश में व्यापार सभा के सामने, देहरादून रोड, आदर्शग्राम में हैं जहां पर भी हर तरह की सुविधा लोगों को मुहैया कराई गई हैं। कोटद्वार में आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर में पैनेसिया अस्पताल की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर रणबीर सिंह चैहान, डायरेक्टर विक्रम सिंह रावत, एचआर मैनेजर रोहित चंदेल, जनसंपर्क अधिकारी अंकित रतूड़ी मौजूद रहे।

Sunday, 26 March 2023

हरिद्वार में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, कुंभ मेला क्षेत्र और रोड़ी बेलवाला में अवैध निर्माण किए गए ध्वस्त

हरिद्वार। धर्मनगरी को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद इन दिनों बड़ी तेजी से चल रही है। इसी के तहत हरिद्वार में तमाम अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन सख्ती से बुलडोजर चल रहा है। आज (शनिवार) भी एक बार फिर नगर निगम के एमएनए दयानंद सरस्वती के नेतृत्व में मेला क्षेत्र के रोड़ी बेलवाला में स्थित एक बड़े इलाके पर किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन के पीला पंजा चलाया। अतिक्रमण के खिलाफ यह कार्रवाई आगे भी हरिद्वार के अलग-अलग इलाकों में की जाएगीनगर निगम पर हरिद्वार को सुंदर बनाने की जिम्मेदारी है। इसी के तहत हरिद्वार नगर निगम शहर की सूरत संवारने में लग गया है। चाहे मेला क्षेत्र हो या फिर निगम क्षेत्र, हर जगह किए गए अतिक्रमण को नगर निगम पूर्व में चिन्हित कर चुका है। चिन्हित किए गए तमाम अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। आज सुबह रोड़ी बेलवाला इलाके में नगर निगम प्रशासन ने अपना पीला पंजा उतार दिया। इस इलाके में नगर निगम पूर्व में कई बार नोटिस जारी की लोगों से अतिक्रमण हटाने की अपील कर चुका है। इसके बावजूद लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाए। जिसको लेकर आज नगर निगम ने प्रशासन और पुलिस टीम के साथ अतिक्रमण को ध्वस्त करने का काम शुरू किया। अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान वहां पर रहने वाले लोगों ने इस अभियान का विरोध भी किया, लेकिन निगम की सख्ती के चलते किसी की एक न चली। इस दौरान कुछ स्थानीय नेताओं ने भी पुलिस प्रशासन और नगर निगम का विरोध किया, लेकिन अतिक्रमण लगातार हटाया जा रहा है।मुख्य नगर अधिकारी दयानंद सरस्वती ने बताया रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में पूर्व में भी अतिक्रमण हटाया गया था, इसके बावजूद काफी संख्या में ऐसे अतिक्रमण थे, जो नहीं हटे थे। जिनके खिलाफ शनिवार को अभियान चलाया गया। अभियान का यह क्रम आने वाले दिनों में भी लगातार जारी रहेगा।

उत्तराखंड में 28 मार्च को होगी जी 20 की पहली बैठक

रामनगर। नैनीताल जिले के रामनगर में आगामी 28 से 30 मार्च के बीच आयोजित होने वाली जी 20 बैठक की तैयारियां अंतिम चरण में है। जिला प्रशासन की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ जी 20 बैठक की तैयारियों में जुटी हुई है। राज्य सरकार के लेकर केंद्र सरकार तक के मंत्री जी 20 बैठक की तैयारियों का पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। शनिवार 25 मार्च को नैनीताल-उधमसिंहनगर के सांसद और केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट रामनगर पहुंचे और 20 बैठक की तैयारियों का जायजा लिया।इस दौरान केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट को जहां कुछ कमियां दिखी, उसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश भी दिए। केंद्रीय मंत्री ने कोसी बैराज के सौंदर्यीकरण के साथ ही महाविद्यालय और कार्यक्रम स्थल पहुंचकर व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा। केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में होने जा रही जी-20 की बैठक देश में नया इतिहास लिखने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस में भाग लेने वाले मेहमानों का स्वागत करने के लिए उत्तराखंड की जनता पूरे उत्साह के साथ तैयार खड़ी है, जिसको लेकर रामनगर में रविवार को स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा।केंद्रीय मंत्री भट्ट ने कहा कि इस बैठक में भाग लेने वाले मेहमानों को उत्तराखंड की संस्कृति के साथ ही उत्तराखंड के परिधान रहन-सहन और खानपान से भी रूबरू कराया जाएगा, जिससे मेहमान अपने-अपने देशों में जाकर उत्तराखंड की संस्कृति का प्रचार प्रसार करेंगे। रामनगर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट का विधायक दीवान सिंह बिष्ट के अलावा कार्यकर्ताओं ने कोसी बैराज पर जोरदार स्वागत भी किया।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हरिद्वार पहुंचकर संतों से भेंटकर लिया आशीर्वाद

हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी शनिवार को हरिद्वार पहुंचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी जी महाराज, शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य जी स्वामी राजेश्वराश्रम जी महाराज और निर्मल पंचायती अखाड़े के कोठारी महंत जसविंदर सिंह जी से भेंट की और संतो का आशीर्वाद प्राप्त किया।

महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने एवं आत्मनिर्भर बनाने को रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस की मुख्य भूमिका

देहरादून। यूसर्क द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत समाजसेवी गीता धामी द्वारा यूसर्क के द्वितीय महिला प्रयोग धर्मी सम्मान एवं दिव्य हिमगिरि के हिमालयी नारी शक्ति सम्मान प्रदान किए गए। उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा सोसायटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन सांइस टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वाधान में द्वितीय विज्ञान प्रयोग धर्मी महिला सम्मान 2023 एवं पांचवा हिमालयी नारी शक्ति सम्मान 2023 का आयोजन देहरादून स्थित संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा उत्तराखंड राज्य की महिलाओं के स्वरोजगार एवं उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयासों के अंतर्गत राज्य के विभिन्न स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं जिनमें 10 उद्यमिता विकास केंद्रों की स्थापना की गई है। प्रोफेसर अनीता रावत ने कहा कि राज्य के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना के विकास एवं उद्यमशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में कुल 26 प्रयोगशालाओं एवं 130 विज्ञान चेतना केंद्रों की स्थापना की गई है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी गीता धामी ने कहा कि आज हमारे देश की महिलाएं आगे बढ़ते हुए प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर रहीं हैं और हम सभी के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं जिन पर हम सभी को बहुत गर्व है। गीता धामी ने कहा कि यूसर्क द्वारा राज्य में विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान की दिशा में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने स्वरोजगार के साथ साथ अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान कर रहीं हैं और सरकार की नीतियों से लाभान्वित हो रही हैं और आत्म निर्भर बन रहीं हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत स्टार्टअप्स में महिलाओं की भूमिका विषय पर आयोजित तकनीकी सत्र की मुख्य अतिथि नितिका खंडेलवाल (आईएएस), निदेशक आईटीडीए एवं अपर सचिव ग्राम्य विकास ने रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस पर विशेष रूप से फोकस करते हुए कहा कि राज्य की महिलाओं को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस की मुख्य भूमिका होगी। इस सत्र की अन्य पैनलिस्ट के रूप में उत्तराखंड सेंटर सीआईआई की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गर्ग, महिला उद्यमी डॉ बीनू भदौरिया, उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट सोसाइटी की उपनिदेशक चंद्रकांता एवं सेंटर फॉर आइडिया इन्नोवेशन एंड एनवायरनमेंट ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की निदेशक डॉ रीमा पंत ने अपने अपने अनुभव साझा करते विचार रखे और पैनल डिस्कशन में भाग लिया। इस सत्र का संचालन डॉ प्राची कंडवाल ने किया। दूसरे तकनीकी सत्र एजुकेशन में महिलाओं की भूमिका में पैनलिस्ट के रूप में एम्स ऋषिकेश की प्रोफेसर मनीषा नैथानी, डी आई टी यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बृजलता चैहान एवं डॉ मंजू सुंदरियाल ने प्रतिभाग किया एवं अपने अपने अनुभव साझा किया। कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि हमारे देश के हर क्षेत्र में महिलाओं का विशेष योगदान है जो हम सभी के लिए बहुत गर्व का विषय है। कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा नारी शक्ति पर केंद्रित दिव्य हिमगिरि के विशेषांक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों की बालिकाओं के द्वारा शिव शक्ति साधना, कत्थक आदि को प्रस्तुत किया गया। सम्मानित होने वालों में पूनम देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली, संगीता देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली, शांति कोठारी, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़, रमा भट्ट, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़, गंगा बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल, बसंती बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल शामिल हैं। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहीं 30 अन्य महिलाओं को दिव्य हिमगिरि संस्था के पांचवें हिमालय नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने होली महिलाओं में प्रेमलता बहन, आस फाउंडेशन, डॉक्टर अल्का पांडेय, अध्यक्ष देहरादून खड़ी बोर्ड, डॉक्टर बीनू भदौरिया, डायरेक्ट ओजस एनिमल फीड्स, डॉक्टर प्राची चंद्र कंडवाल, अरोग्यधाम हॉस्पिटल, रूपा सोनी, आचार्य वर्षा उंजजं, डॉक्टर श्रीदेवी रायचूर, निबिदिता गांगुली, वंदना शर्मा, स्वेता भट्ट, डॉक्टर मंजू सुंदरियाल, वैद्य मेघा बहुगुणा, संचालक वैद्य कुलम, वैद्य शिखा प्रकाश, अल्का जोशी, आशू सत्विका गोयल, नूतन जोशी, शालिनी सहनी, आदि शामिल थी। कार्यक्रम में देहरादून के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 300 से अधिक प्रतिभागी, शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। कार्यक्रम में डी.डबल्यू.टी., एसजीआरआर यूनिवर्सिटी, डॉल्फिन संस्थान, डीएनए लैब, नालंदा कॉलेज, सीआईएमएस, एसजीआरआर इंटर कॉलेज पटेल नगर, एसजीआरआर इंटर कॉलेज मोथोरोवाला आदि संस्थानों के प्रतिभागी उपस्थित थे। कार्यक्रम में महिला समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की महिला उद्यमी प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम का संचालन यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन दिव्य हिमगिरि के कुंवरराज अस्थाना द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क की डॉ मंजू सुंदरियाल, डॉ भवतोष शर्मा, डॉ राजेंद्र सिंह राणा, उमेश जोशी, ओम प्रकाश जोशी, राजदीप जंग, रमेश रावत, हरीश ममगाई, राजीव मोहन बहुगुणा, मोनिका डबराल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

बैठक में डीएम ने दिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश

पिथौरागढ़। जिलाधिकारी रीना जोशी ने जनपद में विभिन्न विभागों की भूमि पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने के संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में एक आवश्यक बैठक ली तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, नगर निकाय के अधिशासी अधिकारियों, राजस्व, वन, स्वास्थ्य, पेयजल निगम, सिंचाई आदि सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनपद क्षेत्र के अंतर्गत स्थित अपने-अपने विभाग से संबंधित भूमि का ब्यौरा एकत्रित करने के साथ ही भूमि की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही जहां पर लोगों द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण किया गया है वहां अवैध अतिक्रमण को हटाने हेतु संबंधित विभागों द्वारा संबंधित लोगों को नोटिस जारी किए जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देश है कि सभी संबंधित विभाग प्रत्येक माह विभागीय भूमि संपत्ति का स्थलीय निरीक्षण करते रहे तथा जहां पर अवैध कब्जा हो रहा हो उसे हटाने के पूरे प्रयास किए जाएं। जिलाधिकारी ने नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नगर क्षेत्र अंतर्गत रेडी-ठेला वालों को निर्देशित कर दिया जाय कि वे अपने रजिस्ट्रेशन दस्तावेज को रेड़ी-ठेलों पर अवश्य चस्पा करें। उन्होंने नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने नगर क्षेत्र के अंतर्गत एक सप्ताह के भीतर सर्वे कर अतिक्रमण चिन्हित करते हुए अतिक्रमणकर्ता को नोटिस देना सुनिश्चित करें ताकि वे स्वयं ही अतिक्रमण हटा सकें। अन्यथा संबंधित विभाग ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चैहान, सीएमओ एचएस हंयाकी, उप प्रभागीय वनाधिकारी ज्वाला प्रसाद, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, अधिशासी अभियंता लोनिवि एमसी तिवारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई कमलेश पांडे आदि उपस्थित थे।

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