Posts

राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्र के पावन पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी

Image
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि नवरात्रि केवल मातृ शक्ति की उपासना का पर्व नहीं है, बल्कि यह आत्मानुशासन, अंतःकरण की शुद्धि और मन की एकाग्रता को सुदृढ़ करने का अवसर भी प्रदान करता है। राज्यपाल ने कामना की है कि मां दुर्गा की कृपा से यह पावन पर्व सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार करे, और प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे।

केंद्र सरकार ने दी उत्तराखंड को एकलव्य आवासीय छात्रावासों की सौगात

Image
देहरादून। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमन्त्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पी०एम० जनमन) कार्यक्रम के अन्तर्गत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के लिए स्वीकृत छात्रावासों का वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर माननीय प्रधानमन्त्री जी द्वारा भगवान बिरसा मुण्डा की धरती झारखण्ड राज्य से देश के विनिन्न राज्यों के लिए स्वीकृत जनजातीय छात्रावासों तथा एकलव्य आवासीय छात्रावासों का एक साथ वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया जिसमें उत्तराखण्ड के लिए स्वीकृत 3 छात्रावासों में से एक छात्रावास जो कि विकासखण्ड विकासनगर के सभावाला में निर्मित किये जाने वाले छात्रावास का शिलान्यास भी सम्मिलित है। प्रधानमंत्री के द्वारा वर्चुअल रूप में किये गये शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर राज्य स्तर से कार्यक्रम को राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, ननूरखेडा देहरादून में आयोजित किया गया. जिसका शुभारम्भ मंत्री जी विद्यालयी शिक्षा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर राज्य हेतु स्वीकृत उक्त छात्रावास के शिलापट्ट का अनावरण एंव उत्तराखण्ड की संस्कृति के अनुरूप शुभारम्म सम्बन्धी पूजन डॉ० धन...

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में आवेदनों के डिस्पोजल रेट में उत्तराखण्ड देश में पहले नम्बर पर

Image
-मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के प्रति भी तेजी से बढ़ रही लोगों की रुचि -योजना के तहत 174 मेगावाट की परियोजनाओं पर कार्य गतिमान -टिहरी, उत्तरकाशी और चम्पावत जिलों में हो रहा काफी अच्छा कार्य देहरादून। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में आवेदनों के डिस्पोजल रेट में उत्तराखण्ड देश में पहले नम्बर पर है। सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया है कि मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की गाइडलाइन में संशोधन के बाद इस योजना के प्रति लोगों की तेजी से रूचि बढ़ी। अभी इस योजना के तहत 174 मेगावाट की परियोजनाओं पर कार्य गतिमान हैं। इस योजना के तहत टिहरी, उत्तरकाशी और चम्पावत जिला में काफी अच्छा कार्य हो रहा है। मोरी तहसील के कुकरेड़ा गांव में सोलर के साथ अदरक की खेती का कार्य भी हो रहा है। एक ही भूमि का दो तरीके से सदुपयोग किया जा रहा है। सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत राज्य में आवेदनों के डिस्पोजल रेट के हिसाब से उत्तराखण्ड देश में पहले नम्बर पर है। इस योजना में भी राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा भी इस योजना के तहत सब्सिडी दी जा रही है। आगामी...

बिजली- पानी की व्यवस्था सुधारें अधिकारी, वरना होगी आर -पार की लड़ाई: मोर्चा

Image
#बिजली पर आश्रित व्यवसाय हो रहे चौपट #जनप्रतिनिधियों/ जनता पर मुकदमा दायर कराना दुर्भाग्यपूर्ण #बिजली की अघोषित कटौती ने कर दिया जनता का जीना मुश्किल #मुकदमा वापस ले विभाग विकासनगर: जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि क्षेत्र में बिजली-पानी की कटौती ने आमजन का जीना मुश्किल कर दिया है, जिसको मोर्चा कतई बर्दाश्त नहीं करेगा| नेगी ने कहा कि विगत कई दिनों से बिजली कटौती को लेकर जनता का आक्रोश इस कदर बढ़ा कि गुस्साए जनप्रतिनिधियों एवं आमजन ने बिजली दफ्तर पर धावा बोला, जो कि गुस्से की परिणिति थी, लेकिन विभाग द्वारा मुकदमा कायम करवाकर बहुत ही गैर जिम्मेदाराना काम किया है |विद्युत विभाग के अधिकारियों को जनहित में मुकदमा तुरंत वापस लेना चाहिए| नेगी ने कहा कि जल संस्थान के अधिकारियों की लापरवाही भी लोगों की परेशानी का सबक बन रही है |बिजली कटौती की दिशा में विभाग को जनरेटरों का सहारा लेना चाहिए|मोर्चा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विद्युत-जल संस्थान के अधिकारियों ने व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो आर-पा...

महासर ताल की प्राकृतिक सौंदर्यता खींच लाती है पर्यटकों को

Image
देहरादून। महासर ताल एक बेहद खूबसूरत ताल है। यह ताल टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है। भिलंगना नदी का उद्गम स्थल महासर ताल का महत्वपूर्ण स्रोत है। यह ताल घने जंगल से घिरा हुआ है। इस ताल की यात्रा का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर के बीच है। मनभावन महासर ताल के आसपास की मनोरम दृश्यावली इसे लोकप्रिय ट्रेक बनाती है। इसके आसपास के क्षेत्र में अल्पाइन हरी घास के मैदान हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘बुग्याल’ भी कहा जाता है। महासरताल बूढ़ाकेदार से करीब 10 किमी उत्तर की ओर लगभग दस हजार फीट की ऊँचाई पर स्थित है। यह प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर, भिन्न भिन्न प्रजातियों एवं दुर्लभ वृक्षों की ओट में स्थित है। केदार हिमालय में नाग जाति के रहने के पुष्ट प्रमाण मिलते हैं। गढ़वाल में नागराजा का मुख्य स्थान सेम मुखेम माना जाता है, इसी संदर्भ में नागवंश में महासरनाग का विशिष्ट स्थान है। जो कि बालगंगा क्षेत्र में महत्वपूर्ण देवता की श्रेणी में गिना जाता है। महासर नाग का निवास स्थान महासरताल है। धर्म गंगा और बाल गंगा नदी के संगम पर बसे बूढ़ाकेदार से करीब 7 किमी घडियाल सौड तक सडक मार्ग से पहंुचा जाता है और यहां से 8...

राज्य में वनाग्नि से निपटने के लिए वनकर्मियों के पास जरूरी उपकरणों का अभाव

Image
देहरादून। उत्तराखंड में विभिन्न हिस्सों लगातार वनाग्नि की घटनाएं घट रही हैं। वनाग्नि की घटनाओं से निपटने के लिए वनकर्मियों के पास आधुनिक उपकरणों का अभाव बना हुआ है। आधुनिक उपकरणों के अभाव में वनकर्मियों को वनाग्नि की घटनाओं पर नियंत्रण पाने में खासा मशक्कत करनी पड़ रही है। आधुनिक उपकरणों के अभाव में वनकर्मी भी इसकी चपेट में आ जा रहे हैं। गत दिवस ही अल्मोड़ा जिले में वनाग्नि की चपेट में आने से चार वनकर्मियों की मौत हो गई, जबकि चार वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। इससे पहले भी जंगल की आग बुझाने के दौरान कई बार वनकर्मी व स्थानीय लोग वनाग्नि की चपेट में आने से झुलस चुके हैं व कुछ की मौत भी हो चुकी है। उत्तराखंड जंगल बाहुल्य क्षेत्र है और यहां अक्सर वनाग्नि की घटनाएं घटती हैं, ऐसे में वनकर्मियों को वनाग्नि पर काबू पाने का विशेष प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें आधुनिक उपकरण भी महैया कराए जाने की जरूरत है। राज्य के वनों को बचाने के लिए वनकर्मियों के पास अपनी सुरक्षा से लेकर आग बुझाने के लिए ज़रूरी उपकरण ही नहीं हैं। उत्तराखंड में हर वर्ष वनाग्नि से जंगलों को भारी नुकसान पहुंचता है। बड़ी मात्रा मे...

फ़ीनिक्स मार्केटसिटी, पुणे ने बेल्जियम के मशहूर आर्टिस्ट टॉमस डी ब्रुने के एक्सक्लूसिव स्प्रिंग डेकोर: पांडा वर्ल्ड को लॉन्च किया

Image
देहरादून: फ़ीनिक्स मार्केटसिटी पुणे को एक लाजवाब स्प्रिंग डेकोर इंस्टालेशन, "पांडा वर्ल्ड" के लॉन्च की घोषणा करते हुए गौरव का अनुभव हो रहा है, जिसे पूरी दुनिया में भरपूर तारीफ पाने वाले बेल्जियम के जाने-माने आर्टिस्ट, टॉमस डी ब्रुने ने तैयार किया है। यह आयोजन वाकई बेहद खास है जो भव्यता और वैभव का बेमिसाल अनुभव प्रदान करने का वादा करता है, क्योंकि यहाँ टॉमस डी ब्रुने का असाधारण कौशल और सीमाओं से परे उनकी कल्पना में मानो जान आ जाती है। पांडा वर्ल्ड इंस्टॉलेशन: पुणे के फ़ीनिक्स मार्केटसिटी में 'पांडा वर्ल्ड' इंस्टॉलेशन, सही मायने में टॉमस डी ब्रुने की पहचान बन चुके उनके अनोखे स्टाइल को दर्शाता है, जो बेमिसाल उपयोगिता और उम्दा कारीगरी के साथ अनदेखी रचनात्मकता का बेजोड़ संगम है। बड़े आकार के जादुई फ्लोरल इंस्टॉलेशन बनाने के लिए मशहूर, टॉमस डी ब्रुने ग्राहकों की पसंद और ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए हैरत में डाल देने वाले कलर पैलेट का उपयोग करते हैं, और यकीनन इस तरह उनकी हरेक डिज़ाइन एकदम अनोखी मास्टरपीस बन जाती है। कार्यक्रम का विवरण: 'पांडा वर्ल्ड' के लॉन्च का...