टिहरी जिले में द्वारी गांव का प्रसिद्ध घंटाकर्ण देवता मंदिर
टिहरी, गढ़ संवेदना । टिहरी जिले में घनसाली तहसील और भिलंगना विकासखंड अंतर्गत द्वारी गांव में स्थित प्रसिद्ध घंडियाल देवता (घंटाकर्ण देवता) मंदिर में जो भी श्रद्धालू सच्चे मन से कोई मन्नत मांगता है वह मन्नत अवश्य पूरी होती है। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। अब यह मंदिर सड़क मार्ग से जुड़ चुका है। इस मंदिर में पिलखी-द्वारी मोटर मार्ग, घनसाली-द्वारी पैदल मार्ग और मुयाल गांव-द्वारी पैदल मार्ग से पहुंचा जाता है। जिस स्थान पर घंडियाल देवता का यह मंदिर स्थित है वह बहुत ही दर्शनीय और मनोरम स्थान है। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां से नैलचामी पट्टी के कई गांव दिखते हैं। यहां हर तीसरे वर्ष घंडियाल जात (जात्रा) का आयोजन होता है, जिसमें शामिल होने के लिए और घंडियाल देवता से मन्नत मांगने के लिए काफी क्षेत्रों से लोग यहां पहुंचते हैं। घंडियाल जात में मुंबई, दिल्ली, देहरादून, टिहरी आदि क्षेत्रों में रहने वाले प्रवासी भी बड़ी संख्या में गांव पहुंचते हैं। जिस जगह पर घंडियाल देवता का यह मंदिर स्थित है वह मोलखा नाम से जाना जाता है। यह दर्शनीय व मनोरम स्थान अभी राज्य के पर्यटन मा