पुण्यतिथि पर याद किए गए प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद
देहरादून। देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न, स्व0 डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद की पुण्य तिथि के अवसर पर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन 21 राजपुर रोड़ में कांग्रेसजनों ने स्व0 राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने कहा कि सादा जीवन उच्च विचार के प्रतीक स्वतंत्रत भारत के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद ने छात्र जीवन में ही अपनी विद्यता एवं प्रतिभा का परिचय देते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किये थे। डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद को शिक्षकों का आदर्श बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन की शुरूआत एक अध्यापक के रूप में करते हुए 35 वर्षों तक अध्यापन का सफलतम कार्य किया तथा स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बनने तक का सफर तय किया। उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक सच्चे गांधी वादी के रूप में गांधी जी के बताये मार्ग पर चलने का प्रयास किया। डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष के रूप में जिस संयम, अनुशासन और ज्ञान से भारतीय संविधान निर्माण को सहज बनाया वह अपने आप में बेमिसाल है। जिस समय देष संकट के दौर से गुजर रहा था उन