Posts

सल्ट में बनेगा जीना स्मारकः मुख्यमंत्री

Image
-सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सल्ट में स्व. जीना दंपति को दी श्रद्धाजंलि -क्षेत्र के विकास के लिए कीं कई महत्वपूर्ण घोषणाएं देहरादूना। विधानसभा सल्ट के पूर्व विधायक स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्व. जीना दंपति को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों व प्रदेश के विकास में स्व. जीना का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उनके अधूरे कार्यों को राज्य सरकार पूरा करेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने साल्ट क्षेत्र में जीना जी की स्मृति में एक स्मारक बनाने समेत क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणाएं कीं। मुखयमंत्री श्री रावत ने कहा कि स्व. जीना से सबका बहुत ही सहज और सरल रिश्ता था। उन्होंने कहा कि स्व. जीना का अपने क्षेत्र के लोगों से गहरा लगाव था। कहा कि उनके कहने पर इस क्षेत्र जनहित की 63 विकास योजनाओं की मैंने घोषणाएं की हैं। जिसमें से 42 पूर्ण हो चुकी हैं। बाकी भी जल्द पूरा हो जायेंगी। इस मौके पर उन्होंने राजकीय महाविद्यालय मनीला को स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही क्षेत्र में स्

महिला ट्रांस हिमालय साइक्लिंग अभियान को फ्लैग आॅफ किया

Image
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में प्रथम महिला ट्रांस हिमालय साईक्लिंग अभियान के लिए उत्तराखण्ड राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली श्रुति रावत एवं बिहार राज्य की ओर से प्रतिनिधितव कर रही सबिता मेहतो को शुभकामनांए दी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में इस अभियान का फ्लैग आॅफ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस अभियान के लिए श्रुति रावत को डेढ़ लाख रूपये का चेक भी प्रदान किया। 05 हजार किमी. का यह साईक्लिंग अभियान लगभग 80 दिन तक चलेगा। उत्तराखण्ड एवं बिहार की ये बेटियां इस अभियान के माध्यम से ‘‘अखण्ड हिमालय, स्वच्छ हिमालय, कर्तव्य गंगा व महिला सुरक्षा’’ का संदेश देंगी। ट्रांस हिमालय साईक्लिंग अभियान की शुरूआत 02 फरवरी 2021 को बाघा बाॅर्डर से शुरू होगी। इसके बाद पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, नेपाल, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम एवं नेपाल होते हुए अरूणांचल प्रदेश के टीजू में अपनी यात्रा पूर्ण करेंगे। इस अवसर पर पर्वतारोही अवधेश भट्ट भी उपस्थित थे।

यूटीडीबी की ‘होम स्टे’ पर आधारित झांकी को खूब सराहा गया

Image
देहरादूना। देहरादून के परेड ग्राउड में 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की ओर से ‘होमस्टे’ विषय पर आधारित झांकी प्रदर्शित की गयी। झांकी को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व अन्य अतिथिगणों द्वारा होमस्टे पर आधारित झांकी को काफी सराहा गया। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में पर्यटकों को आकर्षित करने, पर्यटकों हेतु स्तरीय आवासीय सुविधा बढ़ाने, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा भवन स्वामियों को अतिरिक्त आय का श्रोत उपलब्ध कराये जाने हेतु संचालित होमस्टे विषय को प्रदर्शित करते हुये अपनी विभागीय झांकी को प्रस्तुत किया गया। 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर झांकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया कि उत्तराखण्ड राज्य की यात्रा पर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को जहां एक ओर राज्य की सांस्कृतिक विरासत, ग्रामीण परिवेश, रीति-रिवाजों, पहनावे इत्यादि से परिचित होने का अवसर प्राप्त हो रहा है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखण्डी व्यंजनों को भी राष्ट्रीय-अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्र

गणतंत्र दिवस पर विस अध्यक्ष ने गैरसैंण विधान भवन परिसर में किया ध्वजारोहण

Image
राड़ीसैंण/गैरसैंण। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा परिसर में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर लोक डाउन के दौरान प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए चमोली जिले की देवकी भंडारी द्वारा 10 लाख रुपए दान स्वरूप देने पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने उन्हें सम्मानित किया साथ ही विभिन्न विद्यालयों के 10 मेधावी प्रतिभावान छात्रों का भी सम्मान कर प्रत्येक छात्र को विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से पांच- पांच हजार रुपये देने की घोषणा भी की किया स भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में ध्वजारोहण करने के पश्चात श्री अग्रवाल ने कहा है कि उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुझे ध्वजारोहण करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है । श्री अग्रवाल ने कहा है कि यह राष्ट्र निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है उन्होंने कहा है कि राष्ट्र की सुरक्षा एवं समृद्धि में कहीं न कहीं उत्तराखंड के हर व्यक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है। इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने उत्तराखंड राज्य निर्माण में हुए शहीदों को नमन करते हुए कह

केन्द्र व राज्य सरकार किसानों के हित के लिये प्रतिबद्धः सीएम

Image
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद द्वारा गांधी पार्क में आयोजित सामूहिक वन्दे मातरम गायन कार्यक्रम में शामिल हुए। यह गणतंत्र दिवस हमारे देश के लिये, हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिये नये आयाम प्रदान करेगा इस की उन्होंने कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विकास परिषद द्वारा पिछले लगभग 35 वर्षों से राष्ट्र जागरण, देश भक्ति एवं भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। आज उनके जन जागरण के कार्यक्रमों का स्वरूप भी व्यापक हो गया है। राष्ट्र जागरण से ओत-प्रोत इस प्रकार के कार्यक्रम उनकी पहचान बन गये हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों के नाम पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा जो कृत्य किया गया वह नहीं होना चाहिए था। जो किसान 26 जनवरी के पर्व पर ऐसा कदम उठाये वह किसान नहीं हो सकता। इस प्रकार की घटना हम सबके लिये चिन्ता का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो किसान इस अराजकता फैलाने वाले उपद्रव में शामिल नहीं हुए उन्हें वे नमन करते हैं। हमारे राज्य में इस प

गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर प्रदर्शित की गई उत्तराखण्ड की झांकी “केदारखंड”

Image
नई दिल्ली/देहरादून। 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ, नई दिल्ली में उत्तराखण्ड राज्य की ओर से “केदारखंड” की झांकी प्रदर्शित की गई। राजपथ पर जब उत्तराखण्ड राज्य की झांकी निकली तो तालियों की गड़गडाहट से लोगों ने स्वागत किया। उत्तराखण्ड सूचना विभाग के उपनिदेशक व झांकी के टीम लीडर के.एस.चैहान के नेतृत्व में 12 कलाकारों के दल ने भी झांकी में अपना प्रदर्शन किया। झांकी का थीम सांग “जय जय केदारा” है। उत्तराखण्ड राज्य की झांकी के अग्रभाग में उत्तराखण्ड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘ दर्शाया गया है जो कि उत्तराखण्ड के वनाच्छादित हिम शिखरों में 3600 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। इसी प्रकार से उत्तराखण्ड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ दिखाया गया है जो केदारखण्ड के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी को दर्शाया गया है तथा साथ में केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए तथा श्रद्वालु को भक्ति में लीन दर्शाया गया है। झांकी के पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदार का भव्य मंदिर दर्शाया गया है ज

दून के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय को पद्मश्री सम्मान

Image
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। देहरादून के प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय को चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पद्मश्री प्रदान किया गया है। डा. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय को कई देशों से फेलोशिप भी मिली है। सर्जरी के क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए उनका नाम लिम्का बुक और गिनीज बुक में भी शामिल किया गया है। वे पिछले कई वर्षों से राजपुर रोड स्थित जाखन में संजय ऑर्थोपेडिक एंड स्पाइन सेंटर का संचालन कर रहे हैं। 31 अगस्त 1956 को जन्मे डा. संजय ने वर्ष 1980 में जीएसबीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से एमबीबीएस किया। इसके बाद काफी समय तक उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ और सफदरजंग अस्पताल नई दिल्ली में सेवा दी। इस बीच उन्होंने जापान, अमेरिका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन समेत कई देशों से फेलोशिप हासिल की और आगे बढ़ते रहे। दुनिया के कई प्रतिष्ठित रिसर्च जर्नल्स में उनके शोध लेख प्रकाशित हुए। उन्होंने दुनिया के कई देशों में गेस्ट फैकल्टी के तौर पर भी व्याख्यान दिए। डा. संजय ने चिकित्सा जगत के साथ ही समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ठ पहचान बनाई है। पोलियो, मस्तिष्क पक्षाघात, बच्चों