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देहरादून जनपद की चार ग्रामपंचायातों के प्रधानों को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने प्रदान किए सर्टिफिकेट

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देहरादून। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर जनपद की चार ग्राम सभाओं को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा ग्राम प्रधानों को सर्टिफिकेट पुरस्कार प्रधान किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडीयो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम एक सिंगल क्लिक द्वारा पुरस्कार की धनराशि सीधे पुरस्कृत ग्राम पंचायतो के खाते में हस्तांतरित की गयी। पंचायतीराज दिवस के अवसर पर जनपद की ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत् पुरस्कार सुनिता देवी,अटकफार्म, दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मीनु क्षेत्री, नानाजीदेशमुख राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार पूजा पाल, सिमलास ग्रान्ट तथा बाल हितैषी पंचायत पुरस्कार नरेन्द्र तोमर , बादामवाला को प्रदान किए गए। कार्यक्रम भारत सरकार पंचायतीराज मंत्रालय के सौजन्य से संचालित किया गया, जिसमें पंचायतीराज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा देश के विभिन्न ग्राम पंचायतों को उक्त पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ही राज्य एवं केन्द्र सरकार के पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को वर्चुअल

मर रहे हैं उत्तराखंड के लोग और सरकार इमरजेंसी किट के कवर बदलने में लगीः गिरीश डालाकोटी

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-उत्तराखंड में लोगों के जान से ज्यादा जरूरी है सरकार के चेहरे का प्रचार देहरादून। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के प्रदेश संयोजक गिरीश डालाकोटी ने कहां ’सरकार द्वारा होम कोरेंटिन मरीजों का आइसोलेशन किट समय से ना पहुंचाने एवं आइसोलेशन किट पैकेट पर प्रचार सामग्री चिपकाने के कारण देर होने की घटना बहुत ही निंदनीय है एवं सरकार का यह फैसला प्रदेश के जनता के लिए एवं उनकी जान के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कोरोना महामारी के समय हर होम कोरेंटिन आइसोलेशन कीट बहुत ही ज्यादा जरूरी है ताकि मरीज अपने निवास स्थान पर ही कोरोना से मुक्ति पा सके एवं उपयुक्त समय पर उससे अपना इलाज ले सकें। उत्तराखंड कि हमारी सरकार मानवता की हर सीमा को लांघ कर प्रचार प्रसार की सामग्री की वस्तु इस किट को समझ रही है। अनेकों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस किट के कवर पेज को बदलने में लगाया गया है। मरीज जो अपने घर पर हैं वह बेहाल हो रखे हैं सरकार की यह नीति बस यही दिखाती है कि यह कितनी बेशर्म और निंदनीय घटना है जो सरकार अपने प्रदेश वासियों के लिए कर रही है। जहां कोरोना प्रदेश मे तेजी से अपने पेर पसार रहा है, इस स्थिति में सरक

आईसीएफआरई में “टिम्बर कूलिंग टावर्सः ​रिसर्च, बाधाओं और अवसरों” पर वेबिनार आयोजित

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देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। वन उत्पाद प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने “टिम्बर कूलिंग टावर्सः रिसर्च, बाधाओं और अवसरों” पर वेबिनार का आयोजन किया गया। ए.एस. रावत, महानिदेशक, आईसीएफआरई देहरादून ने कूलिंग टावरों के महत्व पर जोर देते हुए वेबिनार का उद्घाटन किया। भारत भर के विभिन्न संस्थानों, संगठन और उद्योगों के आठ प्रतिष्ठित वक्ताओं ने लकड़ी के कूलिंग टॉवर के विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति दी। डॉ एन.के. उप्रेती, विज्ञान-जी और प्रमुख, वन उत्पाद प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान, ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। मोहन राजाराम अंतूरकर, एम स्क्वायर इंजीनियर, पुणे के संस्थापक ने “उपलब्ध लकड़ी का उपयोग करके संरचनात्मक विश्वसनीयता में सुधार” पर प्रस्तुत किया। मनीष कुमार, प्रमुख, नागरिक विश्वसनीयता-एसईजेड रिफाइनरी जामनगर “कूलिंग टॉवर निरीक्षण और रखरखाव” पर प्रस्तुत किया गया। संदीप परमार, सीनियर मैनेजर, नायरा एनर्जी लिमिटेड, जामनगर ने “कूलिंग टॉवर लकड़ी की समस्याओं और रखरखाव” पर प्रस्तुत किया। संजय पंत, हेड, सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स, नई दिल्ली ने “कूलिंग टॉवर के लिए ल

‘एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने और सावधानी बरतने को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता

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-अत्यधिक मोटापे से पीड़ित लोग बैरियाट्रिक सर्जरी के साथ जी सकते हैं अच्छी जिंदगी देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज नेटवर्क। अध्ययनों से पता चलता है कि भारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, हर दूसरा व्यक्ति वजन बढ़ने के कारण परेशान है। जिसके कारण बैरियाट्रिक सर्जरी कराने वालों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है। ओबेसिटी सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के अनुसार भारत में पिछले 15 सालों में वजन घटाने के लिए की जाने वाली सर्जरी में 100 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। समय के साथ-साथ बैरियाट्रिक सर्जरी और उसके सकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। बता दें कि अत्यधिक मोटापे से ग्रसित लोगों में बैरियाट्रिक सर्जरी की जाती है। इससे मोटापे से जुड़ी सह-रुग्ण स्थितियों में सुधार करने में भी मदद मिलती है। इसके कारण टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द, नींद की बीमारी, हृदय रोग और बांझपन आदि बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। आमतौर पर जिन व्यक्तियों का बॉडी मास इंडेक्स 35 से 40 होता है प्रायः उन्हें यह सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है। इस बारे में बात करते हुए, अरि

मैक्स हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञों ने ’वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर सप्ताह’ के तहत लोगों को कैंसर के प्रति किया जागरूक

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देहरादून, संवेदना न्यूज नेटवर्क। भारत में ओरल कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल देहरादून के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया और ’सिर और गर्दन के कैंसर का विश्व सप्ताह 2021’ मनाया। मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, देहरादून में सर्जिकल आॅन्कोलॉजी की प्रमुख कंसल्टेंट डॉ. मनीषा पटनायक ने कहा, ’वैश्विक स्तर पर होने वाले ओरल कैंसर के सर्वाधिक 75 हजार से 80 हजार मामले हर साल भारत में ही सामने आते हैं। वहीं, विश्व में सिर और गर्दन के कैंसर के 57.5 फीसदी मामले एशिया और खासकर भारत में ही हैं। ये आंकड़े न सिर्फ स्वास्थ्य की बदतर स्थिति बयां करते हैं, बल्कि इनसे अर्थव्यवस्था और विकास भी पर बुरा असर पड़ता है। भारत में मुंह के छाले या जख्म होने की सबसे बड़ी वजह सुपारी के साथ तंबाकू के सेवन को माना जाता है जिस कारण 25 फीसदी मुंह के कैंसर और फिर सिर और गर्दन के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। सिगरेट पीने वालों को हतोत्साहित करने के लिए सरकार ने भारीकृभरकम कर लगाने के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट पीने पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन ग

अत्यधिक मोटापे से पीड़ित लोग बैरियाट्रिक सर्जरी के साथ जी सकते हैं अच्छी जिंदगी

-‘एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने और सावधानी बरतने को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता देहरादून। अध्ययनों से पता चलता है कि भारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, हर दूसरा व्यक्ति वजन बढ़ने के कारण परेशान है। जिसके कारण बैरियाट्रिक सर्जरी कराने वालों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है। ओबेसिटी सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के अनुसार भारत में पिछले 15 सालों में वजन घटाने के लिए की जाने वाली सर्जरी में 100 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। समय के साथ-साथ बैरियाट्रिक सर्जरी और उसके सकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। बता दें कि अत्यधिक मोटापे से ग्रसित लोगों में बैरियाट्रिक सर्जरी की जाती है। इससे मोटापे से जुड़ी सह-रुग्ण स्थितियों में सुधार करने में भी मदद मिलती है। इसके कारण टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द, नींद की बीमारी, हृदय रोग और बांझपन आदि बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। आमतौर पर जिन व्यक्तियों का बॉडी मास इंडेक्स 35 से 40 होता है प्रायः उन्हें यह सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है। इस बारे में बात करते हुए, अरिहंत हॉस्पिटल

स्क्रीन लैपटॉप के सबसे नये एडिशन के साथ आने वाले कल के लैपटॉप का अनुभव लें

देहरादून। ताइवान की प्रमुख टेक कंपनी, आसुस ने एक ऑनलाइन लॉन्च इवेंट में अपने पहले से ही बढ़ते जा रहे जेनबुक रेंज में, नवीनतम एडिशन - जेनबुक डुओ 14 और जेनबुक प्रो डुओ 15 ओएलईडी को लॉन्च किया। “आने वाले कल के लैपटॉप” जेनबुक प्रो डुओ 15 ओएलईडी और जेनबुक डुओ 14 में एक डुअल डिस्प्ले के साथ चैतरफा फ्रेमलेस नैनोएज डिस्प्ले है, जो अल्ट्रा स्लिम बेजल्स के साथ-साथ अविश्वसनीय रूप से शानदार है और जो संपूर्ण गहरा अनुभव प्रदान करता है। आसुस की नवीनतम ऑफरिंग्स अपने उपयोगकर्ताओं को अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने के लिए और दायरे की जकड़ से बाहर निकल कर जिन्दगी का अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जैसा कि आसुस अपने डुअल स्क्रीन्ड लेपटॉप के साथ करता है। आसुस की थीम है -बोल्ड बनें, क्रेजी बनें और अनबायस्ड रहें”, और इस थीम पर चलते हुए नए लॉन्च किए गए लैपटॉप को लैपटॉप पोर्टेबिलिटी छोड़े बिना, सबसे अच्छी कार्यक्षमता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो इसे उन क्रिएटर्स और लोगों के लिए आदर्श बनाता है जो कई डिस्प्ले पर काम करना पसंद करते हैं। जेनबुक 14 (यूएक्स482ईए) इंटेल इवो से प्रमाणित है और इसमें इंटेल आयर