मुख्यमंत्री ने किया उत्तराखण्ड अर्बन ट्रांसफोरमेशन समिट का शुभारम्भ


-समिट में देशभर के 12 स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ ने किया मंथन, स्मार्ट सिटी की राह होगी आसान

-मुख्यमंत्री ने देहरादून को स्मार्ट शहर बनाने के लिए बतायी समेकित प्रयासों की जरूरत

-देहरादून होगा देश का ग्रेविटी आधारित पेयजल उपलब्ध कराने वाला पहला स्मार्ट शहर

-देहरादून को पाॅलीथीन मुक्त करने के प्रयासों के लिये नगर निगम को 50 लाख की धनराशि दी

 

देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को मसूरी में आयोजित उत्तराखण्ड अर्बन ट्रांस्फोरमेशन समिट 2019 का शुभारम्भ किया। उन्होंने समिट में प्रतिभाग कर रहे केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव तथा स्मार्ट सिटी के मिशन डायरेक्टर के साथ ही देश के 12 प्रमुख स्मार्ट सिटी के सी.ई.ओ एवं स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़ी कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि इस समिट में होने वाला मंथन स्मार्ट सिटी मिशन को गति प्रदान करेगा। इससे आपसी अनुभवों एवं ज्ञान का भी आदान प्रदान होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट में होने वाले आपसी विचार विमर्श एवं अनुभव स्मार्ट सिटी के कार्यों को नई दिशा प्रदान करने में मददगार रहेगा। देहरादून स्मार्ट सिटी का देश-भर में 99 से 32वें पायदान पर आने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। देहरादून का स्मार्ट सिटी बनने में उन्होंने समेकित प्रयासों की भी जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी सोच भी स्मार्ट बनानी होगी। जब हमारी सोच अच्छी होगी तो उनके परिणाम भी अच्छे होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल कर ही बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोशी एवं रिस्पना में एक घंटे में लाखों वृक्षों का रोपण जन सहभागिता का अनूठा उदाहरण है। सौग बांध से देहरादून को ग्रेविटी आधारित पेयजल उपलब्ध कराये जाने की योजना भी शीघ्र धरातल पर उतरेगी। इसमें देहरादून को ग्रेविटी आधारित पेयजल उपलब्ध होने के साथ ही करोड़ों के बिजली व्यय की बचत होगी, भूजल स्तर में सुधार होगा तथा रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा बनाने की भी राह प्रशस्त होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को पोलीथीन मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में हमारे प्रयास साकार होते दिखाई दे रहें हैं। देश में इसकी शुरूआत हो रही है तब हम इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं। उन्होंने देहरादून शहर को पोलीथीन मुक्त बनने के लिए नगर निगम को 50 लाख रूपये देने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाने के साथ ही अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। इसके लिए हमारी कार्यदायी संस्थाओं को डबल श्फ्टि में कार्य करने की आदत डालनी होगी तभी योजनायें समय पर पूर्ण हो सकेंगी तथा लोगो को उसका अपेक्षित लाभ प्राप्त हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की स्मार्ट सिटी परियोजना को मूर्त रूप देने में राज्य सरकार तथा देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा सभी आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं। देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा कार्यों को मूर्त रूप देने कि तैयारी शुरू कर दी गई है। देहरादून में स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत होने वाले सभी कार्यों को शीघ्रता से धरातल पर उतारा जायेगा, ताकि देहरादून की जनता को समय पर इसका लाभ मिल सके। नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हमारे प्रयास धरातल पर दिखायी देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि शहर के ड्रेनेज व सीवर सिस्टम को ठीक करने के साथ ही अतिक्रमण हटाना भी एक चुनौती रही है। स्मार्ट सिटी की दिशा में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा रहा है। देश व दुनिया के लोग देहरादून को नये शहर के रूप में देखे इसके लिये हमारे प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि स्मार्ट सिटी देहरादून अन्य शहरों के लिये भी प्रेरणा का कार्य करे।

केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं स्मार्ट सिटी मिशन के मिशन डायरेक्टर कुणाल कुमार ने कहा कि देश में देहरादून स्मार्टसिटी द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया गया है। 8 माह पूर्व जो 99वें स्थान पर था आज 32वें स्थान पर है। स्मार्ट सिटी कार्यों का शत प्रतिशत टेण्डर किया जाना भी उत्साहजनक है। उन्होंने कहा कि 100 स्मार्ट सिटी शहरों के एक लाख करोड़ के टेण्डर किये जा चुके हैं, उन्होंने कहा कि स्मार्ट शहर की योजना भावी पीढ़ी को अच्छी शहरी सुविधायें उपलब्ध कराने की एक यात्रा हे। उन्होंने कहा कि इससे दो करोड़ से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। कम से कम संसाधनों मे लोगों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराना इसका उद्देश्य है। 

स्मार्ट सिटी योजना के कार्यों की जानकारी देते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इसके तहत एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर के क्रियान्वयन के लिए मै0 एच0पी0 लिमिटेड का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि देहरादून स्मार्ट सिटी के तहत 100 प्रतिशत टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण कर 75 प्रतिशत कार्यों के वर्क आर्डर जारी कर दिये गये हैं। देहरादून को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिये स्कूलों के साथ ही विभिन्न संस्थाओ का भी सहयोग लिया जा रहा है।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, सचिव शहरी विकास शैलेश बगोली तथा एच.पी. इण्टर प्राइजेज के मैनेजिंग डायरेक्टर सोम सतसंगी ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम मे सांसद माला राज लक्ष्मी शाह, विधायक गणेश जोशी, अध्यक्ष नगर पालिका मसूरी सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे। 

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