एफएडीए ने यूएम लोहिया और उसके प्रबंधन को भेजा नोटिस
देहरादून। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एफएडीए ने यूएम मोटरसाइकल्स के डीलरों के मामले को अपने हाथों में लिया है। भारत में इन मोटरसाइकलों का उत्घ्पादन एवं बिक्री यूएम लोहिया टू व्हीलर्स प्राइवेट लिमिटेड (यूएम लोहिया) द्वारा की जाती है। यूएम लोहिया एक अमेरिकी मोटरसाइकल कंपनी यूएम मोटरसाइकल्स और लोहिया ग्रुप के बीच एक संयुक्त उद्यम है। 2016 में इस संयुक्त उद्यम की स्थापना यूएम मोटरसाइकल्स के ब्रांड के तहत भारत में अमेरिकी स्टाइल की मोटरसाइकलें बनाने और बेचने के लिए की गई थी।
डीलर यूएम लोहिया के प्रबंधन और प्रमोटरों की ओर से हुई बेईमानी और धोखाधड़ी से व्यथित हैं, जिनमें संस्थापक श्री आयुष कुमार लोहिया और श्री जोस मिगुएल विलेगास शामिल हैं, जिन्होंने शुरुआत से ही उनके बीच के संबंधों में दिक्कतें दी हैं और डीलरों को भारी नुकसान पहुंचाया है, साथ ही उन्हें यूएम मोटरसाइकल्घ्स के ग्राहकों की ओर से दायर अनापेक्षित मुकदमेबाजी की जद में ला दिया है। यूएम लोहिया के अपनी मोटरसाइकलों के साथ बाजार में प्रवेश करते ही डीलरों का दुर्भाग्य शुरू हो गया था। यह जल्द ही जाहिर हो गया कि तथाकथित अमेरिकी मोटरसाइकलें वास्तव में उत्तर प्रदेश के काशीपुर में यूएम लोहिया के विनिर्माण संयंत्र में चीनी पार्ट्स को असेंबल कर बनाई जा रही थीं। इसके चलते उपभोक्ताओं की दिलचस्पी तत्काल बहुत घट गई, क्योंकि कोई भी अमेरिकी मोटरसाइकलों की घटिया चीनी प्रतिकृतियां नहीं खरीदना चाहता था। ब्रांड ने अपना मूल्य खो दिया, और इसके साथ ही डीलरों के निवेश भी डूब गए, जिनके पास अब ऐसा उत्पाद था, जिसकी चाह बहुत कम लोगों में रह गई थी।