राजस्व अफसर रहें नए कानूनों से अपडेट
पौड़ी। राजस्व क्षेत्रों में घटित अपराधों की विवेचनाओं में किसी तरह की त्रुटि न रहे इसके लिए राजस्व पुलिस अफसरों का पौड़ी में प्रशिक्षण शुरू हो गया। प्रशिक्षण का मकसद कानूनों में हुए संशोधनों के साथ ही नए बने कानूनों की पूरी जानकारी देना है। ताकि विवेचना के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया में किसी तरह की कमी न रह जाए। प्रशिक्षण चरणवार दिया जाएगा।
इस ट्रेनिंग में जिले की सभी 13 तहसीलों के नायब तहसीलदार से राजस्व उपनिरीक्षक तक के अधिकारी शामिल हैं। डीएम पौड़ी धीराज सिंह गब्र्याल के निर्देशों के तहत भू लेख अनुभाग ने छह चरणों में टे्रनिंग का आयोजन किया है। शुक्रवार को पहले चरण का प्रशिक्षण पौड़ी प्रेक्षागृह में शुरू की गई। जिसमें एसपीओ श्रद्धा रावत, जिला शासकीय अधिक्वता अवनीश नेगी, सहायक अभियोजन अधिकारी प्रदीप भट्ट आदि ने राजस्व पुलिस अफसरों को आईपीसी,आर्म्स एक्ट, पोस्को, साइबर क्राइम, जुबेनाइल जस्टिस, एसिड अटैक, आबकारी अधिनियम आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि विवेचनाओं के लिए किस तरह से साक्ष्यों को जुटाने में सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही इस दौरान होने वाली कमियों को दूर कैसे किया जाए इसके बाबत भी अधिवक्ताओं ने विस्तार से बताया। बताया गया कि जिन भी कानूनों में संशोधन हो गया है या फिर नए कानून बने है उसकी पूरी जानकारी विवेचक को होनी जरूरी है। सहायक भूलेख अधिकारी नरेश चंद्र नौडियाल ने बताया कि पौड़ी जिले की 13 तहसीलों में कार्यरत 180 नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और राजस्व उपनिरीक्षकों के लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। इसके लिए 6 बैंच बनाए गए है ताकि तहसीलों का कामकाज प्रभावित न हो। तहसील वार राजस्व पुलिस अफसर टे्रनिंग में हिस्सा ले रहे है। पहले दिन कोटद्वार के नायब तहसीलदार डब्बल सिंह रावत सहित राजस्व निरीक्षक जोतेंद्र नेगी, राजेंद्र सिंह बिष्ट, पीताम्बर सिंह रावत आदि मौजूद रहे।