बढ़ते प्रदूषण को लेकर डीएम ने ली अधिकारियों की बैठक, दिए जरूरी दिशा-निर्देश 

देहरादून। जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में जनपद के शहरी क्षेत्र में बढते वायु प्रदूषण की रोकथाम के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से जनपद के देहरादून और ऋषिकेश में वायु गुणवत्ता की वर्तमान स्थिति, पिछले कुछ माह से वायु में पीएम 2.5 व पीएम 10 के साथ ही अन्य प्रदूषण में होने वाली बढोतरी उसके स्त्रोत , उसके कारक, पैरामिटर्स इत्यादि के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए विभिन्न विभागों यथा परिवहन, लोक निर्माण, नगर निगम, वन विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, पुलिस इत्यादि के द्वारा वायु की गुणवत्ता के सम्बन्ध में अपने-अपने स्तर पर सुधारात्मक उपायों के साथ साथ-साथ त्वरित और सही रिपोर्टिंग देने पर बल दिया।

जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित विभागों यथा नगर निगम, एमडीडीए, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, जिला आपूर्ति, पुलिस, वन विभाग, राष्ट्रीय  राजमार्ग, खनन अधिकारी को अपने-अपने स्तर पर वायु गुणवत्ता के सुधार किये जाने वाले एनफोर्समेन्ट और अन्य कार्यों का निर्धारित प्रारूप पर हर माह विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को वायु गुणवत्ता के सम्बन्ध में 'रियल टाइम माॅनिटिरिंग मैकेनिज्म' सुधार हेतु भारतीय पैट्रोलियम संस्थान से सहयोग लेने तथा यदि वायु गुणवत्ता इन्डेक्स के सुधार के लिए किसी भी तरह के संसाधन की आवश्यकता हो तो उसका प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को बीएस मानकों का ठीक से अनुपालन करवाने, डीजल इत्यादि के 15 वर्षों से अधिक  पुराने कमर्शियल वाहनों के इस्तेमाल से सम्बन्धित प्रावधानों को परिवहन प्राधिकरण में रखते हुए निष्कर्ष निकालने के निर्देश दिये। साथ ही जनपद में स्थित सभी 125 प्रदूषण जांच केन्द्रों का भी भौतिक निरीक्षण करते हुए सत्यापन करने और वाहनों के फिटनेस, चालान, प्रदूषण प्रमाण पत्र इत्यादि का सम्पूर्ण विवरण हर माह प्रेषित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी को खनन मटेरियल को किसी भी दशा में खुला न ले जाने, नगर निगम को कूड़े के निस्तारण वाहन में कूड़ा ढककर ले जाने तथा कहीं पर भी कूड़ा अथवा प्लास्टिक को जलाने को सख्ती से रोकने के निर्देश दिये। साथ ही नगर निगम और लोक निर्माण विभाग को धूल से निजात पाने हेतु समय-समय पर जरूरी क्षेत्रों में पानी का छिड़काव करने तथा किसी भी प्रकार से सड़क गली इत्यादि में निर्माण मटेरियल यदि ढम्प या बिखरा पड़ा है उसका चालान करते हुए उसे हर-हाल में रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने एमडीडीए , नगर निगम और वन विभाग को संयुकत रूप से शहर में ग्रीन बेल्ट (ग्रीन एरिया डेवलपमैन्ट) प्लान के तहत् विस्तृत होमवर्क करते हुए निम्न ग्रीन एरिया को ग्रीन एरिया के रूप में विकसित करने में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिलापूर्ति अधिकारी को पैट्रोल पम्प में तेल की गुणवत्ता और घटतौली जैसी शिकायतों की रोकथाम हेतु हर 15 दिन में औचक निरीक्षण के दौरान कृत कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। अन्त में उन्होंने सभी अधिकारियों को से कहा कि वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए गम्भीरता दिखाने की जरूरत है और इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ पब्लिक ग्रेंवास रिट्रेसल प्रोसेज को भी फोलों करें जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार हो सके। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान, अपर जिलाधिकारी विध्रा बीर सिंह बुदियाल, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से डाॅ अंकुर कंसल व क्षेत्रीय प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड से अमित पोखरियाल, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी अरविन्द पाण्डेय, अधिशासी अभियन्ता लो.नि.वि जे.एस चैहान, वरिष्ठ स्वास्थ्य नगर अधिकारी डाॅ के.के सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी राकेश देवली सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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