विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने से समर्पण की भावना जागृत होती

हरिद्वार। जीवन में जब हम किसी की मदद करने का संकल्प व जज्बा लेकर सामाजिक परिवेश में उतरते हैं तो प्रकृति भी हमारे साथ खड़ी हो इस कार्य में हमारा मार्ग प्रशस्त करते हुए हमारे साथ हो जाती है। यह हमारा जजब ही होता है जो हमें विपरित परिस्थितियों में भी संकट में फंसे लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। यह उद्गार विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 दिनेशचन्द्र भट्ट ने शिक्षा एवं प्रशिक्षण संकाय के अन्तर्गत एन0एस0एस0 द्वारा आयोजित सात दिवसीय दूसरे आरियन्टल प्रोग्राम में प्रतिभाग करने आए प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि एन0एस0एस0 द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विपरीत परिस्थितियों में आगे बढ़कर सेवा करने का जो कार्य किया जाता है, उससे छात्रों में अनुशासन व समाज में समर्पण की भावना जागृत होती है।

आई0क्यू0ए0सी0 सैल के समन्वयक प्रो0 श्रवण कुमार शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि एन0एस0एस0 हमें समाज में समर्पण की भावना के लिए प्रेरित करता है। हम जब समाज में दूसरे से तुलनात्मक भावना से हटकर कार्य करते हैं तो इससे हमारे बीच में आपस में बेहतर सामंजस्य स्थापित होता है जो हमें हमारे जीवन में खुशहाली का संचार करता है। कन्या गुरुकुल परिसर, हरिद्वार की समन्वयक प्रो0 नमिता जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में लोगों के जीवन में सहनशीलता कम होती जा रही है। साथ ही उनके विचारधारा को मीडिया प्रभावित कर रहा है। इन सब चीजों पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वविद्यालय के एन0एस0एस0 संयोजक डा0 मौहर सिंह मीणा को बधाई देते हुए कहा कि वह साधुवाद के पात्र है। उन्होंने जब से इसका कार्यभार संभाला है यह विभाग निरन्तर प्रगति की पथ पर अग्रसर है। कार्यक्रम का संचालन डा0 मौहर सिंह मीणा ने किया था तथा विस्तार से कार्यक्रम के बारे में रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रो0 राकेश शर्मा, प्रो0 दिनेश चन्द्र शास्त्री, प्रो0 डी0एस0 मलिक, डा0 बिन्दु मलिक, डा0 अजय मलिक, ओमेन्द्र इत्यादि उपस्थित रहे।

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