बेविनार का आयोजन, डॉ. सूरज प्रकाश को याद किया गया 


 

देहरादून। डॉ. सूरज प्रकाश की जन्मसती के अवसर पर भारत विकास परिषद पंचपुरी शाखा के अध्यक्ष डॉ हेमवती नन्दन गूगल मीट के माध्यम से आयोजन किया। डॉ हेमवती नन्दन ने कहा कि भारत विकास परिषद एक सेवा-सह-संस्कार उन्मुख, गैर-राजनीतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक स्वैच्छिक संगठन है। यह देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना को बढ़ावा देकर, मानव प्रयास के सभी क्षेत्रों में हमारे देश के विकास और विकास के लिए समर्पित है। सांस्कृतिक, सामाजिक, शैक्षणिक, नैतिक, राष्ट्रीय और आध्यात्मिक। स्वामी विवेकानंद की जन्मशती के दिन यानी 12 जनवरी, 1963 को, प्रमुख उद्योगपति और समाज सुधारक स्वर्गीय लाला हंस राज और डॉ सूरज प्रकाश द्वारा स्थापित किए गए, शुरुआत में चीनी हमले से लड़ने के लिए नागरिकों के प्रयासों को जुटाने के लिए इसका नाम बदल दिया गया। भारत विकास परिषद। इस प्रकार परिषद स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और शिक्षाओं से प्रेरित और निर्देशित है।

महासचिव डॉ उधम सिंह ने कहा कि 27 जून 1920 का वह शुभ दिन जो भारत विकास परिषद् परिवार की एक देवतुल्य आत्मा को धरती पर लेकर आया, जिसका नाम रखा गया सूरज प्रकाश यथा नाम तथा काम सूरज जैसी ऊर्जा और अज्ञान रुपी अंधकार को मिटाने वाला प्रकाश। राष्ट्र प्रेम, अनुशासन, निर्भीकता, पारदर्शिता, समयबद्धता, कर्तव्य निष्ठा, नियमितता और बलिदान जैसे मूलमंत्रों को अपने ह्रदय में धारण करने वाले,अपने आप में एक संस्था स्वरूप, नवयुवकों के साथ भारत को स्वस्थ,समृद्ध व संस्कारित बनाने का संकल्प लिये, परिषद् के भीष्म पितामह डॉ सूरज प्रकाश जी को उनकी जन्मशती के अवसर पर शत्-शत् नमन् है। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रम, महासचिव डॉ सतीश अग्रवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष ब्रज प्रकाश गुप्ता ने मार्गदर्शन किया। उन्हांेने कहा कि सूरजप्रकाश महामानव की परिकल्पना को साकार करते रहे। सामाजिक समरसता को स्थापित करने के लिए उन्होंने सेवा और संस्कार प्रकल्प संचालित किए। इस वेबिनार में जेके मोंगा, रश्मि मोंगा, डॉ महेंद्र असवाल, द्विजेंद्र पंत, हेमंत सिंह नेगी इत्यादि उपस्थित रहे।

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