बोर्ड की कोई जरूरत नहींः हरीश

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि जब सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था तो बोर्ड की क्या जरूरत थी। उन्होने कहा कि मन्दिरों की कमाई पर सरकार अपना नियंत्रण चाहती है। जिसके लिए यह बोर्ड बनाया गया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार आते ही वह सबसे पहले इस बोर्ड को समाप्त करने पर विचार करेगी। इधर केन्द्रीय नेतृत्व के आहवान पर कांगे्रसियों ने आज देश व्यापी प्रदर्शन किया। मंहगाई के खिलाफ दून व उत्तराखण्ड में भी प्रदर्शन हुए। प्रीतम सिंह ने कांग्रेस भवन में धरना प्रदर्शन किया तो हरीश रावत भी अपने समर्थकों के साथ बैलगाड़ी पर घूमते नजर आये। लेकिन इन अलग-अलग प्रदर्शनों के दौरान हिस्से हिस्से बंटी कांग्रेस का मुद्दा भी चर्चाओं में रहा।

Popular posts from this blog

व्यंजन प्रतियोगिता में पूजा, टाई एंड डाई में सोनाक्षी और रंगोली में काजल रहीं विजेता

नेशनल एचीवर रिकॉग्नेशन फोरम ने विशिष्ट प्रतिभाओं को किया सम्मानित

शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को एसएसपी को भेजा पत्र, DG शिक्षा से की विभागीय कार्रवाई की मांग