नैनीडांडा के प्रधानों की समस्या का हुआ समाधान धीरेंद्र प्रताप ने टाला मुख्यमंत्री आवास पर सत्याग्रह

देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप की पहल पर आज जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल धीरज गर्व्याल और नैनीडांडा विकास खण्ड  प्रधान संघ के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत के बीच हुई वार्ता के बाद आज नैनीडांडा के प्रधानों ने अपना कार्यबहिष्कार का फैसला वापस ले लिया।

 प्रदेश कांग्रेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि आज उनकी  पहल पर जिलाधिकारी पौड़ी धीरज गरबयाल और नैनीडांडा विकास खंड प्रधान संघ के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद पिछले 3 दिनों से चल रहा पैसे के आवंटन को लेकर हुआ विवाद टल गया और जिलाधिकारी के इस आश्वासन के बाद कि सभी प्रधानों को जिन्हें  अभी तक घ्1 भी कोरोना के बाद सहायता नहीं मिली है उनको राज्य सरकार द्वारा दिए गए घ्10000 की पहली किस्त चेक के द्वारा दे दी जाएगी। यह कार्य अगले दो दिनों में संपन्न हो जाएगा। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि एक और सरकार दावा कर रही है कि सब प्रधानों को पैसे पहुंचा दिए गए हैं लेकिन नैनीडांडा के लोगों के इसके लिए संघर्ष करना पड़ा और उनकी मध्यस्थता के बाद आज जिलाधिकारी ने कार्यवाहक उप जिलाधिकारी और बीडीओ को निर्देश दिए  हैं कि तत्काल उनको चेक के द्वारा पैसे दे दिए जाएं ताकि कोरोना राहत कैंपों में इस विकासखंड में रहे लोगों की सभी संभावित मदद प्रधान कर सकें। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि पहले प्रधानों को डिजिटल पेमेंट की बात कही जा रही थी जबकि नैनीडांडा विकास खंड में नेटवर्क की समस्या सदैव बनी रहती है और यही  नही प्रधानों को इसके लिए आवश्यक डोंगल अब तक उपलब्ध नही कराए गए थे। प्रधान संघ के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी धीरज गढ़वाल और कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेन्द्र रेंद्र प्रताप का आभार व्यक्त किया है। इसी के साथ धीरेंद्र प्रताप ने प्रधानों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के यहां घोषित अपने सत्याग्रह की घोषणा को भी वापस ले लिया है।

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