चारधाम यात्रा विरोध से कांग्रेस का उत्तराखंड व जनविरोधी चेहरा बेनकाबः भाजपा

देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने कांग्रेस द्वारा चार धाम यात्रा का विरोध करने पर कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि इससे कांग्रेस का उत्तराखंड विरोधी व जनविरोधी चेहरा फिर बेनकघब हुआ है।कांग्रेस नेता इतने कुंठित हो गए हैं कि भाजपा विरोध में अपना विवेक ही खो बैठे हैं।
   भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सुरक्षा के साथ उत्तराखंड के बाहर के श्रद्धालुओं के लिए भी चार धाम यात्रा खोलने का जो निर्णय लिया गया है वह सही कघ्दम है। इससे पहले नियमों के अंतर्गत केवल उत्तराखंड के लोगों के लिए  खोली गई यात्रा का कघ्दम सफल हो जाने के बाद अब अन्य प्रदेशों के लोगों के लिए यात्रा का खोला जाना बिल्कुल उचित है। इससे जहाँ अन्य स्थानों के श्रद्धालु चार धाम आकर देव दर्शन कर सकेंगे वहीं यात्रा से जुड़ी छोटी बड़ी आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी व इनसे जुड़े लोगों की आमदनी बढ़ने के साथ रोजगार भी बढ़ेगा। सरकार का यह कदम धार्मिक रूप से भी उचित है और आर्थिक विकास व रोजगार की दृष्टि से भी सही है। इस पर महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकार ने कोरोना काल से जुड़ी सभी जरूरी सावधानियों को ध्यान में रख कर प्रबंध किए हैं और श्रद्धालुओं पर भी जरूरी शर्तें लगाई हैं।
  श्री भगत ने कहा कि कांग्रेस इसका विरोध कर रही है और इससे साफ है कि कांग्रेस नेता न राज्य का भला चाहते हैं और न ही यहाँ की जनता का। वे नहीं चाहते कि राज्य व यहाँ की जनता कोरोना काल में जो समस्याएँ सामने आयी हैं उनसे बाहर निकले और लोगों की परेशानी कम हो। इससे उनका राज्य व जनविरोधी चेहरा जो उनका असली चेहरा है फिर सामने आया है। श्री भगत ने कहा कि कांग्रेस का हाल यह है कि चारधाम देवस्थानम प्रबंध बोर्ड पर उच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद भी वह बोर्ड को लेकर विरोध कर रही है। इस पर कांग्रेस नेता कहास्यास्पद बयान दे रहे हैं कि प्रदेश में सत्ता में आने के बाद वे बोर्ड को समाप्त कर देंगे। जबकि यह सच्चाई वे भी जानते हैं अगले चुनाव में कांग्रेस की हालत और खराब होने जा रही है।


Popular posts from this blog

व्यंजन प्रतियोगिता में पूजा, टाई एंड डाई में सोनाक्षी और रंगोली में काजल रहीं विजेता

नेशनल एचीवर रिकॉग्नेशन फोरम ने विशिष्ट प्रतिभाओं को किया सम्मानित

सहकारी बैंक भर्ती घोटाले पर राजभवन की खामोशी चिंताजनकः मोर्चा