Saturday, 22 August 2020

भावी पीढ़ी को संस्कारित करना वर्तमान समय की सबसे बड़ी मांगः शैलदीदी



-आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी का अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार प्रारंभ

हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के तत्त्वावधान में आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी का अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आज प्रारंभ हुआ। वेबिनार का शुभारंभ संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने वैदिक कर्मकाण्ड के बीच दीप प्रज्वलन कर शुभांरभ किया। इस अवसर पर अपने संदेश में शैलदीदी ने कहा कि भावी पीढ़ी को संस्कारित करने का सबसे सर्वोत्तम अवसर जीवात्मा का अपनी माँ के गर्भ में आने से प्रारंभ हो जाना चाहिए। यही से जीवात्मा को सुसंस्कार देना चाहिए। इससे आने वाली जीवात्मा निश्चित रूप से माँ के गर्भ में मिले संस्कार के अनुसार आगे बढ़ता है। इसका सबसे सफल उदाहरण माता शकुन्तला के जीवन से सिखा जा सकता है।
आओ गढ़े संस्कार पीढ़ी कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. गायत्री शर्मा ने कहा कि इस वेबिनार के माध्यम से भावी माताओं को उनके बच्चों की परवरिश के बारे जागरुक करना है। भावी माता एवं उनके परिवार वाले मनचाहे प्रवृत्ति वाले संतान की प्राप्ति कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे ऋषियों द्वारा बताये गये सूत्रों को वैज्ञानिकता के साथ जानने, समझने एवं तद्नुसार करने की आवश्यता है। परम पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी एवं माता भगवती देवी शर्मा ने इसके लिए वर्तमान परिस्थति को ध्यान में रखते हुए सरलतम पद्धतियों को बताया है एवं समझाया है। इसका पालन करते हुए हम अपने बालक को उसके व्यक्तित्व में चिंतन, चरित्र एवं व्यवहार में उत्कृष्टता, शालीनता जैसे अनेक दैवीय गुणों से युक्त तैयार सकते हैं। उन्होंने बताया कि नौ दिन चलने वाले इस वेबिनार में देश-विदेश के अनेक प्रतिष्ठित स्त्रीरोग विशेषज्ञ, वैज्ञानिकों के अलावा बड़ी संख्या में गायत्री परिवार के स्वयंसेवक भाई-बहिन शामिल हो रहे हैं।


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