प्रसंस्करण, विपणन, पैकेजिंग व प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी दी



अल्मोड़ा। एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना अल्मोड़ा विकासखण्ड हवालबाग के शीतलाखेत में जनजातीय परिवारों के उत्पादकों के उत्पादांें को बेहतर मूल्य हेतु भारत सरकार की जनजातीय मंत्रालय की संस्था (ट्राइफेड) के माध्यम से विपणन करने हेतु जनजातीय परिवारों के साथ एक सूक्ष्म गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान ंजिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, ट्राईफेड के प्रतिनिधि चमन सिंह, प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक, कैलाश चन्द्र भट्ट एवं मुख्य उद्यान अधिकारी टी एन पाण्डे, आई.एल.एस.पी.टीम से सहायक प्रबन्धक प्रदीप सिंह गुसाईं, राजेश मठपाल व खाद्य तकनीकी विशेषज्ञ शमशेर अली, आजीविका समन्वयक अर्जुन सिंह एवं क्षेत्र के स्थानीय लोगांें द्वारा प्रतिभाग किया गया।
ट्राईफेड के प्रतिनिधि चमन द्वारा गोष्ठी में जनजातीय परिवारों एव ंउत्पादक समूहों से संवाद किया गया। जनजातीय परिवारों एवं उत्पादक समूहों द्वारा ट्राईफेड के प्रतिनिधि को स्थानीय कृषि उपज सेब, राजमा, किवी, मूली, ककड़ी, सब्जियों एवं गैर कृषि उत्पाद जैसे दन, कालीन, पूजासन, योगा मैट आदि के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध कराई। इस क्रम में ट्राईफेड के प्रतिनिधि द्वारा ट्राइफेड की योजनाओं के सम्बन्ध मंे अवगत कराया। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि ट्राइफेड द्वारा जनजातीय परिवारों के बेहतर आय एवं आजीविका अवसर हेतु उनके द्वारा उत्पादित व निर्मित स्थानीय उपज एवं उत्पादों के बेहतर मूल्य में विपणन हेतु पूरे भारत में ट्राइब्स ब्राण्ड नाम से 127 आउटलेट का संचालन किया जा रहा है।जनजातीय परिवारों एव ंसमूहों के दक्षता विकास हेतु प्रसंस्करण, विपणन, पैकेजिंग व प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी दी गई। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि इसके अतिरिक्त ट्राइफेड द्वारा 150-200 परिवारों के समूह को वन-धन विकास केन्द्र के रूप मे ंस्थापित भी है, जिसे ट्राइफेड के माध्यम से वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाता है।
जिलाधिकारी द्वारा गोष्ठी में अवगत कराया गया कि गत माह सचिव, जनजातीय मंत्रालय, भारत सरकार व प्रबन्ध निदेशक, ट्राईफेड के साथ आहूत विडियोकान्फ्रेंसिंग के उपरान्त यह बैठक की गयी है । इस क्रम मे ंजिलाधिकारी महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में ट्राईफेड, जनजातीय परिवारों द्वारा निर्मित उत्पादों का विपणन अपने आउटलेट के साथ-साथ आॅन लाइन स्वयं की वेबसाइट के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे उत्पादको ंको उनके उत्पाद हेतु स्थानीय बाजार की तुलना मे ंआजीविका संवर्द्धन हेतु बेहतर मूल्य प्राप्त होगा। उन्होने बताया कि जनपद में ट्राईफेड के माध्यम से वन-धन केन्द्र स्थापित करने हेतु ट्राईफेड एवं शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जा रहा है। इससे पूर्व जिलाधिका ने उद्यान विभाग के कार्यक्रम नेशनल एप्पल मिशन के अन्तर्गत लगाये गये केे सेब के बगीचे का निरीक्षण किया।  मुख्य उद्यान अधिकारी टी0एन0 पाण्डे ने जानकारी देते हुये बताया कि महेन्द्र नेगी द्वारा एक एकड़ में सेब का बाग नेशनल एप्पल मिशन के अन्तर्गत विकसित किया है। इस बाग में मार्च 2019 में एक हजार सेब के पौधे लगाये गये हैं। इनमें जैरोमाइन, गेल गाला, सुपर चीफ, हनी क्रीप्स आदि वैरायटी के पौधे लगाये गये हैंै। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण सेब के बगीचे का अवलोकन किया और श्री नेगी की तारीफ करते हुये कहा कि उनके द्वारा बहुत अच्छी मेहनत इस बगीचे में की गयी है। यह स्वरोजगार की ओर बेहतर कदम है।


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