नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड राज्य निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले दिल्ली और आसपास के उत्तराखंड आंदोलनकारियों ने जाने-माने आंदोलनकारी अवतार सिंह नेगी की अध्यक्षता में संपन्न एक बैठक में फैसला किया कि जब भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली आएंगेतो दिल्ली और एनसीआर के आंदोलनकारी उनके सम्मुख सत्याग्रह करेंगे और जो आंदोलनकारी चिन्हिकरण से छूट गए हैं उनके चिन्हकरण की जल्द से जल्द किए जाने की मांग करें। इस आशय का ऐलान यहां करते हुए उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री और चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि 3 साल से उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक भी व्यक्ति का चयन नहीं किया। जिसकी वजह से उत्तराखंड आंदोलनकारियों में भारी रोष है। करीब 317 लोगों का चिन्हिकरण हरीश रावत की सरकार थी तो दिल्ली के लोगों का चयन किया गया था ।लेकिन उन सब की कार्रवाई देहरादून के गृह मंत्रालय में दफन कर दी गई है। दिल्ली के आंदोलनकारी यहां के प्रेस क्लब में मिले और उन सब ने सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सम्मुख सत्याग्रह किए जाने का फैसला लिया। इस बैठक में धीरेंद्र प्रताप अवतार सिंह नेगी कांग्रेश के संयुक्त सचिव हरिपाल रावत दिल्ली चीनी राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष बृजमोहन संवाद दिल्ली वंचित आंदोलनकारी समिति के संरक्षक मनमोहन शाह और आंदोलनकारियों कुशाल जीना समेत प्रमुख आंदोलनकारियों ने भाग लिया।
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