दूसरे राज्यों को पानी पिलाने वाले उत्तराखंड वासियों के हलक सूखेः आप

देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व मसूरी विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी नवीन पिरशाली ने कहा कि उत्तराखंड के कई इलाकों में पानी को लेकर हाहाकार मचा है। जनता हलकान है और बूंद बूंद पानी के लिए भटक रही। ये हालात तब है जब मां गंगा,मां यमुना समेत कई नदियां यहीं से निकल कर बहती हैं और करोड़ों लोगों की प्यास समेत अन्य जरूरतों को पूरा करती लेकिन उत्तराखंड सरकार के मुखिया की नाकामी देखिए,दिए तले अंधेरा है। एक तरफ सीएम त्रिवेंद्र रावत कहते एक रुपए में कनेक्शन मिलेगा, खुद प्रधानमंत्री भी पहाड़ों में महिलाओं को पानी की समस्या को लेकर बीते दिनों कह रहे थे और सीएम की तारीफ पानी को लेकर कर रहे थे। लेकिन यहां हालात बद से बदतर नजर आ रहे।
रोजाना पानी को लेकर खबरें अखबारों में मिलती हंै। जनता पानी की तलाश में है और सरकार केंद्र से अपनी पीठ थपथपा रही है। आप प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि प्रदेश में पानी की समस्या कोई नई समस्या नहीं है प्रदेश में जितनी भी सरकारें आई इस समस्या से अच्छी तरह से सभी वाकिफ थी, लेकिन अभी तक किसी ने भी इस समस्या को गंभीरता से नहीं देखा और इसे मामूली सी समस्या मानकर दरकिनार कर दिया, प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार को भी सत्ता में आने से पहले यह अच्छी तरह मालूम था कि प्रदेश की कई दूरस्थ इलाकों में पानी की समस्या है, लेकिन साढे 3 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक इस समस्या का निदान नहीं किया बल्कि अब मीटर लगा कर पानी के खपत के आधार पर भुगतान की तैयारी हो रही। मसूरी अनारवाला के लिए स्वीकृत 2 करोड़ 7 लाख की योजना  2014 से  अभी तक बजट के चलते रुकी है, मसूरी कैम्पटी रोड स्थित श्रीनगर स्टेट और संतुला देवी परिसर में रहने वाले निवासियों ने जल संस्थान को ज्ञापन देकर जलापूर्ति करने की मांग की, जबकि पेयजल के लिए कई योजनाएं भारत सरकार और राज्य सरकार चला रही,वर्ल्ड बैंक इसके लिए पैसे भी देता लेकिन सरकार की नाकामी के चलते अधिकारी भी नींद में सोए है उनको जनता के लिए कोई सरोकार नहीं दिखता है।


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