त्रिवेंद्र सरकार अपना नैतिक आधार खो चुकीः हेमा भंडारी
हरिद्वार। आम आदमी पार्टी द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश का स्वागत करते हुए एक विरोध प्रदर्शन कर उनके नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग की गई। इस अवसर पर पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार द्वारा एक फेसबुक पोस्ट पर मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाए गए थे। जिसपर एक याचिकाकर्ता द्वारा दायर याचिका को उच्च न्यायालय ने निरस्त कर त्रिवेंद्र रावत पर लगे। भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच के आदेश दिए जिसका आम आदमी पार्टी स्वागत करती है। इसकी निष्पक्ष जांच हो। इसके लिए मुख्यमंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग करती है। प्रदेश के इतिहास में ये पहला मामला है जब किसी मुख्यमंत्री पर न्यायालय द्वारा सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हो।
मुख्यमंत्री को पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा देकर सीबीआई जांच में सहयोग करना चाहिए। पूर्व विधानसभा प्रभारी अनिल सती ने कहा की कल जिस तरह राज्य सरकार सीबीआई जांच के डर से सर्वोच्च न्यायालय चली गयी उससे स्पष्ट होता है कि दाल में गड़बड़ नही पूरी दाल ही काली है यदि त्रिवेंद्र रावत पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप निराधार है तो फिर उन्हें सीबीआई जांच का सामना कर पूरा सहयोग करना था। सरकार पूरे प्रकरण की लीपापोती में लग गयी है ।त्रिवेंद्र रावत जीरो टॉलरेन्स की बात करते है परंतु खुद भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाते है। त्रिवेंद्र सरकार अपना नैतिक आधार खो चुकी है। इनको सत्ता में बने रहने का कोई हक नही है। इनके विधायक भी समय समय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके है अफसरशाही हावी है।
आम आदमी पार्टी का आज पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के जरिये त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे की मांग करती है। इस अवसर पर मुख्य रूप से हेमा भण्डारी, अनिल सती, पवन कुमार, अर्जुन सिंह,राकेश लोहट, एडवोकेट सचिन बेदी, संजू नारंग, ममता सिंह, गीता देवी, राकेश यादव, प्रवीण कुमार, सुरेश कुमार, शाह अब्बास आदि मौजूद रहे।