देहरादून। पिछले साल नौ नवंबर को उत्तराखंड के फाउंडेशन डे पे आर.जे. काव्य ने अपनी मातृभूमि उत्तराखंड को एक सौगात देने की बात कही थी। आर.जे. काव्य ने जब अपने फेसबुक पेज पे लाइव आकर ये कहा था की - वो ष्ओहो रेडियो उत्तराखंडष्, देवभूमि का पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन लाने जा रहे हैं, तो उसे लाखों लोगों ने देखा था और अपना ढेर सारा प्यार और सहयोग ये कहते हुए दिया था की - ष्आर.जे. काव्य आप आगे बढिये, पूरा उत्तराखंड आपके साथ है.ष् उस पल आर.जे. काव्य भावुक भी हो गए थे. उस दिन से उनसे यही सवाल पूछा जा रहा था की - ओहो रेडियो को लोग कब सुन पाएंगे? अब ये बताते हुए आर.जे. काव्य को बेहद गर्व हो रहा है की - ओहो रेडियो अब उत्तराखंड को समर्पित हो चुका है और आप ओहो रेडियो का ऐप्प गूगल प्ले स्टोर और आई फोन के एप्प स्टोर से डाउनलोड कर के सुन सकते हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने इसका उद्घाटन किया. उन्होंने कहा की - ष्इंटरनेट के इस जमाने में जब हर कोई डिजिटल माध्यम से जुड़ रहा है, ऐसे में आर.जे. काव्य द्वारा रेडियो को डिजिटल मीडियम पे लाने की ये कोशिश बहुत सराहनीय है. अब उत्तराखंड की हर बात ओहो रेडियो के जरिए पूरे उत्तराखंड के साथ-साथ बाहर रह रहे लोगों तक पहुंचेगी. साथ ही देवभूमि के वो लोग जो देश के बाकी शहरों में और विदेशों में बसे हुए हैं, उन्हें अपने गाँव-घर और पहाड़ से जोड़ेगी. मेरी शुभकामनाएं काव्य जी के साथ हैं। देव भूमि के लोग आर.जे. काव्य को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं. एफ.एम. रेडियो के क्षेत्र में पिछले 12 सालों में आर.जे. काव्य ने जो कुछ भी सीखा, उसे पिछले तीन सालों से उत्तराखंड की भलाई के लिए लगाया. उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान, म्यूजिक, पहनावा, बोलचाल - इन सारी चीजों की खोती हुई पहचान को बचाने के लिए आर.जे. काव्य लगातार प्रयास करते आ रहे हैं. काव्य की पहल ष्एक पहाड़ी ऐसा भीष् को देख कर उत्तराखंड के लोगों का खुद को पहाड़ी कहने का गर्व और मजबूत हुआ. अपने पहाड़ों के लिए कुछ अलग करने का जज्बा ही है, जिससे आर.जे. काव्य को ओहो रेडियो की शुरुवात करने की प्रेरणा मिली। अब ओहो रेडियो को सफल बनाने की जिम्मेदारी आपकी है. ष्सोच लोकल, अप्रोच ग्लोबलष् का विजन लिए संगीत, साहित्य, स्पोर्ट्स, करियर, पलायन, समाज और उत्तराखंड की हर बात को ओहो रेडियो अपनी आवाज देगा। ओहो रेडियो उत्तराखंड का पहला डिजिटल रेडियो है, जिसे आप ओहो रेडियो का ऐप डाउनलोड कर के कहीं भी सुन सकते हैं. पूरे उत्तराखंड के साथ-साथ दुनिया भर में जहां कहीं भी इंटरनेट चलता है, वहां अब आप ओहो रेडियो को सुना जा सकेगा. हमेशा की तरह अपना प्यार और सपोर्ट अपने उत्तर का पुत्तर आर.जे. काव्य को देते रहिए और सुनते रहिये ओहो रेडियो उत्तराखंड, मेरे हिल की धड़कन। इस मौके पर विधायक गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।

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