मां सरस्वती के पूजन में दिखी पूर्वांचल की लोक परंपरा और संस्कृति की झलक

हरिद्वार। बसंत पंचमी के अवसर पर तीर्थ नगरी हरिद्वार में पूर्वांचल का सूरज गौरवशाली तरीके से चमकता दिखाई दिया। श्री अवधूत मंडल आश्रम हीरादास हनुमान मंदिर में आयोजित मां सरस्वती का पूजन में पूर्वांचल की लोक परंपरा और संस्कृति की झलक देखने को मिली। जिसे देखकर हरिद्वार वासी आनंद विभोर हो गए। पूर्वांचल उत्थान संस्था के भव्य और दिव्य कार्यक्रम को देखकर लोग आश्चर्यचकित दिखाई दिए। वैसे तो पूर्वांचल के लोग बरसों से सरस्वती पूजा का कार्यक्रम करते चले आ रहे हैं लेकिन पहली बार महामंडलेश्वर स्वामी संतोष आनंद देव जी महाराज के सानिध्य में श्री अवधूत मंडल आश्रम हीरादास हनुमान मंदिर में पूर्वांचल उत्थान संस्था की ओर से भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी चारों ओर चर्चा जारी है। आम लोगों की राय में एक और जहां हरिद्वार के अधिकांश पतंगबाजी में व्यस्त रहे। वहीं पूर्वांचल के लोग जगह जगह मां सरस्वती की आराधना कर रहे थे। लोक परंपरा और संस्कृति का अद्भुत संगम सरस्वती पूजा में देखने को मिला। पूर्वांचल उत्थान संस्थान के तत्वाधान में आयोजित सरस्वती पूजा, विद्यारंभ संस्कार एवं संत समागम के साथ कवि सम्मेलन के विशाल आयोजन के साथ पूर्वांचल के गौरवशाली परंपरा को में बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने देखा भक्ति भाव से मां सरस्वती की पूजा आराधना की। संत महंतों के साथ अधिकारियों एवं आम जनों ने पूर्वांचल के लोगों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की एवं पूर्वांचल उत्थान संस्था के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम अध्यक्ष बीएन राय संस्था के महासचिव सूर्य नारायण झा, कार्यकारी अध्यक्ष आशुतोष पांडे, सिडकुल इकाई के महासचिव राकेश शर्मा, कनखल इकाई अध्यक्ष काली प्रसाद साह, उपाध्यक्ष भोगेन्द्र झा, महासचिव विष्णुदेव साह, डॉ नारायण पंडित, कामेश्वर यादव, विकास झा ,ज्ञान प्रकाश पाण्डेय, दयाशंकर वर्मा, संतोष कुमार सहित अन्य सदस्यों ने दिन रात कड़ी मेहनत की।

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