Monday, 31 May 2021

उत्तराखंड में आठ जून तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू

देहरादून। उत्तराखंड में आठ जून तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। अब सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी। वहीं, अब एक और पांच जून को परचून की दुकानें सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक खुलेंगी। वहीं, सिर्फ एक जून को स्टेशनरी की दुकानें भी खुलेंगी। यह जानकारी शासकीय प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि को चैथे चरण में आठ जून तक बढ़ा दिया गया है। इस बार इसमें आंशिक संशोधन किए गए हैं। प्रदेश में फल-सब्जी, मांस-मछली, दूध की दुकानें, बेकरी उत्पाद यूनिट अब सुबह आठ से दोपहर एक बजे तक खुली रहेंगी। अब तक यह समय सीमा सुबह आठ से 11 बजे तक थी। परचून की दुकानें एक और पांच जून को खुलेंगी। इस दौरान जरूरी वस्तुओं की खरीद को आवाजाही की छूट रहेगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने 10 मई को दोपहर एक बजे से 18 मई तक प्रथम चरण का कोविड कर्फ्यू लगाया था। द्वितीय चरण में इसकी अवधि 25 मई सुबह छह बजे तक बढ़ाई गई। तीसरे चरण में इस अवधि को एक जून सुबह छह बजे तक बढ़ाया गया।

जिला चिकित्सालय में 500 एलपीएम के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को शीघ्र पूर्ण करने के दिए निर्देश

टिहरी/देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय के आपातकालीन सेवा, आईसीयू, नवजात शिशु वार्ड जनरल ओपीडी, अस्थि रोग वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने आईसीयू में भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना वहीं भर्ती मरीजों से भोजन, दवाएं, स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर भी फीडबैक लिया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन 500 एलपीएम के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिए। ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां से 80 बैड के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिला चिकित्सालय केवल रेफर सेंटर न बना रहे इस हेतु उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में आने वाले हर प्रकार के रोगी का उपचार सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, विधायक टिहरी डॉ. धन सिंह नेगी, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

जल-जीवन मिशन की पेयजल परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के मंत्री ने दिए निर्देश

देहरादून। प्रदेश के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने पेयजल विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि कोरोना के साथ विकास सम्बंधित कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जल-जीवन मिशन के अन्तर्गत विभिन्न पेयजल परियोजना कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। विधानसभा में पेयजल विभाग के अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिया कि पम्पिंग योजना को प्राथमिकता दिया जाए और युद्ध स्तर पर पेयजल योजनाओं को लागू किया जाए। जिसमें पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने निर्देश दिए कि समय पर समस्त डीपीआर तैयार कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आॅनलाइन बैठक को महत्व दिया जाए और आवश्यकता पड़ने पर पेयजल योजना से सम्बन्धित डीपीआर को घर बैठकर भी तैयार कर लिया जाए। इस अवसर प्रभारी सचिव पेयजल आर0 राजेश कुमार, प्रबन्ध निदेशक उदयराज, महाप्रबन्धक एस.के. शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सीएम ने किया 95 करोड़ 73 लाख 78 हजार की 42 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण

टिहरी/देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने टिहरी दौरे के दौरान टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज में कुल 95 करोड़ 73 लाख 78 हजार की लागत की कुल 42 योजनाओं का शिलान्यासध्लोकार्पण किया। जिसमे से 59 करोड़ 18 करोड़ 32 लाख की 21 योजनाओं का लोकार्पण व 36 करोड़ 55 लाख 46 हजार की 21 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। लोकार्पित योजनाओं में लोनिवि की 5, सिंचाई की 4, आरईएस की 5, पीएमजीएसवाई की 5, पर्यटन विभाग की 2 योजनाएं शामिल है। वहीं शिलान्यास में लोनिवि की 4, आरईएस की 9, पीएमजीएसवाई की 01 व पेयजल निगम की 07 योजनाएं शामिल है। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज से वर्चुल माध्यम से गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस देवप्रयाग में बने 70 बैड के कोविड केयर सेंटर का लोकार्पण किया। इस कोविड केयर सेंटर से 53 हजार आबादी को कोविड उपचार के लिए लाभ मिल सकेगा। इस दौरान कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक टिहरी डॉ धन सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट, उपाध्यक्ष ओबीसी आयोग संजय नेगी मौजूद रहे।

Sunday, 30 May 2021

प्रदेश में 1226 नए कोरोना संक्रमित मिले, 32 मरीजों की मौत

देहरादून। उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 1226 नए कोरोना संक्रमित मिले वहीं, 32 मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 328338 हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रविवार को 28923 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 50 दिन के बाद प्रदेश में सबसे कम 1226 नए मरीज मिले हैं। नौ अप्रैल को 748 संक्रमित मामले सामने आए थे। बीते 24 घंटे में पिथौरागढ़ में 276, देहरादून में 241, हरिद्वार में 159, पौड़ी में 100, टिहरी में 94, ऊधमसिंह नगर में 89, चमोली में 87, नैनीताल में 59, रुद्रप्रयाग में 50, उत्तरकाशी में 24, अल्मोड़ा में 21, चंपावत में 22, बागेश्वर जिले में चार संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में मरीजों की मौत का आंकड़ा 6401 हो गया है। वहीं, 1927 मरीज ठीक हुए हैं। इन्हें मिला कर 285889 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ज्यादा मरीज स्वस्थ होने से सक्रिय मामले कम हो रहे हैं। वर्तमान में 30357 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 87.07 प्रतिशत और संक्रमण दर 6.89 प्रतिशत दर्ज की गई। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार धीमी होती जा रही है। साथ ही कोरोना मरीजों की मौतें भी घट रही हैं। सात दिन में 42 हजार से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं। अब तक कुल 327112 संक्रमितों में से 283962 स्वस्थ हो चुके हैं। सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर भी कम हो रही है। राज्य में कोरोना संक्रमण काल के 441 दिन पूरे हो गए हैं। अब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीमी हो गई है। लगातार नए मरीजों की तुलना में अधिक स्वस्थ हो रहे हैं। बीते सप्ताह 23 से 29 मई तक प्रदेश में दूसरी बार सबसे अधिक 42532 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। वहीं, पिछले सप्ताह में संक्रमण दर भी घट कर 6.44 प्रतिशत दर्ज की गई। प्रदेश में संक्रमित मामले और मरीजों की मौतें घट रही हैं। प्रदेश में कोविड काल में अब तक 47.34 लाख से ज्यादा सैंपलों की जांच की गई।

कोविड जागरूकता में बेहतर कार्य करने वालों की मुख्यमंत्री ने थपथपाई पीठ

देहरादून। सेवा ही संगठन पार्ट 2 कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पौड़ी व अल्मोड़ा के कार्यकर्ताओं से वर्चुअली संवाद किया। कार्यक्रम के अंतर्गत महामारी में मदद कर रहे पौड़ी व अल्मोड़ा के कार्यकर्ताओं व क्षेत्रवासियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में चहुंमुखी विकास हुआ है और कोरोना के हालात भी नियंत्रित हुए हैं। अपने वर्चुअली संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी है। इसके खिलाफ सभी संगठित हो कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में पिछले दिनों के अपेक्षा अब स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। प्रदेश में चल रहे कोविड कर्फ्यू के साथ ही गाइड लाइन का भी लोगों ने पालन किया। इसी का नतीजा है कि आज हम बेहतर स्थिति में आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ गुना से अधिक टेस्टिंग हो रही है ताकि बीमारी का समय रहते पता चल सके। इसके लिए शहरों से लेकर गांवों तक किसी को भी कोई परेशानी ना हो सरकार ने इसके लिए पूरी व्यवस्थाएं की हैं। गांवों में चिकित्सकीय टीमें काम कर रही हैं। वहां दवा से लेकर राशन तक की व्यवस्था की गई है। प्रयास रहेगा के प्रदेश में जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक आक्सीजन प्लांट लगाए जाएं, ताकि कहीं भी आक्सीजन संबंधी दिक्कत ना हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग में अधिकांश का टीकाकरण किया जा चुका है। बच्चों की सुरक्षा के लिए भी प्रदेश में समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। किसी भी स्थिति में परेशानी वाली कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड की विकट स्थितियों का हम सबने डटकर मुकाबला किया है। कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही आमजनमानस ने भी एक दूसरे सहयोग व मदद में जिस मनोयोग से काम किया है, उसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।

प्रदेशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव पहुँँचकर किये सेवा कार्य

देहरादूना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल को पूर्ण होने पर पूरे प्रदेश में कोरोना नियंत्रण एवं पर प्रभावितों की मदद के लिए पार्टी द्वारा चलाये जा रहे सेवा ही संगठन अभियान के तहत प्रदेश भर में भाजपा के सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्त्ताओं ने गांवों में सेवा कार्य किया। जरुरतमन्दो को मास्क, सैनिटाइजर, राशन किट और अन्य जरुरी सामान भी वितरित किया। जिला देहरादून के ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के प्रतीतनगर बाल्मीकि बस्ती मे आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत कुमार गौतम व विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एवं हरिद्वार में श्री दुष्यंत व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कलियर के भौरी गाँव सहित हरिद्वार विधानसभा के कई स्थानों राहत सामग्री का वितरण किया। ऋषिकेश विधानसभा में श्री गौतम ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल के साथ जरूरत मन्दो को राशन किट, मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित किए गए। इस अवसर पर दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए संगठन द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । साथ ही साथ जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है ।श्री गौतम ने कहा कि इस बारे में कुछ भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं । लेकिन लोगो को उन पर ध्यान न देकर दो गज की दूरी है जरूरी ,मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग अवश्य करना है। कोरोना संक्रमण से बचाव का यही एकमात्र उपाय है।उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान भाजपा सरकार द्वारा समर्पित भाव से देश भर में लोगों की सेवा की। इस कठिन दौर में स्वयं भी बचाना है और देश को भी बचाना है स श्री गौतम ने भाजपा द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश में गावं गांव में कार्यकर्त्ताओं ने सेवा अभियान चलाया। जरुरतमन्दो को मास्क, सैनिटाइजर, किट और अन्य जरुरी सामान वितरित किया गया। बूथ स्तर तक आम लोगों तक पहुँँच रही और कोरोना के खिलाफ उसके अस्तित्व मिटने तक जंग जारी रहेगी। सेवा ही संगठन है कार्यक्रम में इसके अलावा प्रदेश प्रभारी तथा राष्ट्रीय महामंत्री श्री दुष्यंत कुमार गौतम और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कलियर विधानसभा के भारापुर भौंरी व हरिद्वार में कई स्थानों पर जरूरतमंदों को राशन किट सहित अन्य आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया गया। प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय धर्मपुर विधानसभा के जीआरडीडी अकेडमी में आयोजित रक्तदान शिविर में, सांसद अजय भट्ट हल्द्वानी, रामनगर , कोटाबाग, सांसद अजय टम्टा अपनी लोकसभा के बजेटी गांव में, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल हरिद्वार जिले के भगवानपुर व रुड़की विधानसभा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत डोईवाला विधानसभा के नवादा में आयोजित रक्तदान शिविर में सेवा कार्यों में सम्मिलित हुए। प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी थानों गाँव में सुरेश भट्ट ने रायपुर के नुनूरखेड़ा व धर्मपुर के सरला अकेडमी में रक्तदान शिविर में कुलदीप कुमार ने विकासनगर विधानसभा के बरोटीवाला, लक्ष्मीपुर व हरबर्टपुर वैरागीवाला में आयोजित रक्तदान शिविर व सेवा के कार्यक्रम में जरूरतमंदों की सहायता की।

26 पेटी अंग्रेजी शराब के साथ एक गिरफ्तार, एक फरार

ऋषिकेशा। कोतवाली पुलिस ने कोविड कर्फ्यू के दौरान शराब तस्करी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से कार में छह पेटी और उसकी निशानदेही पर एक गोदाम से 20 पेटी अंग्रेजी शराब की बरामद की गई है। तस्कर का सहयोगी मौके से फरार हो गया। पुलिस तस्कर की कॉल डिटेल के आधार पर उस को संरक्षण देने वाले सफेदपोश लोगों की कुंडली खंगाल रही है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि अवैध शराब और मादक पदार्थों की बिक्री के खिलाफ एसएसपी के आदेश पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अनुपालन में गठित टीम ने बीती देर सायं गढ़ी तिराहा श्यामपुर के पास चेकिंग के दौरान एक सेंट्रो कार को चेकिंग के लिए रोका तो उसके चालक ने अपनी कार तेजी से आगे की और भगा दी। जिस पर पुलिस टीम ने उसका पीछा किया। जिसके बाद उसका चालक कार छोड़कर भाग गया। मौके पर ड्राइवर सीट के बगल में बैठे व्यक्ति को पकड़कर गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें छह पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद हुई। पकड़े गए युवक से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह माल अक्षत नाम के व्यक्ति का है। जिसने नेपाली तिराहे के पास गोदाम बना रखा है, जहां पर अभी भी शराब की पेटियां रखी हुई हैं। उक्त आरोपित की निशानदेही पर उपरोक्त गोदाम में जाकर तलाशी ली गई तो वहां पर 20 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब अलग-अलग चंडीगढ़ मारका रॉयल स्टाइल व फोर्स वन मार्का बरामद हुई। पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में आशीष कुमार श्रीवास्तव पुत्र जयप्रकाश निवासी रुस्तमपुर जिला गोरखपुर हाल निवास बनखंडी ऋषिकेश को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर गिरफ्तार आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मुझे अक्षत नाम के व्यक्ति ने कुछ दिन पहले ही काम पर रखा है। यह माल अक्षत का है तथा उसने नेपाली तिराहे के पास एक एक गोदाम बना रखा है। जहां से हम लोग यह छह पेटी अंग्रेजी शराब लेकर आए हैं। वहां पर शराब की और पेटियां भी रखी हुई हैं। कोविड- कर्फ्यू के कारण सभी जगह शराब के ठेके बंद हो रखे हैं। जिस कारण आजकल शराब दोगुनी तिगुनी कीमत में आसानी से बिक रही है। पकड़े गए आरोपित से अन्य शराब तस्करों व गोदाम मालिक के विषय में पूछताछ की जा रही है। आरोपित के विरुद्ध कोतवाली ऋषिकेश में आबकारी अधिनियम की के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि फरार आरोपित की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित की गई है। गिरफ्तार आरोपित की कॉल डिटेल निकाल कर शराब तस्करी में उसका सहयोग करने वाले सफेदपोश की भी जानकारी जुटाई जा रही है। ---------------------------------------------------

परमार्थ निकेतन पहुंची ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर की पहली खेप

-स्थानीय अस्पतालों, कोविड केयर सेंटर और होम आइशोलेशन में रह रहें रोगियों को सप्लाई कि जायेगी ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन द्वारा विगत 1 वर्ष से अधिक समय से परमार्थ योग और ध्यान केन्द्र, सर्वसुविधा युक्त कमरे, परमार्थ अस्पताल, परमार्थ कोविड केयर सेंटर आदि कोरोना से पीड़ित लोगों की सेवा हेतु कोरोना काल में शासन को सौंप दिये गये हैं। वहां पर पौड़ी प्रशासन और उत्तराखंड सरकार के सहयोग से सेवायें सुचारू रूप से चल रही हैं। कोविड केयर संेटर में सेवायें दे रहें चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के आवास और भोजन की सुविधायें भी परमार्थ निकेतन आश्रम करता रहा है। अभी प्रशासन द्वारा वैक्सीनेशन कार्य भी परमार्थ अस्पताल में बहुत कुशलता से हो रहा है। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत में कोविड से संक्रमित मामलों में अत्यधिक उछाल के वक्त परमार्थ निकेतन ने 100 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर मंगाने का प्लान किया था उसकी पहली खेप में 25 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर पहुंच गये हैं। साथ ही आक्सीमीटर, थर्मामीटर, नेबुलाइजर, स्टीमर भी जरूरत के आधार पर स्थानीय अस्पतालों, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों तथा जरूरत मंदों को दिये जायेंगे। परमार्थ निकेतन द्वारा कोविड पीड़ित रोगियों को समय पर ऑक्सीजन मिल सके तथा आॅक्सीजन की कमी को भी दूर किया जा सके इस हेतु परमार्थ निकेतन की दो एम्बुलेंस लगातार आसपास के एरिया और गांवों में निःशुल्क आॅक्सीजन की आपूर्ति कर रोगियों की सेवा कर रही हैं। परमार्थ निकेेतन आश्रम में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, जहां रोगियों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ-साथ मेडीकल एड उपलब्ध कराने का भी प्लान बनाया गया है। परमार्थ निकेतन इस समय निराश्रित संतों और जरूरतमंदों के लिये प्रतिदिन शुद्ध एवं सात्विक भोजन और जल की व्यवस्था भी लगातार कर रहा है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने जानकारी देते हुये कहा कि 25 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर की पहली खेप एवं अन्य चिकित्सा सामग्री परमार्थ निकेतन पहुंच गयी है इस हेतु पूना निवासी श्रीमती ऋतु और प्रकाश छाबड़िया जी द्वारा किये गये सहयोग की भी स्वामी जी ने प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया। स्वामी जी ने कहा कि इस समय लोग पीड़ित हैं और परेशान है यही समय है जब अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ हमें अपनी ह्मयूमैनिटी (मानवता) की रक्षा हेतु आगे आना होगा, ये कमाने का नहीं बल्कि काम आने का वक्त है अतः एक दूसरे के काम आयें। परमार्थ निकेतन ने निश्चय किया है कि इस क्षेत्र के रोगियों को आॅक्सीजन की कमी न होने पाये चाहे वे अस्पताल में हो या कोविड केयर सेंटर में या घर पर सभी तक आक्सीजन पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा।

हिंदी पत्रकारिता एक विवेचनः कलम न होती तो शायद विश्व में ज्ञान का अस्तित्व न होता

-डा. वी.डी. शर्मा- देहरादून। सनातन काल से कलम साधना की श्रेष्ठ परम्परा रही है। कलम न होती तो शायद विश्व में ज्ञान का अस्तित्व न होता। ज्ञान न होता तो फिर क्या होता ? तो इस बात का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। ब्रह्मा जी के मानस पुत्र देवर्षि ऋषि नारद जी इस भूमण्डल के प्रथम सूचनादाता (पत्रकार) थे। उनको तीनों लोक में कहीं भी किसी समय पहुंचने का वरदान प्राप्त था। वे सूचना देने के साथ साथ उत्पन्न समस्या व उसका समाधन भी बताते थे। ये एक पत्रकारीय गुण था। इनके बाद सूचना का माध्यम कबूतर व बाज भी बने। सूचना का माध्यम आकाशवाणी का भी जिक्र आता है। कंस व राजा जनक के समय धनुष भंग में आकाशवाणी का जिक्र आता है। ततपश्चात सूचना का माध्यम मुनादी (ढोल, नगाड़ा, डुगडुगी) बनी, जो गांव गांव में ढोलवाला देता था। कागज की उत्तपत्ति से पूर्व ताम्रपत्र पर भी लिखकर कर सूचना भेजने की परम्परा रही। कार्यकुशल गुप्तचर भी सूचना प्रेषण का कार्य करते थे। लेखन भाषा के विकास के बाद शिलालेख की परंपरा रही। आखरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के समय ष्शिराज-उलष् नामक अखबार हाथ से लिखा हुआ निकला। वर्ष 1766 में भारतवर्ष में अंग्रेजी पत्रकारिता का उदय हुआ। विलयम बोल्टस को अंग्रेजी पत्रकारिता का आदि पुरुष कहा जाता है। अंग्रेजों ने बौखला कर विलयम बोल्ट्स को लंदन भेज दिया। 29 जनवरी 1780 को बंगाल के कलकत्ता से बंगाल गजट का प्रकाशन शुरू हुआ। 30 मई 1826 को पं. जुगलकिशोर के सम्पादकत्व में हिंदी का पहला अखबार उदन्त मार्तंड निकला। तब से इस दिवस को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 30 मई को हिंदी पत्रकारिता के रूप में देश विदेश में हिंदी प्रेमी पत्रकारों द्वारा जोर शोर से मनाया जाता है। इस दिन विषय गोष्ठी, सेमिनार, अभिनंदन समारोह आदि का आयोजन होता है। 11 जून 1846 को उदन्त मार्तण्ड 5 भाषाओं में निकाला गया। 1848 में पं. प्रेम नारायण के सम्पादकत्व में इंदौर से मालवा निकला। ततपश्चात सर्वहितकारी, धर्मप्रकाश, तत्वबोधनी, सत्य दीपक, सुधावर्षन आदि अखबार निकले। 1885 में कालाकांकर से दैनिक हिंदुस्तान निकला, जिसके सम्पादक रामपाल भाटी थे। इसी दौरान केसरी व मराठा निकले। 1900 में पं. महावीर प्रसाद द्विवेदी जी ने ष्सरस्वतीष् निकाला। लोकमान्य तिलक ने 1890 में पूना से ष्केसरीष् का प्रकाशन शुरू किया। वहीं इसी दौरान पं. मदनमोहन मालवीय जी ने इलाहाबाद से ष्अभ्युदयष् निकाला। 1909 में पं. सुंदरलाल जी ष्कर्मयोगीष् तथा गणेश शंकर विद्यार्थी जी ने ष्प्रतापष् का प्रकाशन शुरू किया। इंदु पत्रिका निकली, पं. मोती लाल नेहरू ने ष्इंडिपेंडेसष् निकाला। गांधी जी ने यंग इंडिया, हरिजन व नवजीवन अखबार निकाले। इसके बाद ष्आजष्, ष्कर्मवीरष् व ष् ष्नवभारत टाइम्सष् आदि का प्रकाशन शुरू हुआ। देश की पत्रकारिता को दो हिस्सों में बांट कर देखा जा सकता है, एक – स्वतंत्रता से पूर्व की पत्रकारिता व दो- स्वतंत्रता से बाद की पत्रकारिता। दोनों के मकसद अलग-अलग रहे। 1826 से लेकर 2021 के बीच की पत्रकारिता को भी पांच काल (हिस्सों) में बांटकर देखा जा सकता हैरू- 1826 से 1867 (हिंदी पत्रकारिता का प्रारम्भिक युग), 1867 से 1900 (भारतेंदु युग कवि वचन), 1900 से 1920 (पं.महावीर प्रसाद द्विवेदी युग, सरस्वती व भारत मित्र), 1920 से 1947 (गांधी जी युग, यंग इंडिया, हरिजन व नवजीवन), 1947 से वर्तमान (आधुनिक युग )। यह उल्लेखनीय है कि पत्रकारों की कोई आचार संहिता नहीं थी, जो पत्रकारो ने स्वनिर्मित कर ली। रेग्युलेशन आफ प्रिंटिंग प्रेस एन्ड न्यूज पेपर्स एक्ट 1857 बना। 1867 में गलघोंटू प्रेस अधिनियम बना। तत्कालीन सरकारों द्वारा ऑफिसियल सीक्रेट्स अधिनियम 1889 व राजद्रोह अधिनियम 1898 लाकर पत्रकारों के समक्ष अवरोध पैदा किये गए। बीच-बीच में अपने कृत्य छिपाने हेतु राज्य सरकारों द्वारा ष्बिहार बिलष् पत्रकारों के विरुद्ध कानून लाये गया।प्रथम प्रेस आयोग ने भारतवर्ष में प्रेस की स्वतंत्रता तथा पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी, परिणामस्वरूप 4 जुलाई 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना की गई, जिसने 16 नवम्बर 1966 से विधिवत कार्य करना शुरू किया। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रुप में मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि विश्व के 50 देशों में प्रेस परिषद या मीडिया परिषद कार्यरत हैं। भारत में प्रेस को वॉच डॉग तथा प्रेस परिषद इण्डिया को मॉरल वॉच डॉग कहा जाता है । राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रेस की स्वतंत्रता व जिम्मेदारियां की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट कराता है। यह भी उल्लेखनीय है कि राज्य सरकारें यदाकदा पत्रकारिता व पत्रकारों के विरुद्ध अध्यादेश व कानून लाने से नहीं चूकती। जो भी मीडियाकर्मी सरकार के विरुद्ध छापता है तो उसको राजद्रोह व अन्य धाराओं में फंसाने से नहीं चूकती। देश की आजादी के बाद एक लम्बे समय तक इंग्लिश मीडिया का वर्चस्व रहा लेकिन हिंदी मीडिया की लगातार सक्रियता व हिंदी की देश में बढ़ती स्वीकार्यता के चलते हिंदी मीडिया देश भर में छा गया। आधुनिक युग की तेज दौड़ में प्रिंट मीडिया के साथ साथ इकेक्ट्रॉनिक मीडिया आ गया, लोगों का रूझान इलेक्ट्रिनिक मीडिया की ओर कन्वर्ट हो गया। लेकिन इसके बावजूद भी प्रिंट मीडिया ने अपने को संघर्ष में टिकाए रखा। व्यवसायिकता की हौड़ में इकेक्ट्रॉनिक मीडिया आम जनमानस में अपनी विश्वशनियता खोता जा रहा है। जबकि आज भी प्रिंट मीडिया अपनी साख बचाये हुए है। मीडिया के निरंतर बदलते स्वरूप के बीच सोशल मीडिया का तेजी से प्रादुर्भाव हुआ है, जो समांतर मीडिया के रुप में खड़ा हो रहा है। 4-ळ व 5-ळ तकनीक आने पर डिजिटल मीडिया के रुप में क्रांति आने जा रही है। म्-च्ंचमते , च्वतजंसे तेजी से बढ़ रहे हैं। समाचार प्रेषण की इनकी गति इतनी तेज है कि प्रिंट व इलेट्रॉनिक मीडिया इनके सामने पिछड़ता दिखाई दे रहा है। मीडिया निरन्तर परिवर्तनशील दिखाई पड़ रहा है। राजनीतिक दलों, सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक संगठनो ने सोशल मीडिया का अपना सेटप खड़ा कर लिया है। देश में घटने वाली एक छोटी सी घटना विश्वव्यापी हो जाती है। आज मीडिया द्वारा विषय व एजेंडा वोट बैंक की तरह सोच समझ कर तय किया जा रहा है। जो एक खतरनाक संकेत है। जब पत्रकारिता मिशन से हटकर मुनाफे का रूप ले ले तो सवाल तो खड़े होंगे ही। परिवर्तन तभी सार्थक होगा, जब उसमें लोक मङ्गल की भावना समाहित हो, ताकि पत्रकार समाज का दर्पण बने। आज पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है। पत्रकारिता जन जन तक सूचनात्मक, शिक्षातमक व मनोरंजनात्मक सन्देश पहुंचाने की कला व विधा है। समाचार पत्र एक ऐसी उत्तर पुस्तिका के समान है, जिसमें लाखों परीक्षक व अनगिनत समीक्षक होते हैं। अन्य माध्यमों के परीक्षक व समीक्षक उनके लक्षित समूह होते हैं। पत्रकारिता में तथ्यपरकता होनी चाहिये। समाचारों का सम्पादकीयकरण व खबरों में सनसनी पैदा करने की प्रवृत्ति घातक है। देश की बदलती पत्रकारिता का स्वागत है, बशर्ते वह अपने मूल्यों व आदर्शो की गरिमा रेखा कायम रखे। आइये ! हिंदी पत्रकारिता दिवस के इस पावन अवसर पर पत्रकारिता की शुचिता व पारदर्शिता, पत्रकारिता धर्म को कायम रखेंगे।

पति की हत्या के आरोप में पत्नी और उसका प्रेमी गिरफ्तार

देहरादूना। रायपुर थाना पुलिस ने नत्थूवाला निवासी प्रॉपर्टी डीलर पति को नींद की गोली खिलाकर हत्या करने के जुर्म में पत्नी को रविवार की सुबह गिरफ्तार किया है। साथ ही हत्या की साजिश रचने में शामिल जिम ट्रेनर प्रेमी को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। 28 मई को अस्पताल से 43 वर्षीय पंकज भट्ट निवासी नत्थूवाला का डेथ मेमो मिला था। जिसके बाद पुलिस ने पंकज के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। उसके बाद 29 मई को मृतक की मां पुष्पा भट्ट की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम गठन किया गया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटनास्थल पर जाकर मृतक की मां पुष्पा भट्ट से पूछताछ की गई। पुष्पा भट्ट ने बताया कि उसका बड़ा बेटा पंकज अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी एवं 4 वर्ष की बेटी आज्ञा के साथ इसी घर के निचले फ्लोर पर रहता था। छोटा बेटा पारस अपनी पत्नी एवं मां (मेरे साथ) ऊपर वाले फ्लोर पर रहता था। पंकज भट्ट की शादी वर्ष 2006 में हुई थी लेकिन शादी के बाद से ही विजयलक्ष्मी और पंकज में आपसी झगड़े होते रहते थे। विजयलक्ष्मी का किसी दीपक नाम के लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। पंकज भट्ट ने अपनी पत्नी के पास दो मोबाइल भी पकड़े थे। जिनमें उस लड़के के साथ इसकी कई फोटो थी। मृतक की मां ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे पंकज की पत्नी विजयलक्ष्मी ने ही अपने प्रेमी दीपक के साथ मिलकर पकंज की हत्या की है। 26 मई को दीपक का जन्मदिन था। विजयलक्ष्मी ने दीपक से नींद की गोली मंगवाई। दीपक ने अपने दोस्त के माध्यम से नींद की गोली लेकर विजयलक्ष्मी को दी। 26 मई को दीपक अपने दोस्तों के साथ अपने जन्मदिन में बिजी होने के कारण 26 तारीख को विजयलक्ष्मी के घर नहीं जा पाया। 27 मई की रात विजयलक्ष्मी ने योजना के अनुसार दीपक से बात कर अपने पति को नींद की गोलियां खिला दी। उसके बाद दीपक उसके घर आया. दोनों एक घंटे साथ रहे। उसके बाद दीपक वापस अपने घर चला गया। रात में विजयलक्ष्मी के पति पंकज भट्ट की मौत हो गई। जिस बात को विजया ने अपने घरवालों से छुपाया। विजयलक्ष्मी और दीपक की कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाली गई तो घटना की रात में 26 कॉल एक दूसरे को की गई थी। कॉल डिटेल के अनुसार भी दीपक रात 11 बजे से 12 बजे तक विजयलक्ष्मी के घर पर ही मौजूद था। विजयलक्ष्मी ने पुलिस को बताया की वह अपने पति पंकज भट्ट से छुटकारा चाहती थी। इसीलिए उसने पंकज को नींद की गोलियां देकर मार डाला। थाना रायपुर प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि पुलिस ने दोनों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की. जिसके बाद प्रेमी दीपक से सख्त पूछताछ की गई। जिसमें दीपक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में दीपक ने बताया कि उसका और विजयलक्ष्मी का साल 2018 से मिलना जुलना है। वह जिम ट्रेनर है, जहां 2018 में ही उसकी मुलाकात विजय लक्ष्मी से बॉडी टेंपल जिम में हुई थी, तभी से दोनों की दोस्ती हो गई। कुछ दिनों पहले ही विजयलक्ष्मी ने दीपक को बताया कि उसके पति को उनके अफेयर के बारे में पता चल गया है। विजयलक्ष्मी दीपक से बार-बार मिलना चाहती थी।

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में 51 हजार मास्क एवं 25 हजार सैनिटाइजर बाटेंगे विधानसभा अध्यक्ष

ऋषिकेशा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 7 वर्ष पूर्ण होने पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत खदरी, भट्टोंवाला, चोपड़ाफार्म में ‘सेवा ही संगठन’ मंत्र के तहत 350 मास्क एवं 250 सैनिटाइजर वितरित किए। इस दौरान श्री अग्रवाल ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील की। केंद्र सरकार के 7 साल पूर्ण होने पर पूरे देश में सेवा दिवस के रूप में 1 लाख गांव में जनप्रतिनिधियों द्वारा कोरोना संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए सेवा कार्य किया जा रहा है।इसी कड़ी में विधानसभा अध्यक्ष ने आज खदरी, चोपड़ा फार्म एवं भट्टोंवाला में अलग-अलग विभिन्न कार्यक्रमों के तहत मास्क एवं सेनीटाइजर वितरित किए। वही अर्पित फाउंडेशन के माध्यम से चोपड़ाफार्म एवं भट्टोवाला में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन भी लगवाई गई। विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर पूरे ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 51 हजार एन95 मास्क एवं 25 हजार हैंड सैनिटाइजर वितरित किए जाने की शुरुआत भी की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण भारत सहित समूचा विश्व पर गहरा प्रभाव पड़ा है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा आम जनता को हर संभव राहत पहुंचाने का कार्य किया गया है।श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देशवासियों ने चुनौतियों का डटकर सामना किया। उनके मार्गदर्शन में भारत का आत्मविश्वास जागा, आत्मनिर्भर भारत की राह बनी है। खदरी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कैप्टन रामप्रसाद रणकोटी, कमला नेगी, कुसुम जोशी, पदमा नैथानी, मणिराम रयाल, कैप्टन गोविंद सिंह रावत, सुनील चंदोला, ज्योति बलूनी, प्रेम राणा, गौतम राणा, मीना कुकरेती, ऋषि राम, हरि सिंह, मोहन सिंह रावत, प्रेम राणा, चोपड़ा फार्म आयोजित कार्यक्रम में अर्पित फाउंडेशन की अध्यक्ष हनी पाठक, राजेंद्र सिंह चैहान, भट्टोवाला में प्रधान दीपा राणा, हरपाल राणा, राकेश भट्ट, नीलम चमोली, राजेश प्रसाद सेमवाल, गजेंद्र प्रसाद, चंद्रमणि, आशीष पोखरियाल, नागेंद्र कुडियाल, रामस्वरूप, रविंद्र रमोला, सतपाल राणा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

यूकेडी ने की मनरेगा कर्मचारियों को सवेतन बहाल करने और विभागीय सचिव को हटाने की मांग की

देहरादूना। उत्तराखंड क्रांति दल ने मनरेगा कर्मचारियों को सवेतन बहाल करने तथा उन्हें हिमाचल की तर्ज पर ग्रेड पे दिए जाने की मांग की है। इसके अलावा यूकेडी ने आठ वर्षों से इस विभाग मे तैनात आइएएस मनीषा पंवार को भी हटाने की मांग की है। पिछले 77 दिन से एकता विहार स्थित धरना स्थल पर बैठे मनरेगा कर्मचारियों के समर्थन में उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने आज धरना दिया और प्रदर्शन किया। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने आक्रोश जताया कि मनरेगा कर्मचारियों की जायज मांग मानने के बजाय निरंकुश सरकार ने उन को बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने मनरेगा कर्मचारियों को हिमाचल की तर्ज पर ग्रेड पे देने तथा उन्हें सवेतन बहाल करने की मांग की है। शिव प्रसाद सेमवाल ने आरोप लगाया कि सरकार 15 साल से नौकरी कर रहे मनरेगा कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी के हवाले करना चाहती है। श्री सेमवाल ने सवाल उठाया कि आखिर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार आठ साल से क्यों ग्रामीण विकास विभाग में ही जमी हैं। उन्होंने कहा कि इतनी लंबे समय तक एक ही अधिकारी के एक विभाग में जमे रहने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। उत्तराखंड क्रांति दल युवा मोर्चा की जिला अध्यक्ष सीमा रावत ने कहा कि मनरेगा कर्मचारियों को केंद्र सरकार के बजट से कंटीजेंसी के तहत वेतन मिलता है तथा इसके अलावा वह निर्माण कार्यों की रायल्टी से भी राज्य सरकार को अच्छा खासा मुनाफा देते हैं। इसके बावजूद सरकारी कर्मचारियों को निकालकर आउटसोर्सिंग के माध्यम से नए कर्मचारियों की तैनाती करने का षड्यंत्र कर रही है, जिसे किसी भी हाल में सफल नहीं होने दिया जाएगा। उत्तराखंड क्रांति दल ने सरकार से मांग की है कि यदि तत्काल इस तरह का तानाशाही वाला निर्णय वापस नहीं लिया गया तो उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर जन आंदोलन करेंगे। उत्तराखंड क्रांति दल के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर जाकर मनरेगा कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया।

आस्क संस्था कर रही सब के भले के लिए अरदास

देहरादूना। देहरादून की समाजसेवी संस्था अरदास समाज कल्याण (आस्क) ने यथा नाम तथा गुण पंक्ति को पूरी तरह से सिद्ध किया। भारत में पिछले साल से फैली कोरोना महामारी ने हम सबको शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से पूरी तरह तोड़ कर रख दिया है। ऐसे में कुछ समाजिक संस्थायें मजबूत स्तंभ की तरह आगे आई ऐसी ही एक समाजिक संस्था है अरदास समाज कल्याण (आस्क)। संस्था की संस्थापक कमलप्रीत कौर ने बताया कि इस वर्ष महामारी नई चुनौतियों को लेकर आयी। ऐसे में कहीं भी, कभी भी और कुछ भी वाले हालात बन गये थे। हमारी संस्था ने हर सम्भव मदद करने की कोशिश करी ऑक्सीजन सिलिंडर, दवाइयां, कोरोना पीड़ित परिवारों तक खाना पहुंचाना, पीपीई कीट, सैनिटाइजर, मास्क आदि जिस भी चीज की जरूरत पड़ी उसकी व्यवस्था करने का हर सम्भव प्रयास किया पर ये सब अकेले कर पाना नामुमकिन था। कमलप्रीत कौर ने बताया कि इस महामारी से उत्पन्न समस्याआंे से जूझने में उनको दूसरी संस्थाएं-अमाया, तेजस्वनी, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, कारमन स्कूल तथा सी आई आई उत्तराखंड का भी पूरा सहयोग मिला। अब जैसे जैसे स्वास्थ संबंधी समस्याएं कम होने लगी है तो रोजगार और अर्थिक तंगी का संकट बढ़ने लगा है, इस समस्या से निपटने के लिए संस्था द्वारा राशन वितरण भी किया गया है संस्था के संरक्षक राजवीर सिंह ने कहा की जल्द ही अरदास समाज कल्याण संस्था इस महामारी में बेरोजगार हुए लोगों के लिए रोजगार सृजन अभियान शुरू करेगी ताकि अर्थिक तंगी से गुजर रहे लोगों को कुछ राहत मिल सके और उन्होंने संस्था के सभी कार्यकर्ताओं के काम की सराहना की तथा संस्था की ओर से उन सबका आभार व्यक्त किया जिन्होंने निस्वार्थ भाव से संस्था को सहयोग दिया।

भाजपा प्रदेश प्रभारी व स्पीकर अग्रवाल ने राशन किट वितरित की

रायवालाा। मोदी सरकार के दो कार्यकाल के सात वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आज विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रायवाला के बाल्मीकि बस्ती मे सेवा दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने रायवाला में संयुक्त रुप से राशन किट, मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित किए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा है कि राष्ट्रीय विचारधारा से ओतप्रोत मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरे होने पर संपूर्ण देश में सेवा दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें कोरोना से बचाव के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रायवाला स्थित बाल्मीकि बस्ती में भी भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में सेवा दिवस के अवसर पर अनेक लोगों को राशन किट, मास्क और सेनीटाइजर वितरित किए गए। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा है कि मोदी सरकार ने 7 वर्ष में इस देश के लिए अनेक उपलब्धियां अर्जित की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव ही एकमात्र साधन है नियमित सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना, मास्क का प्रयोग करना यह अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा है इस कठिन दौर में स्वयं भी बचना है और देश को भी बचाना हैसइस अवसर पर दुष्यंत गौतम ने भाजपा द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। कार्यक्रम में विधायक देशराज कडवाल, पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्र मोघा, भाजपा के जिला महामंत्री सुदेश कंडवाल, अनुसूचित जनजाति मोर्चा की मंडल अध्यक्ष बबीता कुमारी, सतपाल सैनी, नरेंद्र सिंह रावत, प्रदीप धस्माना, मीडिया प्रभारी श्री राजेश जुगलान, कमल कुमार, जिला पंचायत सदस्य संजीव चैहान, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, राम बहादुर क्षेत्री, सुरेश कुमार, लक्ष्मी गुरुंग आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

काबीना मंत्री गणेश जोशी ने ‘सेरागांव’ और ‘गंगोल पंडितवाड़ी’ के ग्रामीणों से किया संवाद

देहरादून। देहरादून जनपद के कोविड उपचार व्यवस्थाओं के प्रभारी मंत्री तथा सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, एम0एस0एम0ई0 तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी ने मोदी सरकार के ‘‘सेवा के सात साल’’ के तहत पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार मसूरी विधानसभा अंतर्गत चंद्रोटी जिला पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत गंगोल पंडितवाड़ी तथा अस्थल जिला पंचायत के अंतर्गत सेरागांव के जनप्रतिनिधियांे, कार्यकर्ताओं एवं ग्रामवासियों से वर्चुअल बैठक के माध्यम से संवाद किया। इस दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियों तथा राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इसके उपरांत दोनांे की ग्राम सभाओं में ‘‘सेवा ही संगठन -2’’ के तहत सेनेटाईजर, मास्क, आक्सीमीटरध्थर्मामीटर, स्टीमर, कोराना उपचार किट तथा राशन किट वितरित की गई। काबीना मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व में सचांलित सरकार के सात साल सेवा के सात साल रहें हैं। विगत सरकारों द्वारा जिन मुद्दों को असाधेय सा बना दिया गया था उन सभी को मोदी सरकार द्वारा बिना किसी परेशानी के हल कर दिया गया। चाहे कश्मीर में धारा 370 हटाने को प्रकरण हो या तीन तलाक का मामला, चाहे करोड़ों लोगोें की आस्था से जुड़े हुए भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण का प्रश्न हो। मोदी सरकार ने विगत सरकारों द्वारा असमाधेय बना दिए गए इन सभी मुद्दों को सर्वसम्मत हल निकाला। भारत देश की आर्थिक गतिविधियों की धुरी कहे जाने वाले आधारभूत ढ़ाचे के रुप में सड़क, रेल तथा हवाई यातायात का सर्वाधिक विकास मोदी सरकार के विगत सात सालों में हुआ है। देश के आंतरिक विकास को गति देकर उन्होंने राष्ट्र का आत्मविश्वास व राष्ट्रवासियों के गौरव में वृद्धि की। इसी का परिणाम था कि पुलावामा जैसा कायराना हमला करने वाले देश के अंदर घूसकर आंतकिंयों के ठिकानों को नेस्तोनाबूद किया। उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ साल से जारी कोरोना संकट में भारत ने आत्मनिर्भरता के साथ देश में कोरोना उपचार सुविधाओं का विकास किया, आवश्यक दवाओं, आक्सीजन इत्यादि की आपूर्ति का चैनल विकसित किया। आज इस संकट के समय में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व अन्य समस्त मंत्रीगण, राज्यों के मुख्यमंत्री एंव मंत्रीगण तथा विधायकों सहित सभी कार्यकर्ता लगातार जनता को राहत पहुंचाने के लिए जनता के बीच मौजूद रहे हैं। ‘‘जहां बीमार, वहीं उपचार‘‘ की तर्ज पर क्यारकुली भट्टा, सहत्रधारा, भगवंतपुर, सरोना, कालसी तथा चकराता इत्यादि क्षेत्रों में आयुष अस्पतालों में आक्सीजन बैड की सुविधा विकसित की जा चुकी है। शीघ्र ही क्यारा मंे भी आॅक्सीजन बैड की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। इसके अलावा कोविड निगरानी हेतु आॅसीमीटर, थर्मामीटर बैंक बनाए गए हैं। प्राथमिक उपचार हेतु कोराना उपचार किट वितरित की जा रही हैं। साथ ही यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि क्षेत्र में कोई भूखा ना रहे। हमारी सरकार द्वारा जनता को सीधी राहत प्रदान करने हुए सीटी स्कैन, एम्बुलेंस किराया इत्यादि की दरों को निर्धारित करवाया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि आयुष्मान योजनांतर्गत आच्छादित अस्पतालों में कोरोना उपचार को आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त में मिले। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाएं। काबिना मंत्री के संबोधन के उपरांत ग्राम पंचायत गंगोल पंडितवाड़ी में मास्क, 40 परिवारों को सैनिटाईजर, 20 परिवारों को उपचार किट, 15 परिवारों को भाप लेने वाली मशीन तथा 60 परिवारों को राशन किट उपलब्ध करवाई गई। इसी प्रकार सेरागांव में 10 परिवारों को स्टीमर, 60 परिवारों को सेनिटाईजर, मास्क तथा 10 परिवारों को आक्सीमीटर, थर्मामीटर इत्यादि उपलब्ध करवाया गया। इस वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह, ग्राम प्रधान सुनील सिंह, मीला राणा, बीडीसी नीलम, किरन, मण्डल महामंत्री नारायण सिंह राणा, पूर्व प्रधान समीर पुण्डीर, संजय कुमार, आकाश क्षेत्री, प्रतिमा, सपना मल्ल, राहुल रावत, संजय राणा व रतन सिंह नेगी इत्यादि उपस्थित रहे।

महंगाई एवं लचर स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने रखा उपवास

देहरादूना। राज्य कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वाहन पर कार्यकर्ताओं ने बेतहाशा बढ़ती महंगाई एवं लचर स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में उपवास रखा गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह नें कहा राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के साथ ही महंगाई ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा मुख्य मंत्री बदलने से यह साबित भी हो गया है कि भाजपा की राज्य सरकार ने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में कोई भी कार्य नहीं किया। प्रदेश की जनता मंहगाई से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। अनाज, सब्जियां, फल, खाद्यय तेल, पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से परेशान जनता अब रसोई गैस की कीमतों में की गई मूल्य वृद्धि से भारी आक्रोशित है। प्रदेश का नौजवान सरकारी सेवाओं की विज्ञप्तियों को देखने के लिए तरस गया है। डबल इंजन की सरकार बनने पर किसानों की कर्जा माफी का वादा करने वाले प्रधानमंत्री अपना वादा भूल गये हैं। 2014 से लेकर मई 2021 तक मोदी सरकार ने देश की जनता की गाड़ी कमाई का 80 लाख करोड़ रुपये लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वेश्विक महामारी कोरोना काल के पिछले तीन महीनों में पेट्रोल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई जिससे वैश्विक महामारी का दंश झेल रही जनता की कमर टूट चुकी है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस् से निपटने मे पूर्णतयः विफल साबित हुई है, जिस तरह से कोर ग्रुप की बैठक यूपी और उतराखंड के चुनाव के परिपेक्ष्य मे आहुत की गयी ये मीटिंग कोरोना और ब्लैक फंगस से निपटने के लिए और बढ़ती महंगाई को काबू करने के लिए आहुत की जाती तो कितना अच्छा होता और जनता को राहत मिलती, जिस तरह से आज प्रदेश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है क्या ये उचित समय है बिजली की दरें बढ़ाने का, पेट्रोल डीसल के दाम बढ़ाने का, भाजपा ने वादा किया था की अगर डबल इंजन की सरकार आयेगी तो महंगाई कम होगी, पेट्रोल 35 रू में मिलेगा पर आज महंगाई चरम पर है पेट्रोल 95 पार डीसल् 90 पार है, गैस का सिलेंडर आज 900 पार है, सब्सिडी भी बंद कर दी गयी है। सेवा दिवस मनाने का जो ढोंग भाजपा कर रही है ये एक ओछी राजनीति को दर्शाता है, कोरोना महामारी से प्रदेश की जनता पिछले तीन महीने से जूझ रही है पर सेवा करने की याद आज आ रही है ये सिर्फ एक चुनावी स्टंट है सेवा दिवस की आड़ मे सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने का असफल प्रयास कर रही है। सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्थाओ पर ध्यान देना चाहिए ना कि चुनाव की तैयारी में मुख्यमंत्री के चीनी कभी नही मिली आजादी के बाद राशन कार्ड पर व्यंग करते हुए अध्यक्ष ने कहा की ये उनके ज्ञान का अभाव है और शायद उन्होंने कभी राशन कार्ड का इस्तेमाल ही नहीं किया है उन्हें याद दिला दूँ की कांग्रेस की सरकारों में 13.65 रु में चीनी राशन कार्ड धारको को दी जाती रही है, उन्हें थोड़ा अधिकारियों से जानकारी ले लेनी चाहिए। उन्होनें वैक्सीन की स्थिति पर चिंता जाहीर करते हुए कहा जिस तरिके से उदासी में टीका उत्सव मनानें का कार्य सरकार नें जल्दबाजी में शुरू कर दिया जबकि शुरू करनें से पहले सरकार को टिके की समुचित व्यवस्था कर लेनी चाहिए थी। मौन उपवास में पूर्व विधायक राजकुमार, संगठन महामंत्री विजय सारस्वत, नवीन जोशी, प्रदेष कांग्रेस उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, सूर्यकांत धस्माना, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम डाॅ विजेन्द्र पाल, गिरिश पुनेड़ा, नवीन पयाल प्रवक्ता डाॅ प्रतिमा ंिसह, महागनर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश रमन, डाॅ प्रदीप जोशी, सूरत सिंह नेगी, मनीष नागपाल, पार्षद अर्जुन सोनकर, भूपेन्द्र नेगी, उर्मिला थापा, देविका रानी, सविता सोनकर रमेश कुमार मंगू, कमल कुमार, पूर्व पार्षद रिता रानी, गरिमा दसौनी, जगधीश धीमान, प्रवीन त्यागी, अमनदीप, सुदर ंिसह पुंडीर अजय बेलवाल जाहीद अंसारी, नीरज नेगी, विकास नेगी नवनीत कुकरेती संदीप चमोली राम कपूर, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र नेगी, राहुल प्रताप ंिसह, अविनाश मणि, सुनित ंिसह, पुनित कुमार ंिसह, अशोक प्रियांश छाबड़ा, अमन ंिसह, राहुल राॅबिन पंवार, सुरेन्द्र रावत, मनमोहन शर्मा सुधांशु पंुडीर, आदी उपस्थित थे।

अल्मोड़ा बेस अस्पताल एवं जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का सीएम ने किया लोकार्पण

देहरादूना। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि अल्मोड़ा में इन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा एवं उसके आसपास वाले जनपदों के लोगों को इससे फायदा होगा। हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में भी इससे वर्कलोड कम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा की मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों के बाद सीएचसी स्तर तक ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा की कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी तैयारियां पहले से ही पूर्ण कर ली जाय। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में अन्य राज्यों की तुलना में औसतन अधिक टेस्टिंग हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जो निगरानी समितियां बनाई गई हैं, उनके द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाय। कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण के लिए लगातर जागरूकता अभियान चलाए जाय। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकांश लोगों का टीकाकरण हो चुका है। भारत सरकार से भी समय- समय पर राज्य को वैक्सीन उपलब्ध हो रही है।18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण तेजी से हो इसके लिए अन्य देशों से भी वैक्सीन मंगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राशनकार्ड धारकों को अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा की जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सांसद अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा के अलावा बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ जनपदों के लोगों को भी फायदा होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री एवं अल्मोड़ा जनपद की कोविड प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए हम एक कदम और आगे बढ़े हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतरी के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमेश्वर में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य शुरु हो चुका है, जो जल्द पूर्ण हो जायेगा। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुमाँऊ के पर्वतीय जिलों में यह पहला प्लांट है जो हमारे लिए गर्व की बात है। इन ऑक्सीजन प्लांट के बन जाने से कोरोना मरीजों के इलाज में राहत मिलेगी। जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया ने कहा कि अल्मोड़ा में 20 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया जा रहा है, जो एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा। जनपद के ग्रामीण इलाकों में जाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से भाजपा के जिला अध्यक्ष रवि रौतेला, सीडीओ नवनीत पाण्डे, सीएमओ डॉ सविता ह्यांकी,प्राचार्य अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज डॉ आर जी नौटियाल आदि उपस्थित थे।

उदंत मार्तंड भारत का पहला हिंदी समाचार पत्र

देहरादून। भारत में हिंदी पत्रकारिता का शुभारंभ उदंत मार्तंड अखबार के साथ हुआ था। हिंदी भाषा में उदन्त मार्तण्ड के नाम से पहला समाचार पत्र 30 मई 1826 में निकाला गया था। इसलिए इस दिन को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने इसे कलकत्ता से एक साप्ताहिक समाचार पत्र के तौर पर शुरू किया था। इसके प्रकाशक और संपादक भी वे खुद थे। जुगल किशोर शुक्ल वकील भी थे और कानपुर के रहने वाले थे। लेकिन उस समय औपनिवेशिक ब्रिटिश भारत में उन्होंने कलकत्ता को अपनी कर्मस्थली बनाया। परतंत्र भारत में हिंदुस्तानियों के हक की बात करना बहुत बड़ी चुनौती बन चुका था। इसी के लिए उन्होंने कलकत्ता के बड़ा बाजार इलाके में अमर तल्ला लेन, कोलूटोला से साप्ताहिक श्उदन्त मार्तण्डश् का प्रकाशन शुरू किया। यह साप्ताहिक अखबार हर हफ्ते मंगलवार को पाठकों तक पहुंचता था। देहरादून। भारत में हिंदी पत्रकारिता का शुभारंभ उदंत मार्तंड अखबार के साथ हुआ था। हिंदी भाषा में उदन्त मार्तण्ड के नाम से पहला समाचार पत्र 30 मई 1826 में निकाला गया था। इसलिए इस दिन को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने इसे कलकत्ता से एक साप्ताहिक समाचार पत्र के तौर पर शुरू किया था। इसके प्रकाशक और संपादक भी वे खुद थे। जुगल किशोर शुक्ल वकील भी थे और कानपुर के रहने वाले थे। लेकिन उस समय औपनिवेशिक ब्रिटिश भारत में उन्होंने कलकत्ता को अपनी कर्मस्थली बनाया। परतंत्र भारत में हिंदुस्तानियों के हक की बात करना बहुत बड़ी चुनौती बन चुका था। इसी के लिए उन्होंने कलकत्ता के बड़ा बाजार इलाके में अमर तल्ला लेन, कोलूटोला से साप्ताहिक श्उदन्त मार्तण्डश् का प्रकाशन शुरू किया। यह साप्ताहिक अखबार हर हफ्ते मंगलवार को पाठकों तक पहुंचता था। परतंत्र भारत की राजधानी कलकत्ता में अंग्रजी शासकों की भाषा अंग्रेजी के बाद बांग्ला और उर्दू का प्रभाव था। इसलिए उस समय अंग्रेजी, बांग्ला और फारसी में कई समाचार पत्र निकलते थे। हिंदी भाषा का एक भी समाचार पत्र मौजूद नहीं था। 1818-19 में कलकत्ता स्कूल बुक के बांग्ला समाचार पत्र ‘समाचार दर्पण’ में कुछ हिस्से हिंदी में भी होते थे। हालांकि उदन्त मार्तण्ड एक साहसिक प्रयोग था। इस साप्ताहिक समाचार पत्र के पहले अंक की 500 प्रतियां छपी। हिंदी भाषी पाठकों की कमी की वजह से उसे ज्यादा पाठक नहीं मिल सके। दूसरी बात की हिंदी भाषी राज्यों से दूर होने के कारण उन्हें समाचार पत्र डाक द्वारा भेजना पड़ता था। डाक दरें बहुत ज्यादा होने की वजह से इसे हिंदी भाषी राज्यों में भेजना भी आर्थिक रूप से महंगा सौदा हो गया था। पंडित जुगल किशोर ने सरकार ने बहुत अनुरोध किया कि वे डाक दरों में कुछ रियायत दें जिससे हिंदी भाषी प्रदेशों में पाठकों तक समाचार पत्र भेजा जा सके, लेकिन ब्रिटिश सरकार इसके लिए राजी नहीं हुई। अलबत्ता, किसी भी सरकारी विभाग ने श्उदन्त मार्तण्डश् की एक भी प्रति खरीदने पर भी रजामंदी नहीं दी। आर्थिक तंगी की वजह से उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन बहुत दिनों तक नहीं हो सका और आखिरकार 4 दिसम्बर 1826 को इसका प्रकाशन बंद कर दिया गया। आज का दौर बिलकुल बदल चुका है। पत्रकारिता में बहुत ज्यादा आर्थिक निवेश हुआ है और इसे उद्योग का दर्जा हासिल हो चुका है। हिंदी के पाठकों की संख्या बढ़ी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। हिंदी के पहले समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड ने समाज के विरोधाभासों पर तीखे कटाक्ष किए थे। जिसका उदाहरण उदन्त मार्तण्ड में प्रकाशित यह गहरा व्यंग्य है-एक यशी वकील अदालत का काम करते-करते बुड्ढा होकर अपने दामाद को वह सौंप के आप सुचित हुआ। दामाद कई दिन वह काम करके एक दिन आया ओ प्रसन्न होकर बोला हे महाराज आपने जो फलाने का पुराना ओ संगीन मोकद्दमा हमें सौंपा था सो आज फैसला हुआ यह सुनकर वकील पछता करके बोला कि तुमने सत्यानाश किया। उस मोकद्दमे से हमारे बाप बड़े थे तिस पीछे हमारे बाप मरती समय हमें हाथ उठा के दे गए ओ हमने भी उसको बना रखा ओ अब तक भली-भांति अपना दिन काटा ओ वही मोकद्दमा तुमको सौंप करके समझा था कि तुम भी अपने बेटे पाते तक पालोगे पर तुम थोड़े से दिनों में उसको खो बैठे।

Saturday, 29 May 2021

मानवाधिकार संगठन ने जरूरतमंद लोगों को राशन व मास्क वितरित किए

देहरादूना। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा राजेंद्रनगर में जरूरतमंद लोगों को पूर्व पार्षद शारदा गुप्ता के आग्रह पर राशन वितरण किया गया। साथ ही इम्यूनिटी बूस्टर व मास्क भी दिए गए। इस अवसर पर संगठन के चेयरमैन सचिन जैन ने कहा कि इस वैश्विक महामारी में हम सब का फर्ज है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता करें ताकि हम उनकी दिक्कत कुछ कम कर सकें। यह लोग इस समय बहुत परेशानी में हैं जिसमें हमारा जरा सा सहयोग उनके मनोबल को और घर परिवार को मददगार साबित होगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने कहा कि संगठन के सदस्य एवं पदाधिकारियों के सहयोग से यह सेवा निरंतर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाई जा रही है। कोरोना कर्फ्यू के कारण आम जनजीवन बहुत अधिक प्रभावित हुआ है जिसके चलते संगठन द्वारा हर तरह का सहयोग किया जा रहा है। इसके अलावा घंटाघर पर दिलाराम चैक, सर्वे चैक, मसूरी डायवर्जन रोड पर फ्रंट वारियर्स और मजदूरों को खाद्य सामग्री, पेय पदार्थ वितरण किया गया। मास्क सैनिटाइजर इम्यूनिटी बूस्टर बूस्टर भी वितरित किये गये। इस अवसर पर पूर्व पार्षद शारदा गुप्ता, अमर जैन, विवेक गुप्ता, अभिनव गुप्ता, संजय, अदिति मौजूद रहे।

यूकेडी का सीएम आवास कूच, आधा दर्जन गिरफ्तार, ठोका मुकदमा

-पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे कटौती विरोध मंे आवाज उठाने वालों को पुलिस ने ही कर लिया गिरफ्तार देहरादून। पुलिस के जवानों के ग्रेड पे कटौती के विरोध मे मुख्यमंत्री आवास कूच के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं को कोविड कर्फ्यू के उल्लंघन का हवाला देते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आधा दर्जन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद महामारी एक्ट मे मुकदमा दर्ज कर दिया। बाद मे कुछ घंटे देहरादून के आराघर चैकी मे बिठाने के बाद निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया। आज सीएम आवास कूच मे केंद्रीय खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र रावत, होटल यूनियन अध्यक्ष सुमन बडोनी, लोकायुक्त आदोलन के संयोजक परमानंद बलोदी, युवा मोर्चा अध्यक्ष सीमा रावत, नगर अध्यक्ष अंकित घिल्डियाल, अनदीप नेगी, युवा मोर्चा के संगठन सचिव दिनेश नेगी,आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि इंसाफ मिलने तक काला मास्क ही पहनेंगे, तथा हम अपने जवानों के इंसाफ की लड़ाई जारी रखेंगे।यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि पुलिस के हेड कांस्टेबल के प्रमोशन मे 4600 ग्रेड पे से कम किसी भी हालत मे स्वीकार नही किया जाएगा। यूकेडी नेता शांति भट्ट ने कहा कि पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे कटौती के खिलाफ उत्तराखंड क्रांति दल लगातार पिछले तीन दिनों से आवाज उठाता रहा है, घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी की मूर्ति के नीचे उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पिछले 3 दिनों से उपवास रख धरना दिया जा रहा था। यूकेडी खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र रावत ने कहा कि यदि सरकार जल्दी ही पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे कटौती का फैसला वापस नही लेती तो उत्तराखंड क्रांति दल कोरोना कर्फ्यू के बाद आंदोलन को तेज करेगा। यूकेडी नेताओं इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया कि सत्ता धारी नेताओं पर कोविड कर्फ्यू लागू नही है और सरकार जनता की आवाज कुचलने के लिए महामारी एक्ट का दुरुपयोग कर रही है।

हंस फाउंडेशन ने सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर एवं मास्क भेंट किए

ऋषिकेशा। कोरोना महामारी के संकट काल में हंस फाउंडेशन लाखों लोगों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। हंस फाउंडेशन द्वारा ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में कोरोना से बचाव के लिए वितरित किये जाने के लिए सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर एवं कपड़े के मास्क विधानसभा अध्यक्ष को प्रदान किए गए हैं, जिसके लिए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने माता मंगला एवं भोले जी महाराज का आभार व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि मानव सेवा से बड़ा धर्म कुछ भी नहीं है जिसमें वर्तमान में माता मंगला और भोले जी महाराज के मार्गदर्शन में हंस फाउंडेशन उत्तराखंड समेत देशभर में कोविड-19 से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर मानव कल्याण के कार्य में निरंतर सहयोग कर रहा है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कई वर्षों से देश के हर क्षेत्र में विकास के पायदान पर हंस फाउंडेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।उन्होंने कहा कि कोरोना कि इस लड़ाई में जरूरतमंद लोगों की सेवा कर फाउंडेशन का सहयोग सराहनीय है। श्री अग्रवाल ने ईश्वर से कामना की है कि मंगला माता जी सेवा की इस यात्रा में निरंतर ऐसे ही आगे बढ़ते रहें। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए दी गई इस सामग्री का जरूरतमंदों तक शीघ्र वितरण किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र वासियों से अपील की है कि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए निरंतर सावधानी बरतें। अनावश्यक रूप से घर से बाहर कतई न निकलें, सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करें।

शिविर में 55 से अधिक भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान

ऋषिकेशा। ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तीनों मंडलों के युवा मोर्चा द्वारा भरत मंदिर इंटर कॉलेज के परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ करते हुए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने रक्त दाताओं का उत्साह वर्धन किया। कोरोना कर्फ्यू के चलते ब्लड बैंकों में खून की कमी को दूर करने के उद्देश्य से ऋषिकेश, श्यामपुर एवं वीरभद्र मंडल के युवा मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।रक्तदान शिविर के दौरान युवाओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया, हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रांट की मेडिकल टीम के सहयोग से 55 से अधिक युवाओं ने रक्तदान किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि रक्तदान महादान है, इस बात को युवा इस कठिन समय में भी चरितार्थ करते हुए रक्तदान करने के लिए आगे आ रहे हैं।उन्होंने रक्तदाताओं को प्रेरित करते हुए कहा की रक्तदान ही है, जो न केवल किसी जरूरतमंद का जीवन बचाता है बल्कि जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियों के ढेरों रंग भी भरता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इंसान की रक्त की कमी को पूरा दूसरा इंसान ही कर सकता है, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है। कोरोना महामारी विशेषकर खून की कमी जूझ रहे मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गयी है।उन्होंने लोगों से कोरोना टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के साथ-साथ टीकाकरण से पहले एक बार रक्तदान अवश्य करने की अपील की। इस अवसर पर ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रदीप नेगी, ऋषिकेश मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष नितिन सक्सेना, श्यामपुर मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रिंस रावत, वीरभद्र मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष विजय जुगरान, नगर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, राकेश अग्रवाल, नगर निगम पार्षद सुंदरी कंडवाल, मंडल महामंत्री सुमित पवार, उषा जोशी, अमित वत्स, ऋषि राजपूत, राकेश दिवाकर, सुमित सेठी सहित हिमालयन हॉस्पिटल से जनसंपर्क अधिकारी केसी जोशी एवं मेडिकल स्टाफ के मनोज सिंह, नीतीश पांडे, कपिल बिष्ट, डा मेघना सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

कोविड-19 से रिकवरी के बाद दिल के मरीजों को पूरा कार्डियक चेक-अप करवाना चाहिएः डा. योगेंद्र

-कोविड-19 वायरस हृदय के कार्यों और हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता देहरादूना। कोविद-19 की दूसरी लहर ने देशभर में तहलका मजा दिया है, जिसकी वजह से जनता में एक अनोखा स्वास्थ्य संकट पैदा हो गया। जबकि लाखों लोग कोविद-19 से ठीक हो रहे हैं, लेकिन उनमें से दिल के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। डॉ योगेंद्र सिंह, एसोसिएट डायरेक्टर- इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, देहरादून, ने पॉजिटिव पाए गए सभी दिल के मरीजों को ठीक होने के बाद हार्ट चेकअप या वायरस के कारण होने वाले किसी भी दुष्प्रभाव का इलाज करवाने के लिए खासतौर से कहा है। गंभीर मामलों में या डायग्नोसिस में देरी होने पर, कोविद-19 से खराब हुए हृदय के स्वास्थ्य के कारण भविष्य में हार्ट फेलियर हो सकता है। दिल के मरीजों पर कोवदि-19 के प्रभाव पर बताते हुए, डॉ योगेंद्र सिंह कहते हैं, ‘‘हृदय रोगी महामारी में सबसे कमजोर रोगी समूहों में से हैं। जिन रोगियों का टेस्ट पॉजिटिव आया है, उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि कोविद-19 के हृदय रोगियों या हृदय रोग वाले व्यक्तियों में गंभीर लक्षण देखे गए हैं और उसके परिणाम और भी बुरे हैं। उन्हें किसी भी घातक दुष्प्रभाव या स्थिति का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण इमेजिंग टेस्ट और चेक-अप करवाना होगा, जो कोरोनावायरस संक्रमण के कारण उनके शरीर या हार्ट में बहुत बुरे प्रभाव पड़ सकते हैं। एशिया, यूरोप और अमेरिका में अस्पताल में भर्ती हुए गए कोविद-19 रोगियों से जुड़े एक प्रमुख अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि दिल की बीमारी के साथ होने वाली बीमारियां या पहले से मौजूद जोखिम वाले कारकों में हृदय संबंधी समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए हार्ट फेलियर या अचानक कार्डियक अरेस्ट जैसी घातक घटनाओं से निपटने में मदद करने के लिए कोविद-19 से रिकवरी के बाद डायग्नोसिस करवाना बेहद जरूरी है।’’ हार्ट फेलियर शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त ब्लड को पंप करने में हृदय की अक्षमता को दर्शाता है और इसे अक्सर लोगों द्वारा गलत समझा जाता है। यह अचानक नहीं होता है बल्कि गलतफहमी पैदा करने वाले नाम वाली एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है। हार्ट फेलियर में हार्ट अचानक काम करना बंद नहीं करता है। इसके बजाय, हार्ट फेलियर धीरे-धीरे विकसित होता है क्योंकि समय के साथ हृदय की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं। यह देखा गया है कि कोवदि-19 इंफेक्शन से शरीर में गंभीर सूजन हो सकती है जो हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकती है और हृदय गति को असामान्य कर सकती है (एरिथमिया), जो हार्ट फेलियर के विकास के लिए कुछ उच्च जोखिम वाले कारक हैं। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह जीवन के लिए खतरा हो सकता है। एडवांस मेडिकल तकनीकों और मेडिकल साइंस ने हार्ट फेलियर के जोखिम वाले रोगियों के लिए बेहतर हृदय देखभाल और उपचार को सक्षम किया है।

बड़कोट में सीएम ने किया कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण

देहरादूना। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को बड़कोट में कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों से कोविड केयर सेंटर की विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर में दवाओं, खान-पान एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। अवगत कराया गया कि कोविड केयर सेंटर में चिकित्सकों द्वारा नियमित देखभाल की जा रही है। भोजन, स्वच्छता एवं अन्य व्यवस्थाएं भी अच्छी हैं। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कोविड सेल से होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से फोन से वार्ता कर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। डॉक्टरों को दूरस्थ क्षेत्रों में तैनाती दी गई है। कोविड के दौरान डॉक्टरों की कमी न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों को भी अधिकार दिया गया है कि कोविड के दौरान मानक के अनुसार एवं आवश्यकतानुसार डॉक्टरों की तैनाती कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी जनपद में कोविड के नियंत्रण के लिए अच्छे प्रयास हुए हैं। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सरकार द्वारा पूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटरों में बच्चों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सीएचसी स्तर तक भी आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है। इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार यतीश्वरानन्द, उत्तरकाशी के भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चैहान, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम ने किया 52 करोड़ 37 लाख रु. की 26 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

देहरादूना। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को उत्तरकाशी में लगभग 52 करोड़ 37 लाख रूपये की 26 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें से 17 करोड़ 41 लाख रूपये की 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं 34 करोड़ 46 लाख रूपये की 14 योजनाओं के शिलान्यास किये गये। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उनमें 3 करोड़ 20 लाख रूपये की जनपद के विभिन्न मोटर मार्गों पर बिटुमिन्स कंक्रीट द्वारा सतह सुधारीकरण का कार्य, 2 करोड़ 94 लाख की लागत के उत्तरकाशी घनसाली तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर बिटुमिन्स कंक्रीट द्वारा सतह सुधारीकरण का कार्य, 2 करोड़ 74 लाख की लागत के ज्ञानसू साल्ड मोटर मार्ग से ज्ञानसू उपला बस्ती मोटर मार्ग का निर्माण, 2 करोड़ 05 लाख की लागत के गंगोत्री में वरूणाघाटी में भराणगांव-उपरीकोट मोटर मार्ग के 5 किमी में 30 मीटर स्पान के 1.50 लेन स्टील गर्डर सेतु का निर्माण, 1 करोड़ 68 लाख की लागत के विकासखण्ड भटवाड़ी के अन्तर्गत जसपुर बैण्ड से पुराली गांव तक मोटर मार्ग का निर्माण एवं 2 करोड़ 81 लाख की लागत के विधानसभा क्षेत्र गंगोत्री के अन्तर्गत नाकुरी सिंगोट मोटर मार्ग के चैड़ीकरण व डामरीकरण आदि के कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 4 करोड़ 64 लाख के अनुमानित लागत के जामक से बयाणा तक मोटर मार्ग निर्माण के स्टेज 2 का कार्य, 05 करोड़ 65 लाख के अनुमानित लागत के नाकुरी-कुंसी-मांगलीसेरा-बरसाली मोटर मार्ग निर्माण के स्टेज 2 का कार्य, 4 करोड़ 19 लाख की अनुमानित लागत के जामक से कामर मोटर मार्ग निर्माण के स्टेज 2 का कार्य, 03 करोड़ 75 लाख की अनुमानित लागत के बंदरकोट-जुगुल्डी-पंजिलयाला तक मोटर मार्ग निर्माण के स्टेज 2 का कार्य आदि शामिल हैं। इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वामी यतीश्वरानंद, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चैहान, डॉ स्वराज विद्वान,जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

Friday, 28 May 2021

जसोल धाम की वेबसाइट लॉन्च, माजीसा के भक्तों को ऑनलाइन दर्शन और आरती का मिलेगा लाभ

देहरादून। जन-जन की आस्था का केंद्र माता राणी भटियाणी मन्दिर की आधिकारिक वेबसाइट का लोकार्पण किया गया। वेबसाइट का लोकार्पण वरिया महंत गणेशपूरी महाराज के सानिध्य में किया गया। श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने कहा कि माजीसा के भक्तों की श्रद्धा के मध्यनजर व कोरोना की विकट महामारी को ध्यान में रखते हुए संस्थान को यह एक जरुरी कार्य महसूस हुआ। जिसे नवरात्रि में माजीसा की कृपा से क्रियान्वित किया गया। और आज उसका विधि विधान से लोकार्पण किया गया। ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि लाखो लोगो की आस्था का केंद्र श्री राणी भटियाणी मंदिर की वेबसाइट के माध्यम से सर्व समाज जुड़ सकेगा। अब वेबसाइट पर सीधे आरती दर्शन की व्यवस्था भी की गई है। माजीसा के भक्त वेबसाईट के माध्यम से घर या देश विदेश कहीं पर भी बैठे दर्शनकर अपनी श्रद्धा के सुमन माजीसा को अर्पण कर सकते है। जसोल धाम की वेबसाइट पर दर्शनार्थियों को सम्पूर्ण जानकारी, तमाम धार्मिक आध्यात्मिक गतिविधियों की जानकारी आमजन और भक्त भाविकों को दूर देश में भी इसके माध्यम से सुलभ होगी। वेबसाइट के माध्यम से भक्त मन्दिर के विभिन्न सोशियल मीडिया हेंडल जैसे-फेसबुक, यूट्यूब व इंस्टाग्राम से जुड़कर दर्शन लाभ ले सकते है। लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मंहत गणेशपूरी महाराज ने कहा कि कलयुग की इस चमत्कारी देवी की पूजा- आराधना सभी वर्गो के लोग 365 दिन करते आ रहे है। जिससे जसोल आज “जसोलधाम शक्ति पीठ” के रूप में जाना जाने लगा हैं । इस कठिन परिश्रम का श्रेय “रावल किशनसिंह जसोल” जिनके अथक प्रयासों व अपने जीवन के अनुभव से इतने कम समय में यह भव्यता लाना से सम्भव हुआ हैं, मैं उनको साधुवाद स्वरूप आशीष देता हूँ कि वो स्वस्थ एवं दीर्घायु रहकर हमेशा मार्गदर्शन करते रहें। उन्होंनेे कहा कि ट्रस्ट अध्यक्ष रावल साहब पुरानी धरोहरों का संरक्षण, वन पर्यावरण के प्रति लगाव, पीड़ितों की सेवा, जन मानस में आध्यात्मिक व धार्मिक भावना जाग्रत करना का कार्य कर रहे है जो सराहनीय है।

Tuesday, 25 May 2021

फरार चल रहा वन्य जीव तस्कर तोताराम गिरफ्तार, 2012 से चल रहा था फरार

खटीमा। एसटीएफ कुमाऊं यूनिट पंतनगर और वन विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 2012 से फरार चल रहे संसाद चंद गिरोह के सक्रिय सदस्य रहे बीरबल उर्फ तोताराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। वन्य जीव तस्कर तोताराम खटीमा वन रेंज के नखाताल से नेपाल जाने की फिराक में था। एसटीएफ और वन विभाग की टीम ने आरोपी को सीमा पर दबोच लिया। आरोपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में वन्य जीव तस्करी के पांच मुकदमे दर्ज हैं। विगत दिनों स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड को सूचना प्राप्त हुई कि अन्तरराष्ट्रीय वन तस्कर शिकारियों का गिरोह उत्तराखण्ड राज्य के जिम कार्बोट नेशनल पार्क व राजाजी पार्क में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार के लिये सक्रिय हो गये है। सूचना पर एक माह पूर्व वन्य जीव से सम्बन्धित अपराधियों की तलाश के लिए एसटीएफ ने निरीक्षक सन्दीप नेगी के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम ने वन्य जीव तस्करी में शामिल रहे और फरार अपराधियों की छानबीन की तो सामने फरार वन्य जीव तस्कर बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोताराम निवासी गन्दा नाला पानीपत हरियाणा का नाम सामने आया। आरोपी की तलाश में एसटीएफ और वन विभाग की टीम ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व नेपाल के जंगलो से सूचनाएं एकत्रित की। मंगलवार को एसटीएफ और वन विभाग को सूचना मिली कि आरोपी तोताराम खटीमा के जंगलो में छिपा हुआ है। तत्काल कार्यवाही करते हुये एसटीएफ एवं वन विभाग की संयुक्त टीम ने खटीमा वन प्रभाग के नखाताल कंपर्ट संख्या एक से बीरबल उर्फ तोताराम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसटीएफ से इंस्पेक्टर सन्दीप नेगी, एसआई यादवेन्द्र बाजवा,एसआई बृजभूषण गुरूरानी, हेड कांस्टेबल वेद प्रकाश भट्ट, कांस्टेबल बृजेन्द्र चैहान, महेंद्र नेगी, लोकेंद्र कुमार, महेन्द्र गिरी, वन विभाग से वन दरोगा संतोष सिंह भंडारी, वन दरोगा भैरव सिंह बिष्ट शामिल थे।

गोविंदगढ़ में भाजपा नेताओं ने लोगों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किया

देहरादून। भारतीय जनता पार्टी महानगर कोषाध्यक्ष लच्छु गुप्ता ने कोरोना महामारी को देखते हुए सेवा ही संगठन के तहत कैंट विधानसभा क्षेत्र के गोविंदगढ़ में वार्ड नंबर 34 में आजाद कॉलोनी में लोगों को सैनिटाइजर और मास्क का वितरण किया। उन्होंने बच्चों को अपने हाथों से मास्क पहनाया और उनको कहा कि 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी। कहा मास्क जरूर पहने तभी हम कोरोना से जीत पाएंगे। घरों में रहें और सरकार की गाइडलाइन का पालन करें। इस मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महानगर उपाध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने सभी से आगाह किया कि कोविड-19 का खतरा अभी बना हुआ है। हम लोगों को सतर्क रहना है और जागरूकता फैलाते हुए सबका बचाव भी करना है। आप लोगों को इस अपने आप को और साथ के लोगों को कोरोन से बचा के रखना है तभी हम इस महामारी से जल्दी छुटकारा पा सकेंग। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के जीएमएस मंडल के अध्यक्ष बबलू बंसल, क्षेत्रीय पार्षद महेंद्र कोर कुकरेजा, मेहर सिंह, कृष्णा, सागर गुप्ता, सुनील गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।

Friday, 21 May 2021

उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में हर तरह की मदद पहुंचाने के लिए मुस्तैदः सौरभ शाह

टिहरी। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी की ओर से देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के कोठार डागर ब्लॉक कीर्तिनगर में राशन और मास्क वितरण कार्यक्रम चलाया गया। इस वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता सौरभ शाह संयोजक देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र ने की। सौरभ शाह ने कहा कि ’उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी ने हाल ही में अपने अध्यक्ष संजय कुंडलिया को कोरोना महामारी में खोया है, हम सभी देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के संयोजक उनको विनम्र श्रद्धांजलि देते हैं। हम प्रण लेते हैं कि जो सपना स्वर्गीय संजय कुंडलिया ने उत्तराखंड के लिए देखा था हम उसको पूर्ण करेंगे। आने वाले दिनों में हम देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के अन्य स्थानों पर भी राशन वितरण कार्यक्रम को चलाएंगे। फिलहाल यह राशन वितरण कार्यक्रम कीर्ति नगर ब्लॉक के आसपास बसे 10 गांव में हम कर रहे हैं। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी प्रदेश की जनता को मदद करने के लिए 24 घंटे तत्पर है। हमारे प्रदेश में तमाम संयोजक अपने-अपने क्षेत्रों में यह कार्यक्रम चला रहे हैं तथा जो भी संभव हो सके हम ग्रामीणों को इस महामारी में मदद पहुंचा रहे हैं।’ हमारे द्वारा जो राशन के लोगों को दी जा रही है उसमें चावल, आलू, दाल, चीनी, तेल, मसाले, चाय पत्ती, नमक एवं माचिस दिए जा रहे हैं। साथ ही साथ कुछ मास्क भी अलग से हम लोगो को दे रहे हैं ताकि वे इस महामरी से अपना बचाव कर सके। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी का लक्ष्य है कि इस वितरण कार्यक्रम के माध्यम से हम देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के अंदर लगभग 500 परिवारों तक मदद पहुंचाएं। इस वितरण कार्यक्रम में रामप्रकाश, प्रमोद कुमार, राहुल शाह एवं उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Tuesday, 18 May 2021

खाई में गिरी कार, दंपति की मौत

पौड़ी। पौड़ी देवप्रयाग मार्ग पर कुंडाधार के समीप मंगलवार सुबह एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में पति-पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस ने मृतकों के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने इस हादसे की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों की मदद से दोनों को खाई से निकालकर उपचार के लिये देवप्रयाग अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा घटना की जानकारी उनके परिजनों को दे दी गई है। मरने वाले पौड़ी के उज्याड़ी गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। दंपति पौड़ी से देहरादून की तरफ जा रहे थे। एसओ देवप्रयाग संदीप की ओर से बताया गया है कि उज्याड़ी गांव के रहने वाले रविन्द्र सिंह (48) व सुषमा देवी (44) मंगलवार सुबह अपने वाहन मारुति सेलेरियो कार से पौड़ी से देहरादून की तरफ जा रहे थे। इस दौरान सबदरखाल के कुंडाधार के समीप कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई।

कोरोना महामारी में माता-पिता को खो देने वाले बच्चों की शिक्षा में मदद करेगी अपने सपने संस्था

देहरादून। अपने सपने संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष अरुण कुमार यादव ने कहा कि सबसे पहले मैं उन सभी परिवार को संवेदना प्रकट करता हूँ जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को इस कोरोना महामारी में खो दिया है। इस दुख की घड़ी में हम सभी मिलकर ऐसे परिवार की हर किसी रूप में मदद करें। यादव ने कहा कि इस कोरोना महामारी से जिन बच्चों के माँ पिता दोनों की मौत हो गयी है मैं उन बच्चों की शिक्षा के प्रति जो भी मदद होगी वह मैं करूंगा। अपने सपने संस्था सदा उस बच्चे की शिक्षा को आगे बढ़ाता रहेगा। जानकारी हो कि अपने सपने संस्था विगत 6 वर्षो से जरूरतमंद बच्चो के शिक्षा पर कार्य करता आ रहा है। अरुण कुमार ने बताया कि इस कोरोना संकट के समय में अपने सपने संस्था जरूरतमंद लोगों की मदद आक्सीजन केन, प्लाज्मा, राशन के साथ ही साथ लोगों को हौंसला रूपी मदद भी कर रहा है। अरुण यादव ने मैं हूँ ना अभियान में मदद के लिए निधि नौटियाल, मोहम्मद कैफ, दीपिका, डॉ आशुतोष कौल, अभिषेक गुप्ता, निधि, शशांक कोठियाल, डॉ सुनील कुमार, डॉ शिवसिंह पाल, विनय गुप्ता, संगीत सुब्बा, विनीता, जितेंद्र, अजित, प्रतिक्षा सैनी के प्रति आभार प्रकट किया।

बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने पर महाराज ने श्रद्धालुओं को दी बधाई

देहरादूना। उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट छह माह के लिए मंगलवार तड़के ब्रह्ममुहूर्त में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए। कोरोना काल में सुरक्षा के तमाम इंतजामों के बीच श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को बधाई दी। श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सुबह वर्चुअल दर्शन किए। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अन्य धामों की तरह बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खोले गए। रावल, तीर्थ पुरोहित और प्रशासनिक अधिकारियों की सीमित मौजूदगी में पूरे विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में मंगलवार सुबह सवा चार बजे भगवान बद्री विशाल के पट खोले गए। मंत्री श्री महाराज ने कहा कि श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए चारधाम यात्रा स्थगित रहने तक वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था की गई है। जिससे घर बैठे श्रद्धालु चारधाम के वर्चुअल दर्शन कर सकते हैं। कोरोना से प्रदेश को बचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। स्थिति सामान्य होने के बाद तीर्थयात्रियों व श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित ढंग से चारधाम यात्रा का संचालन किया जाएगा।

किसानों को डीबीटी के माध्यम से होगा भुगतान, मोर्चा की बड़ी जीतः नेगी

-किसानों को विभागीय लूट से बचाने को लेकर मोर्चा ने लड़ी थी लड़ाई विकासनगर। संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि कल ही सरकार द्वारा प्रदेश के उद्यान एवं कृषि से जुड़े कृषकों को सरकारी योजनाओं का लाभ, बीज खरीद एवं अन्य योजनाओं का भुगतान डीबीटी यानी डायरेक्ट कृषकों के खातों में धनराशि डालकर किया जाएगा, जोकि सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है। इस प्रक्रिया से किसानों को विभागीय लूट से भी बहुत बड़ी राहत मिलेगी एवं कमीशनखोरी पर भी लगाम लगेगी। नेगी ने कहा की मोर्चा द्वारा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ एवं बीज खरीद मामले में डीबीटी यानी ऑनलाइन भुगतान को लेकर लड़ाई लड़ी गई थी तथा इस मामले में कृषि एवं उद्यान के क्षेत्र में महारत हासिल विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र कुकसाल जी द्वारा भी मोर्चा को इन सभी विभागीय लूट एवं कृषकों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर अवगत कराया था। नेगी ने कहा कि उद्यान एवं कृषि विभाग द्वारा प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए मूल्य के सब्जियों, फूलों के बीज तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं हेतु सामान उपकरण की खरीद विभाग द्वारा कर प्रदेश के किसानों को घटिया गुणवत्ता का सामान, बीज इत्यादि निरूशुल्क वितरित किया जाता थाद्य नेगी ने कहा कि विभाग द्वारा कागजों में खरीद उच्च क्वालिटी की दर्शाई जाती थी, लेकिन इसके विपरीत खरीद बिल्कुल घटिया क्वालिटी की होती थी, जोकि बामुश्किल 20-30 फीसदी ही धरातल पर उगती थी द्य इसके साथ साथ वितरण में भी भारी अनियमितता बरती जाती थी।

आइये मिलकर माँ गंगा की दिव्यता को चिरस्थायी बनाये रखने का संकल्प लें

-‘जल आंदोलन बने जन आंदोलनः स्वामी चिदानन्द सरस्वती ऋषिकेश। वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को माँ गंगा स्वर्ग लोक से शिवजी की जटाओं से होती हुई धरती पर अवतरित हुई थीं, इसलिये आज के दिन को माँ गंगा के ‘अवतरण दिवस गंगा सप्तमी’ के रूप में मनाया जाता है। माँ गंगा भारत की सबसे बड़ी नदी है जिसेे जाह्नवी, गंगे, शुभ्रा, सप्तेश्वरी, भागीरथी और विष्णुपदी सहित कई नामों से जाना जाता है। आज गंगा सप्तमी के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने सात्विक गंगा स्नान कर माँ गंगा का अभिषेक किया। उन्होंने कहा कि गंगा एक नदी नहीं बल्कि हम भारतीयों की ‘माँ’ है। माँ गंगा एकमात्र ऐसी नदी है जो तीनों लोकों स्वर्गलोक, पृथ्वीलोक और पातल लोक से होकर बहती है। तीनों लोकों की यात्रा करने वालों को त्रिपथगा से संबोधित किया जाता है। राजा भगीरथ जो कि इक्ष्वाकु वंश के एक महान राजा थे उन्होंने कठोर तपस्या कर माँ गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर अपने पूर्वजों को निर्वाण प्रदान कराने हेतु घोर तप किया था। राजा भगीरथ की वर्षों की तपस्या के बाद, माँ गंगा भगवान शिव की जटाओं से होती हुईं पृथ्वी पर अवतरित हुईं। पृथ्वी पर जिस स्थान पर माँ गंगा अवतरित हुई वह पवित्र उद्गम स्थान गंगोत्री है। माँ गंगा ने न केवल राजा भागीरथ के पूर्वजों के उद्धार किया बल्कि तब से लेकर आज तक वह लाखों-लाखों लोगों को ‘जीवन और जीविका’ प्रदान कर रही हैं तथा भारत की लगभग 40 प्रतिशत आबादी गंगा जल पर आश्रित हैं। हरिद्वार में लगने वाला विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला ‘कुंभ’ भी माँ के पावन तट पर आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा के जल में डुबकी लगाने के लिये एकत्र होते हंै। पवित्र गंगा में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता हैं। माँ गंगा को स्पर्श करने मात्र जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति और मोक्ष प्राप्त होता है इसलिए मृतकों की राख को उनके परिवार जन पवित्र गंगा जल में विसर्जित करते हैं परन्तु अब तो गंगा के तटों पर शवों का अंतिम संस्कार, आंशिक रूप से जले हुए शव और वर्तमान समय में तो सीधे जल समाधि दी जा रही हैं तथा शवों को गंगा में बहाया जा रहा है जिससे जल प्रदूषित हो रहा है और जल की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा हैं। जिससे जलीय जीवन के साथ-साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ सकता है, इसे तत्काल सरकार और समाज द्वारा रोका जाना चाहिये। स्वामी जी ने कहा कि अभी तक माँ गंगा मनुष्यों का कायाकल्प और उन्हें जीवन प्रदान करती आ रही हैं परन्तु अब गंगा के कायाकल्प की जरूरत है क्योंकि धार्मिक और सामाजिक परम्परायें, धार्मिक आस्था और सामाजिक मान्यताओं के कारण माँ गंगा में प्रदूषण बढ़ाने लगा हैं।

पीएचसी राजपुर और भगवंतपुर में आक्सीजन बेड की व्यवस्था करने के दिए निर्देश

देहरादून। सीमांत पेरीअरबन व ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधाओं को कोविड उपचार के अनुकूल बनाने के क्रम में मंगलवार को देहरादून जनपद के कोविड उपचार व्यवस्थाओं के प्रभारी मंत्री तथा सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, एम0एस0एम0ई0 तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा राजपुर एवं भगवंतपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर वहां मौजूद व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राजपुर धर्मशाला प्रांगण में संचालित हो रहे राजकीय एैलोपेथिक चिकित्सालय में विद्युत संयोजन पुनः स्थापित करने हेतु विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। अस्पताल की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा0 आशीष को उन्होंने तत्काल विद्युत संयोजन हेतु ऑनलाईन आवेदन करने हेतु निर्देशित किया ताकि विद्युत विभाग अस्पताल को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करवा सके। भगवंतपुर पहुंचे काबीना मंत्री को अस्पताल के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 आशाराम नौटियाल ने अवगत करवाया कि अस्पताल में नियुक्त आयुर्वेदिक चिकित्सक डा0 जगमोहन द्वारा आयुष पद्वति से भी उपचार दिया जाता है। वर्तमान में इस अस्पताल में 45 वर्ष से ऊपर की आयु वालों हेतु वेक्सिनेशन सेंटर भी संचालित किया जा रहा है तथा ओ0पी0डी0 सुविधा भी सुचारू रूप से संचालित हो रही है। काबीना मंत्री द्वारा सुझाव दिया गया कि चूंकि अस्पताल परिसर में समस्त प्रारम्भिक सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा ओ0पी0डी0 भी संचालित हो रही है। इसलिए किसी अन्य अनुकूल स्थान पर 05 ऑक्सीजन बेड युक्त कोविड उपचार (प्राथमिक) केन्द्र बना कर स्थानीय निवासियों को लोकल में ही कोविड उपचार उपलब्ध करवाया जा सकता है। इस प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर तथा मनोनीत पार्षद सुन्दर कोठाल ने काबीना मंत्री को आगामी 04 दिनों में कोविड उपचार केन्द्र संचालित किए जाने हेतु उपयुक्त स्थान चिन्हित कर लेने की बात कही। जिपं उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर द्वारा काबीना मंत्री के समक्ष क्षेत्र के रिखोली, भितरली, गंगोल पंडितवाडी तथा भगवंतपुर इत्यादि क्षेत्रों में कोविड जांच शिविर आयोजिन करने की मांग की। मंत्री ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को जांच शिविर लगाने हेतु व्यवस्था बनाने को कहा। काबीना मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा निर्देशित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने तथा उपचार हेतु तत्काल प्रयास किए जाएं। इसी क्रम में हम अपने नगरों के सीमांत क्षेत्रों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी, जांच तथा उपचार सुविधाएं विकसित करने के काम में लगे हैं।

पीएम ने डीएम एवं आयुक्तों से लिया फीडबैक, कोविड की रोकथाम को मांगे सुझाव

देहरादूना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में कोविड-19 की रोकथाम के लिए उत्तराखंड समेत 10 राज्यों के 46 जिलाधिकारी एवं आयुक्तों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फीडबैक लिया। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय सेवर्चुअल जुड़ते हुए प्रतिभाग किया। उत्तराखंड से जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने इस वर्चुअल बैठक में प्रतिभाग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधानी देहरादून में कोविड की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से फीडबैक लिया और भविष्य में भी कोविड-19 की रोकथाम हेतु सुझाव माँगे। इस दौरान जिलाधिकारी देहरादून ने राज्य सरकार द्वारा देहरादून कम्युनिटी सर्विलांस, डिसेंट्रलाइजेशन टेस्टिंग, होम आइसोलेशन किट और टेली मेडिसन जैसी व्यवस्थाओं के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, मुख्यसचिव ओम प्रकाश, स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी व अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री एवं अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में संक्रमण रोकने के लिए और माइक्रो लेवल प्लान तैयार किए जाएं। प्रदेश में टेस्टिंग अधिक से अधिक बढ़ाई जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी स्तर पर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से विधानसभा से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक समितियों का गठन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि नौजवानों के वैक्सीनेशन के साथ ही प्रदेशभर के दिव्यांग जनों के वैक्सीनेशन हेतु अलग से प्लान तैयार किया जाए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में मानसून की चुनौती को देखते हुए प्रदेश के सभी अस्पताल, कोविड केअर सेंटर में विद्युत आपूर्ति एवं जरूरी सुविधाओं की अभी से तैयारी कर ली जाए, ताकी समय से परेशानियों को दूर किया जा सके।

वेदऋचाओं के उद्घोष के साथ खुले विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट

देहरादूना। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज मंगलवार को वैदिक मंत्रोचार एवं शास्त्रोक्त विधि-विधान से आज मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में प्रातरू 4 बजकर 15 मिनट पर खोल दिये गये है। ग्रीष्म काल में निरंतर भगवान बदरीविशाल की पूजा- अर्चना होगी। इस अवसर पर मंदिर तथा मंदिर मार्ग को श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति द्वारा लगभग 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया थाघ्। प्रातः तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी श्री कुबेर जी बामणी गांव से लक्ष्मी द्वार से मंदिर प्रांगण पहुंचे। श्री उद्धव जी भी मुख्य द्वार से अंदर पहुंचे। ठीक प्रातरू 4 बजकर 15 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले इस अवसर पर कुछ ही लोग अखंड ज्योति के गवाह बने। रावल जी द्वारा गर्भगृह में प्रवेशकर मां लक्ष्मी को उनके परिक्रमा स्थित मंदिर में विराजमान किया तत्पश्चात भगवान के सखा उद्धव जी एवं देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी मंदिर गर्भगृह में विराजमान हो गये। डिमरी पंचायत प्रतिधियों द्वारा भगवान बदरीविशाल के अभिषेक हेतु राजमहल नरेन्द्र नगर से लाये गये तेल कलश( गाडू घड़ा) को गर्भ गृह में समर्पित किया। इसके साथ ही भगवान को माणा गांव के महिला मंडल द्वारा शीतकाल में कपाट बंद करते समय औढाया गया घृतरू कंबल उतारा गया तथा प्रसाद स्वरूप बांटा गया। भगवान के निर्वाण दर्शन के बाद अभिषेक किया गया। तत्पश्चात भगवान बदरीविशाल का श्रृंगार किया गया इस तरह निर्वाण दर्शन से श्रृंगार दर्शन की प्रक्रिया पूरी होती है। इस संपूर्ण पूजा प्रक्रिया में रावल, डिमरी भीतरी वडुवा, आचार्यों, हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों की भूमिका रही। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रथम महाभिषेक प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी के नाम से जनकल्याण एवं आरोग्यता की भावना से समर्पित किया गया है। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी श्रद्धालुजनों को बधाई दी है तथा सभी के आरोग्यता की कामना की । कहा है कि लोग अपने घरों में रहकर पूजापाठ करें। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई कहा कि कोरोना की समाप्ति के बाद चारधाम यात्रा पुनरू शुरू होगी। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर बधाई दी है कहा कि श्री बदरीनाथ धाम को आध्यात्मिक हब के रूप में विकसित करने हेतु शासन के स्तर पर प्रयास जारी है। कई संस्थाये इसके लिए आगे आ रही है। गढ़वाल आयुक्त उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि श्री बदरीनाध धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारों धामों के कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई। कहा अभी यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं है लेकिन स्थितियां सामान्य होने पर यात्रा को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जा सकता है। कपाट खुलने के अवसर पर रावल ईश्वरीप्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी.सिंह, उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, डिमरी पंचायत पदाधिकारी आशुतोष डिमरी, विनोद डिमरी, तहसील दार चंद्रशेखर वशिष्ठ पुलिस जिला प्रशासन आईटीबीपी, सेना के अधिकारी मौजूद रहे। देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड द्वारा मंदिर परिसर,बस टर्मिनल तथा स्वागत कार्यालय, आवासों में पर्याप्त सेनिटाईजेशन किया है, कपाट खुलने के दौरान कोविड बचाव मानकों का पालन हुआ मास्क पहनना, सोशियल डिस्टेंसिंग, सेनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग का प्रयोग हो रहा है। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही मंदिर परिक्रमा स्थित मंदिरों माता लक्ष्मी मंदिर, हनुमान जी, गणेश जी, श्री आदि केदारेश्वर, श्री शंकराचार्य मंदिर,माता मूर्ति मंदिर माणा तथा पंच बााादरी में एक श्री भविष्य बदरी मंदिर के कपाट भी खुल गये है जबकि चारधामों में से श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, श्री गंगोत्री धाम के 15 मई, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को खुल चुके है। तृतीय केदार तुंगनाथ जी एवं चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट भी 17 मई को खुल गये है। द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं जबकि श्री हेमकुंड गुरूद्वारा साहिब तथा लोकपाल श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी तय नहीं है।

Friday, 14 May 2021

कोरोना महामारी के कारण दिवंगत हुए व्यापारियों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करें सरकार, दून वैली महानगर उधोग व्यापार मंडल ने सीएम को भेजा ज्ञापन

देहरादून। दून वैली महानगर उधोग व्यापार मंडल ने कोरोना महामारी के कारण दिवंगत हुए व्यापारियों के परिजनों को तुरन्त आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की मांग की है। व्यापार मंडल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को एक ज्ञापन भेजा है। व्यापार मंडल का कहना है कि जो लोग हॉस्पिटलांे मंे जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं या स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं उनके इलाज का सारा खर्चा सरकार द्वारा वहन किया जाना चाहिए ताकि विपदा की घड़ी मे परिवार वालों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। दून वैली महानगर उधोग व्यापार मंडल के द्वारा मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि इस ज्ञापन का तुरंत संज्ञान लेते हुए और आमजन की समस्याओ को समझते हुए तत्काल उचित कार्यवाही कर इन सबको सहायता प्रदान करें। व्यापार मंडल का कहना है कि पिछले एक वर्ष से कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा जो भी निर्देश दिए जा रहे हैं उनका सख्ती से पालन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री व्यापारी वर्ग की इस विकट समस्या को समझते हुए व्यापारी वर्ग के हित में फैसला लें। दून वैली महानगर उधोग व्यापार मंडल ने कोरोना काल में दिवंगत हुए व्यापारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारों के प्रति सवेंदना प्रकट की है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन ने कहा हम कोरोना के कारण दिवंगत हुए अपने उन सभी व्यापारी भाइयों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस दुख की घड़ी में भगवान से प्रार्थना करते हैं कि परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। हम इन सभी परिवारों के साथ इस संकट की घड़ी में खड़े हैं। हम शासन से अपील करते हैं कि कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। वर्चुअल बैठक में पंकज दिदान, राकेश किशोर गुप्ता, विश्वनाथ कोहली, संतोष कोहली, तेज प्रकाश तलवार, सुशिल अग्रवाल, रवि मल्होत्रा, शेखर फुलारा, हरीश विरमानी, बलदेव पराशर, राजीव सच्चर, जसपाल छाबड़ा, विनय नागपाल, महेश महेन्द्रू, विनीत मिश्रा, रोहित बहल, शैलेश चांदना, राजेश गोयल, हरमीत जैसवाल, सुरेश गुप्ता, सचिन डोरा, हरजीत सिंह, सनी कुमार, गोपाल कपूर, दिव्य सेठी, मनन आनंद, मोहित मेहता, मनीष मोनी, नितेश मल्होत्रा, हेम रस्तोगी, अमरदीप सिंह, पुनीत सेहगल, दीपू नागपाल आदि जुड़े।

Wednesday, 12 May 2021

अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेगी राज्य सरकार

देहरादून। राज्य सरकार ने विदेशों से वैक्सीन का आयात करने का लिया निर्णय लिया है। इसके लिए कमेटी गठित की गई है। राज्य सरकार अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेगी। कोविड-19 की स्थिति को लेकर सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान की गई। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विदेशों से वैक्सीन का आयात किया जाए और इसके लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी में पांच सदस्य हैं, अपर सचिव युगल किशोर पंत, अपर सचिव अरूणय सिंह चैहान, निदेशक अभिप्राप्ति चिकित्सा महानिदेशालय, खजानचंद पांडे राज्य वित्त सेवा के अधिकारी और पीपीई किट प्रकोष्ठ नियोजन विभाग, उत्तराखंड शासन में तैनात सुमंत शर्मा हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार से भी हम लगातार वार्ता कर रहे हैं। जितनी वैक्सीन अभी मिली है, वे अपेक्षाकृत कम है। इस महीने हमें 8 लाख और अगले महीने 9 लाख वैक्सीन मिल पाएगी, उसमें भी यह शर्त है कि जिन्हें वैक्सीन का फर्स्ट डोज लग चुका है, उन्हें सेकंड डोज दिया जाए। उन्होंने बताया कि देश की प्रमुख कंपनियों से भी हमारी बातचीत चल रही है कि वे केंद्र सरकार के अतिरिक्त हमें भी वैक्सीन दे। कुछ वैक्सीन हमें मिल भी चुकी है और कुछ मिलनी बाकी है। हम अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेंगे। इसके लिए समिति गठित हो गई है और धनराशि की भी व्यवस्था हो गई है। जो हॉस्पिटल एवं दवा विक्रेता वो ओवर चार्जिंग कर रहे हैं या दवा की कालाबाजारी कर रहे हैं या वास्तविक दवा न देकर नकली दवाइयां दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव ने बताया कि हमारे पास 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंची है और हमें रोज 60 टन ऑक्सीजन चाहिए। अभी हमें 20-20 मीट्रिक टन के दो कंटेनर अलॉट हुए हैं। हमने केंद्र सरकार से कंटेनर उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है और हमें विश्वास है कि शुक्रवार तक हमें 6 कंटेनर और मिल जाएंगे। अभी हमें दो कंटेनर मिले हैं। आईजी श्री अमित सिन्हा ने बताया कि कल 110 के करीब स्थानों पर दबिश दी गइ्र्र थी, हमें कालाबाजारी की भी काफी सूचनाएं मिलती हैं, जिनके आधार पर 136 स्थानों पर कल दबिश दी गई थी। अब तक कुल 24 एफआईआर हुई हैं, 35 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 204 की बरामदगी हुई है। 587 लोगों को मास्क न पहनने पर चालान हुआ है, 6057 लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन पर चालान हुआ है। उन्होंने बताया कि हमने अब तक 4 करोड़ 26 लाख रूपए का शमन शुल्क वसूला है। अब तक 2 लाख 61 हजार लोगों का चालान कट चुके हैं। नकली दवाई बेचने पर सजा आजन्म कारावास है। मेरा जनता से अनुरोध है कि जनता सामने आए और कालाबाजारी करते या नकली दवाई बेचते दिखें तो उसकी हमें सूचना दे। उस पर तुरंत जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। सचिव डॉ पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि हमारी टेक्निकल कमेटी के एक्सपर्टस ने हमें सलाह दी है कि हमें कोविड की गंभीरता को कम करना है तो यदि हम प्रोफाइलेक्सिस देंगे तो इसके अच्छे परिणाम होंगे। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हम अपनी पूरी जनसंख्या को दवाई देंगे। इसमें आइवरमेक्टिन दवाई का प्रयोग किया जाएगा। इसकी प्रोसेस शुरू कर दी गई है। इसमें एडल्ट्स को तीन दिन दी जाएगी। इसका बहुत कम साइड इफेक्ट हैं। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नहीं दी जाएगी।

Tuesday, 11 May 2021

पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की हालत नाजुक

ऋषिकेश। ऋषिकेश एम्स में भर्ती पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की हालत नाजुक है। सांस में तकलीफ और पैरो में सूजन के बाद डाक्टरों ने उन्हें कोविड आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है। वहीं उनका ब्लड शूगर लेवल और ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ है। एम्स के विशेषज्ञों की टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रख रही है। पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा को बीते आठ मई को उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। उन्हें बीते 15 दिनों से बुखार और खांसी की शिकायत थी। वह बीते 23 अप्रैल से अस्वस्थ चल रहे हैं। एम्स में कोविड जांच में वे पॉजिटिव मिले थे। बीते सोमवार की रात सुंदरलाल बहुगुणा को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी। पहले उनको आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। लेकिन बाद उन्हें कोविड आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने बताया कि उन्हें सोमवार देर रात को कोविड आईसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। पांच लीटर ऑक्सीजन सपोर्ट के बाद फिलहाल उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल 97 प्रतिशत है। उनका इलाज कर रहे डाक्टरों के अनुसार उन्हें एनआरबीएम मास्क से ऑक्सीजन दी जा रही है। हरीश थपलियाल ने बताया कि सुंदर लाल बहुगुणा हृदय रोग, डायबिटीज और हाईपरटेंशन के रोगी भी हैं। करीब 20 साल पहले उनके हार्ट में दो स्टंट लग चुके हैं। तभी से वे दवाएं ले रहे हैं। पिछले कुछ समय से वह बिस्तर पर हैं। कार्डियॉ

कोरोना की दूसरी व तीसरी लहर से निपटने को हाई पावर टास्क फोर्स का गठन

देहरादून। कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे राज्य में महामारी के बढ़ते प्रकोप के प्रबंधन के लिए मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में कोविड-19 हाई पावर टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स कोरोना की तीसरी लहर से पूर्व नियंत्रण को लेकर रणनीति भी बनाएगी। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने मंगलवार को टास्क फोर्स गठन के आदेश जारी किए। जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य में कोविड-19 महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है। इसके प्रबंधन के लिए हाई पावर टास्क फोर्स बनाई गई है। यह फोर्स राज्य में महामारी के प्रबंधन के लिए लगातार समीक्षा करेगी। तात्कालिक आवश्यकता को देखते हुए प्रभावी निर्णय लेगी। भविष्य की महामारी के नियंत्रण के लिए रणनीति तैयार करेगी। टास्क फोर्स में अपर मुख्य सचिव नियोजन मनीषा पंवार, सचिव स्वास्थ्य व वित्त अमित सिंह नेगी, सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली, सचिव वित्त सौजन्या, सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सोनिका, उत्तराखंड चिकित्सा विवि के कुलपति, महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, डॉ. भार्गव गायकवाड़, एमडी कम्युनिटी मेडिसिन, प्रभारी अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व मुख्य सचिव की अनुमति से विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं।

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मुनस्यारी: उत्तराखंड का मिनी कश्मीर

मुनस्‍यारी: मुनस्‍यारी विशाल हिमालय की तलहटी पर स्थित उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन है। राज्य के पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत यह पहाड़ी गंतव...