मिंत्रा ने अपनी एंड ऑफ रीजन सेल का 14वां संस्करण शुरु किया

देहरादून। मिंत्रा ने अपनी फ्लैगशिप ईवेंट, एंड ऑफ रीजन सेल (ईओआरएस) का 14वां संस्करण शुरु करने की घोषणा की है। यह सेल 3 जुलाई से 8 जुलाई तक चलेगी। इस मेगा फैशन कार्निवल का यह सबसे बड़ा संस्करण 3000 से ज्यादा ब्रांड्स के 9 लाख से ज्यादा स्टाईल लेकर आया है और यह 50 मिलियन से ज्यादा ग्राहकों की फैशन एवं लाईफस्टाईल की जरूरतों को पूरा करेगा। छः दिन की अवधि में इस प्लेटफॉर्म पर ट्रैफिक पिछले साल जून के संस्करण के मुकाबले 75 प्रतिशत ज्यादा होने की उम्मीद है तथा बीएयू के मुकाबले मांग तीन गुना होने की उम्मीद है। पिछले कुछ महीनों में मिंत्रा पर क्षेत्र में पहली बार के यूजर्स की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज हुई है, जिससे शॉपिंग के प्रति लोगों का गहरा रूझान प्रदर्शित होता है। इससे इस मेगा ईवेंट के लिए उत्साहजनक एवं सकारात्मक रुख स्थापित होता है, जो ग्राहकों को सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए ‘अब तक के सर्वश्रेष्ठ’ ऑफर प्रदान करने पर केंद्रित है। एसएमई को बल देते हुए, मिंत्रा ने ‘मेड इन इंडिया’ हैंडलूम संग्रह को जून, 2020 के संस्करण के मुकाबले कई गुना ज्यादा मजबूत कर लिया है और 1800 ब्रांड्स के 20,000 स्टाईल प्रस्तुत कर रहा है। ईओआरएस शुरू होने के बारे में अमर नागराम, सीईओ, मिंत्रा ने कहा, ‘‘फैशन का ईकोसिस्टम, जैसे ब्रांड्स, सप्लायर्स, करीगर, एसएमई एवं डिलीवरी पार्टनर्स आदि व्यवसाय में गति आने का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ईओआरएस का यह संस्करण आत्मविश्वास एवं वृद्धि में बढ़ोत्तरी करेगा, जिसके आधार पर उद्योग का विकास होगा। यह ईवेंट छोटे, मध्यम एवं बड़े ब्रांड्स के लिए मांग बढ़ाकर उम्मीद की किरण देगी अैर किराना (मेन्सा) नेटवर्क सहित डिलीवरी पार्टनर्स के लिए आय के अवसर बढ़ाएगी तथा ग्राहकों को शॉपिंग की खुशी प्रदान करेगी। हम चैरिटी एट चेकआउट फीचर भी प्रस्तुत कर रहे हैं और अपने सभी ईओआरएस शॉपर्स को समाज की मौजूदा हैल्थकेयर जरूरतों के लिए कुछ राशि अनुदान में देने में भी समर्थ बना रहे हैं।’’

Popular posts from this blog

व्यंजन प्रतियोगिता में पूजा, टाई एंड डाई में सोनाक्षी और रंगोली में काजल रहीं विजेता

नेशनल एचीवर रिकॉग्नेशन फोरम ने विशिष्ट प्रतिभाओं को किया सम्मानित

शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को एसएसपी को भेजा पत्र, DG शिक्षा से की विभागीय कार्रवाई की मांग