राज्य में कर्फ्यू 13 जुलाई तक बढ़ा, शॉपिंग मॉल 50 फीसद क्षमता के साथ खुल सकेंगे
देहरादून। उत्तराखंड में अनलॉक प्रक्रिया के तहत सरकार ने कोविड कर्फ्यू में और ढील दे दी है। वहीं कर्फ्यू 13 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है। प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू को 13 जुलाई सुबह छह बजे तक बढ़ा दिया गया है। वहीं अब शॉपिंग मॉल 50 फीसद क्षमता के साथ खुल सकेंगे। लेकिन स्विमिंग पूल और सिनेमा हॉल खोलने पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
वहीं अब व्यापारिक संगठन अपने हिसाब से एक दिन दुकानें बंद कर सकेंगे। प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों के लिए निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता जारी रहेगी। मैदानी क्षेत्रों से पहाड़ी इलाकों में जाने के लिए भी निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य रहेगी। अभी प्रदेश में स्कूल नहीं खुलेंगे। प्रदेश सरकार ने 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सभी कोचिंग सेंटर और जिम खोलने की अनुमति पहले ही दे दी है। इनमें केवल 18 साल की आयु से ऊपर के छात्रों व अभ्यर्थियों को ही प्रवेश की अनुमति है। पहले की तरह पर्यटन स्थल नैनीताल और मसूरी रविवार को खुलेंगे। इसके स्थान पर मंगलवार को बंद रहेंगे। अन्य पर्यटन स्थलों के संबंध में जिलाधिकारी अपने विवेक से निर्णय लेंगे। परिस्थितियों के अनुसार वे अपने जिले के पर्यटन स्थलों को भी रविवार को खुला व मंगलवार को बंद रख सकते हैं। सरकार ने राज्य में स्थित सभी संरक्षित क्षेत्र, टाइगर रिजर्व, चिड़ियाघर व वन विभाग के अधीन आरक्षित वन को खोल दिया गया है।
प्रदेश में सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान (बाजार) खुलेंगे। सब्जियां, मिठाई व अन्य दुकानें भी शाम सात बजे तक खुलेंगी। प्रदेश में खेल संस्थान, स्टेडियम व खेल के मैदान भी 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ 18 वर्ष से ऊपर वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के खोल दिए गए हैं। खेल विभाग इसके लिए अलग से एसओपी जारी करेगा। आईएसबीटी देहरादून से दिल्ली के लिए बस सेवा शुरू होने के बाद अब प्रदेश के अन्य शहरों से भी बस संचालन शुरू हो गया। हालांकि अभी यूपी से अनुमति न होने के चलते वाया करनाल ही बसों का संचालन किया जा रहा है। मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद उत्तराखंड सरकार ने कोविड कर्फ्यू लगा दिया था। इस दौरान बाहरी प्रदेशों के लिए बसों का संचालन बंद हो गया था। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान, हिमाचल समेत सभी प्रदेशों से आने वाली बसों को प्रदेश के बॉर्डर पर ही रोका जा रहा था। वहीं उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों को भी उत्तराखंड बॉर्डर तक ही भेजा जा रहा था। अब संक्रमण का ग्राफ कम होने के बाद बसों का संचालन धीरे-धीरे शुरू कर दिया गया है।