पंडित गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय का केंद्रीयकरण को युवा उक्रांद बर्दाश्त नहीं करेगा

देहरादूना। इंद्रमणि बडोनी की पुण्यतिथि के अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही पंडित गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय के केंद्रीकरण किए जाने को लेकर केंद्र सरकार के इस फैसले के विरोध में एकदिवसीय धरने का कार्यक्रम रखा, उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पंत नगर देश में ही नहीं अपितु पूर्ण विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जिस प्रकार से केंद्र सरकार के इशारे पर कृषि विश्वविद्यालय की 1072 एकड़ भूमि को एयरपोर्ट बनाने के लिए दिए जाने का फैसला है। यह वहाँ पर अध्ययन कर रहे छात्रों एवं अन्य प्रकार से दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि कृषि भूमि की उर्वरक क्षमता एवं एवं विभिन्न बीजों के शोध के लिए यहां पर हरित क्रांति में भी महत्वपूर्ण स्थान रहा है, इसके साथ ऐतिहासिक रूप से देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा 17 नवम्बर 1960 को राष्ट्र को समर्पित किया गया, इस विश्विद्यालय की स्थापना से कृषि शिक्षा, अनुसंधान, विकास में नई क्रांति आयी, यहां से शोध किए हुए बीजों एवं फसलों से जहां एक ओर कई सकारत्मक परिणाम मिलते है वही दूसरी तरफ किसानो की आय दुगनी हो जो कि माननीय प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है, लेकिन इस प्रकार से कृषि भूमि को एयरपोर्ट के लिए दिया जाना वहाँ पर छात्रों के अध्ययन को प्रभावित करने के साथ ही, भूमि की उर्वरता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा, युवा उक्रांद के दिनेश नेगी ने कहा कि राज्य द्वारा संचालित कृषि विश्वविद्यालय का केंद्रीकरण किया जाना भी राज्य का अपमान है क्योंकि जिस प्रकार से उत्तराखंड के एक बड़े भू भाग में फैला यह विश्वविद्यालय जहां राज्य को पूरे विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी पहचान दिलाता है, वही यहां पर उत्तराखंड के छात्रों को उचित छूट एवं राज्य के लोगों के लिए रोजगार के द्वार खोलता है, केंद्रीय विश्वविद्यालय से यहां के छात्रों को जो लाभ मिलता है इससे भी वंचित होना पड़ेगा,! पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष बी डी रतूड़ी ने युवाओं का मार्गदर्शन किया और विश्विद्यालय को बचाने के लिए प्रदेश स्तर पर युवाओं को जागरूक करने की बात कही, और कहा कि राज्य को विशिष्ट पहचान दिलाने वाले एवं पूरे देश में कृषकों के लिए उन्नत बीजों के शोध के क्षेत्र मे अग्रणी कृषि विश्वविद्यालय का केंद्रीकरण एवं एयरपोर्ट के लिए दिए जाने पर तत्काल रोक लगे, ताकि विश्वविद्यालय जिस उदेश्य के लिए देश दुनिया में प्रसिद्ध है, वह प्रसिद्धि बनी रहे। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेन्द्र पंवार, प्रदेश के संसाधनो को बचाने की बात कही, इस अवसर पर, युवा उक्रांद के परवीन रमोला, ब्रिज मोहन सज्वाड़, सचिन नौटीयाल, विनीत सकलानी, अंकेस भंडारी, कमल कांत, देवेन्द्र रावत, किरन रावत, शकुंतला रावत, प्रताप कुँवर, उत्तम रावत, सुनील ध्यानी आदि मौजूद थे।

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