Thursday, 9 September 2021
रेकिट और पहल ने की 5 नए राज्यों में हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज की स्थापना
देहरादून। दुनिया की प्रमुख कंज्यूमर हेल्थ एवं हाइजीन कंपनी रेकिट, अपने साझेदार जागरण पहल के साथ, हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज का विस्तार करने जा रही है। इसके तहत कंपनी महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अपने मौजूदा केंद्र के अलावा 5 राज्यों में कॉलेज खोलने जा रही है। ये पांच राज्य पंजाब, उत्तराखंड, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश हैं। इस विस्तार के साथ, कॉलेज का लक्ष्य 1 वर्ष में 7,000 सफाई कर्मचारियों को सम्मानजनक और स्वस्थ जीवन जीने के काबिल बनाना और उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित करना है। कॉलेज में उन्हें जो प्रशिक्षण प्राप्त होता है, वह उन्हें सही नई तकनीक और कौशल से लैस करता है। यहां उन्हें मशीनों का उपयोग करने की ट्रेनिंग मिलती है। साथ ही रोकथाम की रणनीतियों, उनके अधिकार और पात्रता को समझने पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त होता है। यह प्रशिक्षण उन्हें प्रतिष्ठित और मान्यता प्राप्त ग्लोबल, राष्ट्रीय और स्थानीय संगठनों में सुरक्षित नौकरी हासिल करने में मदद करता है। इस पहल के तहत, कॉलेज 50 स्वयं सहायता समूहों को भी सहायता प्रदान करेगा जो अंतिम व्यक्ति तक जागरूकता फैलाने का काम करेंगे। इन समूहों को माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के साथ जोड़ा जाएगा। जिसकी मदद से एक सहकारी मॉडल तैयार करने में उन्हें मदद प्रदान की जाएगी। हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज का मुख्य उद्देश्य सफाई कर्मचारियों को एक गहन और व्यापक प्रशिक्षण और पोस्ट प्लेसमेंट मदद प्रदान करना है, जिससे वे आजीविका के वैकल्पिक अवसर प्राप्त कर सम्मानजनक जीवन जी सकें।
भारत में सफाई कर्मचारी जिन गंभीर वित्तीय, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करते हैं, उसे देखते हुए उन्हें सुरक्षा देने और बेहतर जीवन प्रदान करने की सख्त जरूरत है। डालबर्ग की एक रिपोर्ट सेनिटेशन वर्कर सेफ्टी एंड लाइवलीहुड इन इंडिया के अनुसार, भारत में 5 मिलियन (लगभग) पूर्णकालिक के समान सफाई कर्मचारी हैं। जोखिम के स्तर तथा नीतिगत मान्यता के आधार पर इनमें अंतर किया जाता है। इनमें से 1 मिलियन सफाई कर्मी शहरी क्षेत्रों में हैं, जो नाली और सामुदायिक सफाई के लिए काम कर रहे हैं, वहीं 6 लाख सफाई कर्मी शौचालय की सफाई के काम में लगे हुए हैं।
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