कोविड कर्फ्यू से प्रभावित व्यापार नहीं पकड़ पा रहा रफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड सरकार से राज्य में कोविड-19 लॉकडाउन सम्बंधित नए दिशानिर्देश जारी किये गए। इसमें कोविड कर्फ्यू को एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया है। यह 21 सितम्बर तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान समस्त बाजार सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक खुलेंगे और साप्ताहिक बंदी पहले के अनुसार लागू रहेगी। लेकिन एक तथ्य यही भी है कि सुरक्षा के मद्देनजर कोविड कर्फ्यू के निर्देशों में किसी तरह का फेरबदल न करने के फैसले से व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ेगा। जो काफी समय से सरकार से राहत कदमों की उम्मीद लगाए है। क्योंकि लॉकडाउन का सबसे बुरा असर व्यापार और इससे जुड़े लोगों पर पड़ा। छोटे फुटकर व थोक दुकादारों, संस्थानों से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल, कॉम्प्लेक्स इत्यादि आज भी नुकसान से नहीं उबर पाए हैं। नतीजन लाखों की संख्या में लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इकॉनमी के आंकड़ों के हिसाब से उत्तराखंड में वित्त वर्ष 2020 में बेरोजगारी दर 10.99 प्रतिशत पहुँच गयी, जो वित्त वर्ष 2016-17 में 1.61 प्रतिशत थी। यानि भले ही कोरोना महामारी से लोगों को थोड़ी राहत मिली हो लेकिन बेरोजगारी और इसके चलते आम लोगों को हर रोज अपनी आजीविका चलाने के लिए संघर्ष करना किसी महामारी जितना भयावह है। हालाँकि उत्तराखंड से सटे पड़ोसी राज्यों ने समय के साथ कोविड कर्फ्यू में काफी ढील दी। जिससे यहाँ के व्यापार जगत में तेजी आना लाजमी है। लेकिन उत्तराखण्ड सरकार ने अभी भी कोविड कर्फ्यू के मामले में बहुत आक्रामक रुख नहीं अपनाया है। इससे कोविड के मामलों को रोकने में शायद मदद मिले लेकिन इससे उपजे व्यापारिक नुकसान व बेरोजगारी में सुधार आना चुनौती भरा है। शहर के होटल संचालक अभिमन्यु रतूड़ी का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान बिजनेस को भारी नुकसान हुआ और धीरे-धीरे लॉकडाउन खुलने के बाद ग्राहक फिर से मार्केट में आए। हालाँकि वीकेंड कर्फ्यू की वजह से अब भी पुरानी रफ़्तार पकड़ना मुश्किल है। ज्यादातर लोग इन दिनों में ही घूमने निकलते है लेकिन मजबूरन हम बिजनेस करने में असमर्थ है और महामारी के बाद आज भी असर झेल रहे हैं। एक अन्य दुकानदार दिव्या थपलियाल कहती है कि लॉकडाउन खुलने के बाद हमनें सुरक्षा के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपना व्यापार फिर से शुरू किया। टूरिस्ट प्लेस होने से यहाँ खासकर वीकेंड में ग्राहकों की अच्छी चहल कदमी होती है। लेकिन कोविड कर्फ्यू से इस अवसर को अपने नुकसान की भरपाई के तौर पर नहीं भुना पा रहे। अन्य राज्यों ने लॉकडाउन ने ढील दी है और वहाँ व्यापार भी अच्छा चल रहा है। उम्मीद है उत्तराखंड में भी सरकार उचित सुरक्षा-निर्देशों के साथ कर्फ्यू में ढील देगी।

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