भारतीय जैन मिलन ने मनाया क्षमावाणी दिवस

देहरादूना। क्षमावाणी के अवसर पर जैन धर्मशाला में 108 मुनि श्री विबुद्ध सागर जी, 105 क्षुल्लक श्री समर्पण सागर जी के सानिध्य में भारतीय जैन मिलन द्वारा क्षमावाणी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल रहे। इस अवसर पर उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि जैन धर्म में यह है क्षमावाणी पर्व बहुत महत्व रखता है जिसको पर्युषण पर्व में क्षमा वाणी महापर्व भी कहा गया है। जिस तरह हम साल भर में एक बार दीवाली आने पर अपने घरों की सफाई करते हैं उसी तरह हम अपने आप की सफाई इन दस लक्षण धर्म के द्वारा आत्मा को पवित्र एवं सभी तरह की विकृति को दूर कर क्षमा याचना करते हैं देखिये घर को कितना भी साफ कर लो, धूल हो ही जाती है, हम कितनी भी कोशिश कर लें, भूल हो ही जाती है। क्रोध विकारी भाव है, उससे होते पाप हैं। क्षमा जीव का गहना है, सब संतो का कहना है। मैं भी मेरे और मेरे परिवार की तरफ से मन, वचन, काया से, ह्रदय से हाथ जोड़कर क्षमायाचना करता हूं। आपके परिवार में सभी को धर्म वृद्धि, सुख संपत्ति, और अच्छे स्वास्थ्य की मंगल कामनाऐं करते हैं। इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन नरेश चंद जैन ने छठ पर्व के अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि क्षमावाणी या क्षमा दिवस जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाया जाने वाला एक पर्व है। दिगम्बर इसे अश्विन कृष्ण मास की एकम को मनाते हैं। .इस पर्व पर सबसे अपने भूलों की क्षमा याचना की जाती है। इसे क्षमावाणी, क्षमावानी और क्षमा पर्व भी कहते है। इस अवसर पर जैन भवन महामंत्री हर्ष जैन ने कहा कि क्षमावाणी पर्व का अपना एक अलग ही महत्व होता है। यह हमें सहनशीलता से रहने की प्रेरणा देता है अपने से जाने अनजाने में हुई गलतियों के लिए खुद को क्षमा करना और दूसरे के प्रति भी इसी तरह का भाव रखना इस पर्व का महत्व है क्षमा पर्व मनाते समय अपने मन में छोटे बड़े का भेद भाव न रखते हुए सभी से क्षमा मांगना इस पर्व का उद्देश्य है। जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने कहा कि क्षमा जीवन का एक वह जरिया है माध्यम है जो सभी लोगों का जो मनमुटाव ईर्ष्या द्वेष है वह खत्म करके आपसी प्रेम और सद्भावना का संचार करता है। मैं अपने मन मन वचन काया से जाने अनजाने में अपने कटु व्यवहार के लिए क्षमा याचना करता हूं। इस मौके पर मीडिया प्रभारी मधु सचिन जैन ने बताया कि आज परम पूज्य संस्कार प्रणेता ज्ञान योगी 108 मुनि श्री सौरभ सागर जी महाराज के 27 वें दीक्षा दिवस के शुभ अवसर पर अमित जैन, सचिन जैन के सहयोग से विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर राकेश जैन, सचिन जैन, पल्लवी जैन, अजीत जैन, अमित जैन, आयुष जैन, संजय जैन, सुप्रिया जैन, अशोक, सुनील, विनय, महेंद्र, सुधीर, सुखमाल जैन आदि लोग मौजूद रहे।

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