दून के पैडमैन जय शर्मा ने चलाया रिकॉर्ड-सेटिंग 10 लाख सेनेटरी पैड वितरण अभियान

देहरादूना। मासिक धर्म की स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने और पीरियड्स के बारे में वर्जना को मिटाने के लिए, देहरादून स्थित एनजीओ जस्ट ओपन योरसेल्फ (जॉय) के संस्थापक जय शर्मा उत्तराखंड में एक रिकॉर्ड-सेटिंग सैनिटरी पैड वितरण अभियान चला रहे हैं। उत्तराखंड के श्पैडमैनश् जय द्वारा सैनिटरी पैड का वितरण इस साल अप्रैल में दूसरी कोविड-19 लहर के दौरान आरम्भ हुआ था, और इसका उद्देश्य वंचितों को 10 लाख सैनिटरी नैपकिन वितरित करना है। सेनेटरी पैड वितरण अभियान के बारे में बोलते हुए, जॉय के संस्थापक, जय शर्मा ने कहा, “भारत के कई हिस्सों में मासिक धर्म अभी भी वर्जित है। माता-पिता शायद ही कभी बच्चों के साथ मासिक धर्म की स्वच्छता पर चर्चा करते हैं क्योंकि उनमें से 70ः इसे एक गंदा विषय मानते हैं। आज के आधुनिक युग में भी लैंगिक समानता, गरीबी, मानवीय संकट और विषाक्त विश्वास मासिक धर्म को अभाव और कलंक के चरण में बदल सकते हैं और एक महिला के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल मासिक धर्म स्वच्छता की दिशा में प्राथमिक कदम है। हमारी ओर से यह वितरण अभियान मासिक धर्म के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में प्रयास करेगा और पीरियड्स के दौरान सेनेटरी पैड इस्तेमाल करने की अनिवार्यता के बारे में जानकारी देने में मदद करेगा। आगे बताते हुए, जय ने कहा, “हमें न केवल आपात स्थिति वे संकटों में बल्कि नियमित तौर पर मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता फैलाने के लिए निरंतर संघर्ष करने की आवश्यकता है। हमारा यह अभियान एक बेहद आवश्यक अंतर लाने की दिशा में एक ठोस व्युत्पत्ति होगी। हम सैनिटरी पैड का उपयोग करने के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए सदैव तत्पर हैं, और इस पहल के माध्यम से, हम उत्तराखंड की लगभग 10 लाख वंचित महिलाओं को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखते हैं। जय के नेतृत्व में जस्ट ओपन योरसेल्फ की टीम ने अप्रैल में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के दौरान सैनिटरी पैड के वितरण की शुरुआत करी थी।

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