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उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश पर केंद्रित है ‘द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म 

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-हिंदी फिल्म होने के बावजूद गढ़वाली शब्दों का समावेश है इस फिल्म में -फिल्म की शतप्रतिशत शूटिंग ’उत्तराखंड की वादियों में हुई देहरादून। उत्तराखंड में फिल्माई गई बाॅलीवुड फिल्म ’‘द ब्रेव चाइल्ड’’ हिंदी फिल्म होने के बावजूूद उत्तराखंडी लोकसंस्कृति, सभ्यता व लोकभाषा पर आधारित है। यह फिल्म राज्य के ग्रामीण परिवेश पर केंद्रित है। इस फिल्म की शतप्रतिशत शूटिंग उत्तराखंड की वादियों में हुई है। ’द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म में यहां के रहन-सहन और पहनावे का काफी मिश्रण है। फिल्म में कई शब्द गढ़वाली में प्रयोग किए गए हैं। इसके अलावा बोल-चाल में हिंदी में भी गढ़वालीपन साफ झलकता है। इस फिल्म में बेडु पाको बारमासा गाने को काफी महत्व दिया गया है।  फिल्म को आनंद चैक, कद्दूखाल, धनोल्टी, मालदेवता, रायपुर आदि जगहों पर फिल्माया गया है। फिल्म के मुख्य कलाकारों में रघुवीर यादव, तथास्तु, कृष्णा बिष्ट, कल्पना झा और अमेरिकन एक्टर एलेक्स ओनैल शामिल हैं। इसके अलावा 22 ऐक्टर उत्तराखंड के स्थानीय हैं। फिल्म में घोड़ा भी एक मुख्य किरदार में है। ’द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े बहादुर बच्चे और उसक

आकाश इंस्टीट्यूट ने दिग्गज क्रिकेटर, युवराज सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया

देहरादून। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने आज दिग्गज क्रिकेटर, युवराज सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने की घोषणा की। यह मशहूर क्रिकेटर, कंपनी और इसके विभिन्न ब्रांडों के प्रचार-प्रसार में सहायता करेंगे, जिसके अंतर्गत आकाश इंस्टीट्यूट, आकाश आईआईटी-जेईई, आकाश डिजिटल तथा मेरिटनेशन शामिल हैं। आकाश के चेहरे के रूप में, युवराज सिंह आकाश डिजिटल के नवीनतम ओम्नी-चैनल कैंपेन श्सक्सेस इज वेटिंग’ की अगुवाई करेंगे। सक्सेस इज वेटिंग’ कैंपेन उन छात्रों के लिए होगा, जो मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में एक बार फिर से भाग लेना चाहते हैं। विभिन्न डिजिटल माध्यमों पर दिखाई देने वाले इस कैंपेन का उद्देश्य ऐसे छात्रों को एक बार फिर से शानदार प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है। इस संदेश को छात्रों तक बेहद असरदार ढंग से पहुंचाने के लिए युवराज सबसे उपयुक्त व्यक्ति थे, क्योंकि कंपनी को एक खिलाड़ी की वापसी की ऐसी प्रेरणादायक कहानी की जरूरत थी, जिसमें श्जोरदार तरीके से वापसीश् का मूल संदेश छिपा हो। चूंकि देश में क्रिकेट को लोग सबसे

किसानों ने टैªक्टर रैली निकाल आईएसबीटी पर लगाया जाम

देहरादून। कृषि बिल के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) ने आईएसबीटी तक टैªक्टर रैली निकाल कर जाम लगाया। किसानों ने भारत सरकार द्वारा पारित अध्यादेश में संशोधन की मांग की है। आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के बैनरतले किसानों ने आईएसबीटी तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने आईएसबीटी के समक्ष चक्का जाम भी किया। किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा पारित अध्यादेश किसान विरोधी हैं। इन अध्यादेशों में संशोधन किया जाना चाहिए। कहा कि अध्यादेश मंे किसान अपनी फसल के मसले एसडीएम कोर्ट के अलावा कहीं नहीं जा सकेगा जो गलत है। किसानों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने की छूट होनी चाहिए। किसी भी फसल का मूल्य निर्धारण करते समय प्रदेश स्तर पर कमेटी बने। उसमें किसानों का प्रतिनिधित्व भी अवश्य होना चाहिए। उन्हेांने कहा कि किसानों के हित के लिए जो भी कमेटी बने उसमें आईएएस अधिकारियों के साथ किसान को भी शामिल किया जाए। आज के समय में भारत में छोटे किसान हैं। उनमें भण्डारण करने की क्षमता न के बराबर है। यह केवल बड़े व्यापारियों को लाभ देने वाला है। इसका तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। किसानों की फसल अनुबंध के समय

दून में किसान आंदोलन का मिलाजुला असर रहा, रुड़की में टिकैत के कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर किया प्रदर्शन

देहरादून। उत्तराखंड में भी किसानों का कृषि अध्यादेशों का विरोध देखने को मिला। हालांकि यहां बंद का कुछ खास असर नजर नहीं आया। लेकिन विरोध प्रदर्शन का दौर जारी रहा। इसी क्रम में राजधानी देहरादून में किसान यूनियन के सदस्य जुलूस लेकर आईएसबीटी पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया। जिसे पुलिस द्वारा कुछ देर बाद ही हटवाया गया। किसान नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा के सदस्यों ने देहरादून के गांधी पार्क के सामने प्रदर्शन किया। वहीं रुद्रपुर गल्ला मंडी में ऊधमसिंह नगर के किसानों ने सभा आयोजित की। इस दौरान यहां पुलिस फोर्स तैनात रही। चंपावत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी कृषि विधेयकों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। हरिद्वार जिले में कृषि बिल के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों ने रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका गया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने गुड़ मंडी के बाहर हाईवे पर धरना प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया। किसान नेता केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल को तत्काल वा

पं. दीनदयाल ने जीवनपर्यंत राष्ट्रीय चिंतन को महत्व दियाः अग्रवाल

देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद प्रेमचंद अग्रवाल ने आज देहरादून स्थित अपने शासकीय आवास पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल देहरादून स्थित अपने शासकीय आवास में होम क्वारंटाइन है और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्होंने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर विस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जन संघ के अध्यक्ष रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जीवन पर्यंत राष्ट्रीय चिंतन को महत्व दिया। अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने जीवन की शुरुआत करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारत को एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। वहीं भाजपा महानगर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने महानगर कार्यालय पर आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद किया। महानगर में हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटली उद्बोधन को सुनने के पश्चात पूर्व संगठन मंत्री एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्

कृषि बिल का बीजेपी में ही फूटा विरोध, विधायक चीमा नाखुश

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक दिन पहले ही कृषि बिल पर उत्तराखंड से मोर्चा संभालते हुए केंद्र के इस फैसले को सही ठहराया था। लेकिन अब भाजपा के एक विधायक ने मुख्यमंत्री की इस कोशिश को गलत करार दे दिया है।  काशीपुर से भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कृषि बिल पर साफ किया है कि यह बिल किसानों के विरोध की वजह बन गया है। किसानों के इस विरोध को देखते हुए यदि इस में संशोधन हो सकता है तो होना ही चाहिए। विधायक हरभजन सिंह चीमा इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तो उतना ही कह रहे हैं जितना केंद्र की तरफ से उन्हें कहा गया है। चीमा ने कहा कि आज देश भर के तमाम किसान इस बिल के विरोध में उठ खड़े हुए हैं। हालांकि उन्होंने इसमें विपक्ष द्वारा कुछ किसानों को बरगलाने की बात भी जोड़ी। चीमा ने सरकार के खिलाफ कृषि बिल के बहाने अपनी नाराजगी भी जाहिर की। विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा की सरकार में बैठे लोगों के दिल में इतनी भी जगह नहीं है। कि लगातार चार बार से विधायक की तरफ एक नजर देख भी सकें। विधायक ने कहा कि हमारी संख्या सिख समुदाय उत्तराखंड में कम है और इसलिए

किसी भी कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए वैचारिक दृढ़ता का होना जरूरीः सीएम

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास से ‘‘आत्मनिर्भरता से अन्त्योदय तक’’ वर्चुअल युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं में जो उत्साह एवं जोश होता है, सही दिशा मिलने पर युवा सब कुछ कर सकता है। युवा अवस्था में जोखिम लेने का जज्बा भी होता है और समय भी। किसी भी कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए वैचारिक दृढ़ता का होना जरूरी है। हमें किस दिशा में आगे बढ़ना है, इसके लिए सोच स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में युवाओं एवं महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उत्तराखण्ड में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के लिए अपार संभावनाएं हैं। प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है, पर्वत श्रृंखलाएं, पर्याप्त जल, जंगल, जैव विविधता जैसी प्राकृतिक चीजें हमें वरदान स्वरूप मिली हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में स्वरोजगार के लिए भी पर्याप्त अवसर हैं। एडवेंचर टूरिज्म,वाटर स्पोर्ट एवं पर्यटन के क्षेत्र में अनेक गतिविधियां की जा सकती है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में म