पुलिस कप्तान के आश्वासन के बाद नगर पालिका कर्मचारियों की हड़ताल खत्म
मसूरी। नगर पालिका कर्मचारी संघ की हड़ताल तीसरे दिन खत्म हो गई। हालांकि हड़ताल इस शर्त के साथ खत्म की गई है कि पालिका अध्यक्ष से किया गया वादा 15 दिन में पूरा किया जाएगा। बता दें कि एसएसपी ने नगर कोतवाल भावना कैंथोला की भूमिका की जांच 15 दिन में करने का आश्वासन दिया है। कर्मचारी इस बात से भी संतुष्ट दिखे कि नामजद एफआईआर लिखवाने के पांचवें दिन आखिरकार पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि मसूरी की माल रोड की पटरी पर पिछले डेढ़-दो साल से कुछ लोग दुकानें लगा रहे हैं। माल रोड पर चलने-फिरने तक में दिक्कत होने लगी तो स्थानी व्यापारियों ने ऐतराज करना शुरु किया जिसके बाद ये अतिक्रमणकारी कई बार व्यापारियों और पर्यटकों से झगड़ चुके हैं।
यह लोग मसूरी में ही स्थाई ठिकाने देने की मांग को लेकर शनिवार को नगर पालिका अध्यक्ष से मिलने गए तो न सिर्फ गाली-गलौच शुरु की बल्कि पालिका अध्यक्ष पर जूता भी फेंककर मारा। इसके बाद नगर पालिका कर्मचारियों ने कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाई. दो दिन तक कोई कार्रवाई न होने पर सोमवार से पालिका कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। मंगलवार को जूता फेंकने के नामजद अभियुक्त ने मसूरी के किसी सुनसान इलाके से फेसबुक लाइव कर नगर पालिका अध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और फिर कोई जहरीला कैमिकल पी लिया। फिर वह युवक मसूरी कोतवाली पहुंचा जहां से उसे अस्पताल में भर्ती करवाकर इलाज करवाया गया। इस बीच फेसबुक लाइव का वीडियो वायरल हो गया। मंगलवार तक नामजद आरोपियों के कोई कार्रवाई न करने और जहरीला पदार्थ पीने का वीडियो बनाने के बाद मसूरी व्यापार संघ ने हड़ताल का ऐलान कर दिया। बुधवार को हुई हड़ताल में 27 संगठन शामिल हुए और मसूरी को पूरी तरह बंद कर दिया गया। इसके बाद मसूरी पुलिस अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गुरूवार को नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और व्यापार संघ मसूरी पुलिस की भूमिका को लेकर देहरादून के एसएसपी को शिकायत की। उन्होंने कहा कि शनिवार को नामजद शिकायत के बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया। जब भी नगर पालिका ने माल रोड से अतिक्रमणकारियों को हटाने की कोशिश करती है यह लोग हिंसा पर उतारू हो जाते हैं और पुलिस कुछ नहीं करती। गुप्ता ने कहा कि एसएसपी ने उनकी बात बहुत ध्यान से सुनी है। इस मामले में बहुत से बातें एएसपी को पता ही नहीं थीं. एसएसपी ने मसूरी नगर पालिका को आश्वासन दिया है कि वह पुलिस की भूमिका निष्पक्ष जांच करवाएंगे। इसके लिए एसएसपी ने 15 दिन का समय मांगा है। एसएसपी के आश्वासन पर कर्मचारी संघ ने आंदोलन समाप्त कर दिया।
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