Posts

बिजली विभाग में ठेकेदारी प्रथा से लोग नाराज, किया प्रदर्शन

Image
रामनगर। विद्युत बिलों की रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा से हटाकर सरकारी कर्मचारी से कराने और विद्युत बिलों का वितरण दो माह के बजाय एक माह में उपभोक्ताओं को किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने विद्युत कार्यालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा। विद्युत कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि जब से विद्युत बिल की रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा में दिया गया है तब से उपभोक्ताओं के विद्युत बिल दो से तीन गुना तक अधिक आ रहे हैं। जिसका मुख्य कारण ठेकेदार के कर्मचारी द्वारा रीडिंग के कार्य में गड़बड़ी करना है। इस कारण बिल बढ़ कर आ रहे हैं। उन्होंने बिल रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा से हटाकर स्वयं विभाग के कर्मचारियों से कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने उपभोक्ताओं को दो माह में दिए जाने वाले बिल को प्रत्येक माह में दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह बिल दिए जाने से उपभोक्ता को इसे जमा करने में सुविधा के साथ ही आर्थिक बोझ भी अधिक नहीं पड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि

पशु चिकित्साधिकारी की कुर्सी पिछले 7 सालों से रिक्त

थराली। तहसील में पशुपालन विभाग की स्थिति बहुत ही दयनीय बनी हुई है। थराली स्थित पशु चिकित्सालय किराए की दो दुकानों में संचालित हो रहा है वहीं, इसी पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्साधिकारी की कुर्सी पिछले 7 सालों से एक अदद पशु चिकित्साधिकारी का इंतजार कर रही है। इस समय कोरोना के कहर के चलते रोजगार के लिए अन्य राज्यों में गए युवा घरों को लौट आए हैं। जिनमें से कई प्रवासी अब पहाड़ों में रहकर ही स्वरोजगार के जरिये अपनी आजीविका चलाने की सोच रहे हैं। वहीं, सरकार भी बकायदा इन प्रवासी युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में सार्थक कदम उठाते हुये मुर्गी पालन, भेड़ पालन, बकरी पालन जैसी कई पशुपालन विभाग से जुड़ी अन्य योजनाओं से स्वरोजगार देने की बात पर जोर दे रही है। लेकिन जरा सोचिए थराली विधानसभा क्षेत्र की जिन तहसीलों और विकासखंडों में लंबे अरसे से एक पशु चिकित्साधिकारी की तैनाती न हो सकी हो वहां कैसे पशुपालन के जरिये स्वरोजगार के सपने को अमलीजामा पहनाया जा सकेगा। स्वरोजगार से जुड़ी तमाम योजनायें सरकार शुरू तो करती है लेकिन योजनाओं के साथ ही सरकार को जरूरत इस बात पर भी गौर करने की है, कि क्या बिना अधिक

उप जिलाधिकारी के रवैये से जनता दुखी

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग और ऊखीमठ तहसील में उप जिलाधिकारी के रवैये से जनता दुखी है। इसके साथ ही रुद्रप्रयाग और ऊखीमठ तहसील में तहसीलदार के न होने से जनता परेशान है। तहसील ऊखीमठ और रुद्रप्रयाग में तहसीलदार का पद रिक्त चल रहा है। रुद्रप्रयाग तहसील का जिम्मा जखोली तहसीलदार को दिया गया है, तो ऊखीमठ का जिम्मा बसुकेदार तहसीलदार संभाल रहे हैं। जखोली तहसील की तहसीलदार सप्ताह भर में एक दिन रुद्रप्रयाग तहसील में आ रही हैं और जनता को कामों को निपटा रही हैं, लेकिन एक दिन में काम को निपटाया जाना कहां तक संभव है। आरोप है कि महीनों से फाइलें आलमारियों में पड़ी हैं, जिन पर हस्ताक्षर करने के लिए उप जिलाधिकारी के पास समय नहीं है। उप जिलाधिकारी सिर्फ बैठकों तक ही सीमित रह गए हैं। तहसीलों में कर्मचारियों का रवैया भी जनता के प्रति सही नहीं है। वर्षों से कर्मचारी एक ही जगह पर टिके हैं। तहसीलों में कर्मचारियों का रवैया भी जनता के प्रति सही नहीं है। वर्षों से कर्मचारी एक ही जगह पर टिके हैं। इनका ट्रांसफर न होने से भी इनका व्यवहार जनता के प्रति सही नहीं है।

राम भरोसे चल रहा रुद्रप्रयाग जनपद, आपदा प्रबंधन अधिकारी समेत कई पद खाली

रुद्रप्रयाग। प्रदेश का रुद्रप्रयाग जनपद राम भरोसे चल रहा है। जहां एक ओर कोरोना महामारी के कारण जनता परेशान है, वहीं जिले में महत्वपूर्ण विभागों में अधिकारियों के पद रिक्त होने से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रुद्रप्रयाग जनपद में एक साल से आपदा प्रबंधन अधिकारी का पद रिक्त चल रहा है, जबकि मुख्य विकास अधिकारी की कुर्सी 6 महीने से खाली है। इसके साथ ही तहसीलों में जहां अधिकारियों का टोटा बना है, वहीं कर्मचारियों की भी कमी है। कई क्षेत्रों में पटवारियों के बिना ही चैकियां सूनी पड़ी हैं। ऐसे में आपदा से अति संवेदनशील जनपद राम भरोसे ही चल रहा है। दूर-दराज क्षेत्रों से तहसील पहुंच रही जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो मुख्य विकास अधिकारी के न होने से कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जनता की मानें तो भाजपा सरकार में जिले में अधिकारियों के रिक्त पद चल रहे हैं, जिस कारण जनता को भटकना पड़ रहा है और जन शिकायतें आलमारियों में धूल फांक रही हैं।बता दें, रुद्रप्रयाग जिले का निर्माण 16 सितंबर, 1997 को हुआ था और जिला निर्माण में अगस्त्यमुनि व ऊखीमठ ब्लॉक को पूर्ण रूप और पोखरी एवं कर्

प्रधान का कारनामा, पति को दिलवाया ठेका, शपथ-पत्र में रिश्ते से इनकार

देहरादून। ऋषिकेश शहर से सटे पौड़ी जिले के सिरासू गांव में पंचायत भवन के लिए 15 लाख रुपए मंजूर किये गए थे। पंचायत भवन तो बना, मगर उसकी सुरक्षा दीवार मौके से गायब है। इतना ही नहीं, पंचायत भवन के निर्माण का ठेका भी तत्कालीन प्रधान ने अपने पति को ही दे दिया था। ठेकेदार पति पर कोई आंच न आए, लिहाजा टेंडर की शर्तों में पति ने प्रधान को शपथ-पत्र दाखिल कर अनजान तक बता दिया। आरटीआई में मामले का खुलासा होने पर अब जिला प्रशासन ने मामले पर जांच बैठा दी है। पौड़ी जनपद के यमकेश्वर ब्लॉक के दुर्गम गांव सिरासू में जिला योजना और विधायक निधि से 15 लाख रुपए पंचायत भवन समेत उसकी सुरक्षा दीवार के निर्माण के लिए स्वीकृत किये गए थे। साल 2017-18 में लोकार्पित इस योजना के निर्माण में तत्कालीन प्रधान के पति ने ठेकेदारी के लिए पत्नी से शपथ-पत्र दाखिल कर कोई रिश्ता नहीं होने की बात तक अंकित कर दी। पंचायत भवन की सुरक्षा दीवार नहीं होने के बावजूद ब्लॉक से 15 लाख रुपए की रकम भी रिलीज कर दी गई। आरटीआई के जरिये जब इस बात का खुलासा हुआ तो शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर डीएम और मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी से की गई, जिसपर अब जांच

राष्ट्रीय खेल दिवस पर साइकिल यात्रा का किया गया आयोजन

Image
हरिद्वार। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर क्रीड़ा भारती के माध्यम से हरिद्वार में रानीपुर मोड़ से साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया। कोरोना वैश्विक महामारी के कारण कीड़ा भारती द्वारा व्यापक स्तर पर खेल के आयोजन नहीं कर पाए परंतु खेल दिवस के अवसर पर खिलाडियों को प्रोत्साहन करने की दृष्टि से साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें 30 से अधिक खिलाडियों ने अपने साइकिल पर यात्रा कर खिलाडियों के प्रोत्साहन के लिए एक संदेश देने का काम किया है। क्रीड़ा भारती उत्तराखण्ड के प्रांतीय मीडिया प्रभारी राजवीर सिंह तोमर ने कहा कि  पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेटर और यूपी सरकार में मौजूदा मंत्री एवं क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेतन चैहान का 73 साल की उम्र में गुरुग्राम में निधन हो गया था, जिससे आज उनका उनके आवासीय क्षेत्र में त्रयोदशी संस्कार आयोजित किया जा रहा है, उस उपलक्ष में हरिद्वार में क्रीड़ा भारती पदाधिकारियांे व सदस्यों ने उनको श्रद्वांजली अर्पित की गयी, श्री तोमर ने कहा कि स्व. चेतन चैहान ने खेलों के माध्यम से देश को आगे ले जाने का काम किया है और सभी खिलाडि़यों को प्रोत्साहित किया है, वह प्रत्येक

मेजर ध्यान चन्द जैसी विभूति को भारत रत्न दिया जाना चाहिएः प्रो0 रूपकिशोर शास्त्र

Image
हरिद्वार। गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर नेशनल आॅनलाईन वेबीनार का आयोजन किया। हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यान चन्द के जन्मदिवस पर अपने श्रद्वा-सुमन अर्पित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने कहाॅ कि शारीरिक शिक्षा के बिना स्वस्थ्य जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है। व्यक्तिगत अनुभव मे शारीरिक श्रम की उपयोगिता बताते हुए कहाॅ कि तीन जगह से तिरछे शरीर को सीधा करने के लिए व्यक्ति को केवल जमीन पर सोने से 100 वर्ष आयु तक जिया जा सकता है। उन्होने पढ-लिखकर भी नवाब बनने के साथ खेल-कूद से भी नवाब बनने की भावना को विकसित करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में वक्ताओं का स्वागत करते हुए योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के डीन प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने कहाॅ कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के निर्देशन तथा केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक के प्रयासों से नई शिक्षा नीति-2020 को बदलते भारत के परिप्रेक्षय मे तैयार करके लागू किये जाने का स्वागत किया।  डाॅ0 डागर ने शारीरिक शिक्षा के लिए चुनौतियाॅ तथा