Tuesday, 31 January 2023
A viable alternative to joint replacement: Dr. Gaurav Sanjay
Dehradun. India and International book records holder Dr. Gaurav Sanjay is well known young orthopaedic surgeon has presented a clinical study in 45th conference of Israel Orthopaedic Association held in Tel Aviv. This study included of 113 patients of Knee joint arthritis who were treated with open wedge high tibial osteotomy from April 2005 to December 2017. Their age ranged from 46 to 89 years (average 57.5 years). 33 patients had both side osteotomy. All patients presented with pain bowing of legs. Deformity was corrected by cutting, angulating the bone and fixing with plate. The patients were mobilized with progressive weight wearing form next postoperative day.
According to Dr. Gaurav Sanjay, osteoarthritis is age related wear and tear phenomenon. Arthritic pain disappeared just after surgery in all patients. All osteotomies healed. Two operations were complicated with infection which needed early plate remover. 90% patients were satisfied with the procedure. Dr Sanjay concluded in his research paper that medial open wedge high tibial osteotomy is technically a simple, financially a cheaper and socially an acceptable option for knee osteoarthritis. Osteotomy as compared to replacement surgery is a viable alternative to total knee replacement in selected cases of osteoarthritis, particularly in Asian countries where squatting and cross-legged knee activities are required for their day to day activities and other works.
आईआईटी जोधपुर का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एनएआईबीएस-2023 ‘नेक्स्ट-जेन एआई: इंस्पिरेशन फ्रॉम ब्रेन साइंस’ सम्पन्न हुआ
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 26 से 28 जनवरी 2023 तक चला
इस आयोजन में पूरी दुनिया के 100 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए
इस सम्मेलन का मकसद नेक्स्ट जेनरेशन एआई सिस्टम में नवीनता खोजने की भावना जगाना है
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर ने एनएआईबीएस 2023 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। 26 से 28 जनवरी 2023 तक आयोजित इस सम्मेलन का मकसद सभी संबद्ध क्षेत्रों के शोधकर्ताओं को एजीआई (आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस) सिस्टम डिजाइन करने के सामान्य लक्ष्य से एक साथ विमर्श में शामिल करना था। यह सिस्टम डिजाइन करने की प्रेरणा मानव मस्तिष्क में मल्टीमॉडल प्रक्रियाओं के लिए व्यक्तिगत सेंसरिमोटर कम्प्युटेशन है। सम्मेलन में यह परिकल्पना भी की गई है कि मानव और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उत्पत्ति, प्रकृति और भविष्य पर अंतःविषयी शोध कर रहे करियर के शुरुआती दौर के स्काॅलरों में एक सजग नेटवर्क बनाने की अभिरुचि बढ़े। सम्मेलन का प्रायोजन विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) ने किया।
इस सम्मेलन में कई अन्य शिक्षाविदों के साथ टॉमासो पोगियो, नैन्सी कनविशर, सुसान गोल्डिन-मीडो, सुब्बाराव कंभमपति जैसे प्रसिद्ध शिक्षाविदों ने वक्तव्य दिए।.
इस सम्मेलन में आईआईटी गांधीनगर, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, इंपीरियल कॉलेज लंदन, फ्रेडरिक-शिलर-यूनिवर्सिटैट जेना, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम स्टडीज देहरादून, एआईआईएमएस दिल्ली, आईआईआईटी हैदराबाद सहित विभिन्न संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। 3 दिन के इस सम्मेलन में कोर एआई/एजीआई से न्यूरोसाइंस तक शोध के व्यापक क्षेत्रों पर वार्ता, विमर्श और पोस्टर पेश किए गए।
एनएआईबीएस-2023 ऐसे विचारों सम्मेलन था जो एथिकल एजीआई सिस्टम के डिजाइन पर अनुसंधान, नए प्रश्न और उत्तर को बढ़ावा देंगे। इस अवसर पर मस्तिष्क के कार्यों के जिन मॉडलों पर विमर्श किए गए उनमें भाषा विकास, जेस्चर, संवाद, चिंतन, सीखना, याद रखना, निर्णय लेना, देख कर धारणा बनाना, वस्तु पहचाना, धारणा, ध्यान देना, उम्र बढ़ना, बहु-संवेदी प्रसंस्करण शामिल थे।
सम्मेलन के कुछ अन्य थीम:
ऽ ब्रेन इमेजिंग
ऽ प्रकृति से प्रेरित एल्गोरिदम
ऽ सैद्धांतिक और कम्प्यूटेशनल न्युरोसाइंस
ऽ मस्तिष्क का संज्ञान आर्किटेक्चर
ऽ कंप्यूटर और मानव हैप्टिक्स
ऽ मनुष्य के प्रदर्शन का प्रतिरूप देने वाली इंटेलिजेंट मशीनें
ऽ सहायक प्रौद्योगिकियों के लिए संज्ञानात्मक कंप्यूटिंग
ऽ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, कंप्यूटर विजन, विश्वनीय एआई
आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चैधरी ने इस ‘संदर्भ’ में अपनी वार्ता से नेक्स्ट जेनरेशन एआई सिस्टम डिजाइन के भविष्य का एजेंडा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि नेक्स्ट जेनरेशन एआई के विकास के लिए पृष्ठभूमि को एआई के साथ जोड़ना आवश्यक है।
एनएआईबीएस-2023 सम्मेलन ने मानव और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उत्पत्ति, प्रकृति और भविष्य जानने को उत्सुक देश-विदेश के ख्यातिनाम जानकारों और संबद्ध क्षेत्रों में करियर के शुरुआती दौर के स्काॅलरों को एकजुट करने का अवसर दिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने ग्रीन और एथिकल एआई के महत्व; नेक्स्ट-जेन एआई सिस्टम डिजाइन की प्रक्रियाआंे में तालमेल के महत्व पर जोर दिया।
Monday, 30 January 2023
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल उत्तराखंड की झांकी ने पहली बार प्रथम स्थान पाकर बनाया इतिहास
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। गणतंत्र दिवस परेड को अभी तक राजपथ के नाम से जाना जाता था, किंतु इस वर्ष उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ रखा गया है। नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की यह। पहली परेड थी, जिसमे उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश मे प्रथम स्थान मिलने से इतिहास में उत्तराखंड राज्य का नाम दर्ज हो गया है।
सीएम ने दी बधाई, हम सभी के लिए गौरव का पल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि हम सबके लिए गौरवशाली पल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराणों में गढ़वाल का केदारखंड और कुमाऊं का मानसखंड के रूप में वर्णन किया गया है। स्कंदपुराण में मानसखंड के बारे में बताया गया है। जागेश्वर मंदिर की बहुत धार्मिक मान्यता है।
प्रधानमंत्री जी ने हमेशा अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने की बात कही है। प्रधानमन्त्री जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक नवजागरण में उत्तराखंड सरकार भी काम कर रही है। मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना भी इसी दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। “मानसखण्ड” मंदिर माला मिशन के तहत चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों को भी विकसित किया जा रहा है।
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झांकी का विषय मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सुझाया था l
भारत सरकार को भेजे गए झांकी का विषय/टाइटिल “मानसखंड”मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुझाया था। उन्होंने मंदिर माला मिशन के अंतर्गत मानसखंड के रूप में इस विषय का सुझाव दिया था।
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गणतंत्र दिवस से पहले मुख्यमंत्री ने दिल्ली जाकर खुद किया था झांकी का निरीक्षण
झांकी निर्माण की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब दिल्ली कैंट में झांकी का निर्माण किया जा रहा था तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने झांकी का निरीक्षण करते हुए झांकी को उत्कृष्ट एवं राज्य की संस्कृति के अनुरुप निर्माण के लिये सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक/ नोडल अधिकारी के एस चौहान को निर्देश दिए थे तथा झांकी के कलाकारों से मिलकर उनको शुभकामनाएं भी दी थीl
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दिन रात की जाती है कलाकारों द्वारा मेहनत
झांकी के निर्माण तथा झांकी में सम्मिलित कलाकार दिन रात मेहनत करते है। झांकी निर्माण का कार्य 31 दिसंबर को प्रारंभ किया गया था, जिसको सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक किया जाता है। साथ ही झांकी में सम्मिलित कलाकारों को टीम लीडर के साथ कड़ाके की सर्दी में कर्तव्य पथ रिहर्सल के लिए 4 बजे जाना पड़ता है।
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ऐसे होता है झांकी का अंतिम चयन
सितंबर माह में भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं मंत्रालयों से प्रस्ताव मांगे जाते हैं।अक्टूबर तक राज्य सरकारें विषय का चयन कर प्रस्ताव भारत सरकार को भेजती है।उसके बाद भारत सरकार प्रस्तुतिकरण के किये आमंत्रित करती है। पहले बार की मीटिंग में विषय के आधार चार्ट पेपर में डिजाइन तैयार कर प्रस्तुत करना होता है। आवश्यक संशोधन करते हुए तीन बैठके डिजाइन निर्माण के सन्दर्भ में होती है जिन प्रदेशों के डिजाइन कमेटी को सही नही लगते हैं उनको शार्टलिस्ट कर देती है। उसके बाद झांकी का मॉडल बनाया जाता है। मॉडल के बाद थीम सॉंग 50 सेकंड का जो उस प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करता हो तैयार किया जाता है। इस प्रकार जब सभी स्तर से भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति संतुष्ट हो जाती है तब झांकी का अंतिम चयन किया जाता है।
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मानसखंड की झांकी में क्या था खास जो प्रथम स्थान प्राप्त किया!
गढ़वाल की चारधाम यात्रा की भांति सरकार कुमाऊं में मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पर्यटन बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं इसी के दृष्टिगत प्रसिद्ध पौराणिक जागेश्वर धाम को दिखाया गया था। उत्तराखंड का प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क, बारहसिंगा, उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग, गोरल, देश की राष्ट्रीय पक्षी मोर जो उधमसिंह नगर में पाई जाती है, उत्तराखंड के प्रसिद्ध पक्षी घुघुती, तीतर, चकोर, मोनाल आदि, तथा उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपन कला को प्रदर्शित किया गया था। झांकी के आगे और पीछे उत्तराखंड का नाम भी ऐपन कला से लिखा गया था।
जागेश्वर धाम के मंदिर घनघोर देवदार के वृक्षों के बीच में है। इसलिए झांकी में मंदिर के आगे और पीछे घनघोर देवदार के वृक्षो का सीन तैयार किया गया था।
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2025 तक उत्तराखंड देश का सर्वोच्च राज्य
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी दृष्टि से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान पर आना उनके विजन को दर्शाता है।
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मंदिर माला मिशन से वाकिफ होंगे देश विदेश के पर्यटक,क्षेत्र में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
मानसखंड खंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान प्राप्त होने से कुमाऊं क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे क्योंकि देश विदेश के पर्यटको को मंदिर माला मिशन की जानकारी होने से वह कुमाऊं की ओर रुख करेंगे। इसलिए गढ़वाल मंडल के साथ अब कुमाऊं मंडल में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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झांकी में इन कलाकारों ने निभाई थी अहम भूमिका
टीम लीडर संयुक निदेशक के एस चौहान के नेतृत्व में झांकी में उत्तराखंड की कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखंड का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य करने में पिथौरागढ़ के भीम राम के दल के 16 कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही योग भूमि भी कहा जाता है। झांकी के ऊपर योग करते हुए बारु सिंह और अनिल सिंह ने योग करते हुए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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झांकी का थीम सांग
झांकी का थीम सांग “जय हो कुमाऊं, जय हो गड़वाला” को पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध जनकवि जनार्दन उप्रेती ने लिखा था तथा उसको सौरभ मैठाणी और साथियों ने सुर दिया था। इस थीम गीत के निर्माता पहाड़ी दगड़िया, देहरादून थे।
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सोसल मीडिया में करोड़ो लोगों ने देखी उत्तराखंड की झांकी
सोसल मीडिया के माध्यम से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश विदेश में करोड़ो लोगों ने देखा।
क्या है मानसखंड मन्दिर माला मिशन?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ की भांति ही कुमाऊं के प्रमुख पौराणिक महत्व के मंदिर क्षेत्रो में अवस्थापनात्मक विकास के लिए मानसखंड मन्दिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। इन्हें बेहतर सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इस योजना के ज़रिए गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सड़क कनेक्टिविटी को भी सुधारा जाएगा, ताकि उत्तराखण्ड में गढ़वाल और कुमाऊं के बीच यातायात सुगम हो।
मानसखंड कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड कॉरिडोर पर काम कर रही है। सरकार का प्रयास है कि विभिन्न धार्मिक सर्किटों का विकास किया जाए। उन्होंने कहा इसके तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले मुख्य मंदिरों को आपस में जोड़ेंगे एवं सर्किट के रूप में विकसित करके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
इन प्रमुख मंदिरों का होगा विकास
मुख्यमंत्री धामी के विजन के अनुसार पहले चरण में क़रीब 2 दर्जन से अधिक मंदिरों को इसमें शामिल किया गया है। इनमें जागेश्वर महादेव, चितई गोलज्यू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर, नंदादेवी मंदिर कसारदेवी मंदिर, झांकर सैम मंदिर पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मोस्टमाणु मंदिर, बेरीनाग मंदिर, मलेनाथ मंदिर, थालकेदार मंदिर, बागनाथ महादेव, बैजनाथ मंदिर, कोट भ्रामरी मंदिर, पाताल रुद्रेश्वर गुफा, गोल्ज्यू मंदिर, निकट गोरलचौड मैदान, पूर्णागिरी मंदिर, वारही देवी मंदिर देवीधुरा, रीठा मीठा साहिब, नैनादेवी मंदिर, गर्जियादेवी मंदिर, कैंचीधाम, चैती (बाल सुंदरी) मंदिर, अटरिया देवी मंदिर व नानकमत्ता साहिब प्रमुख रूप से शामिल किए गए हैं।
Wednesday, 25 January 2023
जोशीमठ में उद्यान विभाग की भूमि पर निर्माणाधीन मॉडल प्रीफैब शेल्टर पूर्ण होने के चरण में
देहरादून। सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव तथा स्थायीध्अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की बुधवार को मीडिया सेंटर सचिवालय में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.77 करोड़ रूपये की धनराशि 307 प्रभावित परिवारों को वितरित कर दी गई है। जोशीमठ में अध्ययन कर रहे सभी 8 तकनीकी संस्थानों ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए ) को सौंप दी है। जोशीमठ में उद्यान विभाग की भूमि पर निर्माणाधीन मॉडल प्री फैब्रिकेटेड शेल्टर पूर्ण होने के चरण में है। ढाक गांव, चमोली में प्री फैब्रिकेटेड शेल्टर के निर्माण की कार्यवाही जारी है द्य सर्वेक्षण में दरारों वाले भवनों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी है कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एल.पी.एम. था, वर्तमान में घटकर 181 एलपीएम हो गया है। पानी के डिस्चार्ज में बढ़ोतरी नहीं हुई है द्य अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 661 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2957 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र ध् वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 286 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 957 है।
डीएम ने मत्स्य पालन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया
पिथौरागढ। जिलाधिकारी रीना जोशी ने विकासखण्ड कनालीछीना के ग्राम डुंगरी पहुंचकर ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे मत्स्य पालन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण राजेश मेहता, भूपेंद्र सिंह, हयात सिंह आदि के मत्स्य तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा उनके व्यवसाय की प्रगति एवं मार्केटिंग आदि के बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान मत्स्य पालक राजेश मेहता ने बताया कि उनके द्वारा ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा रहा है। प्रतिवर्ष लगभग 5 कुंतल मत्स्य का उत्पादन किया जा रहा है जिससे उन्हें सालाना रुपये 2 लाख की आय हो रही है।
वही मत्स्य पालक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उनके द्वारा भी ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा रहा है जिससे उन्हें सालाना लगभग रूपये 50 हजार की आय प्राप्त हो रही है। मत्स्य पालकों द्वारा बताया गया कि उन्हें मार्केटिंग की कोई समस्या नहीं है। स्थानीय ग्राम, कस्बों एवं नगरों के ग्राहक उनके ग्राम में पहुंचकर ही उनके द्वारा उत्पादित मछलियां खरीद रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जिला मत्स्य विभाग के सहयोग से उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया जिससे उनका मत्स्य व्यवसाय अच्छे से चल रहा है। उन्होंने मत्स्य विभाग का आभार भी व्यक्त किया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीणों के मत्स्य व्यवसाय की प्रगति को देखकर प्रसन्नता जाहिर की गई तथा ग्रामीणों की मेहनत को सराहा गया।
जिलाधिकारी द्वारा ग्राम डुंगरी स्थित प्राथमिक विद्यालय का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं से प्रश्न भी पूछे गये तथा विद्यालय के शिक्षण कार्य पर संतोष व्यक्त किया गया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा विद्यालय की छत टपकने की समस्या से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक को छ्त मरम्मत कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी वरुण चैधरी, डीडीओ रमा गोस्वामी, मुख्य उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक डीसी, जिला मत्स्य अधिकारी डॉ रमेश जलाल सती आदि उपस्थित थे।
’आजादी का अमृत महोत्सव और हिन्दी की प्रगति यात्रा’ पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में साहित्यकार डा. मुनि राम सकलानी की पुस्तक ’आजादी का अमृत महोत्सव और हिन्दी की प्रगति यात्रा’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक में आजादी से लेकर अब तक राजभाषा के विकास के लिए हुए विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी देने का सराहनीय प्रयास किया गया है।
’आजादी का अमृत महोत्सव और हिन्दी की प्रगति यात्रा’ पुस्तक के लेखक डा. मुनि राम सकलानी ने कहा कि पुस्तक में आजादी से लेकर अब तक इन 75 वर्षों में राजभाषा हिन्दी की प्रगति यात्रा का विस्तृत वर्णन एवं भारत सरकार की राजभाषा नीति के तहत किये प्रयासों का उल्लेख किया गया है। पुस्तक में देश के साथ-साथ वैश्विक प्ररिप्रेक्ष्य में हिन्दी की स्थिति पर प्रकाश डाला गया। हिन्दी के उद्भव व विकास से लेकर राजभाषा के व्यवाहरिक व प्रयोजनमूलक पक्ष को अधिक उजागर किया गया है। कार्यालयीन हिन्दी को एक वृहद प्ररिप्रेक्ष्य में रखने का प्रयास किया गया है।
इस अवसर पर पूर्व कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय डा. सुधा पाण्डेय, वरिष्ठ साहित्यकार शिवमोहन सिंह, डा. रंजिता सिंह, आशा, जयकृष्ण सकलानी, डा. सत्यानंद बडोनी उपस्थित रहे।
समिट के आयोजन की व्यवस्थाओं में तेजी लाने के दिये निर्देश
देहरादून। आगामी 25 से 28 मई एवं 26 से 28 जून 2023 में उत्तराखण्ड में प्रस्तावित जी-20 की बैठकों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं में तेजी लाई जाए। उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों के जिस विभाग को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, संबंधित विभागीय सचिव उसकी नियमित समीक्षा करें। उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री प्रत्येक 15 दिन में स्वयं समीक्षा करेंगे। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में जी-20 समिट की तैयारियों की बैठक के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा इस आयोजन से उत्तराखण्ड को वैश्विक पटल पर नई पहचान मिलेगी। जी-20 देशों के प्रतिनिधि ऋषिकेश में गंगा आरती में भी प्रतिभाग करेंगे। इससे मां गंगा के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व से भी सम्मेलन के प्रतिभागी परिचित हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में मई एवं जून में होने वाली जी-20 की दोनों बैठकों में जी-20 एवं आमंत्रित देशों के जो प्रतिनिधि शामिल होंगे। उनके सामने जो भी प्रस्तुतीकरण दिया जाना है, उसकी समय पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का यह हमारे पास एक अच्छा अवसर है। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि जिन उत्पादों को हम व्यापक स्तर पर वैश्विक पहचान दिला सकते हैं, उनकी विशिष्टता की पहचान कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में जी-20 की जो दो बैठकें आयोजित होंगी, इसमें प्रयास किये जायेंगे कि एक बैठक गढ़वाल मण्डल एवं एक बैठक कुमांऊ मण्डल में हो। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 संबंध में जन जागरूकता के लिए शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, सूचना विभाग एवं पुलिस द्वारा व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। जनपदों में बहुद्ेशीय शिविरों के माध्यम से भी लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जी-20 की बैठकों में आयोजन स्थल पर उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉल लगाये जाएं। उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन स्थल पर योग एवं पंचकर्म की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड योग की धरती है, योग एवं आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जो कार्य किये जा रहे हैं, समिट में इसका प्रस्तुतीकरण भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि जी-20 की बैठकों में अनेक देशों से प्रतिनिधि आयेंगे, इसके लिए विदेशी भाषाओं के जानकारों की भी सेवाएं ली जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य में होने वाले जी-20 की बैठक के बेहतर आयोजन के लिए राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के सुझाव भी लिए जायेंगे। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरूगेशन, ए.पी अंशुमन, सचिव आर.मीनाक्षी सुदंरम, अरविन्द सिंह ह्ंयाकी, सचिन कुर्वे, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, विनोद कुमार सुमन, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार वर्चुअल माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
Sunday, 22 January 2023
पत्रकारों के लिए सरकारी सेवकों की भांति आयुष्मान व गोल्डन कार्ड बनवाये जाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगाः डीजी सूचना
हरिद्वार। प्रेस क्लब हरिद्वार में रविवार को आॅल मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन उत्तराखण्ड का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द गिरि महाराज, विघायक रानीपुर आदेश चैहान, विधायक खानपुर उमेश कुमार, महानिदेशक सूचना वंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक सूचना नितिन उपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। समारोह को संबोधित करते हुए रानीपुर विधायक आदेश चैहान ने नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई दी और कहा कि आज के दौर मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है स उन्होंने मीडिया को लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ बताया।
उन्होंने सोशल मीडिया का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी घटना या समाचार को जारी करने से पहले काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है स उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने हमेशा समाज को आईना दिखाने का कार्य किया है। उन्होंने इस मौके पर हरिद्वार के गौरवशाली पत्रकारिता के इतिहास पर भी प्रकाश डाला। खानपुर विधायक उमेश कुमार ने अपने उद्बोधन में पत्रकारों के जीवन में आने वाली विभिन्न विषम परिस्थितियों आदि के बारे में विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने पत्रकारों को जीवन बीमा सहित उसके परिवार के भविष्य व कल्याण के लिए योजनाएं बनाने का अनुरोध महानिदेशक सूचना से किया।
महानिदेशक सूचना वंशीधर तिवारी ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि पत्रकारों के लिए सरकारी सेवकों की भांति आयुष्मान व गोल्डन कार्ड बनवाये जाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगास उन्होंने पत्रकारों को दी जाने वाली पेंशन की धनराशि का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा पेंशन राशि में भी वृद्धि कर दी गई हैस इसके अतिरिक्त पत्रकारों व उनके आश्रितों के इलाज में व्यय हुई धनराशि का लगातार भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग सदैव मानवीय दृष्टिकोण से पत्रकारों की जो भी समस्याए होती हैं, उनका समाधान करने में निरंतर तत्पर रहता है। बंशीधर तिवारी ने इस अवसर पर भाषा की सौम्यता व शालीनता पर भी विस्तृत प्रकाश डाला स
शपथ ग्रहण करने वाले पदाधिकारियो में संजीव शर्मा जिलाध्यक्ष, मनीष कागरान जिला महासचिव, राजेश वर्मा जिला कोषाध्यक्ष, मोहन राजा जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, नरेंद्र प्रधानः जिला संगठन सचिव, नरेश तोमर जिला समारोह सचिव, सचिन तिवारी जिला प्रचार सचिव, राजीव शास्त्री जिला उपाध्यक्ष, अमित चैहान जिला उपाध्यक्ष, इलेश धीमान जिला सचिव, संजय लांबा जिला सचिव, अमित कुमार नंद जिला सचिव, राहुल सैनी जिला सदस्य कार्यकारिणी, मनीष कुमार पाल जिला सदस्य कार्यकारिणी, मोहित शर्मा जिला सदस्य कार्यकारिणी, हर्ष तिवारी जिला सदस्य कार्यकारिणी, बबलू थपलियालरू जिला सदस्य कार्यकारिणी, सुरेश भारद्वाज जिला सदस्य कार्यकारिणी आदि प्रमुख रहे। मंच का संचालन बृजेन्द्र हर्ष द्वारा किया गया।
सगणतंत्र दिवस तैयारियों को लेकर एडीएम ने दिए जरूरी निर्देश
टिहरी। जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल के दिशा निर्देशन में अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा द्वारा जनपद में गणतंत्र दिवस समारोह 2023 के आयोजन को लेकर बैठक अयोजित की गई। जिला सभागार में आयोजित बैठक में अपर जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 26 जनवरी, 2023 को प्रातः 09ः30 बजे जनपद के समस्त कार्यालयोंध्शिक्षण संस्थाओं में कार्यालयाध्यक्षों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा एवं झण्डा अभिवादन के साथ ही राष्ट्रीय गान होगा।
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रमानुसार दिनांक 25 व 26 जनवरी, 2023 को सांयकाल 6.00 बजे से रात्रि 11.00 बजे तक सभी संबंधितों द्वारा समस्त शासकीय कार्यालयध्निकायों के भवनों को कम बोल्टेज के एलईडी बल्बों से प्रकाशमान किया जाएगा। इस कार्य में नगर पालिका, व्यापार संघों एवं स्थानीय गैर सरकारी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाय। सूचना विभाग द्वारा जनपद मुख्यालय के प्रमुख चैराहों पर दिनांक 25 जनवरी, 2023 को सांय 6.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक तथा 26 जनवरी, 2023 को प्रातः 6.00 बजे से 11.00 बजे तक लाउडस्पीकर के माध्यम से देश प्रेम एवं देश भक्ति के गीतों का प्रसारण किया जायेगा।
जिला मुख्यालय में स्थित राजकीय प्रताप इण्टर कालेज, बौराड़ी में 26 जनवरी को प्रातः 10.30 बजे मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा। एडीएम ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत 14 जनवरी से 31 जनवरी, 2023 तक प्रदेश के समस्त शासकीय विभागोंध्स्थानीय निकायों द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा जा रहा। कहा कि एसडीएम और डीपीआरओ ग्राम पंचायतों में विशेष ध्यान देकर साफ-सफाई करवाना सुनिश्चित करें। सभी कार्यालयध्यक्ष अपने अपने कार्यालय परिसर में इस विशेष अभियान के तहत साफ-सफाई करवाना सुनिश्चित करें तथा फोटोग्राफ्स व्हाट्सएप पर शेयर करें। सभी एसडीएम अपने-अपने तहसील क्षेत्रान्तर्गत स्वन्त्रता संग्राम सैनानियों को सम्मानित करना सुनिश्चित करेंगें। एडीएम ने निर्देशित किया कि गणतंत्र दिवस समारोह के उपरान्त अव्यवस्थित ढंग से पड़े हेण्ड प्लैग्स् को एकत्रित करने की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। इस मौके पर जिला मुख्यालय में उपस्थित अधिकारी बैठक में मौजूद रहे, जबकि एसडीएम एवं मुख्यालय से बाहर के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में जुड़े रहे।
सीडीओ इलेवन ने डीएचओ इलेवन की टीम को 5 विकेट से हराया
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन व खेल विभाग के सहयोग से रविवार को अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में सीडीओ इलेवन व डीएचओ इलेवन के बीच टी-20 मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया, जिसमें सीडीओ इलेवन ने बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए डीएचओ इलेवन की टीम को 5 विकेट से पराजित किया।
आयोजित मैच में सीडीओ इलेवन के कप्तान मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। निर्धारित 20 ओवर में डीएचओ इलेवन की टीम के बल्लेबाज ललित ने शानदार 60 रन बनाए। इसके अलावा बल्लेबाज संदीप की 22 तथा नितिन की 20 रन की उपयोगी बल्लेबाजी के दम पर 6 विकेट खोकर 169 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए सीडीओ इलेवन ने नरेश कुमार की 38 रन की कप्तानी पारी के साथ ही विपिन के 31 तथा संदीप की 27 रनों की बेहतर बल्लेबाजी के दम पर 19वें ओवर में ही 5 विकेट खोकर मैच अपने नाम किया। 38 रन की बेहतर पारी व 1 विकेट लेने के बाद ऑल राउंडर प्रदर्शन के आधार पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। आयोजित क्रिकेट मैच में अंपायर की भूमिका सेवायोजन अधिकारी कपिल पांडे ने निभाई। कमेंट्री व्यायाम शिक्षक नितिन व सेवायोजन विभाग के कार्मिक किशन सिंह रावत तथा स्कोरर की भूमिका प्रियांसू द्वारा निभाई गई।
मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने आज आयोजित हुए मैत्रीपूर्ण मैच के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए अवगत कराया कि विभागीय अधिकारियों के आपसी समन्वय हेतु टी-20 मैत्रीपूर्ण मैच का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन से विभागीय अधिकारियों का आपसी समन्वय व जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल में उतारने में महत्वपूर्ण लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के मैत्रीपूर्ण मैचों का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान सीडीओ इलेवन की टीम में शामिल वरद जोशी, रमेश चन्द्र, जयकृत, लक्ष्मण बुटोला, विपिन डंगवाल, डाॅ. आशुतोष, नंदन सिंह रजवार, संजय बुटोला, अजय टम्टा तथा डीएचओ इलेवन की टीम में कप्तान योगेंद्र सिंह चैधरी सहित सुशील नौटियाल, राजू लाल, नितिन नौटियाल, ललित, सुखवीर सिंह, भुवनेश, संदीप भट्ट, संदीप सैनी, हरीश द्विवेदी, राहुल पंत, एसके शर्मा, संजय रावत, वाई सिंह आदि शामिल रहे।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने गुजरात में आयोजित किया रोड शो
देहरादून। उत्तराखंड को एक उम्दा पर्यटन डेस्टिनेशन के तौर पर देश भर में स्थापित करने के क्रम में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने गुजरात के चार शहरों में पिछले दिनों रोडशो का आयोजन किया। अल्टीमेट उत्तराखंड के नाम से यह आयोजन 15 जनवरी से 20 जनवरी तक अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में हुए जिसमें उत्तराखंड के पर्यटन को प्रोत्साहित करने व राज्य के पर्यटन उद्योग में निवेश आमंत्रित करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन रोडशो के बाद उम्मीद है कि आने वाले समय में गुजरात से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की संख्या में आशातीत वृद्धि होगी।
इस दौरान यूटीडीबी अधिकारियों ने मीडिया के साथ भी संवाद किया जिसमें उत्तराखंड के पर्यटन अनछुए पहलुओं और अन्य आकर्षणों पर रोशनी डाली गई। उत्तराखंड में विकसित हो रहे नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन और आने वाले मार्च में आयोजित किये जाने वाले योग फेस्टिवल की खूबियों से भी गुजरात की जनता को परिचित कराया गया। ऑडियो-विडियो प्रजेंटेशन के माध्यम से यूटीडीबी अधिकारियों ने उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य से लेकर यहां उपलब्ध पर्यटन सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। चारों शहरों में स्थानीय लोगों के साथ जुड़ाव पैदा करने और उन्हें उत्तराखंड पर्यटन की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभिन्न शॉपिंग मालों में कई एक्टविटीज का आयोजन किया गया। यहां आये लोगों के लिए यूटीडीबी की तरफ से एक क्विज कॉन्टेस्ट भी चलाया गया जिनमें उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्थलों, उत्तराखंड की प्रसिद्ध हस्तियों के बारे में प्रश्न पूछे गये। सही उत्तर देने वालों को इनाम के तौर पर उत्तराखंड के हस्त कला से जुड़ी वस्तुएं, प्रतीक चिन्ह व राज्य की स्वादिष्ट बाल मिठाई दी गई। साथ ही ऑडियो विजुअल के माध्यम से उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों की प्रस्तुति की गई।
रोडशो की अन्य गतिविधियों में सचिन कुर्वे, पर्यटन सचिव, उत्तराखंड सरकार के नेतृत्व में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अधिकारियों ने इन शहरों के टूर ऑपरेटर्स के साथ मीटिंग की। इन बैठकों का उद्देश्य उत्तराखंड में गुजरात से पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ राज्य के अनछुए तथा ऑफबीट पर्यटक स्थलों के विषय में भी विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया। इन मीटिंग में पर्यटन सचिव के अतिरिक्त अन्य अधिकारियों में सुमित पंत, निदेशक प्रचार एवं विपणन, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और कमल किशोर जोशी, जनसंपर्क अधिकारी उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद आदि शामिल हुए। मीटिंग में उत्तराखंड के प्रमुख टूर ऑपरेटर्स ने भी प्रतिभाग किया। इन टूर ऑपरेटर्स ने गुजरात के टूर ऑपरेटर्स के साथ संवाद कर उन्हें उत्तराखंड में पर्यटन की संभावनाओं , राज्य सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 के लिए टूर ऑपरेटर्स को प्रदान की जाने वाली प्रोत्साहन योजना के बारे में अवगत कराया साथ ही दोनों के बीच आपसी सहयोग पर भी सहमति हुई। ये बैठकें राजकोट में 16 जनवरी, अहमदाबाद में 18 जनवरी, वडोदरा में 9 जनवरी व सूरत में 20 जनवरी को हुई।
अहमदाबाद पर्यटन सचिव और गुजरात के निवेशकों की बीच एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें उत्तराखंड में पर्यटन संबंधी निवेश की संभावनाओं के बारे प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तृत चर्चा की गई । साथ ही निवेशकों को राज्य की नई पर्यटन नीति, निवेशकों के लिए प्रोत्साहन योजनाओं व सरकार की ओर सहयोग के बारे में जानकारी साझा की गई। इस मींटिंग में निवेशकों ने उत्तराखंड में निवेश करने की इच्छा भी जताई।
पर्यटन सचिव सचिव कुर्वे ने कहा, 2022 में उत्तराखंड में तीन करोड़ से अधिक पर्यटक आए जिनमें से 12-15 फीसदी गुजरात से थे। गुजरात के आयोजन में हमने उत्तराखंड के चिर परिचित पर्यटक स्थलों के अतिरिक्त अनेक खुबसूरत परिदृश्यों से सराबोर अनछुओं स्थलों को भी उजागर किया। जिसके परिणाम स्वरूप हम इस वर्ष या आगामी वर्षों में राज्य में पर्यटन की असीमित वृद्धि को लेकर आशान्वित हैं। गुजरात के इन आयोजनों में हमें टूर ऑपरेटर्स और निवेशकों की अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली जिससे हम अभिभूत हैं तथा अन्य राज्यों में इस प्रकार के रोड शो करने की योजना बना रहे हैं।
गणतंत्र दिवस तैयारीः उत्तराखंड की झांकी के कलाकारों ने नई दिल्ली में दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
देहरादून। रक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों की झांकी कलाकारों द्वारा प्रेस के सम्मुख अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक पेश की गयी। उत्तराखण्ड राज्य के कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड की पारंपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसे उपस्थित लोगों द्वारा सराहा गया। साथ ही इन 16 राज्यों के कलाकारों द्वारा भी अपने-अपने प्रदेश की झांकी के साथ पारंपरिक वेशभूषा में प्रस्तुति दी गई। गणतंत्र दिवस समारोह में इस वर्ष 17 राज्यों की झांकी सम्मिलित की गई है।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी में सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस. चैहान के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य से 18 कलाकार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड झांकी में भाग ले रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर उत्तराखण्ड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय “मानसखण्ड” रखा गया है। गणतंत्र दिवस समारोह पर कर्तव्य पथ उत्तराखंड राज्य की झांकी मार्च पास्ट करते हुए चतुर्थ स्थान पर देखने को मिलेगी। झांकी के अग्र तथा मध्य भाग में कार्बेट नेशनल पार्क में विचरण करते हुए हिरन, बारहसिंघा, घुरल, मोर तथा उत्तराखण्ड में पाये जाने वाली विभिन्न पक्षियों व झांकी के पृष्ठ भाग में प्रसिद्ध जागेश्वर मन्दिर समूह तथा देवदार के वृक्षों को दिखाया जायेगा साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक कला ‘ऐपण’ का भी झांकी के मॉडल में समावेश किया गया है। झांकी के साथ उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए छोलिया नृत्य का दल सम्मिलित किया गया है। झांकी का थीम सांग उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति पर आधारित है।
श्री चैहान ने कहा कि कर्तव्य पथ पर इस बार उत्तराखण्ड की झांकी “मानसखण्ड” सबके लिये आकर्षण का केन्द्र रहेगी। उन्होंने बताया कि श्री केदारनाथ व श्री बदरीनाथ की तर्ज पर कुमांऊ के पौराणिक मंदिरों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर मानसखण्ड पर आधारित झांकी का प्रदर्शन होगा। देश विदेश के लोग मानसखण्ड के साथ ही उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति से भी परिचित होंगे। श्री चैहान ने कहा कि आध्यात्मिक भूमि उत्तराखण्ड में जहाँ एक ओर जीवन दायिनी गंगा, यमुना बहती है तथा दूसरी ओर चार-धाम पवित्र तीर्थस्थल विद्यमान हैं। उत्तराखण्ड आध्यात्मिक शांति और योग के लिये अनुकूल धरती है। इसलिए उत्तराखण्ड को देवभूमि भी कहा जाता है। उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का निर्माण स्मार्ट ग्राफ आर्ट एडवर्टाइजिंग प्रा0लि0 के निदेशक सिद्धेश्वर कानूगा द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जायेगा।
Wednesday, 18 January 2023
Road safety, everybody’s concern: PadmaShri Dr. B. K. S. Sanjay
• 33rd National Road Safety Week organized
• Road Safety Awareness Lecture at IIT Roorkee
• Road Safety Awareness Lecture in different educational institutions
Dehradun! On the occasion of 33rd National Road Safety Week, Senior Orthopedic and Spine Surgeon Padma Shri Dr. B. K. S. Sanjay and Orthopedic and Spine Surgeon Dr. Gaurav Sanjay of Sanjay Orthopaedic, Spine and Maternity Center, Jakhan, Dehradun and SHEWA Society organization has conducted such programs in the previous years as well and this year too during the road safety campaign, many road safety awareness programs were conducted in Government Doon Medical College, Dehradun, Himalayan Ayurvedic University, Dehradun, All India Radio and Doordarshan. They have given more than 200 free public awareness lectures which has been mentioned in India Book Records.
During the address to the students, Padma Shri Dr. B. K. S. Sanjay said that according to his clinical research 90 percent of road accidents are due to the negligence of the driver and negligence is a behavioral problem on which he would like to draw the attention of the policy makers and the enlightened people of the society. The behavior of the driver should be changed whether it is through the counseling or through punitive action because the main causes of road accidents are over speeding, overtaking, driving under the influence of alcohol or even driving despite physical and mental fatigue. Night incidents are fatal and keeping this in mind all unnecessary journeys should be avoided at least at the night. Road accidents can be reduced by the provision of speed governors in vehicles to control the speed.
During the program, Dr. Gaurav Sanjay said that the youth are the future of the country but unfortunately about 70 percent of road accidents affect the age group of 15-44 years. So, it makes the youth the most vulnerable. During the lecture, Dr. Gaurav Sanjay appealed to all the faculty and students to learn the traffic rules and follow them honestly. Two-wheeler drivers should use good quality helmet while driving. Along with this, four-wheeler drivers should use seat belts. Seat belts should be worn not only by the driver but by all the occupants of the vehicle. Dr. Gaurav suggested that the way safety belt is arranged for each passenger on every seat of airplanes and it is mandatory for all passengers to wear it. In the same way, he believes that keeping in view the seriousness of accidents in buses, there should be provision of seat belts in public buses and especially in school buses.
Under this road safety campaign, Padma Shri Dr. B. K. S. Sanjay, Orthopaedic Surgeon, Dr. Gaurav Sanjay and their team have covered and made aware the students, teachers and faculties of different schools, degree colleges, engineering, medical, paramedical colleges and universities in local and remote areas of the state and the country about road safety and taken a pledge to follow the traffic rules in the public interest.
Dr. Sanjay expresses his gratitude to Dr. Ashutosh Sayana, Principal, Government Doon Medical College, Dehradun, Prof. J. P. Pachauri, Vice Chancellor, Himalaya Ayurvedic Medical College, Dehradun, Prof. K. K. Pant, Director, IIT Roorkee, Prof. Pravin Kumar and Prof. Satyendra Mittal for giving an opportunity to deliver an awareness lecture.
Tuesday, 17 January 2023
क्षेत्र पंचायत डोईवाला की बैठक में विधायक बृजभूषण गैरोला ने दिए जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश
देहरादून,गढ़ संवेदना न्यूज। डोईवाला ब्लॉक सभागार मे ब्लाॅक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत की बैठक आहुत हुई। बैठक में डोईवाला के विधायक बृजभूषण गैरोला, मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान एवं जिला स्तरीय विभगाीय अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक श्री गैरोला ने उपस्थित अधिकारियों से गत बैठक दी गई दिशा-निर्देशों के अनुपालन में कार्यप्रगति की भी विस्तृत जानकारी लेते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-2 क्षेत्र की उठाई गई समस्याओं का त्वरित निस्तारण के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिन समस्या, कार्य का निस्तारण अपने विभागीय उच्चाधिकारी द्वारा किया जाना है ऐसी शिकायतों को अपने विभाग से समन्वय करते हुए प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करना सुनिश्चित करेंगे। वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों का कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सदन में जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई समस्याओंध्शिकायतों को अक्षरशः अंकित करते हुए निर्धारित समय के भीतर निस्तारित करना सुनिश्चित करेंगे। क्षेत्र में संचालित कार्यों को गुणवत्तापूर्वक समयसीमा के भीतर पूर्ण करना सुनिश्चत करेंगे।
बैठक में ग्राम पंचायत के प्रधानों के साथ क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने शिरकत करते हुए माननीय विधायक, ब्लाॅक प्रमुख एवं उच्च अधिकारियों को क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके निराकरण की मांग की। बैठक ब्लाॅक प्रमुख भगवान सिंह ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से संचालित योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए अधिकारियों को कार्य प्रगति बढाने के निर्देश दिए। बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव की मूलभूत समस्या यथा बिजली की अघोषित कटौती की शिकायत कर समाधान की मांग की जबकि सिंचाई, पेयजल और लोक निर्माण विभाग से जुड़ी समस्याओं को भी बैठक में रखकर समाधान करने की मांग की।
इस अवसर प बैठक में मौजूद विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा यह बैठक महत्वपूर्ण होती है जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की समस्या रखते है। उन्होंने अधिकारियों को बैठक में प्राप्त समस्याओं को त्वरित निस्तारण करें साथ आना चाहिए ताकि पंचायत के विकास कार्य में तेजी आए और समस्याएं का त्वरित समाधान हो।
बैठक में मौजूद मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि आज की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जो समस्याएंध्शिकायतों उठाईं है उनका 15 दिन के भीतर कार्यवाही करते हुए पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ही मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय को भी अवगत कराए। बैठक में उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर.सी तिवारी, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, जिला क्रीड़ा अधिकारी शंभाली गुरूंग, सहकारिता से सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, विद्युत विभाग से विजय कुमार, सिंचाई विभाग, लोनिवि, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल संस्थान, उद्यान आदि समस्त विभागों के अधिकारी कार्मिक के साथ ही ग्राम प्रधान रानीपोखरी सुधीर रतूड़ी, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान एवं सदस्य उपस्थित रहे।
निरंकार से जुड़ते ही हमारे सभी भ्रम हो जाते हैं समाप्त:- माता सुदीक्षा जी महाराज
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज ‘प्रतिपल समर्पित भाव से जीवन जीने का नाम ही भक्ति है जिसमें जीवन का हर पल उत्सव के समान बन जाता है।’ उक्त् उद्गार निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा (हरियाणा) में आयोजित ‘भक्ति पर्व समागम’ के विशेष सत्संग समारोह के अवसर पर एकत्रित विशाल जन-समूह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए गये। इस कार्यक्रम का लाभ लेने हेतु दिल्ली एंव एनसीआर सहित अन्य स्थानों से भी हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए। भक्ति पर्व समागम के अवसर पर परम संत संतोख सिंह जी एवं अन्य संतों भक्तों के तप-त्याग को स्मरण किया जाता है जिन्होंने ब्रह्मज्ञान की दिव्य रोशनी के प्रचार प्रसार हेतु निरंतर प्रयास किया। यह पर्व समूचे विश्व में मनाया गया। भक्ति की परिभाषा को सार्थक रूप में बताते हुए सत्गुरु माता जी ने फरमाया कि भक्ति का अर्थ तो सरल अवस्था में जीवन जीना है जिस पर चलकर आनंद की अवस्था को प्राप्त किया जा सकता है। इसमें चतुर चालाकियों का कोई स्थान नहीं। भक्ति तो संपूर्ण समर्पण वाली भावना है जिसमें समर्पित होना ही सर्वोपरि है। संतों महापुरूषों के वचनों से हमें निरंतर यही शिक्षा मिलती आ रही है कि हमने औरो को प्राथमिकता देनी है किन्तु हम प्रायः ऐसा नहीं करते। हम प्रथाओं एंव आडम्बरों में ऐसे बंध जाते है कि भ्रमों में उलझकर रह जाते है। वास्तविकता यही है कि जब हम इस निरंकार से जुड़ते है तब हमारे सभी भ्रम समाप्त हो जाते है। सत्गुरू माता जी ने बाबा गुरबचन सिंह जी की शिक्षाओं से एक उदाहरण दिया कि जिस प्रकार एक घर बनाने से पूर्व उसका नक्शा बनता है। फिर उस पर ही घर का निर्माण किया जाता है। जब तक वह निर्मित नहीं होता उसका आनंद प्राप्त नहीं किया जा सकता। ठीक उसी प्रकार भक्ति का आधार सेवा, सुमिरन, सत्संग है जिसमें हमने सभी से मीठा बोलते हुए सभी के लिए परोपकार की भावना रखनी है किन्तु यह धारणा वास्तविक रूप में होनी चाहिए न कि दिखावे वाली। भक्ति स्वंय की यात्रा है इस दातार से जुड़ने का एक सरल मार्ग है। ऐसी भक्ति ही जीवन को सार्थक बनाती है और दुनियावी दिखावों से मुक्त करती है। भक्ति से सराबोर संत अपना जीवन साधारण रूप में जीता है और दुनियावी चकाचौंध का फिर उस पर प्रभाव नहीं पड़ता। वह दूसरों के दुख को समझते हुए उनके प्रति अपनत्व का भाव ही अपनाता है। उसका जीवन एक नदी के समान प्रवाहित होने वाली एक अवस्था बन जाता है। माया के प्रभाव का जिक्र करते हुए सत्गुरू माता जी ने समझाया कि जिस प्रकार निरंकार की बनाई हुई सृष्टि में अनेक भिन्नताएं होते हुए भी सभी में इस निरंकार का वास है उसी प्रकार संसार की हर एक वस्तु जिसमें माया का स्वरूप है वह क्षणभंगुर है, अतः उससे जुड़ाव न करके इस स्थिर परमात्मा से जुड़ना है। संतों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए अपनी भक्ति को दृढ़ बनाना है। भक्ति पर्व के अवसर पर निरंकारी राजपिता जी ने सत्गुरु माता जी से पूर्व अपने भावों को व्यक्त करते हुए कहा कि भक्त का जीवन तभी भक्ति भरा बनता है जब उसके आचरण एवं व्यवहार से प्रेम रूपी महक आये। स्वंय को सत्गुरु के आगे समर्पित करते हुए आनंदित एंव उत्सव वाला जीवन जीये। अपने कर्मो के प्रभाव से औरो के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें। गुरू के बताये हुए वचनों को सत्यवचन मानकर जीवन जीना ही भक्ति है। हर पल में केवल शुकराने का भाव प्रकट करना ही सच्चे भक्त की अवस्था है। भक्ति कोई दिखावा या आडम्बर नहीं कि लोग उससे भयभीत हो। भक्ति का अर्थ तो साकार से इस निरंकार की प्राप्ति करके इससे एकमिक होने की अवस्था है। राजपिता जी ने उदाहरण दिया जिसमें उन्होंने बताया कि आर्कस्ट्रा की ध्वनि को निर्देशित करने हेतु एक निर्देशक होता है जो अन्य वाद्यय यंत्र बजाने वालो को प्रायः निर्देश देता है और जिसके परिणामस्वरूप एक सुंदर ध्वनि श्रवण होती है किन्तु यदि उनमें से किसी एक ने भी अपनी मनमति अनुसार कार्य किया तो उसकी ध्वनि ही बदल जायेगी। कहने का भाव केवल यही कि जब हम लालच, मोह, स्वार्थ जैसे भ्रमों में फंस जाते है तब हमारे जीवन से आनंद रूपी मधुरता समाप्त हो जाती है। हमारे जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है वहीं सच्चा मार्गदर्शक एंव प्रेरक होता है जो अपने सकारात्मक प्रभाव से हमें मूल्यवान बना देता है, अतः उनके बिना भक्ति संभव नहीं। ऐसी अवस्था ही भक्ति वाली होती है और हमारे जीवन का आधार भी यही है। अंत में सत्गुरु माता जी ने सभी श्रद्धालुओं एंव संतों को भक्ति मार्ग पर अग्रसर होने हेतु प्रेरित किया तथा पुरातन संतों की भक्ति भावना से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को सार्थक बनाने का आह्वान किया।हरिद्वार की साध संगत द्वारा इस समागम को लाइव प्रसारण के माध्यम से सभी सत्संग भवनों पर दिखाया गया। जिसका आंनद सभी संतो भक्तों द्वारा भरपूर लिया गया।
एनएच पर लगे होर्डिंग बन रहे दुर्घटनाओं का कारण, एनएच पर होर्डिंग यूनीपोल लगाना नियम विरुद्ध,कांग्रेस सेवादल ने मुख्य सचिव को भेजा ज्ञापन
विकासनगर, गढ़ संवेदना न्यूज। कांग्रेस सेवा दल ने आज उत्तराखंड के मुख्य सचिव को एसडीएम विकासनगर के माध्यम से ज्ञापन भेजकर पछवा दून में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे होर्डिंग एवं यूनीपोल हटवाने की मांग की। प्रदेश के मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन विकासनगर उप जिलाधिकारी कार्यालय में सौंपा गया जिसमें कहा गया है कि पछवा दून क्षेत्र में विभिन्न नगरपालिका क्षेत्रों में स्थित राष्ट्रीय राजमार्गों पर नगरपालिका उन्हें बाकायदा टेंडर करके विभिन्न विज्ञापन एजेंसी को होर्डिंग एवं यूनीपोल लगाने की व्यवसायिक अनुमति दी हुई है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर होर्डिंग लगाया जाना पूर्णतया नियम विरुद्ध एवं दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण भी है। पूर्व में भी नगर पालिकाओं के द्वारा एनएच पर होर्डिंग लगवाए जाने के विरुद्ध मानव अधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा अभियान चलाया गया था एवं आरटीआई के अंतर्गत सूचनाएं मांगी गई थी, दिल से स्पष्ट हुआ था कि एनएच पर होर्डिंग यूनीपोल आदि नहीं लगाए जा सकते और इसी मुद्दे पर एक आरटीआई की सुनवाई करते हुए माननीय सूचना आयोग द्वारा सभी यूनीपोल एवं होर्डिंग हटाए जाने का आदेश पारित किया गया था जिसके क्रम में तहसील प्रशासन विकासनगर व विभिन्न सरकारी विभागों की टीम ने हरबर्टपुर से बाढ़ वाला तक के सभी होर्डिंग आदि हटा दिए थे।
परंतु लंबा समय बीतने के बाद नगरपालिकाओं ने दोबारा यह होर्डिंग एवं यूनीपोल लगवा दिए जबकि हमारी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं आया है कि एनएच पर होर्डिंग अभी नहीं लगाए जाने के नियम में कोई परिवर्तन हुआ हो स हाल ही में 9 जनवरी 2023 को हरबर्टपुर में एक बस भी ऐसे ही होर्डिंग से टकराई जिसमें निर्धन चालक की जान चली गई स इन होर्डिंग आदि के कारण छोटी-मोटी दुर्घटनाएं तो रोजाना होती ही रहती हैं जिनमें चालक का ध्यान होर्डिंग की प्रचार सामग्री पर होता है और वह सड़क पर अन्य वाहन से टकरा जाता है और ऐसे अधिकतर प्रकरणों में लोग बीच-बचाव फैसला अधिकार करा लेते हैं स कांग्रेस सेवा दल के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य सचिव से मांग की कि नियम विरुद्ध लगे उक्त सभी होर्डिंग यूनीपोल स्कोर पुणे हटवाने को आदेशित करने की कृपा करें ताकि आम जनता की जान से खिलवाड़ रुक सकें। कांग्रेस सेवा दल ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र होर्डिंग यूनीपोल आदि नहीं हटाए जाते तो कांग्रेस सेवादल धरना प्रदर्शन आंदोलन को बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश प्रवक्ता भास्कर चुग, जिला अध्यक्ष विजय कुमार एडवोकेट, प्रदेश सचिव गुलाब धीमान, कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ध्वज वीर सिंह, कांग्रेस सेवा दल के वरिष्ठ नेता जीवन सिंह, राजेश सिंघल प्रदीप कुमार शामिल थे।
दरोगा भर्ती प्रकरण में पुलिस के आला अधिकारियों व सूत्रधारों के खिलाफ भी हो कार्रवाईः मोर्चा
विकासनगर,गढ़ संवेदना न्यूज। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि शासन द्वारा पुलिस विभाग में जनवरी-फरवरी 2014 में 339 पदों पर उप निरीक्षक की सीधी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति प्रदान की थी, जिसमें 257 पद उपनिरीक्षक (नागरिक पुलिस), 39 पद उपनिरीक्षक अभिसूचना एवं 43 पद प्लाटून कमांडर (पीएसी) हेतु विज्ञापित किए गए थेद्य उक्त भर्ती में 257 उप निरीक्षक (ना.पु.) के सापेक्ष 272 चयनित किए गए, जोकि 15 पद अधिक हैं।
चैंकाने वाली बात यह है कि इन पदों पर ओबीसी हेतु आरक्षित 14 फीसदी आरक्षण के सापेक्ष लगभग 24 फीसदी यानी 65 पदों पर ओबीसी अभ्यर्थियों ने सफलता पाई, जबकि अभिसूचना एवं प्लाटून कमांडर (पीएससी) के अभ्यर्थी सिर्फ प्रावधानित 14 फीसदी आरक्षण तक ही सीमित रहे, इसका संज्ञान भी विजिलेंस एवं सरकार को लेना चाहिए। सरकार द्वारा कल विजिलेंस की जांच के आधार पर 20 संदिग्ध दारोगाओं को निलंबित किया गया है तथा परीक्षा कराने वाली संस्था एवं उसके मास्टरमाइंड के खिलाफ भी कार्रवाई की गई, जोकि सराहनीय कदम है, लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों (सूत्रधारों) पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जोकि आधा-अधूरा इंसाफ है। बिना पुलिस के आला अधिकारियों की संलिप्तता के घोटाले को अंजाम भी नहीं दिया जा सकता था। मोर्चा सरकार से मांग करता है कि इस भर्ती घोटाले में शामिल पुलिस के आला अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें। पत्रकार वार्ता में हाजी असद व प्रवीण शर्मा पिन्नी मौजूद थे।
जोशीमठ के छात्रों को बोर्ड परीक्षा केन्द्र चुनने की छूटः डॉ. धन सिंह रावत
-पीएम के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम की तैयारियों को परखा, दिये निर्देश
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित छात्र-छात्राओं की परेशानी देखते हुये उन्हें बोर्ड परीक्षा के लिये परीक्षा केन्द्र चुनने की छूट दी जायेगी, इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। शीघ्र ही प्रभावित छात्र-छात्राओं से परीक्षा केन्द्र के लिये विकल्प मांगे जायेंगे। बोर्ड परीक्षाओं में परीक्षार्थियों का मनोबल बढ़ाने के दृष्टिगत प्रधानमंत्री के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम’ का प्रदेशभर के स्कूलों में आयोजन किया जायेगा। इसके साथ ही सूबे के स्कूलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पुस्तक ‘एग्जाम वारियर’ की थीम पर चित्रकला प्रतियागिता का भी आयोजन किया जायेगा। जिसके आयोजन की तैयारियों के बावत विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं। बैठक में विभागीय अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु विभिन्न मदों में स्वीकृत बजट को शीघ्र व्यय कर उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को उपलब्ध करने को कहा गया है।
आपदा प्रभावित क्षेत्र जोशीमठ दौरे से वापस लौटने पर विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज शिक्षा महानिदेशालय ननूरखेड़ में विभागीय बैठक ली। जिसमें डॉ रावत ने राहत कैम्पों में रह रहे प्रभावित छात्र-छात्राओं को बोर्ड परीक्षा में परीक्षा केन्द्र चुनने की छूट देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि भू-धंसाव से प्रभावित छात्रों को बोर्ड परीक्षा देने में कोई परेशानी न हो इसके लिये उन्हें अपनी सुविधानुसार किसी भी शहर में परीक्षा केन्द्र चुनने की छूट देने का निर्णय लिया है। इसके लिये जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सूची तैयार कर शीघ्र संबंधित बोर्ड के अधिकारियों को प्रभावित छात्र-छात्राओं का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। बैठक में डॉ रावत ने बताया कि जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्र के अधिकतर छात्र-छात्राएं उत्तराखंड बोर्ड व सीबीएससी बोर्ड के विद्यालयों में अध्ययनरत हैं। इस संबंध में सीबीएससी बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी व उत्तराखंड बोर्ड के सचिव को प्रभावित छात्र-छात्रों को उनकी सुविधानुसार बोर्ड परीक्षा केन्द्र आवंटित कराने के निर्देश दे दिये गये हैं। बैठक में डॉ रावत ने 27 जनवरी को प्रधानमत्रीं के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम’ की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यक्रम के माध्यम से बोर्ड परीक्षाओं में प्रतिभाग करने वाले परीक्षार्थियों को सम्बोधित करेंगे। प्रदेश के सभी विकासखंड मुख्यालयों के विद्यालयों में इस कार्यक्रम को आयोजित किया जायेगी, जिसकी सभी तैयारियों के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। विभागीय मंत्री ने बताया कि 20 से 23 जनवरी तक प्रदेशभर के विद्यालयों में चित्रकला प्रतियागिता का आयोजन किया जायेगा, जोकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पुस्तक ‘एग्जाम वारियर’ की थीम पर आधारित होगी। जिसमें विजेता छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र भी दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों कार्यक्रमों में सांसद, स्थानीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति जरूरी है। इसके विभागीय अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये गये। बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव योगेन्द्र यादव, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, सीबीएससी बोर्ड के संयुक्त सचिव व क्षेत्रीय अधिकारी रणवीर सिंह चैहान, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आरके कुंवर, निदेशक प्राथमिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, अपर निदेशक आरडी शर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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Monday, 16 January 2023
गणतंत्र दिवस तैयारियों को लेकर एडीएम ने ली बैठक
पिथौरागढ़। आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चैहान की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक हुई। बैठक में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूप रेखा का निर्धारण हुआ। बैठक में निर्णय लिया गया कि जनपद में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। गणतंत्र दिवस पर जनपद के सभी कार्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में पूर्वाहन 9रू30 बजे ध्वजारोहण किया जाएगा।अपर जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को गणतंत्र दिवस पर क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को तहसील मुख्यालय पर ही सम्मानित करने के निर्देश दिए हैं।
गणतन्त्र दिवस पर मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में आयोजित होगा, जहां पर मुख्य अतिथि द्वारा पूर्वाह्रन 10रू30 बजे ध्वजारोहण किया जाएगा। स्कूली छात्र-छात्राओं एवं लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। विकास से जुड़े विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां निकाली जाएंगी। मुख्यालय के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को पुलिस लाइन स्थित मुख्य कार्यक्रम में ही सम्मानित किया जाएगा। पुलिस की टुकड़ी द्वारा मार्च पास्ट निकाली जाएगी।मुख्य कार्यक्रम में झांकियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। बता दें कि गणतन्त्र दिवस पर विकास से जुड़े विभिन्न विभागों की झांकियों को जिलाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर से पूर्वाह्न 9रू35 बजे हरी झंडी दिखाकर पुलिस लाइन के लिए रवाना किया जाएगा। झांकियों की रवानगी को देखते हुए अपर जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग को 26 जनवरी को ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
वहीं गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में विभिन्न तिथियों में भी विभिन्न विभागों द्वारा अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। अपर जिलाधिकारी ने सभी कार्यालय अध्यक्षों को 25 एवं 26 जनवरी की सायं को 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक सरकारी भवनों को लॉ वोल्टेज के बल्बों से प्रकाशमान किए जाने के निर्देश दिए। वहीं अपर जिलाधिकारी ने नगर निकायों के अधिकारियों एवं अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को जनपद के सभी शहरी एवं ग्रामीण निकायों में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में 21 से 26 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। अपर जिलाधिकारी ने खेल विभाग को 25 जनवरी को ओपन बालक वर्ग की बास्केटबॉल प्रतियोगिता आयोजित कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एचएस हयांकी, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया, मुख्य कृषि अधिकारी रितु टम्टा, पुलिस उपाधीक्षक परवेज अली, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पिथौरागढ़ राजदेव जायसी, एई जल संस्थान सुरेश चंद्र जोशी सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी के निर्देश पर सार्वजनिक शौचालय को मिलेगा व्यवसायिक रूप
नैनीताल। सूचना जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने सार्वजनिक शौचालय को व्यावसायिक रूप देकर सतत विकास का नमूना पेश किया है। शौचालय का डिजाइन इस प्रकार का है कि वह पर्यटको व राहगीरों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है। और सार्वजनिक शौचालय को डबल स्टोरी बनाकर उसको व्यावसायिक रूप देकर एक ओर जहां शौचालय मेंटेन की समस्या से निजात मिलेगा वहीं दूसरी ओर संचालक की आर्थिक भी सशक्त होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि पर्यटन विभाग के सौजन्य से लगभग रुपये 38 लाख की लागत से इसे निर्मित किया जा रहा है। पारंपरिक कला व ब्रिटिश कालीन कला के मिश्रण से सार्वजनिक शौचालय व व्यवासिके आउटलेट निर्मित किया गया है। मुक्तेश्वर के भटेलिया में नीचे सार्वजनिक शौचालय व ऊपर व्यावसायिक आउटलेट निर्मित किया गया है जो कि एक साथ काम करेंगे। सार्वजनिक शौचालय में हाइजीन व सफाई व्यवस्था बनी रहे इसके इंसेंटिव के रूप मे संचालक कर्ता को व्यावसायिक आउटलेट भी दिया जाएगा। इस मॉडल को किफायती दाम के साथ ही आकर्षक भी बनाया गया हैं। इसमें पत्थर की दीवार, लकड़ी का फ्लोर व टिन से रूफ निर्मित की गई है।
दरोगा भर्ती धांधली मामले में 20 दरोगा सस्पेंड
देहरादून। दरोगा भर्ती धांधली मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। 8 अक्टूबर 2022 को विजिलेंस हल्द्वानी सेक्टर में मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमे में 12 आरोपी हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद 20 दरोगाओं को सस्पेंड किया गया है।
2015 दरोगा सीधी भर्ती धांधली मामले में विजिलेंस की प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस मुख्यालय ने 20 दरोगा को निलंबित कर दिया है। 2015 में भर्ती हुए यह दरोगा जांच पूरी होने तक निलंबित रहेंगे। बता दें कि यूकेएसएसएसी मामले में जांच के दौरान 2015 में दरोगा सीधी भर्ती धांधली सामने आई थी।
पता चला था कि इस भर्ती में नकल करने के बाद दरोगा में सफलता पाई। इस मामले की जांच शासन के निर्देश पर विजिलेंस को दी गई थी। विजिलेंस सेक्टर हल्द्वानी मामले की जांच कर रहा है। परीक्षा पंतनगर विश्वविद्यालय ने कराई गई थी। विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं।
8 अक्टूबर 2022 को विजिलेंस हल्द्वानी सेक्टर में इस संबंध में मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमे में कुल 12 आरोपी हैं। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मिली है। इसमें 20 दरोगा का नाम सामने आया है। सभी को सस्पेंड किया गया
टिहरी के रोहित भट्ट करेंगे किलिमंजारो को फतह
टिहरी। टिहरी के युवा रोहित भट्ट विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत में शामिल तंजानिया के किलिमंजारो को फतह करेंगे। इस पर्वत को फतह करने के लिए छह दिन लगते हैं लेकिन रोहित का इसे तीन दिन में फतह करने का सपना है। 23 जनवरी को रोहित भारत से तंजानिया के लिए रवाना होंगे। रोहित अक्तूबर 2022 में उत्तरकाशी स्थित द्रोपदी का डांडा (डीकेडी-2) में आए एवलांच से सकुशल लौटे थे।
5895 मीटर पर स्थित अफ्रीकी देश तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी में किलिमंजारो शामिल है। यह पर्वत फतह करने का टिहरी के रोहित का सपना है। टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने पर्वतारोही रोहित भट्ट को तिरंगा सौंपते हुए दिल्ली के लिए रवाना किया। कहा कि रोहित युवाओं के लिए रोल मॉडल है। रोहित ने बताया कि 4 अक्तूबर 2022 को डीकेडी में आए एवलांच के दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 29 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान चले ऑपरेशन में एक इंस्ट्रक्टर सहित 4 लोगों की जान बचाई गई थी। बीते कुछ माह बेड रेस्ट के बाद वह पर्वतारोहण के लिए तैयार हैं। 23 को दिल्ली से उनकी फ्लाइट है। सामान्यता पर्वतारोही इसके लिए 6 दिन का समय लगाते हैं लेकिन वह इस कार्य को 3 दिन में पूरा कर विश्व रिकॉर्ड और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करना चाहते हैं। इस मौके पर पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष उमेश चरण गुसाईं, राकेश भट्ट, जगदंबा भट्ट, कुशलानंद भट्ट, सतीश चमोली, पदम सिंह कुमाईं, महादेव मैठाणी, प्रभात उनियाल, उत्तम नेगी और मुनिंद्र भट्ट मौजूद थे।
Thursday, 12 January 2023
हाईकोर्ट ने जोशीमठ के सभी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पर लगाई रोक
नैनीताल। जोशीमठ भू धंसाव पर हाईकोर्ट का एक बड़ा फैसला सामने आया है। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने जोशीमठ क्षेत्र में चल रहे सभी जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण और विस्फोट करने पर तत्काल रोक लगा दी है। निष्पक्ष विशेषज्ञों से जांच कराने के निर्देश दिए हैं। सरकार व जल विद्युत परियोजना कंपनियों की ओर से यह कहा गया कि उनके द्वारा वर्तमान में निर्माण या विस्फोट नही किया जा रहा है। उनकी इस बात का नोट बनाते हुए उच्च न्यायालय ने पुनः यह स्पष्ट कर दिशा निर्देश दिए की वहां कोई निर्माण न हो और साथ ही साथ एक स्वतंत्र विशेषज्ञों की समिति बनाई जाय। सभी विशेषज्ञों की रिपोर्ट को एक बंद लिफाफे में उच्च न्यायालय के समक्ष रिपोर्ट करने के लिए कहा है और मामले को अगली सुनवाई 2 माह बाद लगाई है।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष और अधिवक्ता पी सी तिवारी की ओर से 2021 की लंबित जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने जोशीमठ में हो रहे प्रकरण पर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं। पीसी तिवारी ने बताया कि नंदा देवी बायोस्फेयर में ही पूर्व में 7 फरवरी 2021 को, ग्लेशियर के टूटने की घटना हुई थी जिसके बाद, पी सी तिवारी की जनहित याचिका उच्च न्यायालय में दायर की गई। जिसने उनके द्वारा अर्ली वार्निंग सिस्टम, असंतुलित विकास को रोकने संबंधी दिशा निर्देश उच्च न्यायालय से चाहे गए। इस याचिका के लंबित रहते हुए, जोशीमठ भू धंसाव के बाद पुनः उनकी अधिवक्ता, स्निग्धा तिवारी ने कोर्ट से अंतरिम निवेदन यह किया कि जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन और दरारों की वजह से 700 से ज्यादा मकान चपेट में आ गए है। शहर की आबादी पर बहुत गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
वहां के लोगो की पीड़ा को आवाज देते हुए स्निग्धा की ओर से यह तर्क दिया गया कि वर्ष 1976 में ही मिश्रा कमेटी की रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हो गई थी कि जोशीमठ शहर भूस्खलन के क्षेत्र में बना हुआ है। और इसीलिए प्राकृतिक रूप से संवेदनशील है। इसके उपरांत 2010 में पुनः विशेषज्ञों द्वारा यह आगाह किया गया था कि जोशीमठ क्षेत्र में बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं का संचालन नही होना चाहिए परंतु उनकी किसी ने नहीं सुनी और वर्तमान में प्रभाव सबके सामने है।
पटवारी पेपर लीक मामले में राज्य लोक सेवा आयोग के एक कर्मचारी समेत चार आरोपी गिरफ्तार
देहरादून। पटवारी भर्ती का पेपर लीक होने से युवाओं में निराशा है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में धांधली की शिकायतों के बाद परीक्षाओं को कराने का जिम्मा उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को सौंपा गया था। दावे किए गए थे कि अब परीक्षाएं साफ सुथरी और पारदर्शी होंगी, लेकिन लगता है यहां भी किसी हाकम सिंह गैंग का साया पड़ गया है। एसटीएफ ने 8 जनवरी को हुई पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने का खुलासा किया है। इस मामले में 1 आयोग के कर्मचारी समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आयोग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी ने पत्नी के साथ मिलकर पेपर लीक के खेल को अंजाम दिया। शुरुआती जांच के मुताबिक 35 अभ्यर्थियों तक लीक हुआ पेपर पहुंचा था।
मामले पर एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता रखे जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसीलिए एसटीएफ हर भर्ती पर नजर रख रही है। शिकायत मिली थी कि 8 जनवरी को हुई पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक किया गया है। मामले की छानबीन पर एसटीएफ को संदेह हुआ तो आयोग का कर्मचारी हत्थे चढ़ गया। यूकेपीएससी में अनुभाग अधिकारी के पद पर तैनात संजीव चतुर्वेदी ने अपीन पत्नी के साथ मिलकर पेपर लीक कराया।
एसटीएफ के मुताबिक 8 जनवरी को आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी आयोग के अति गोपन कार्यालय के अनुभाग 3 को थी। लेकिन परीक्षा से पहले अनुभाग-3 में नियुक्त अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने अपने कार्यालय से प्रश्न पत्र लीक किया और अपनी पत्नी ऋतु के साथ मिलकर लिक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव कुमार को उपलब्ध कराया। संजीव चतुर्वेदी ने पेपर के फोटो खींचकर लोगों को वट्सएप्प पर उपलब्ध कराए। इसके एवज में संजीव चतुर्वेदी व रितु को नकद धनराशि दी गई। एसटीएफ के मुताबिक संजीव कुमार व राजपाल ने आगे रामकुमार व अन्य लोगों को लीक पेपर फॉरवर्ड किया और इसे अभयर्थियों में बांटा गया। लीक हुए पेपर को देहरादून से कुछ दूर स्थित बिहारीगढ के पास स्थित माया अरूण रिजार्ट और ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य जगहों में अभ्यर्थियों को रटाया गया। शुरुआती विवेचना के अनुसार लगभग 35 अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होना संज्ञान में आया है। प्रश्न पत्र के लिए हासिल की गई धनराशि की भी जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, आयुष अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकरण में यूकेपीएससी में तैनात अनुभाग अदिकारी संजीव चतुर्वेदी, राजपाल पुत्र स्व0 फूल सिंह निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी, जनपद सहारनपुर यूपी, हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार पुत्र स्व0 मांगेराम निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उ0प्र0 हाल निवासी फ्लैट नं0 जी-407 जर्स कन्ट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार, और राम कुमार पुत्र सुग्गन सिंह नि0 ग्राम सेठपुर, लक्सर, जनपद हरिद्वार को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने संजीव चतुर्वेदी के पास से आउट प्रश्न पत्र की प्रतियां एवं प्रश्न पत्र लीक कर अवैध रूप से कमाये गये 22 लाख पचास हजार की राशि बरामद की है।
अभी तक 42 आपदा प्रभावितों को 63 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी
देहरादून। सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने गुरूवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायीध्अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा प्रभावितों को दिए गए हर प्रकार के राहत के आश्वासन को पूरा करते हुए विस्थापन हेतु अंतरिम राहत के रूप में 42 परिवारों को 63 लाख रूपये की धनराशि वितरित कर दी गयी है। सी0बी0आर0आई0 द्वारा धवस्तीरण से नुकसान का आंकलन, जिन आवासोंध्भवनों का धवस्त किया जाना है, का निगरानी और अस्थायी पुनर्वास किये जाने हेतु प्री फेब हट की डिजाईन तैयार की जा रही है। सी0बी0आर0आई0 की टीम आज जोशीमठ पहुंच गयी तथा क्षतिग्रस्त भवन का सर्वेक्षण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। वर्तमान समय में जोशीमठ में एन0डी0आर0एफ की 02 टुकड़ियां तैनात की गई है तथा जोशीमठ क्षेत्र हेतु एक टुकड़ी और रवाना की जा रही है। जोशीमठ में एस0डी0आर0एफ0 की 08 टुकड़ियां तैनात की गई है। इसके साथ ही आकस्मिक स्थिति हेतु सेना, आईटीबीपी के हैलीकाॅप्टर तैनात किए गए है। आई0आई0टी0 रूड़की द्वारा भू-तकनीकी अध्ययन किया जा रहा है। आई. आई. आर. एस द्वारा लैण्ड मूवमेन्ट का सैटेलाइट फोटोग्राफस उपलब्ध कराये जायेंगे। जी0एस0आई0 द्वारा प्रभावित क्षेत्र का भूमि सर्वेक्षण एवं पुनर्वास किये जाने हेतु चयनित भूमि का भूगर्भीय अध्ययन किया जा रहा है। वाडिया संस्थान द्वारा क्षेत्र के भूकम्प के दृष्टि से अध्ययन किया जा रहा है तथा 03 भूकम्पीय स्टेशन लगाये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त भूमिगत उप-सतही सर्वेक्षण के भू-भौतिकीय अन्वेशण शुरू किया गया है। राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान द्वारा प्रभावित क्षेत्र का भु-भौतिकीय अध्ययन किया जा रहा है, जिसका हाइड्रोलाॅजिकल मैप भी उपलब्ध कराया जायेगा। एनजीआरआई हैदराबाद की टीम कल जोशीमठ पहुंच रही है, जोकि भूमिगत जल चैनल का अध्ययन करेगी। जोखिम मूल्यांकन हेतु सीबीआरआई, वाडिया इन्संटीयूट, जीएसआई, आईआईआरएस तथा एनजीआरआई की समिति गठित की गई है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो 06 जनवरी 2023 करे 540 एल0पी0एम0 था, वर्तमान में घट कर 240 एल0पी0एम0 हो गया है। अस्थायी रूप से जोशीमठ में कुल 344 कक्षध्कमरे है जिनकी क्षमता 1425 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्षध्कमरे है जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। उन्हें चिहिन्त कर लिया गया हैं। प्रभावितों को वितरित राहत राशि के तहत प्रति परिवार 5000 रूपये की दर से घरेलू राहत सामाग्री हेतु अभी तक कुल 73 ( कुल 3.65 लाख रूपये ) प्रभावितों को वितरित की गई है। तीक्ष्ण ध् पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन हेतु 10 प्रभावितों को 13.00 लाख रूपये धनराशि वितरित की गई है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि जनपद चमोली में राहत एवं बचाव कार्यों के लिये धनराशि रू 11.00 करोड़ पूर्व में ही अवमुक्त की जा चुकी है। 4000 रूपये प्रति परिवार की दर से 03 परिवारों को 12000 रूपये वितरित किये जा चुके हैं। जोशीमठ में ड्रेनेज सम्बन्धित कार्यों तथा टो-इरोजन की रोकथाम हेतु तत्काल कार्य प्रारम्भ किये जाने के उददेश्य से ई०पी०सी० मोड में कार्य करवाने के लिये सिंचाई विभाग से प्रस्ताव प्राप्त हो गया है तथा उक्त प्रस्ताव में प्रस्तावित एकल स्रोत की संस्था को नामित किये जाने हेतु पत्रावली वित्त विभाग के अनुमोदन हेतु भेजी गयी है। जोशीमठ में आपदा प्रभावित एच०टी०ध्एल०टी० लाईनों एवं परिर्वतकों को स्थानान्तरित किये जाने हेतु ऊर्जा विभाग को धनराशि रू 214.43 लाख अवमुक्त की जा रही है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अभी तक 760 भवनों की संख्या जिनमें दरारें दृष्टिगत हुई है। उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र ध् वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 128 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 145 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 589 है।प्रेस वार्ता में अपर सचिव आपदा प्रबन्धन, निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण संस्थान, प्रभारी अधिकारी पीआईबी, निदेशक वाडिया संस्थान, निदेशक आईआईआरएस देहरादून, निदेशक एनआईएच तथा निदेशक आईआईटीआर उपस्थित थे।
गड़बड़ी के चलते राजस्व उप निरीक्षक परीक्षा निरस्त, अब पुनः 12 फरवरी को होगी
देहरादून। चार दिन पहले हुई पटवारी परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के चलते निरस्त कर दी गई है। अब यह परीक्षा 12 फरवरी को पुनः होगी। प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार किये गये राज्य लोक सेवा आयोग के कार्मिक संजीव प्रकाश चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, अतिगोपन-3 को आयोग द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
उत्तराखण्ड पुलिस विभाग द्वारा उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग को 8 जनवरी, 2023 को आयोग द्वारा आयोजित राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा-2022 के प्रश्न-पत्र के कुछ प्रश्न लीक होने की सूचना प्रदान की गयी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस०टी०एफ० से वार्ता के दौरान उनके द्वारा अवगत कराया गया है कि आरोपी संजीव प्रकाश चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी द्वारा अपनी अभिरक्षा में रखे गये लगभग 380 प्रश्नों को अवैध रूप से अन्य आरोपियों को उपलब्ध कराया गया है। प्रश्नगत परीक्षा के प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न सम्मिलित थे, जिनमें से कुछ प्रश्न आरोपियों को उपलब्ध कराये गये प्रश्नों में सम्मिलित थे। इससे यह विदित होता है कि सम्पूर्ण प्रश्न-पत्र लीक नहीं हुआ है। पुलिस द्वारा प्रश्नगत प्रकरण में आरोपियों के विरूद्ध संगत धाराओं में एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है। इसी क्रम में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये आयोग के कार्मिक संजीव प्रकाश चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, अतिगोपन-3 को आयोग द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए आयोग द्वारा 08 जनवरी, 2023 को आयोजित राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा-2022 निरस्त कर दी गयी है अब उक्त परीक्षा पुनः 12 फरवरी, 2023 को आयोजित की जायेगी।
12 फरवरी, 2023 को पूर्व निर्धारित सहायक लेखाकार लेखा परीक्षक परीक्षा-2022 अब 19 फरवरी, 2023 को आयोजित की जायेगी। उक्त के अतिरिक्त अन्य समस्त परीक्षायें एवं साक्षात्कार आयोग द्वारा पूर्व में जारी परीक्षा कैलेण्डर के अनुसार आयोजित की जायेगी। यह भी उल्लेखनीय है कि आयोग समस्त परीक्षाओं को उत्कृष्टता, निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ सम्पादित कराने हेतु पूर्णतः सजग एवं संवेदनशील रहा है और इसके दृष्टिगत आयोग द्वारा माह अगस्त, 2022 में राज्य के पुलिस महानिदेशक को गोपनीय ढंग से सतर्कता एवं स्थानीय अभिसूचना इकाई को आयोग में तैनात किये जाने एवं परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किये जाने हेतु पत्र प्रेषित किया गया था।
उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि आठ जनवरी को लेखपाल परीक्षा हुई थी। जब पता चला कि इस तरह से पेपर आउट किया गया है तो एसटीएफ ने जांच की और त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। लोक सेवा आयोग ने भी त्वरित निर्णय लेते हुए परीक्षा को निरस्त कर दिया है तथा पुनः परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी है। जो भी दोषी होगा उनके विरुद्ध अविलंब और कार्यवाही होगी। परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित की जाएगी। परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए शीघ्र ही हम सख्त कानून लेकर आ रहे हैं।
Sunday, 8 January 2023
#केदार खंडी भाषा उत्तरांचली लिपि पुस्तिका का #विमोचन
देहरादून,(गढ़ संवेदना)। उत्तराखंड की तीनों बोलियों को भाषागत स्वरूप प्राप्त करने के उद्देश्य से सेवानिवृत्त अध्यापक हर्षपति रयाल ने ऐतिहासिक कालजई प्रयास करते हुए केदार खंडी भाषा उत्तरांचली लिपि का एक प्रयास समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया। पुस्तिका का विमोचन ऑफिसर ट्रांजिट हॉस्टल रेस कोर्स में किया गया। विमोचन कार्यक्रम के अतिथि सुप्रसिद्ध लोक गायक मीना राणा एवं लेखक रचनाकार एवं गीतकार डॉ राकेश रयाल, साहित्यकार शिक्षाविद, गीत कार, रचनाकार,वेली राम कंसवाल, शिक्षाविद, साहित्य कार, जगदीश ग्रामीण पत्रकार, शिक्षा विद लेखक, डॉक्टर एस डी जोशी वरिष्ठ फिजिशियन ने कहा कि हमें गर्व महसूस होना चाहिए की हमे अपनी बोली को बोलने के लिए एक सशक्त माध्यम प्राप्त हो गया है।
हर्षपति रयाल ने कहा की आज इस लिपि को अपने व्यवहार में लाना होगा,जब व्यवहार में आएगा तभी यह स्वीकार भी किया जाएगा। आज हमे शासन स्तर पर भी स्वीकृत हेतु प्रयास किया जाना चाहिए। अपने उद्बोधन में डॉक्टर डॉक्टर एस डी जोशी जी ने कहा कि आज समाज को उत्तराखंड में बोले जाने वाली बोलियों के प्रति अपना लगाव दिखाने की नितांत आवश्यकता है। अन्यथा एक समय ऐसा आएगा कि हमारे बच्चे अपनी बोलियों को भूल जाएंगे श्री रयाल का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इस अवसर पर बोलते समय पत्रकार एवं लेखक जगदीश ग्रामीण ने कहा कि हम सभी को गर्व होना चाहिए कि हम उत्तराखंड की ऐसी पावन भूमि में निवास करते हैं जहां विभिन्न प्रकार की बोलियों के कारण एक सांस्कृतिक भाव उत्पन्न होता है। इस सांस्कृतिक भाव को राष्ट्रीय महत्व देने का कार्य श्री रयाल की लिपिके द्वारा किया जाना संभव हो पाएगा। अपने संबोधन में कहते हुए बेली राम कंसवाल ने कहा कि आज हम सब विभिन्न भाषा विभिन्न बोलियों में अनेक रचनाओं का निर्माण करते हैं परंतु यदि हमारी स्वयं की लिपि होती तो हम इस भाषा से और अच्छी रचनाओं को प्रस्तुत कर सकते थे। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से कुछ रचनाएं प्रस्तुत की ।कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ राकेश रयाल ने कहा कि आज हर्ष का विषय है कि हम उत्तरांचली लिपि का विमोचन कर रहे हैं हमें आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि समाज इस लिपि को स्वीकार कर इसे भाषागत स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से कार्य करेगा हम सभी शासन स्तर से वार्ता कर उसको शीघ्र ही भाषा का स्वरूप प्रदान करने के लिए यथासंभव प्रयास करेंगे कार्यक्रम में उपस्थित सुप्रसिद्ध मीना राणा ने कहा कि हमें गर्व है की हम अपनी गढ़वाली भाषा के साथ अपनी रचनाओं को गीतों को कहानियों को प्रस्तुत कर पाएंगे हम सब का समन्वित प्रयास चाहिए कि हम इस भाषा को एक स्वरूप प्रदान कर सकें अंत में कार्यक्रम का संचालन कंसवाल,अमित भट्ट,रमेश चौहान, जे पी कंसवाल,कुंदन सिंह पंवार,किशोरी लाल थपलियाल ,दिनेश प्रसाद रानाकोटि, जगदीष रतूड़ी,संतोष भट्ट,अमरीश शर्मा ,ज्योति बलोनी,मुकेश रयाल,सहदेव रयाल,सुनील गुप्ता राजनेश ध्यानी,संजय रयाल, पुनुरूथान रूरल डेवलपमेंट एंड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष ज्योति प्रसाद, रजनेश उनियाल,विकास राणा ,विपिन कुलियाल ,मनोज रयाल सुधीर रयाल, दीपक बलूनी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
प्रमोद वात्सल्य ने डीजीपी कार्यालय को सौंपे पत्र में सुनाई अपनी व्यथा, मिला जांच कार्यवाही का आश्वासन
देहरादून। बेटे विजय वात्सल्य की मौत के मामले को लेकर अब मृतक के पिता प्रमोद कुमार वात्सल्य ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक के यहां अपनी दस्तक दी है और न्याय की गुहार पुलिस के प्रदेश मुखिया से लगाई है। यहां से उन्हें कार्यवाही का आश्वासन मिला है।
बीते वर्ष 25 दिसंबर 2022 को हुई अमेरिका के निवासी एनआरआई विजय वात्सल्य की संदिग्ध मानी जा रही मृत्यु का मामला मृतक के पिता प्रमोद कुमार वात्सल्य द्वारा अब पुलिस महानिदेशक कार्यालय में पहुंचा दिया गया है। प्रदेश के डीजीपी को पत्र के माध्यम से प्रमोद कुमार वात्सल्य द्वारा अपनी पुत्रवधू सुनीता को अपने बेटे विजय वात्सल्य की मौत का दोषी ठहराते हुए यह आरोप पत्र के माध्यम से लगाया है कि करोड़ों की संपत्ति जायदाद मृतक विजय वात्सल्य की रही है, जो कि उसकी पत्नी मेरी पुत्रवधू सुनीता, उसके मायके वाले तथा उसके तथाकथित भतीजे द्वारा संभवत ठिकाने लगाई जा रही है। डीजीपी कार्यालय को दिए गए पत्र के माध्यम से पुलिस महानिदेशक को प्रमोद कुमार वात्सल्य ने अवगत कराया है कि जिस दिन गत 25 दिसंबर 2022 को उसके बेटे विजय वात्सल्य की संदिग्ध मौत हुई थी, उस दिन विजय वात्सल्य का उनके रिश्तेदारों की मौजूदगी के बिना ही तत्काल दाह संस्कार कर दिया गया था। जिसका कारण मेरे बेटे विजय वात्सल्य की करोड़ों की संपत्ति जायदाद पुत्र वधू सुनीता एवं उसके मायके वालों द्वारा हड़पने का रहा है। न्याय की गुहार लगाते हुए प्रमोद कुमार वात्सल्य ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से पत्र के माध्यम से मांग की है कि उनकी पुत्रवधू तथा उसके मायके वाले उनके मृतक बेटे की सारी संपत्ति जायदाद को बेचकर न हड़प ले? इसलिए आरोपियों के खिलाफ कदम उठाते हुए मेरे मृतक पुत्र विजय की करोड़ों रुपए की संपत्ति जायदाद को बेचने से रोका जाए। पिता प्रमोद कुमार वात्सल्य ने पुलिस महानिदेशक कार्यालय को सोपे पत्र में कहा है कि उनका पुत्र विजय वर्ष 2011 में ही अमेरिका से यहां आ चुका था और तभी से देहरादून में ही रह रहा था, यहीं पर उसकी पुत्रवधू सुनीता द्वारा अपने मायके वालों तथा कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर विजय की संपत्ति को हड़पने का षड्यंत्र रचा जा रहा था प् प्रमोद कुमार वात्सल्य का कहना है कि पुलिस महानिदेशक कार्यालय की ओर से उनको इस मामले की जांच का आश्वासन दिया गया है प् मृतक विजय के पिता प्रमोद वात्सल्य ने यह भी बताया कि वह इस मामले को लेकर अमेरिकी दूतावास में भी अपना पक्ष रखने जा रहे हैं और गृह मंत्रालय से शीघ्र ही वे संपर्क करेंगे। वहीं दूसरी ओर, समाजसेवी राम कुमार अत्री पीड़ित पक्ष प्रमोद कुमार वात्सल्य के पक्ष में उतर चुके हैं। गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक कार्यालय को मामले से संबंधित पत्र सौंपने से पहले प्रमोद वात्सल्य मीडिया के सम्मुख यह भी कह चुके हैं कि उनको बेटे की मौत से करीब 2 महीने पहले ही इस बात की आशंका हो गई थी कि जमीन-जायदाद को लेकर मेरे पुत्र विजय की हत्या हो सकती है।
सेवानिवृत्त राजकीय पेन्शनर्स संगठन की बैठक में विभिन्न प्रस्ताव पारित
देहरादून,(गढ़ संवेदना)। सेवानिवृत्त राजकीय पेन्शनर्स संगठन उत्तराखण्ड की आवश्यक बैठक पवेलियन ग्राउंड देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह कृषाली की अध्यक्षता में हुई। बैठक का संचालन प्रदेश सचिव रमेन्द्रसिंह पुण्डीर ने किया। बैठक में अति महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श कर विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए।
प्रदेश कार्य समिति की बैठक 20 जनवरी को पदम सिंह शिक्षक भवन रेसकोर्स में प्रातः 11 बजे आहूत की गयी है जिसमें समस्त शाखाओं के अध्यक्ष एवं सचिव सहित गढवाल व कुमाऊं मण्डल के संगठन सचिव को आमंत्रित किया है। पेन्शनरांे की समस्याओ के समाधान हेतु एक प्रतिनिधि मण्डल डाटा सेन्टर एवं स्वास्थ्य प्राधिकरण में डा.वी.एस.टोलिया निदेशक मेडिकल एवं क्वालिटी से भी मिला तथा पेंशनरो के गोल्डन कार्ड के अंशदान की कटौती के सम्बन्ध मे निम्नांकित समस्याओं की मांग रखी। गोल्डन कार्ड के अंशदान की कटौती जिसके दो गुना व तीन गुना कटौती की गयी है शीघ्र वापस की जाय। गोल्डन कार्ड न चाहने वाले पेंशनरों की जनवरी 2021से की गयी अंशदान कटौती वापस करने की माँग की गयी।
जिन पेंशनरों के सितम्बर 2022 मे गोल्डन कार्ड के अंशदान की कटौती जबरन या स्वेच्छा से काटी गयी है उनके उससे पूर्व के अंशदान कटौती (ऐरियर) को जमा करने के लिए सरलीकरण प्रक्रिया अपनायी जाने की प्रबल मांग की है जिससे पेंशनरो को चिकित्सा प्रतिपूर्ति के बिल एवं चिन्हित अस्पतालो में इलाज की सुविधा मुहैय्या हो सकें। चिन्हित अस्पतालों में गोल्डन कार्ड की अलग खिड़की लगाने का स्वागत किया गया तथा स्वास्थ्य प्राधिकरण का उसमे टोल फिरी नम्बर भी अंकित करने की माँग की गयी। बैठक में संरक्षक आर. एस.परिहार,प्रदेश प्रचार सचिव आर.एस. विरोरिया, प्रदेश कोषाध्यक्ष एम.एस.गुसांईं,प्रदेश संगठन मंत्री मोहन सिंह रावत, प्रदेश संगठन मंत्री (गढवाल) हृदय राम सेमवाल,जबर सिंह पंवार, शूरवीरसिंहचौहान,देवेन्द्र दत्त जोशी,धर्म सिंह कृषाली,सोहन सिह नेगी,श्यामजी यादव, चरणसिंहचौधरी,सरदार रोशनसिंह, बिरेन्द्र कुमार जिन्दल एवं मंगल सिंह राठौर आदि उपस्थित रहे।
Tuesday, 3 January 2023
15 ग्रामपंचायतों के महिला मंगलदलों को सामग्री वितरित की
देहरादून।कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को सामुदायिक भवन गुनियाल गांव में विधायक निधि से स्वीकृत मसूरी विधानसभा क्षेत्र के भगवंतपुर, भितरली, क्यारकुली, चंद्रोटी, गंगोल पंडितवाडी, गल्जवाड़ी, पुरकुल गांव, सिगली, गाजियावाला, बिष्ट गांव, बिलासपुर कांडली, हरियावाला खुर्द, पुरोहित वाला सहित 15 ग्राम पंचायतों के महिला मंगलदल की महिलाओं को सामाजिक उपयोग हेतु साज सज्जा की सामग्री वितरित किया।
अपने संबोधन में मंत्री जोशी ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा आज महिलाओं ने समूहों के माध्यम से अपने जीवन को नई दिशा दी है। महिलाएं अचार, पापड़, अगरबती, ऊनी वस्त्र, ब्यूटी पार्लर, सिलाई, डेयरी आदि जैसे अनेक आजीविका उपार्जक कार्य कर रही हैं। सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान और उनकी आर्थिकी को मजबूत करने के लिए कई जन कल्याणकारी योजना संचालित की जा रही है।
उन्होंने कहा हमारा संकल्प है कि जब राज्य 25 वर्ष का हो तो हम महिला समूहों में कार्य कर रही महिलाओं की आजीविका को दोगुना करेंगे। मंत्री जोशी ने कहा राज्य जब 25 वर्ष का होगा, तब राज्य की करीब 3 लाख 67 हजार स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं में से सवा लाख महिलाओं को आजीविका मिशन के तहत लखपति बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से उनकी सालाना आय एक लाख से ऊपर पहुंचाई जाएगी। जिससे महिलाओं की आय में सुधार आएगा और इस योजना के माध्यम से महिलाएं शशक्त और मजबूत होंगी। मंत्री जोशी ने कहा जल्द ही गुनियाल गांव में उद्यान बिभाग के माध्यम से बोटैनिकल गार्डन बनाया जाएगा। इसके अलावा मंत्री जोशी ने कहा कि शीघ्र ही गुनियाल गांव में बिजली घर का निर्माण किया जा रहा है और निश्चित ही इस बिजली घर बनने से क्षेत्र में बिजली की समस्या से निजात मिलेगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, वंदना बिष्ट, लक्ष्मण सिंह रावत, हरेंद्र रावत, सुरेंद्र डंगवाल, किशन सिंह पुंडीर, योगेश बिष्ट, युद्धवीर नेगी, अनुराग नेगी, ग्राम प्रधान सीता देवी, लीला शर्मा, सोहन सिंह, अन्नू पुंडीर, किरन, रचना थापा, प्रेम सिंह पंवार, महेंद्र पुंडीर, राधे जुयाल , सीमा जुयाल सहित महिला मंगल दल अध्यक्ष शिवानी, पूनम, रीना रावत, दीक्षा, अंजली खत्री, बिमला क्षेत्री, पिंकी, प्रिया थापली, सीमा, अनु गुरुंग, रजनी पंवार, रीना, मीना थापा, ममता थापा, तनुजा घले सहित कई लोग उपस्थित रहे। प्रत्येक दल को भोजन थाली-100 पीस, गिलास 100 पीस, चम्मच 100 पीस, जग 05 पीस, बाल्टी 02 पीस, कुर्सी 60 पीस, ढोलक 01 पीस, चिमटा 01 पीस, ढफली 01 पीस, बैग 01 पीस वितरित किया गया।
कांग्रेस समेत पूर्ववृति सरकारों ने कभी वनभूलपुरा रेलवे विवाद के हल का प्रयास नहीं कियाः जोशी
देहरादून। भाजपा ने हल्द्वानी के वनभूलपुरा रेलवे विवाद को कॉंग्रेस पार्टी और उनकी सरकारों की देन बताया, जिन्होंने समय रहते कोई प्रयास नहीं किया और मामला कोर्ट में जाने दिया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने स्पष्ट किया कि पार्टी और सरकार इस पूरे मामले को राजनैतिक चश्मे से नहीं देखती है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए सभी पक्षों को उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता श्री जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह विवाद लंबे समय से चल रहा है लेकिन कांग्रेस समेत पूर्ववृति सरकारों ने कभी विवाद के हल का प्रयास नहीं किया।
आज इस प्रकरण में राजनैतिक बयानबाजी करने वाले कॉंग्रेस के तमाम नेता किसी न किसी रूप में तत्कालीन सरकारों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। ऐसे में उनके अनुशार यदि कुछ गलत हो रहा था तो उन लोगों कोई बीच का रास्ता क्यूँ नहीं निकाला, क्यों मामले को इतने लंबे समय तक अटकाए लटकाये रखा। उन्होंने कहा कि भाजपा इस पूरे विवाद को राजनैतिक चश्मे से नहीं देखती है और हमारी सरकार की नीति नियत एकदम स्पष्ट है। यह समूचा प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है और 5 तारीख को सुप्रीम कोर्ट में भी इस प्रकरण से संबन्धित याचिका पर सुनवाई होनी है। लिहाजा सभी पक्षों को राजनीति करने के बजाय न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
अपर निदेशक सूचना आशीष त्रिपाठी से की भेंट
देहरादून। सूचना एवं लोकसम्पर्क विभाग में संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत आशीष त्रिपाठी के अपर निदेशक पद पर पदोन्नति होने पर जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ उत्तराखन्ड की जिला इकाई देहरादून के पदाधिकारियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर बधाई व शुभकामनायंे दी। बधाई देने वालों में यूनियन के प्रदेश महामन्त्री गिरीश पन्त, प्रदेश उपाध्यक्ष जाहिद अली, जिलाध्यक्ष मो0 शाहनजर, जिला महामन्त्री मूलचन्द शीर्षवाल, जिला कोषाध्यक्ष ज्योति भट्ट ध्यानी, अफरोज खॉ, नवीन बधानी व अंकुर शामिल रहे।
हरदा राज मे मंडुआ झंगोरा पर चले भाषण और दूसरी ओर खनन, आबकारी को मिला प्रोत्साहनः चौहान
देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत के कोदा झंगोरा के जरिये पहाड़ प्रेम और बेरोजगारों के हितैषी होने के प्रदर्शन को आडंबर करार देते हुए कहा कि वह इस आड़ मे पार्टी हाईकमान मे अपने नंबर बढ़ाने की जुगत मे लगे हैं। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि आज पूर्व सीएम बेरोजगारों की चिंता करते हुए पद यात्रा कर रहे है, लेकिन तब वह चुप आँखे बन्द कर रहे थे, जब राज्य मे नौकरियों से लेकर संसाधन लुट रहे थे।
उनके कार्यकाल मे तमाम भर्ती घोटाले हो गए और वह चुपचाप अंजान बनकर रहे। वहीं विधान सभा भर्ती घोटाला भी उनकी नजर मे था और पहले पूर्व विस अध्यक्ष का बचाव और फिर रक्षात्मक मुद्रा मे लौट गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उस काल को घपले घोटालों के काल के रूप मे जाना जाता है। कई बार घड़ियाली आंसू और राजनेतिक वनवास पर जाने की बात कहने वाले हरदा अब खुद को कांग्रेस की राजनीति मे बने रहने के लिए लगातार सियासी नौटंकिया कर रही है।
चौहान ने कहा कि उनकी मंडुवा जंगोरा और मेरा गाँव जैसे नारों को खुद कांग्रेसी ही पसंद नही करते। उन्होंने कहा कि कई मौकों पर वह खुद स्वीकार कर चुके है कि उनके विधायकों ने भी उनकी योजनाओं पर आवाज नही उठाई। इसका प्रमुख कारण यह रहा कि पूर्व सीएम गाँव पर भाषण तो दे रहे थे, लेकिन खनन और शराब को प्रोत्साहित करते रहे। आज उतराखंड के उत्पाद और नैसर्गिक सौंदर्य यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निरंतर प्रयास से अंतराष्ट्रीय क्षितिज पर स्थान पा रहे है। खाडी देशों मे भी उतराखंड के उत्पाद अहंम स्थान बना रहे है जो की यहाँ के बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार का बेहतर प्लेटफार्म बन रहा है।
चौहान ने कहा कि पहाड़ और उसके नैसर्गिक सौंदर्य को सरंक्षण के साथ युवाओं को बेहतर रोजगार के लिए सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। उसके नतीजे भी सामने आ रहे है। पहले योजनाएं भाषण और कागजो मे थी, लेकिन अब धरातल पर क्रियान्वयन हो रहा है। योजनाएं जनता के हित मे बने तो विश्वास हासिल होगा। हरदा के झलसे मे कांग्रेसियों का टोटा इस बात को पुख्ता कर रही है की वह जनता के साथ अपनो का भी विश्वास खो चुके है और अपनी असहज स्थिति से बचने के लिए सियासी नौटंकी कर रहे है।
राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी में प्रतिभाग करेंगे शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत
देहरादून। सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत राजस्थान के पाली में आयोजित राष्ट्रीय स्काउट्स गाइड्स जम्बूरी में प्रतिभाग कर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनके साथ प्रदेश से 500 से अधिक स्काउट्स-गाइड्स, रोवर-रेंजर्स व विभागीय अधिकारी भी राष्ट्रीय जम्बूरी में प्रतिभाग करेंगे। 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइउ जम्बूरी का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू तथा समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया जायेगा। प्रोग्रेस विद पीस की थीम के साथ यह कार्यक्रम 04 से 10 जनवरी तक आयोजित होगा।
राजस्थान रवाना होने से पहले सूबे के शिक्षा मंत्री एवं स्काउट गाइड्स के स्टेट प्रेजिडेंट डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया कि राजस्थान के पाली में 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी आयोजित हो रही है। 4 से 10 जनवरी तक आयोजित होने वाली राष्ट्रीय जम्बूरी का उद्घाटन राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू करेंगी जबकि समारोह का समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जम्बूरी में देशभर से करीब 35 हजार स्काउट गाइड भाग लेंगे। जिसमें उत्तराखंड से 500 से अधिक स्काउट गाइड्स, रोवर रेंजर्स व विभागीय अधिकारी शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा जम्बूरी में मलेशिया, सिंगापुर, यूएई, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मालद्वीव सहित कई देशों के स्काउट-गाइड्स व छात्र-छात्राएं भी प्रतिभाग करेंगी। डॉ0 रावत ने बताया कि 9 वर्ग किमी क्षेत्र में स्थापित जम्बूरी ग्राम में स्काउट एंड गाइड्स के लिये सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि जम्बूरी में स्काउट एंड गाइड्स द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा, साथ ही व्यक्तिगत एवं सामूहिक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा, जिसमें स्काउट्स एंड गाइड्स भाग लेकर ग्रेड प्राप्त करेंगे। प्रतियोगिताओं में रॉक क्लाविंग, नौकायान, आरचरी, पैराग्लाइडिंग, ड्राइंग, पेंटिंग सहित मार्च पास्ट, गणवेश, कलर पार्टी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फूट प्लाजा, गेट निर्माण, स्किलोरामा, हैम रेडियो, पायनियरिंग प्रोजेक्ट शामिल है। इसके अलावा वायु सेना द्वारा एयर शो आयोजित किये जायेंगे जबकि बीएसएफ द्वारा ऊंट समारोह का विशेष प्रदर्शन किया जायेगा।
उत्तरांचल प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने सीएम से की भेंट
देहरादून। उत्तरांचल प्रेस क्लब की नव निर्वाचित कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष अजय राणा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने मुख्यमंत्री धामी को प्रेस क्लब गतिविधियों से अवगत कराया और मुख्यमंत्री धामी ने प्रेस क्लब को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। क्लब कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
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