Monday, 28 September 2020

उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश पर केंद्रित है ‘द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म 


-हिंदी फिल्म होने के बावजूद गढ़वाली शब्दों का समावेश है इस फिल्म में
-फिल्म की शतप्रतिशत शूटिंग ’उत्तराखंड की वादियों में हुई


देहरादून। उत्तराखंड में फिल्माई गई बाॅलीवुड फिल्म ’‘द ब्रेव चाइल्ड’’ हिंदी फिल्म होने के बावजूूद उत्तराखंडी लोकसंस्कृति, सभ्यता व लोकभाषा पर आधारित है। यह फिल्म राज्य के ग्रामीण परिवेश पर केंद्रित है। इस फिल्म की शतप्रतिशत शूटिंग उत्तराखंड की वादियों में हुई है। ’द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म में यहां के रहन-सहन और पहनावे का काफी मिश्रण है। फिल्म में कई शब्द गढ़वाली में प्रयोग किए गए हैं। इसके अलावा बोल-चाल में हिंदी में भी गढ़वालीपन साफ झलकता है। इस फिल्म में बेडु पाको बारमासा गाने को काफी महत्व दिया गया है।
 फिल्म को आनंद चैक, कद्दूखाल, धनोल्टी, मालदेवता, रायपुर आदि जगहों पर फिल्माया गया है। फिल्म के मुख्य कलाकारों में रघुवीर यादव, तथास्तु, कृष्णा बिष्ट, कल्पना झा और अमेरिकन एक्टर एलेक्स ओनैल शामिल हैं। इसके अलावा 22 ऐक्टर उत्तराखंड के स्थानीय हैं। फिल्म में घोड़ा भी एक मुख्य किरदार में है। ’द ब्रेव चाइल्ड’ फिल्म उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े बहादुर बच्चे और उसके घोड़े की कहानी पर आधारित है, यह घोड़ा उस बच्चे के परिवार की आजीविका का मुख्य साधन है। इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है कि उत्तराखंड में आज भी जो गांव सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं, वहां के वाशिंदों के सामने आवागमन की किस तरह की समस्याएं हैं और किस तरह से ग्रामीण इन चुनौतियां का डटकर मुकाबला करते हैं। यह फिल्म अगले कुछ समय में बड़े परदे पर प्रदर्शित होगी।
इस फिल्म के लेखक और निर्देशक अश्विनी डंगवाल है। अश्विनी डंगवाल बॉलीवुड की कई फिल्मों में मुख्य सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुके हैं। खुद मुंबई में रहने वाले अश्विनी डंगवाल मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के अमिल्डा गाँव से हैं और उनका परिवार बद्रीश कालोनी, देहरादून में रहता है। अश्विनी डंगवाल ने बताया कि इस फिल्म की पूरी शूटिंग उत्तराखंड में हुई है। उनका कहना है कि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग के अद्भुत एवं रमणीक डेस्टिनेशन हैं। जब फिल्म की शूटिंग उत्तराखण्ड की वादियों में होती है, तो इससे देश व विदेश के लोग पर्यटन की दृष्टिकोण से उत्तराखण्ड के उस डेस्टिनेशन में आने के लिए आकर्षित होते हैं, जिससे लोकल स्तर पर रोजगार के साधन सृजित होते हैं और उसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलता है। उनका कहना है कि उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग से रोजगार के साधन बढ़ने के साथ-साथ पर्यटन सेक्टर में भी वृद्धि होगी। अश्विनी डंगवाल का कहना है कि देवभूमि उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य एवं प्राकृतिक वातावारण फिल्म की शूटिंग के लिए काफी अनुकूल है। आज कल अश्विनी डंगवाल अपनी एक रोमांटिक स्क्रिप्ट लिखने में व्यस्त हैं।
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Saturday, 26 September 2020

आकाश इंस्टीट्यूट ने दिग्गज क्रिकेटर, युवराज सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया

देहरादून। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने आज दिग्गज क्रिकेटर, युवराज सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने की घोषणा की। यह मशहूर क्रिकेटर, कंपनी और इसके विभिन्न ब्रांडों के प्रचार-प्रसार में सहायता करेंगे, जिसके अंतर्गत आकाश इंस्टीट्यूट, आकाश आईआईटी-जेईई, आकाश डिजिटल तथा मेरिटनेशन शामिल हैं। आकाश के चेहरे के रूप में, युवराज सिंह आकाश डिजिटल के नवीनतम ओम्नी-चैनल कैंपेन श्सक्सेस इज वेटिंग’ की अगुवाई करेंगे।
सक्सेस इज वेटिंग’ कैंपेन उन छात्रों के लिए होगा, जो मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में एक बार फिर से भाग लेना चाहते हैं। विभिन्न डिजिटल माध्यमों पर दिखाई देने वाले इस कैंपेन का उद्देश्य ऐसे छात्रों को एक बार फिर से शानदार प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है। इस संदेश को छात्रों तक बेहद असरदार ढंग से पहुंचाने के लिए युवराज सबसे उपयुक्त व्यक्ति थे, क्योंकि कंपनी को एक खिलाड़ी की वापसी की ऐसी प्रेरणादायक कहानी की जरूरत थी, जिसमें श्जोरदार तरीके से वापसीश् का मूल संदेश छिपा हो। चूंकि देश में क्रिकेट को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं, इसलिए हमने इस कैंपेन के संदेश को युवराज सिंह की वापसी की कहानी के इर्द-गिर्द तैयार किया है। वह कई भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। पहले उन्होंने क्रिकेट जगत में अपने सफल करियर से लोगों को प्रोत्साहित किया, फिर कैंसर को हराकर वापसी करने की उनकी कहानी भी बेहद प्रेरणादायक है, और अब वह जनकल्याण के क्षेत्र में अपनी पहल से लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड  के निदेशक एवं सीईओ आकाश चैधरी ने युवराज सिंह के साथ इस सहयोग पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हमें बेहद खुशी हो रही है कि युवराज सिंह अब आकाश परिवार का हिस्सा बन गए हैं।


किसानों ने टैªक्टर रैली निकाल आईएसबीटी पर लगाया जाम

देहरादून। कृषि बिल के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) ने आईएसबीटी तक टैªक्टर रैली निकाल कर जाम लगाया। किसानों ने भारत सरकार द्वारा पारित अध्यादेश में संशोधन की मांग की है। आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के बैनरतले किसानों ने आईएसबीटी तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने आईएसबीटी के समक्ष चक्का जाम भी किया। किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा पारित अध्यादेश किसान विरोधी हैं। इन अध्यादेशों में संशोधन किया जाना चाहिए। कहा कि अध्यादेश मंे किसान अपनी फसल के मसले एसडीएम कोर्ट के अलावा कहीं नहीं जा सकेगा जो गलत है। किसानों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने की छूट होनी चाहिए। किसी भी फसल का मूल्य निर्धारण करते समय प्रदेश स्तर पर कमेटी बने। उसमें किसानों का प्रतिनिधित्व भी अवश्य होना चाहिए।
उन्हेांने कहा कि किसानों के हित के लिए जो भी कमेटी बने उसमें आईएएस अधिकारियों के साथ किसान को भी शामिल किया जाए। आज के समय में भारत में छोटे किसान हैं। उनमें भण्डारण करने की क्षमता न के बराबर है। यह केवल बड़े व्यापारियों को लाभ देने वाला है। इसका तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। किसानों की फसल अनुबंध के समय वही कानून लागू हो जो अब अन्य लोगों पर लगते हैं। सरकार को ब्लॉक स्तर पर सरकारी कोल्ड स्टोर बना कर छोटे किसानों को लाभ पहुंचाना चाहिए। किसानों की फसल का न्यूनतम मूल्य तय होने के बाद अगर केाई व्याारी उससे कम मूल्य पर फसल खरीदता है तो उसको सजा का प्रावधान होना चाहिए। किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि किसान कहीं भी अपना अनाज बेच सकते हैं। यह पहले से व्यवस्था है। भाजपा सरकार पर आपदा कानून की आड़ में इस बिल से बहुत बड़े कारोबारियों को फायदा देने का आरोप लगाया है। इस बिल में अनाज के असीमित भंडारण करने का प्राविधान है। मंडी सिस्टम को खत्म करने का भाजपा सरकार द्वारा कुचक्र रचा जा रहा है। किसान बिल पूर्ण रूप से किसान विरोधी व हिटलरशाही से देश के किसानों पर थोपा गया बिल है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा, प्रवक्ता अरूण शर्मा, तहसील अध्यक्ष भगवान सिंह राठौर, संगठन मंत्री चमन कुमार, जिला प्रभारी संदीप चैहान, संगठन मंत्री चिरंजीव कुमार आदि शामिल रहे।


दून में किसान आंदोलन का मिलाजुला असर रहा, रुड़की में टिकैत के कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर किया प्रदर्शन

देहरादून। उत्तराखंड में भी किसानों का कृषि अध्यादेशों का विरोध देखने को मिला। हालांकि यहां बंद का कुछ खास असर नजर नहीं आया। लेकिन विरोध प्रदर्शन का दौर जारी रहा। इसी क्रम में राजधानी देहरादून में किसान यूनियन के सदस्य जुलूस लेकर आईएसबीटी पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया। जिसे पुलिस द्वारा कुछ देर बाद ही हटवाया गया। किसान नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा के सदस्यों ने देहरादून के गांधी पार्क के सामने प्रदर्शन किया। वहीं रुद्रपुर गल्ला मंडी में ऊधमसिंह नगर के किसानों ने सभा आयोजित की। इस दौरान यहां पुलिस फोर्स तैनात रही। चंपावत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी कृषि विधेयकों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
हरिद्वार जिले में कृषि बिल के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों ने रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका गया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने गुड़ मंडी के बाहर हाईवे पर धरना प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया। किसान नेता केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल को तत्काल वापस करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। उत्तराखंड किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय अध्यक्ष गुलशन और जिला अध्यक्ष महकार सिंह के नेतृत्व में रोडवेज बस स्टैंड के पास रुड़की में प्रदर्शन किया। इसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया गया। खानपुर में खादर किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ता गुड मंडी के बाहर धरने पर बैठे। उन्होंने भी कृषि विधेयक को किसान विरोधी बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की।


पं. दीनदयाल ने जीवनपर्यंत राष्ट्रीय चिंतन को महत्व दियाः अग्रवाल

देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद प्रेमचंद अग्रवाल ने आज देहरादून स्थित अपने शासकीय आवास पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल देहरादून स्थित अपने शासकीय आवास में होम क्वारंटाइन है और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्होंने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर विस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जन संघ के अध्यक्ष रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जीवन पर्यंत राष्ट्रीय चिंतन को महत्व दिया। अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने जीवन की शुरुआत करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारत को एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
वहीं भाजपा महानगर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने महानगर कार्यालय पर आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद किया। महानगर में हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटली उद्बोधन को सुनने के पश्चात पूर्व संगठन मंत्री एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष नरेश बंसल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन पर हमारी केंद्र एवं राज्य की सरकारें चल रही है और उन्हें जनता का भरपूर साथ मिल रहा है क्योंकि स्व. दीनदयाल का चिंतन समाज के अंतिम व्यक्ति की चिंता का चिंतन था।
महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट ने कहा कि यह दीनदयाल का ही प्रताप है कि उनके उस समय दिए दिशा निर्देशों के कारण आज हमारा संगठन नर सेवा को ही नारायण सेवा मानता है। जिसका उदाहरण इस कोरोनाकाल में स्पष्ट दिखाई दिया एककृएक कार्यकर्ता सेवा में जुट पड़ा। इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि पंडित जी के विचारों की छाप इस युग पर है। इन कार्यक्रमों में विधायक हरबंस कपूर, खजानदास राज्यमंत्री चैधरी, अजीत सिंह, रविंद्र कटारिया, राजकुमार पुरोहित, प्रदेश पदाधिकारी अनिल गोयल, विनय गोयल, महानगर महामंत्री सतेंद्र नेगी, रतन चैहान, मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल, विशाल गुप्ता, लच्छू गुप्ता, पवन चैधरी, हरीश कोहली, सुभाष यादव, रविंद्र बाल्मीकि, आनंद प्रकाश नौटियाल, ऋतु मित्रा, बबीता सहोत्रा, सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।


कृषि बिल का बीजेपी में ही फूटा विरोध, विधायक चीमा नाखुश

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक दिन पहले ही कृषि बिल पर उत्तराखंड से मोर्चा संभालते हुए केंद्र के इस फैसले को सही ठहराया था। लेकिन अब भाजपा के एक विधायक ने मुख्यमंत्री की इस कोशिश को गलत करार दे दिया है।  काशीपुर से भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कृषि बिल पर साफ किया है कि यह बिल किसानों के विरोध की वजह बन गया है। किसानों के इस विरोध को देखते हुए यदि इस में संशोधन हो सकता है तो होना ही चाहिए।
विधायक हरभजन सिंह चीमा इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तो उतना ही कह रहे हैं जितना केंद्र की तरफ से उन्हें कहा गया है। चीमा ने कहा कि आज देश भर के तमाम किसान इस बिल के विरोध में उठ खड़े हुए हैं। हालांकि उन्होंने इसमें विपक्ष द्वारा कुछ किसानों को बरगलाने की बात भी जोड़ी। चीमा ने सरकार के खिलाफ कृषि बिल के बहाने अपनी नाराजगी भी जाहिर की। विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा की सरकार में बैठे लोगों के दिल में इतनी भी जगह नहीं है। कि लगातार चार बार से विधायक की तरफ एक नजर देख भी सकें। विधायक ने कहा कि हमारी संख्या सिख समुदाय उत्तराखंड में कम है और इसलिए हमारी बात कोई नहीं करता। मंत्री पद को लेकर बात करते हुए हरभजन सिंह चीमा ने कहा यह ऐसा लड्डू है जिसे सरकार के लोग हमें खिलाना तो दूर दिखाना भी पसंद नहीं करते।


किसी भी कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए वैचारिक दृढ़ता का होना जरूरीः सीएम

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास से ‘‘आत्मनिर्भरता से अन्त्योदय तक’’ वर्चुअल युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं में जो उत्साह एवं जोश होता है, सही दिशा मिलने पर युवा सब कुछ कर सकता है। युवा अवस्था में जोखिम लेने का जज्बा भी होता है और समय भी। किसी भी कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए वैचारिक दृढ़ता का होना जरूरी है। हमें किस दिशा में आगे बढ़ना है, इसके लिए सोच स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में युवाओं एवं महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उत्तराखण्ड में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के लिए अपार संभावनाएं हैं। प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है, पर्वत श्रृंखलाएं, पर्याप्त जल, जंगल, जैव विविधता जैसी प्राकृतिक चीजें हमें वरदान स्वरूप मिली हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में स्वरोजगार के लिए भी पर्याप्त अवसर हैं। एडवेंचर टूरिज्म,वाटर स्पोर्ट एवं पर्यटन के क्षेत्र में अनेक गतिविधियां की जा सकती है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। इस योजना में लगभग सभी प्रकार के कार्यों को शामिल किया गया है। हमें आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड की दिशा में आगे बढ़ना होगा। जब राज्य आत्मनिर्भर होंगे तो देश स्वतः ही आत्म निर्भर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में ग्रोथ सेंटर की शुरुआत की है, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत बस खरीदने के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। इन बसों का रोडवेज से अनुबंध करने की व्यवस्था भी की गई है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पर्यटन के तहत हम 10 हजार मोटर बाईक देंगे। इसमें दो साल का ब्याज राज्य सरकार देगी। 25-25 किलोवाट के 10 हजार छोटे सोलर पावर प्रोजेक्ट की योजना मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लाई गई है। इसके तहत 25 प्रतिशत सब्सिडी और बिजली की खरीद की गारंटी है। पिरूल से बिजली उत्पादन का कार्य शुरू किया गया है। सोलर फार्मिंग की शुरूआत की गई है जिसमें 208 मेगावाट के कार्यों की शुरूआत हुई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कृषकों को 03 लाख तक का एवं स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। उड़ान योजना के तहत हेली सेवाओं को विस्तार दिया गया है। ऑलवेदर रोड पर तेजी से कार्य चल रहा है। हमें स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना होगा। उसकी ब्रान्डिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग करनी होगी। उत्तराखण्ड के लोकल उत्पादों को हिमालयी ब्रान्ड बनाने की दिशा में कार्य करने होंगे। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से विधायक गणेश जोशी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रदेश संगठन मंत्री प्रदीप शेखावत, अदिति त्यागी एवं प्रदेश के युवा जुड़े थे।


कांग्रेस किसान विरोधी अध्यादेश के विरोध में 28 सितंबर को राजभवन कूच करेगी

देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 28 सितम्बर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम ंिसह के नेतृत्व में प्रातः 11 बजे से किसान विरोधी अध्यादेश, बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी के विरोध में राजभवन कूच का आयोजन किया गया है। इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन से दिलाराम चैक होते हुए राजभवन के लिए कूच करेंगे।
इसी परिपेक्ष में आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार करने हेतु वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों की तैयारी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भाजपा सरकार के किसान विरोधी, बेरोजगार विरोधी एवं गरीब विरोधी फैसलों के खिलाफ किये जाने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में प्रीतम सिंह ने सभी पदाधिकारियों से कार्यक्रम में बढचढ कर भागीदारी का आह्रवान करते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारों के इन फैसलों से देश के किसान व आम जनता का उत्पीडन किया जा रहा है। बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, प्रदेश महामंत्री पी.के अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रदेश सचिव कमरखान ताबी, विकास नेगी, कविन्द्र ईष्टवाल, दीप बोहरा आदि शामिल थे।


जयंती पर याद किए गए पंडित दीन दयाल उपाध्याय

देहरादून। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन को सुनने के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर तैयारी की थी। मसूरी विधायक गणेश जोशी ने अपने आवास में प्रधानमंत्री मोदी का सम्बोधन सुना।  
एकात्म मानवतावाद के प्रेरणास्रोत एवं उत्कृष्ठ संगठनकर्ता पण्डित दीनदयाल की 104वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि दीनदयाल जी जिस विचार के साथ देश को आगे ले जाना चाहते थे, वह कार्य आज प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका पथ अंत्योदय का था, वह पंक्ति के अंतिम व्यक्ति का उदय चाहते थे और इस काम को भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र एवं राज्य सरकार लगातार कर रही हैं। विधायक जोशी ने बताया कि वह सेल्फ क्वारंटाइन के कारण कार्यक्रमों में नहीं पहुॅच सके किन्तु मसूरी विधानसभा क्षेत्र के सभी 170 बूथों में पंडित दीनदयाल को स्मरण किया गया। उन्होनें बताया कि श्रीदेव सुमन नगर मण्डल में अध्यक्ष पूनम नौटियाल, शहीद दुर्गामल्ल मण्डल में अध्यक्ष राजीव गुरुंग एवं मसूरी मण्डल में अध्यक्ष मोहन पेटवाल के नेतृत्व में बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये गये और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन को सुना गया।


उत्तराखंड में फिर से हुई एडवेंचर टूरिज्म की शुरुआत  



देहरादून। अनलॉक-4 के बाद किए गए कई निर्णयों के बीच पर्यटन मंत्रालय उत्तराखंड ने आज ऐडवेंचर प्रेमियों के लिए भी एक बड़ी राहत की घोषणा कर दी है। राज्य पर्यटन विभाग ने अब सभी पर्यटकों के लिए वाटर स्पोर्ट्स, ट्रेकिंग और पर्वतारोहण, एयरोस्पोर्ट्स और कैम्पिंग गतिविधियों जैसे ऐडवेंचर संबंधित गतिविधियों को खोलने की अनुमती दे दी है। घोषणा के साथ ही, उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों और ऐडवेंचर एजेंसियों के लिए दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।
नए मानदंडों के अनुसार, एजेंसी, एडवेंचर टूर ऑपरेटर के प्रमुख पर्यटन विभाग और संबंधित जिला प्रशासन के कार्यालयों में ऐडवेंचर गतिविधियों के संचालन के लिए आवश्यक अनुमति हेतू अंडरटेकिंग पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। ऐडवेंचर कंपनी, जेंसी टूर ऑपरेटर के मालिकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके कर्मचारियों ने कोविद-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए उचित रूप से प्रशिक्षित है। इसके अतिरिक्त, एजेंसीध्एडवेंचर टूर ऑपरेटर को थर्मल स्क्रीनिंग, सामाजिक दूरी, मास्क शील्ड द्वारा चेहरे को ढंकना और लगातार हाथ धोने जैसे आवश्यक नियमों का उचित कार्यान्वयन भी सुनिश्चित करना होगा। जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि ऐडवेंचर गतिविधियों के सुचारू संचालन हेतु एक निगरानी तंत्र गठित कर लिया जाए।  इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा ‘‘एडवेंचर टूरिज्म का राज्य के समग्र पर्यटन उद्योग में एक बड़ा योगदान है। हमे विश्वास है की ऐडवेंचर गतिविधियों को फिर से खोलने से राज्य पर्यटन उद्योग को बड़ा फायदा मिलेगा। हम सभी लभार्तियोँ से पूर्ण सहयोग की उम्मीद करते हैं। उन्हें एक टीम के रूप में हमारे साथ काम करना होगा और राज्य में महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नियमों और दिशानिर्देशों का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना होगा।’’एमओएचएफ, जीओआई और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, एजेंसी ऐडवेंचर गतिविधियों में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों के उचित सफाई को भी सुनिश्चित करेगी। ऐडवेंचर गतिविधियों के दौरान, यदि कोई अतिथि कोविद -19 संक्रमण के लक्षण दिखाता है तो एजेंसीध्टूर ऑपरेटर तुरंत नजदीकी स्वस्थ केंद्र को सूचित करेगी और अतिथि को चिकित्सकीय परामर्श के लिए प्रोत्साहित करेगी।


पं. दीनदयाल उपाध्याय ने देश को एकात्म मानववाद मंत्र व समाजसेवा जैसी प्रगतिशील विचारधारा दीः सीएम


 


देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तहसील चैक, देहरादून स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में पंडित दीनदयाल की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने आवास में भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में ’पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी’ की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद मंत्र और समाज सेवा जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी।
पं. दीनदयाल उपाध्याय का राजनीतिक दर्शन भारतीय चिंतन पर आधारित था। उनका मानना था कि देश तभी खुशहाल व समृद्ध हो सकता है, जब समाज के अन्तिम पंक्ति पर खड़े गरीबों का उत्थान हो। गरीबों के कल्याण के लिए वे निरन्तर प्रयासरत रहे। केन्द्र व राज्य सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय जी द्वारा दिये गये जीवन दर्शन का अनुसरण करते हुए समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं, उनके जीवन दर्शन एवं चिन्तन को सबने साराहा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी सरकार है। संसद में सरकार द्वारा पारित कराए गए कृषि विधेयकों से किसानों की दशा और दिशा में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। इन विधेयकों में ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे किसान स्वयं अपनी उपज को अच्छी कीमतों पर मंडी में या मंडी के बाहर कहीं भी बेच सकेगा। मोदी जी हमेशा से किसानों के हितैषी रहे हैं। वे जब गुजारत के सीएम थे तो उन्होंने वहां किसानों के लिए 7 घंटे नियमित और निश्चित बिजली की व्यवस्था की। उन्होंने कृषि महोत्सवों की शुरूआत की। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी किसान हमेशा उनकी प्राथमिकताओं में रहे। उनकी सरकार में गांव, गरीब और किसानों का सबसे पहले ख्याल रखा गया है। वर्ष 2009 में यूपीए की सरकार में कृषि मंत्रालय का बजट केवल 12 हजार करोड़ रूपए था जो आज कई गुना बढ़ाकर 1 लाख 34 हजार करोड़ किया गया है। पहले कभी भी केंद्र सरकार एक साल में 75 हजार करोड़ रूपए किसानों के हित में खर्च नहीं कर पाई थी। लेकिन मोदी सरकार ने यह मुमकिन कर दिया। पीएम किसान योजना से अब तक 92 हजार करोड़ रूपए सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं। मोदी सरकार ने कृषि अवसंरचना के लिए 1 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की है। यूपीए के समय किसानों को 8 लाख करोड़ का कर्ज मिलता था, आज 15 लाख करोड़ का ऋण सालाना दिया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, विधायक हरवंश कपूर, खजानदास, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला, विनय गोयल, अनिल गोयल, पुनीत मित्तल आदि उपस्थित थे।


Friday, 25 September 2020

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मोबाइल शौचालय जार्ज एवरेस्ट मसूरी के लिए रवाना किए



देहरादून। पर्यटक सूचना केन्द्र जैसी मौजूदा सुविधाओं के साथ ही यात्रा स्थलों पर जहाँ शौचालय और टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। उन स्थानों पर पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग द्वारा मोबाइल शौचालय स्थापित किये जाने की पहल की गई है।पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने आज यहाँ अपने सरकारी आवास 17 सुभाष रोड़ पर एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता प्रखर राष्ट्रवादी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मोबाइल शौचालय को जार्ज एवरेस्ट, मसूरी के लिए रवाना किया।  श्री महाराज ने कहा कि  प्रखर राष्ट्रवादी और हमारे पथ प्रदर्शक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक मोबाइल शौचालयों की सुविधा देने का आज शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होने कहा कि चार धाम यात्रा को साफ सुथरा तथा यात्रा मार्ग पर यात्रियों को सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अंतर्गत चारधाम यात्रा मार्ग पर शौचालयों, पर्यटक सूचना केंद्रों तथा बस शेल्टर का उच्चीकरण किया जा रहा है जिसके तहत प्रथम चरण में 54 शौचालयों के उच्चीकरण एवं आधुनिकरण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। श्री सतपाल महाराज ने कहा कि ये सभी  शौचालय जिनमें देहरादून में 7,  टिहरी में 24,  रुद्रप्रयाग में 8 एवं उत्तरकाशी जनपद में 15 शौचालयों का उच्चीकरण किया जाना है। जबकि द्वितीय चरण में पौड़ी एवं चमोली जनपद के 37 शौचालयों का उच्चीकरण प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि आधुनिक मोबाइल शौचालयों को इसी योजना के तहत लगाये जाने का एक सार्थक प्रयास है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि अत्याधुनिक मोबाइल शौचालयों को कहीं भी सुविधानुसार लगाया जा सकता है। श्री महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम चरण में 5 मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा चुकी है। जो कि मसूरी एवं जॉर्ज एवरेस्ट में लगाए जाने हैं। उन्होने बताया कि मोबाइल शौचालय में पुरुष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। महिला शौचालय में 3 सीट और पुरुष शौचालय में 2 सीट एवं एक यूरिनल पोट लगाया गया है। इसमें 2 किलो वाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है जो कि इस मोबाइल शौचालय की बिजली की जरूरत को पूरा करेगा। इसमें 1000 लीटर पानी का टैंक तथा पानी के टैंक को भरने के लिए मोटर की व्यवस्था है जिससे पानी को लिफ्ट करके कहीं से भी भरा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सीवर के कनेक्शन के लिए 750 लीटर क्षमता का टैंक इस शौचालय में लगाया गया है तथा इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है। पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि अभी कुल 14 मोबाइल शौचालय खरीदना प्रस्तावित है, जिसमें से 5 खरीदे जा चुके हैं। हरिद्वार में चार, जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में पांच, चोपता तुंगनाथ में एक, सतपुली में एक, कौड़ियाला में एक, कण्वाश्रम में एक और कालीमठ में एक शौचालय लगाया जाना प्रस्तावित हैं। उन्होंने बताया कि एक मोबाइल शौचालय की लागत लगभग 16.50 लाख है। जिसे और कम किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई भी असुविधा न हो। हमने उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को कई रियायतें भी दी हैं। इसलिए निश्चित रूप से अब पर्यटक उत्तराखंड की ओर रूख अवश्य करेगा। 



27 सितम्बर को पर्यटन दिवस पर 8 किमी ट्रेकिंग कार्यक्रम

नैनीताल। जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविन्द गौड़ ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में 27 सितम्बर को पर्यटन विभाग, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा नैनीताल में टांकी-नैना पीक (चाइना पीक)-किलबरी तक 8 किमी निःशुल्क ट्रेकिंग कार्यक्रम का आयोजन प्रातः 8 बजे से किया जा रहा है। जिसमें मा.सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 10 वर्ष से अधिक उम्र के छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यटन संगठन द्वारा ’’टूरिस्ट एवं रूरल डेवलपमेंट’’ थीम निर्धारित की गयी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए ट्रेकर्स अपने साथ मास्क एवं सेनिटाईजर अवश्य लायें, ट्रेकिंग प्रोग्राम में शासन द्वारा जारी कोविड-19 से सम्बन्धित दिशा-निर्देशों का किया जायेगा।


प्रत्येक बूथ पर मनाई जाएगी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती



देहरादून। कैंट विधानसभा क्षेत्र में कैंट विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर के नेतृत्व में 25 सितंबर को भारतीय जनसंघ और अध्यक्ष एवं एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पार्टी कैंट विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक बूथ पर मनायेगी। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी जीएमएस मंडल के अध्यक्ष बबलू बंसल ने प्रत्येक बूथों में जाकर कैंट विधायक हरबंस कपूर, महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट, मंडल प्रभारी ब्रिजलेश गुप्ता ने बूथ अध्यक्षों को पंडित दीनदयाल के चित्र को भेंट किए। भारतीय जनता पार्टी के प्रेरणा स्रोत पंडित दीनदयाल की जयंती को मनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को आह्वान किया गया। मंडल में होने वाले कार्यक्रमों के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई जिनमें सुमित पांडे संयोजक, विकास बेनीवाल और अभिषेक शर्मा को सह संयोजक बनाया गया है।


डीएम ने एनटीडी का किया स्थलीय निरीक्षण



अल्मोड़ा। जनपद में पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण कसारदेवी के प्रवेश द्वारा एनटीडी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वहाॅ पर पार्क आदि को विकसित किया जा रहा है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आज एनटीडी का स्थलीय निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि एनटीडी क्षेत्र कसारदेवी जाने वाले पर्यटकों हेतु प्रारम्भिक स्थान है इसको विकसित करने के लिए यहाॅ पर पार्क एवं चैराहों का चैड़ीकरण करते हुए उनमें इन्टरलाकिंक टाईल्स आदि लगायी जायेंगी। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को उन्होंने कहा कि यहाॅ पर अच्छी गुणवत्ता के साईनएज व सड़क का चैड़ीकरण करते हुए उनका सौन्दर्यकरण किया जाय।इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि एनटीडी में छोटे-छोटे पार्क बनाकर उनका सौन्दर्यकरण किया जायेगा जिससे स्थानीय लोगो के साथ-साथ बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए एक ठहरने का स्थान बन सके। उन्होंने कहा कि यहाॅ पर अल्मोड़ा जनपद के दर्शनीय पर्यटक स्थलों को प्रदर्शित करता हुए एक बड़ा नक्शा लगाया जाय जिससे पर्यटक घूमने वाले स्थानों की जानकारी प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला योजना के अलावा जिला विकास प्राधिकरण की अवस्थापना निधि से बजट की व्यवस्था की गयी है। इस दौरान अधिशासी अभियन्ता बी0सी0 पंत, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका श्याम सुन्दर प्रसाद, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, स्वाति राय, नवाज खान आदि उपस्थित थे।
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ग्रामीणों को होम आईसोलेट किया गया

अल्मोड़ा। उपजिलाधिकारी जैंती, भनोली मोनिका ने बताया कि परगना जैंती, भनोली के ग्राम काभड़ी, तहसील भनोली, जिला अल्मोड़ा में निवासरत 70 व्यक्तियों की कोरोना वाइरस की टैस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुयी है, वर्तमान तक कोई लक्षण दिखाई न देने के कारण प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धौलादेवी के निर्देशानुसार होम आईसोलेट किया गया है।
    उक्त गाॅव के व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण पाये जाने पर उनके एवं सम्पर्क में आये व्यक्तियों द्वारा ग्राम के आस-पास के क्षेत्रों एवं इन ग्रामांे से बाहर आवागमन किये जाने से कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की प्रबल सम्भावना बनी हुई है। आम जनमानस में कोविड-19 के प्रसार होने की प्रबल सम्भावना के दृष्टिगत ग्राम काभड़ी तहसील भनोली तथा इस ग्राम से आस-पास के क्षेत्रों निवासरत व्यक्तियों के स्वास्थ्य हित एवं कोविड -19 के प्रसार की रोकथाम हेतु ग्राम काभड़ी के निवासियों को मुख्यधारा से पृथक रखा जाना आवश्यक है। उन्होने बताया कि कोरोना वायरस के प्रसार, सामुदायिक संक्रमण को रोकने एवं शान्ति व्यवस्था के दृष्टिगत ग्राम काभड़ी जिसकी सीमा मेलगाॅव एवं टकोली से लगी हुई है एवं इस ग्राम से लगे दन्या-आरासलपड़ मोटर मार्ग से टकोली को जाने वाले पैदल मार्ग छीना तोक तथा ग्राम काभड़ी की सीमा समाप्त होने वाले स्थान लोटियाल तोक जहाॅ पर दीवान राम पुत्र तुला राम का मकान है के परिक्षेत्र को अग्रिम आदेशों तक माइक्रो कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उपजिलाधिकारी ने बताया कि उक्त क्षेत्र में आवश्यक सामग्री की दुकानें, सीमित अवधि में क्रमवार खुली रहेंगी। उक्त अवधि में परिवार का मात्र एक सदस्य आवश्यक वस्तुओं को क्रय करने हेतु उसी जोन में स्थित दुकान तक जा सकेगा। उक्त समय अवधि उपरान्त उक्त माइक्रो कन्टेनमेंट जोन में निवासरत व्यक्तियों का अनावश्यक (पैदल अथवा वाहन द्वारा) घर से बाहर निकलना प्रतिबन्धित रहेगा।उक्त क्षेत्र के निवासरत सभी व्यक्तियों की स्क्रिनिंगध्सम्पर्क में आये व्यक्तियों की पहचान, सैम्पलिंग एवं चिकित्साधिकारी के बिना आदेश के अन्य स्थान पर आवागमन प्रतिबन्धित किया जाता है। अतिआवश्यक कार्यध्चिकित्सा उपचार आदि हेतु आवागमन पर रोक नहीं होगी।
उक्त माइक्रो कन्टेनमेंट में वाहनों और अन्य बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा।  उक्त परिक्षेत्र जिसे माइक्रो कन्टेनमैंन्ट जोन घोषित किया गया हैं, में कन्टेनमैन्ट जोन अवधि में प्रभारी चिकित्साधिकारी, धौलादेवी के स्तर से स्क्रीनिंग एवं चिकित्सकीय परीक्षण, सम्पर्क में आये व्यक्तियों की पहचान, प्राथमिक सम्पर्क में आये व्यक्तियों के आइसोलेशन एवं आवश्यकतानुसार सैम्पल लिये जाने की व्यवस्था करवायी जायेगी। होम आईसोलेशन में रहने वाले सभी व्यक्तियों का प्रतिदिन एक मेडिकल टीम द्वारा परीक्षण कराया जायेगा साथ ही होम आईसोलेशन से सम्बन्धित सभी गाईड लाईन पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। सैम्पलों से प्राप्त परिणामों के आधार पर आंकलन किये जाने उपरान्त उपरोक्त प्रतिबन्धों में छूट प्रदान किये जाने अथवा समाप्ति पर विचार किया जायेगा  


केंद्रीय संयुक्त सचिव निधि मणि त्रिपाठी ने कोविड-19 के कार्यों की समीक्षा की



रुद्रपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार की संयुक्त सचिव निधि मणि त्रिपाठी ने कोविड-19 के कार्यों की समीक्षा की उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के बारे में विस्तृत चर्चा की। इस दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कोविड-19  के संक्रमण से जनपद के बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया एवं विन्दुवार सभी आंकड़ों पर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अभी तक जनपद में आरटीपीसीआर से 78158, एन्टीजन टेस्ट से 221996 एवं ट्रू नेट के माध्यम से 4036 टेस्ट किये जा चुके हैं। और जनपद में रिकवरी रेट 80.7 प्रतिशत  है। जनपद में एम्बुलेंस, ऑक्सीजन आदि की कोई समस्या नहीं है एवं आशा और ए एन एम द्वारा 4 बार सर्वे किया जा चुका है और 5 वी बार क्षेत्र में सर्वे का कार्य किया जा रहा है। पूरे जनपद में अब खटीमा में मात्र 17 कंटेन्मेंट जोन ही बचे हैं। जनपद में 68 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की देखभाल के लिए आशाओं की समिति गठित की गई है जो कम से कम दिन में 3 बार उनके जांच के लिए जाती हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के अधिकांश क्षेत्रों में आम जनता के अंदर सैम्पलिंग लेने को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां थी जिसे संयुक्त मजिस्ट्रेट एवं अन्य अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर जनता को समझाने का प्रयास किया गया जिसके बाद अब सैम्पलिंग आसानी से हो रही है। जनपद में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो 24Û7  की सेवा दे रहा है। जिससे पूरे जनपद की स्थिति की जानकारी रखी जा रही है और कंट्रोल रूम का नम्बर समय समय जनहित में जारी किया जाता है जिससे मरीजों व उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वह तुरन्त कन्ट्रोल रूम में सम्पर्क कर सकते हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि स्वस्थ विभाग के पास दवाईयां, मास्क, पीपीई किट आदि सभी प्रकार के इक्यूपमेंट प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। ऋषिकेश में स्थित एम्स के आर एम डॉ गिरीश सिन्धवानी ने कहा कि मधुमेह रोगियों पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है, इन रोगियों को ही सबसे ज्यादा कोविड-19 का खतरा बना रहता है। इस दौरान संयुक्त सचिव निधि मणि त्रिपाठी ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए मास्क डिस्पोजल, शोसल डिस्टनसिंग आदि की पूरी जानकारी दे। इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी एस कुँवर, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, अपर जिलाधिकारी जगदीश चंद्र काण्डपाल, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, कुमाऊँ स्वस्थ निदेशक डॉ शैलजा भट्ट, संयुक्त मजिस्ट्रेट विशाल मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डी एस पंचपाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना, अपर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार, जिला विकास प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय डॉ मनु खन्ना आदि लोग मौजूद थे।


जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की



रूद्रपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में सचिव पेयजल ने वीसी के माध्यम से जल जीवन मिशन के अंतर्गत समस्त जिलाधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। सचिव पेयजल ने बैठक में जल जीवन मिशन सम्बन्धी बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की। बैठक में जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने सचिव पेयजल को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जनपद में कार्य निरन्तर जारी है चूंकि जनपद के अधिकांश क्षेत्रों में पूर्व से कोई पाईप लाईन नहीं बिछाई गई है, जिसके कारण कार्य मे थोड़ा समय लग रहा है किन्तु सम्बन्धित विभाग के अधिकारी निरन्तर कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रतिदिन एवं और स्वयं के द्वारा भी प्रत्येक सप्ताह कार्य की समीक्षा की जाती है। सचिव पेयजल ने निर्देश दिए कि कार्य में और तेजी लाने का प्रयास करें। प्रदेश में हर घर में जल की आपूर्ति कराना सरकार की प्राथमिकता में है। और जल जीवन मिशन के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी प्रतिदिन एवं जिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह करें। सचिव महोदय द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि आगामी मार्च 2020 तक प्रदेश के सभी ग्रामो को जल जीवन मिशन से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है, एवं कार्यों को गति देने के लिए तथा आम जनता को स्वच्छ पेयजल यथाशीघ्र जल सयोंजन, पुनर्गठन सम्बन्धित कार्यों को विभाजित करते हुए कार्य करें जिससे सभी कार्य समय से पूर्ण किया जा सके। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, अधिशासी अभियंता जल निगम ए के कटारिया, पी एन चैधरी, बी के बंसल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तरुण शर्मा, जे पी यादव, सहायक अभियंता पेयजल निगम अशोक स्वरूप मौजूद थे।  


आठ पुलों के लोकार्पण का कार्यक्रम स्थगित

देहरादून। उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में 8 बड़े पुलों को लेकर होने वाला लोकार्पण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन के चलते कार्यक्रम को स्थगित किया गया है।
उत्तराखंड के लिए बड़ी सौगात के रूप में देखे जा रहे आठ पुलों के लोकार्पण कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। केंद्र में रेल राज्य मंत्री के निधन के बाद इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इन पुलों का लोकार्पण किया जाना था। अब इसके लिए आगे की तारीख तय की जाएगी। यह पुल सामरिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। साथ ही स्थानीय जरूरतों को देखते हुए भी इन पुलों का निर्माण बेहद जरूरी है। बहरहाल, इस कार्यक्रम के स्थगित होने के बाद अभी इसकी लोकार्पण को लेकर अगली तारीख बाद में तय की जाएगी। जिसके बाद इन पुलों को जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।


भूखे पेट कार्य कर विरोध दर्ज कराएंगे फोर्थ क्लास कर्मचारी

देहरादून। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ ने पूरे प्रदेश भर में आज बिना कुछ खाए पिए काम करने का फैसला लिया है। जिसके जरिए वह प्रदेश सरकार को उनके अधिकारों को लेकर आंदोलन की जानकारी दे रहे हैं।
प्रदेश भर में पदोन्नति वेतन विसंगति सहित तमाम अनियमितताओं को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ जिसमें चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण सेवाओं के कर्मचारी मौजूद हैं। पिछले सात सितंबर से आंदोलन पर हैं। इसी कड़ी में अलग-अलग सांकेतिक माध्यमों से कर्मचारी संगठन अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनोहर सिंह नेगी के अनुसार संघ ने 21 अगस्त को सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को अपना ज्ञापन सौंपा था। लेकिन अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। ऐसे में अब आंदोलन लगातार उग्र होता जाएगा और आंदोलन के तहत अलग-अलग तरह से अपना विरोध दर्ज कराया जाएगा।


कांग्रेस बिचैलियों का साथ दे रही हैः अरविंद पांडे

देहरादून। कृषि बिल पर पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर जम कर वार किए हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कृषि बिल का विरोध करने वाली कांग्रेस को बिचैलियों का हितैषी बताया है।
आज प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि यह कृषि बिल किसानों के हित के लिए बनाए गये हैं। इससे किसान अब कहीं भी अपनी फसल को बेच सकता है। कांग्रेस जिस तरह से इस बिल का विरोध कर रही है उससे कांग्रेस की मानसिकता साफ दिखती है कि वह किसानों की हितैषी नहीं है। इस बिल से किसानों को ही लाभ मिलेगा। कांग्रेस ने हमेशा कालाबाजारी का साथ दिया है और इस बिल के कारण उनकी कालाबाजारी रूक जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिचैलियों के साथ खड़ी रहती है लेकिन इस बिल से बिचैलियां राज खत्म हो जाएगा।


किसान विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ उत्तराखण्ड में भी चलेगा व्यापक अभियान

-लोकसभा एवं राज्यसभा से पारित बिल किसान विरोधीः प्रीतम सिंह

देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, राजीव भवन देहरादून में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए लोकसभा एवं राज्यसभा में पारित बिलों को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि देश का किसान और खेत मजदूर सड़कों पर है और सत्ता के नशे में मदमस्त मोदी सरकार उनकी रोजी रोटी छीन खेत खलिहान को पूंजीपतियों के हवाले करने का षडयंत्र कर रही है। कृषि विरोधी तीन काले कानूनों ने समूची मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मुखौटे को उतार दिया है। असल में मोदी सरकार का मूलमंत्र है- किसानों को मात, पूंजीपतियों का साथ! खेत मजदूरों का शोषण, पूंजीपतियों का पोषण! गरीबों का दमन, पूंजीपतियों को नमन!
 प्रीतम सिंह ने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान की आढ में भारत की आत्मा को किस तरह मारा जा रहा है इसका ताजा उदाहरण है मोदी सरकार द्वारा लाये गये किसानों के तीन अध्यादेष, जिन्हें संसद के दोनों सदनों से किस तरह अलोकतांत्रिक तरीके से पास कराया गया, वो इतिहास के पन्नों में काले अध्याय की तरह लिखा जायेगा। जो तीन विधेयक सदन में परित किये गये हैं उनमें पहला कृशि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा विधेयक), दूसरा आवष्यक वस्तु अधिनियम 1955 में संसोधन विधेयक एवं तीसरा मूल्य आष्वासन पर किसान (संरक्षण एवं सषक्तीकरण) समझौता और कृशि सेवा विधेयक। ये तीनों ही विधेयक किसान की कमर तोडने के लिए काफी हैं।
उन्होंने कहा कि अभी हाल ही मे हमारी जी.डी.पी. -23.9 आंकी गई है और यदि कृशि क्षेत्र ने सहारा न दिया होता तो यह और नीचे गिर सकती थी। उत्तर प्रदेष, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेष, आंध्र प्रदेष, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटका सहित कई राज्यों के किसान गांवों, कस्बों, तहसीलों यहां तक कि जिला मुख्यालयों में भी लगातार विरोध-प्रदर्षन कर रहे हैं। यहां तक कि पंजाब, हरियाणा के किसानों के विरोध प्रदर्षन को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया तथा निहत्थे और गांधीवादी तरीके से विरोध कर रहे किसानों पर किस प्रकार से पुलिस प्रषासन द्वारा लाठियां भांजी गई। उनके समर्थन में मोदी सरकार में केन्द्रीय खाद्यय एवं प्रसंस्करण मंत्री रही षिरोमणि अकाली दल की नेता श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया है। केन्द्र सरकार बहुमत के बलबूते पर लगातार मनमाने फैसले लेती आई है। जिसमें अब किसान भी षामिल हो गये हैं। कोरोना जैसी वैष्विक महामारी में जब देष की अर्थ व्यवस्था पूरी तरह डांवाडोल है और जी.डी.पी. गोते लगा रही है तथा देष के करोड़ों प्रवासी मजदूर रोजगार छिन जाने की वजह से अपने गांव की तरफ रूख कर रहे हैं और वहीं गुजर-बसर करने के लिए खेती किसानी की तरफ रूझान दिखा रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार को अब किसानों की सुध आई है। अब मोदी सरकार को लगने लगा है कि देष कृशि क्षेत्र में उन्नति करेगा जब अपने गांव से पलायन कर गये लोग किसानी की तरफ रूचि दिखा रहे हैं तथा किसानों की जिन्दगी बदल देने तथा आय दुगनी करने के नाम पर तीन अध्यादेष लाई है। अध्यादेष पारित होने पर भाजपा सरकार द्वारा यह दलील दी जा रही है इससे एक देष एक कृशि बाजार बनाने में मदद मिलेगी और देष की खुषहाली के लिए लाया गया यह किसान अध्यादेष मील का पत्थर साबित होगा।
केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा पारित आवष्यक वस्तु अधिधिनियम -1955 में संषोधन बिल पर बोलते हुए श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि इस अधिनियम के अन्तर्गत आवष्यक वस्तुएं जैसे अनाज, दालें, खाद्य्य तेल, आलू, प्याज आदि तमाम खाद्य्य पदार्थों को आवष्यक वस्तुओं की सूची में रखा गया था। इसके पीछे मंषा यह थी कि इन खाद्य्य पदार्थों की जमाखोरी एवं काला बाजारी को अपराध की श्रेणी में माना जाता था। कोई भी कृशि उपज को जरूरत से जादा जमा न करे और इनकी कालाबाजारी न करे इसलिए आवष्यक वस्तु अधिनियम-1955 बनाया गया था। इससे एक तरफ किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिलता था और गरीब आदमी को भी सही कीमत पर अनाज, दाले, खाद्य्य तेल और सब्जियां बाजार में उपलब्ध हो जाया करती थी। बाजार में मंहगाई बढने के साथ ही इनकी कीमतों में भी वृद्धि होती थी लेकिन बडे कारोबारी इसकी जमाखोरी कर बढे हुए दामों में इसे बेचने का खेल नहीं खेल पाते थे। लेकिन बडे उद्योगपतियों का मुनाफा करवाने तथा आम गरीब आदमी को खून के आंसू रूलाने के लिए प्रतिबद्ध मोदी सरकार ने अब इस खेल की षुरूआत करते हुए आवष्यक वस्तु अधिनियम 1955 में संषोधन कर दिया है।


क्वारेंनटीन सेंटरों में अब तक 5186 लोगों की कांउसिलिंग की गयी

देहरादून। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत जनपद के बनाये गये विभिन्न क्वारेंनटीन सेन्टरों में कांउसिलिंग टीम द्वारा निरन्तर क्वारेंनटीन किये गये व्यक्तियों की कांउसिलिंग की जा रही है, जिसके अन्तर्गत आज 13 व्यक्तियों की कांउसिलिंग की गयी तथा माह जून से अब-तक कुल 5186 व्यक्तियों की कांउसिलिंग की गयी है।  
जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में आज जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने पर 333 व्यक्तियों के चालान किये गये। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर 317 व्यक्ति पंहुचे। जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 310 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक कोटा राजस्थान से  देहरादून रेलवे स्टेशन पर 158 व्यक्ति पंहुचे व्यक्ति पंहुचे तथा देहरादून से दिल्ली हेतु 265 व्यक्ति गये। जिला प्रशासन  की टीम द्वारा जनपद में बनाये गये विभिन्न कन्टेंनमेंट जोन में 7 वाहनों के माध्यम से 56 क्वींन्टल फल-सब्जी वितरित की गयी तथा दुग्ध विकास विभाग द्वारा 208 ली0 दूध वितरित किया गया।


देहरादून में 8 क्षेत्रों को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया

देहरादून। नगर निगम देहरादून क्षेत्रान्तर्गत स्थित 67 हेमकुन्ज कालोनी, निकट आई.एम.ए ब्लड बैंक चकराता रोड, पार्क रोड़ निकट वण्डर लैण्ड एकेडमी, आड्रिनेंस फैक्ट्री क्वार्टर रायपुर, एकता विहार लेन न0-4 ग्राम आमवाला तरला, आफीसर्स कालोनी रेसकोर्स मन्दिर के पास, इंजीनियर्स एन्कलेव, मोहकमपुर कला (कलिंका विहार) माजरी माफी, 01 टीचर्स कालोनी गोविन्दगढ में कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों के पाये जाने के फलस्वरूप जनहित में सुरक्षात्मक उपाय अपनाते हुए उक्त 8 क्षेत्रों को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया है।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि तहसील विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत  स्थित श्रीराम एन्कलेव पश्चिमी वाला, बादामावाला में कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों के पाये जाने के फलस्वरूप उक्त क्षेत्र को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया था। उक्त क्षेत्र की 14 दिवसों के अन्तर्गत एक्टिव संर्विलासं किया गया। इस दौरान किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस कोविड-19 के लक्षण नही पाये गये। मुख्य चिकित्साधिकारी की सस्तुति पर उक्त कन्टेंनमेंट क्षेत्र को कन्टेंनमेंट जोन से मुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी डाॅं0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत प्राप्त हुई रिपोर्ट  में 161 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में आतिथि तक कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 11841 हो गयी है, जिनमें कुल 7493 व्यक्ति उपचार के उपरान्त स्वस्थ हो गये हैं। वर्तमान में जनपद में  4048 व्यक्ति उपचाररत हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज जांच हेतु कुल 1325 सैम्पल भेजे गये।
कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत बचाव एवं रोकथाम हेतु जनपद अन्तर्गत विभिन्न चिकित्सालयों में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों हेतु 117 आईसीयू बैड रिक्त हैं। जिलाधिकारी ने वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के सम्बन्ध की जाने वाली समीक्षा में प्रतिभाग किये जाने के उपरान्त सम्बन्धित निजी चिकित्सालयों के चिकित्साधिकारीध् प्रबन्धकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत अपने चिकित्सालयों में बैड की संख्या और अधिक बढाने की अपेक्षा की। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को कालसी, विकासनगर एवं ऋषिकेश स्थित चिकित्सालयों में में एन्टीजन किट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। जिला प्रशासन द्वारा होम क्वारेंनटीन किये गये व्यक्तियों की लगातार दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया जा रहा है आज जनपद में कुल 2549 व्यक्तियों का दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया गया तथा अब-तक कुल 75908 व्यक्तियों का दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया गया है। अन्य राज्यों से जनपद में पंहुचे कुल 307 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत क्वारेंनटीन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा आज जनपद में 13130 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी की गयी।


वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण चंद्र पुनेठा के निधन पर शोक व्यक्त किया

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व विधायक पिथौरागढ़ एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण चंद्र पुनेठा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।


केन्द्रीय विद्यालय एवं नवोदय विद्यालय के शिक्षकों के लिए आॅनलाइन वेबीनार आयोजित


देहरादून। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद एवं केन्द्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय के बीच प्रकृति कार्यक्रम के अंतर्गत समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के तहत आज केन्द्रीय विद्यालय एवं नवोदय विद्यालय के शिक्षकों के लिए आॅनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। इसमें वन अनुसंधान संस्थान के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभिन्न केन्द्रीय विद्यालय एवं नवोदय विद्यालय जैसे हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के 143 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
  ऋचा मिश्रा, भा.व.से., प्रभाग प्रमुख, विस्तार प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान द्वारा सभी का स्वागत करते हुए आॅनलाईन प्रशिक्षण के विषय में विस्तार से जानकारी दी।  उसके पश्चात निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून अरुण सिंह रावत, भा.व.से. द्वारा प्रशिक्षण का औपचारिक उद्घाटन किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकगण वन अनुसंधान संस्थान द्वारा वन और पर्यावरण पर चल रहे अनुसंधान कार्यो से अपडेट रहें तथा प्राप्त ज्ञान से अपनी युवा पीढ़ी को लाभान्वित करें।
इस वेबीनार में तीन संवादात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किए गए।  पहला व्याख्यान डा0 अनुप चन्द्रा, प्रमुख, वनस्पति प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान द्वारा ‘‘जैव विविधता एवं संरक्षण’’ संबंधी मुद्दों पर दिया गया, जो देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद वनस्पतियों का एक विस्तृत विवरण है।  उन्होने बताया कि वनस्पति प्रभाग में भौतिक और डिजिटल रूप में पौधों के विशाल संग्रह हैं।  उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जैव विविधता संरक्षण आवश्यक है क्योंकि पेड़ों के अस्तित्व के बिना कोई भी इस दुनिया में जीवित नहीं रह सकता है। दूसरा व्याख्यान डा0 हुकुम सिंह, वैज्ञानिक-सी, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान द्वारा ‘‘ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन और शमन’’ पर दिया गया।  उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि ग्रीन हाउस गैसें पर्यावरण एवं जीव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला है।  आगे उन्होंने उल्लेख किया कि कुछ शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक है।  उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और दुनिया पर इसके प्रभाव के बारे में भी बताया।  उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को जागरूक करना हमारा नैतिक कर्तव्य है और शिक्षा क्षेत्र इसके प्रचार-प्रसार के लिए एक अत्यंत प्रभावी मीडिया हो सकता है।  तीसरा और अंतिम व्याख्यान डा0 ए.के. पाण्डेय, वैज्ञानिक-जी और सहायक महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद द्वारा ‘‘आम जीवन में उपयोग होने वाले औषधीय पौधों‘‘ पर दिया गया।  उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि हमारी रसोई स्वयं एक आयुर्वेदिक अस्पताल है जहाँ मसाले के रूप में उपयोगी आयुर्वेदिक सामग्री उपलब्ध है।  उन्होंने 15 से अधिक औषधीय जड़ी-बूटियों और उनके पारंपरिक उपयोग के औषधीय गुणों के बारे में बताया।  उन्होंने कहा कि  आयुर्वेदिक उपचार कोविड-19 महामारी में सहायक हो सकता है यदि एहतियाती उपाय किए जाएं, क्योंकि अधिकांश जड़ी-बूटियां हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं।  
डा0 देवेन्द्र कुमार, वैज्ञानिक-ई, विस्तार प्रभाग द्वारा कार्यक्रम संचालन किया गया और अंत में उन्होंने ही धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। विस्तार प्रभाग से डा0 चरण सिंह, वैज्ञानिक-ई, रामबीर सिंह, वैज्ञानिक-डी, रमेश सिंह, सहायक, यतार्थ दुलगचा, एमटीएस और अनिल, लैब सहायक और प्रभाग के अन्य कर्मचारी साथ ही केन्द्रीय विद्यालय एवं नवोदय विद्यालय के शिक्षकों ने वेबीनार में अपना योगदान देकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।


प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 44 हजार पार पहुंची

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। गुरुवार को प्रदेश में 24 घंटे के अंदर 684 संक्रमित मरीज आए हैं। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 44 हजार पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, आज सबसे ज्यादा 161 मरीज देहरादून में आए हैं। वहीं, अल्मोड़ा में 114, ऊधमसिंह नगर में 131, बागेश्वर में तीन, चमोली में 17, चंपावत में पांच, हरिद्वार में 80, नैनीताल में 58, पौड़ी में 32, पिथौरागढ़ में 27, रुद्रप्रयाग में 14 और उत्तरकाशी में 42 संक्रमित मरीज मिले हैं। 
प्रदेश में अब तक 32154 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जबकि 11507 एक्टिव केस हैं। वहीं, मृतक मरीजों की संख्या भी 542 पहुंच गई है। प्रदेश के चार मैदानी जिलों में कोरोना संक्रमित मामले 77 प्रतिशत हैं, लेकिन सैंपल जांच 55 प्रतिशत हो रही है। वर्तमान में प्रदेश में एक लाख की आबादी पर 5339 लोगों की जांच हो रही है। अब तक 6.15 लाख से ज्यादा लोगों की जांच हो चुकी है। उत्तरकाशी जिले में प्रति लाख आबादी पर 12 हजार से अधिक लोगों की जांच गई है। जबकि नैनीताल में सबसे कम प्रति लाख पर 4342 सैंपल टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को मिला था। इसके बाद से अब तक प्रदेश में 6.15 लाख लोगों के कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। देहरादून, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार व नैनीताल जिले में 3.41 लाख जांच की गई। इसमें 33470 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि नौ पर्वतीय जिलों की आबादी कम होने के बाद भी 45 प्रतिशत सैंपल टेस्ट किए गए। इसमें 23 प्रतिशत लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।


कोविड 19 केसों में नैनीताल की पॉजिटिव दर राष्ट्रीय दर से अधिक

हल्द्वानी। कोविड 19 केसों में नैनीताल की पॉजिटिव दर राष्ट्रीय दर से अधिक है। मृत्यु दर भी राष्ट्रीय दर से अधिक है। 24 घंटों में हो रही कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत केंद्रीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय अधिकारियों तक के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। 
भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग में संयुक्त सचिव निधिमणि त्रिपाठी ने कोरोना केसों और आगे की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कोरोना केसों (पॉजिटिव) के मामले में नैनीताल की दर राष्ट्रीय दर से अधिक है। नैनीताल की पॉजिटिव दर 11 से 13 प्रतिशत के बीच है। नैनीताल जिले में अब तक 52,130 लोगों के सैंपल लिए गए और 5445 पॉजिटिव आए हैं, जबकि 45,601 निगेटिव हैं। साथ ही मृत्यु दर भी 1.34 प्रतिशत के आस-पास है। यह दर भी राष्ट्रीय दर से अधिक है। एक कारण यह भी माना जा रहा है कि कुमाऊं का प्रवेश द्वार होने के कारण दूसरे जिले के केस नैनीताल के खाते में जुड़ रहे हैं। 


यूजीसी ने विवि को एक नवंबर से शैक्षणिक सत्र शुरु करने के निर्देश दिए

श्रीनगर गढ़वाल,। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विवि को एक नवंबर से शैक्षणिक सत्र 2020-21 की कक्षाएं शुरू करने करने के निर्देेश दिए हैं। विवि को मार्च 2021 तक प्रथम बैच की परीक्षा भी कराने के लिए कहा गया है। हालांकि गढ़वाल केंद्रीय विवि ने नवंबर माह से पहले ही कक्षाएं शुरू करने की योजना बनाई है। 
कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष शैक्षणिक सत्र देरी से शुरू हो रहा है। वर्तमान में गढ़वाल विवि में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जबकि स्नातकोत्तर और व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन भरने की अंतिम तिथि पांच अक्तूबर और 24 अक्तूबर निर्धारित की गई है। विवि के कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार ने बताया कि यूजीसी ने 31 अक्तूबर तक प्रवेश प्रक्रिया संपन्न कर एक नवंबर से कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार आठ मार्च से 26 मार्च 2021 तक परीक्षाएं करानी होंगी। 27 मार्च से चार अप्रैल तक सेमेस्टर ब्रेक रहेगा। जबकि पांच अप्रैल से एवन सेमेस्टर (सम) की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इस सेमेस्टर की परीक्षाएं नौ अगस्त से 21 अगस्त तक परीक्षाएं चलेंगी। 30 अगस्त से अगले सेमेस्टर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए डीन स्तर पर मेरिट लिस्ट बनाने की कार्रवाई चल रही है। इसके बाद प्रवेश शुरू हो जाएंगे। स्नातकोत्तर और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में भी अक्तूबर माह में प्रवेश प्रक्रिया संपन्न हो जाएंगी। विवि की कोशिश है कि अक्तूबर से स्नातक की कक्षाएं शुरू हो जाए।


16 घरों में पाया गया मच्छर का लार्वा

देहरादून। जनपद में प्रभावी डेंगू-मलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण टीम द्वारा विकासनगर क्षेत्र में 106 घरों का भ्रमण निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 16 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया तथा 396 कंटेनर की जांच करने पर  56 कंटेनर में मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसे टीम द्वारा मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। टीम द्वारा क्षेत्र में जनमानस को जागरूक करने के लिए पंपलेट भी वितरित किए गए। स्वास्थ्य टीम द्वारा जनपद क्षेत्रान्तर्गत निरीक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम के दौरान मच्छर का लार्वा पाये जाने पर मौके पर ही नष्ट किया जा रहा है।
जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में आज जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने पर 268 व्यक्तियों के चालान किये गये। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर 508 व्यक्ति पंहुचे। जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 476 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक कोटा राजस्थान से  देहरादून रेलवे स्टेशन पर 158 तथा काठगोदाम से 452 व्यक्ति पंहुचे तथा देहरादून से दिल्ली हेतु 261 एवं काठगोदाम हेतु 406 व्यक्ति गये। जिला प्रशासन  की टीम द्वारा जनपद में बनाये गये विभिन्न कन्टेंनमेंट जोन में 10 वाहनों के माध्यम से 109 क्वींन्टल फल-सब्जी वितरित की गयी तथा दुग्ध विकास विभाग द्वारा 215 ली0 दूध वितरित किया गया।


देहरादून जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12044 पहुंची

देहरादून। जिलाधिकारी डाॅं0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत प्राप्त हुई रिपोर्ट में 203 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में आतिथि तक कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 12044 हो गयी है, जिनमें कुल 8075 व्यक्ति उपचार के उपरान्त स्वस्थ हो गये हैं। वर्तमान में जनपद में  3662 व्यक्ति उपचाररत हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज जांच हेतु कुल 1192 सैम्पल भेजे गये। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत बचाव एवं रोकथाम हेतु जनपद अन्तर्गत विभिन्न चिकित्सालयों में वर्तमान में 120 आईसीयू बैड रिक्त हैं।
जिला प्रशासन द्वारा होम क्वारेंनटीन किये गये व्यक्तियों की लगातार दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया जा रहा है आज जनपद में कुल 2898 व्यक्तियों का दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया गया तथा अब-तक कुल 76405 व्यक्तियों का दूरभाष के माध्यम से सर्विलांस किया गया है। अन्य राज्यों से जनपद में पंहुचे कुल 260 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत क्वारेंनटीन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा आज जनपद में 17222 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी की गयी। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत जनपद के बनाये गये विभिन्न क्वारेंनटीन सेन्टरों में कांउसिलिंग टीम द्वारा निरन्तर क्वारेंनटीन किये गये व्यक्तियों की कांउसिलिंग की जा रही है, जिसके अन्तर्गत आज 13 व्यक्तियों की कांउसिलिंग की गयी तथा माह जून से अब-तक कुल 5199 व्यक्तियों की कांउसिलिंग की गयी है।  


प्रदेश में कोरोना के 928 नए मामले सामने आए, 13 की मौत

देहरादून। राज्य में शुक्रवार को कोरोना के 928 नये केस सामने आए। 13 मरीजों की मौत हुई। जबकि 1488 मरीज ठीक होकर घर भेजे गए। सबसे अधिक मरीज देहरादून में 203, नैनीताल में 173, पौड़ी 107, यूएसनगर 117 में सामने आए। कुल 13 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत भी हुई। कुल मौत का आंकड़ा 555 पहुंच गया है।
स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार अल्मोड़ा में 51, बागेश्वर 21, चमोली 65, चंपावत 30, हरिद्वार 87, पिथौरागढ़ चार, रुद्रप्रयाग 13, टिहरी 33, उत्तरकाशी में 24 नये केस सामने आए। 7217 मरीजों के सैंपल निगेटिव पाए गए। 8022 सैंपल जांच को भेजे गए। 11993 सैंपल की रिपोर्ट का अभी इंतजार किया जा रहा है। राज्य में मरीजों का डबलिंग रेट अब 33.81 दिन पहुंच गया है। रिकवरी रेट 74.21 प्रतिशत है। संक्रमण दर 7.16 प्रतिशत है। शुक्रवार को कुल 13 मौत हुई। एम्स में एक, दून मेडिकल कालेज में एक, महंत इंद्रेश में एक, सिनर्जी में तीन, कनिष्क में एक, हल्द्वानी में एक, श्रीनगर में दो, रुद्रपुर में दो मरीजों की मौत हुई।
जल संस्थान के प्रभारी सहायक अभियंता देवेंद्र सिंह झिंक्वाण का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्हें कोरोना पॉजिटिव होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। शुक्रवार को उनका निधन हो गया। उनके निधन पर मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष प्रशांत सेमवाल, जल निगम डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ अध्यक्ष रामकुमार, महासचिव अजय बेलवाल ने शोक जताया। जल निगम मुख्यालय में शुक्रवार को तीन केस सामने आए। केंद्रीय भंडार शाखा जोगीवाला में भी तीन केस सामने आए। इस पर शाखा को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया।


जलसंस्थान की लापरवाही से उतरी हरिद्वार की जनता पानी की बूंद-बूंद को तरसीः सुनील सेठी              

हरिद्वार। 24 घण्टे बाद भी पानी की समस्या जस की तस बनी रहने पर गुस्साए महानगर व्यापार मंडल के सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में खाली बाल्टियां लेकर जल संस्थान के खिलाफ विरोध जताया सुनील सेठी ने कहा कि जब तक जनता को साफ और सुचारू रूप पानी की सप्लाई प्राप्त नही होगी रोजाना जल संस्थान के खिलाफ सड़को पर उतरकर आंदोलन जारी रहेगा उतरी हरिद्वार के कई इलाकों में 24 घण्टे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी पानी उपलब्ध नही है किसी किसी जगह मोटर चलाकर 1 से 2 घण्टे पानी की सप्लाई आई लेकिन व्यापारी वर्ग हो या घरेलू कामकाज निपटाने वाले कार्य वाले लोगो को पानी की आपूर्ति के चलते परेशान होना पड़ा सुनील सेठी ने कहा जल संस्थान पर न तो कार्यरत कर्मचारियो की संख्या है न ही अधिकारियों की रुचि नजर आ रही है कि जल्दी जल्दी कार्य कर जनता को राहत दी जाए न ही टेंकरो की व्यवस्था समुचित की जा रही है जिसका खामियाजा पिछले 1 महीने से जनता झेल रही है या तो पानी आता नही ओर अगर आता है तो दूषित। जब तक व्यवस्थाएं नही सुधरेंगी आंदोलन जारी रहेगा। विरोध जताने वालों में खड़खडेश्वर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश सुखीजा, अरुण शर्मा, मनीष धीमान, प्रदीप कुमार, दीपक मेहता, प्रीतम सिंह, सुभाष ठक्कर, गणेश शर्मा, राजेश शर्मा, सोनू सुखीजा, रविन्द्र चैहान, रवि कुमार, धर्मपाल प्रजापति, विनोद कुमार, शिप्पी भसीन, विशाल मलिक,रिंकू कुमार, बंटी कुमार, हेमंत सुखीजा, गणेश शर्मा उपास्थित रहे।


खस्ताहाल सड़कें जल्द ठीक नहीं हुई तो व्यापारी करेंगे आंदोलनः संजीव चैधरी

हरिद्वार। व्यापार मण्डल की एक बैठक हरिद्वार हर की पैड़ी महानगर कार्यालय पर आहुत की गई। बैठक मे सरकार से शहर भर में सड़के और गड्ढे जल्दी ठीक ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी व व्यापारी की आर्थिक सहायता करने की माँग की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजीव चैधरी ने कहा की कुम्भ मेला अब नजदीक आ गया है और शहर की हालत किसी बीहड़ जैसी बनी हुई है।
पूरे शहर की सड़के खुदी है और गड्ढों से शहर का बुरा हाल हो रखा है। ऐसे मे आने वाले यात्रियों और शहर के आम जनमानस से लेकर व्यापारी तक का बुरा हाल है। इन गड्ढों को वजह से रोक हादसे भी हो रहे है। ऐसे मे कोई अनहोनी कभी भी हो सकती है। सरकार को अब बहुत तेजी से कार्य कराने चाहिय नहीं तो व्यापारी को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। साथ ही चैधरी ने कहा की सरकार व्यापारियों की आर्थिक सहायता करे। हरिद्वार के बाजारो मे अभी तक ताले लगे हुए है। व्यापारी की हालत खघ्राब से और ज्यादा खराब होती जा रही है।  अब सरकार को आगे आ कर व्यापारी की आर्थिक सहायता करनी बहुत जरूरी हो गई है। हमारा व्यापार मण्डल निरन्तर इस माँग को उठा रहा है अब व्यापारी की पीड़ा को सरकार समझे।
महानगर अध्यक्ष मयंकमूर्ति भट्ट व महामंत्री सुमित अरोरा ने कहा की व्यापारी को अपनी दुकान तक आने मे और घर जाने में एक युद्ध जैसा लड़ना पड़ता है क्योंकि सड़कों की हालत इतनी खघ्राब है कि इन पर चलने मे बहुत हिम्मत करनी पड़ती है। आने वाले दिनो मे कुम्भ मेला लगता भी है। तो ऐसी हालत में कैसे सफल हो पाएगा। हर तरह से व्यापारी टूटा पड़ा है और सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही है। अब व्यापारी आंदोलन का रास्ता अपनाएगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला कोषाध्यक्ष अजय अरोरा,महानगर उपाध्यक्ष दीपक गोनियाल ने कहा की सरकार को व्यापारी की तत्काल आर्थिक सहायता करनी चाहिए क्योंकि अब व्यापारी आत्महत्या करने की हालत मे पहुँच गया है। बैठक माँग करने वाले पूर्व युवा शहर अध्यक्ष विशाल मूर्ति भट्ट,महानगर उपाध्यक्ष प्रणय पचभैया,पूर्व शहर अध्यक्ष आदेश मारवाड़ी,सुधीश शर्मा व प्रवीण शर्मा आदि अनेक व्यापारी उपस्थिति रहे।


भाजपा कार्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई  

हरिद्वार। जिला कार्यालय भाजपा हरिद्वार पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई और उनकी जयंती विचार दिवस के रूप में मनाई गई। जिसमें पंडित दीनदयाल के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई। उपस्थित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष  डॉक्टर जयपाल सिंह चैहान ने पंडित दीनदयाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन काफी कठिन परिस्थितियों में गुजरा। 25 सितम्बर, 1916 को जयपुर से6 अजमेर मार्ग पर स्थित ग्राम धनकिया में अपने नाना पण्डित चुन्नीलाल शुक्ल के घर जन्मे दीनदयाल उपाध्याय ऐसी ही विभूति थे। वे राष्ट्रीय विचारों वाले एक नये राजनीतिक दल का गठन करना चाहते थे। उन्होंने संघ के तत्कालीन सरसंघचालक गुरुजी से सम्पर्क किया। यह देखकर विरोधियों के दिल फटने लगे। 11 फरवरी, 1968 को वे लखनऊ से पटना जा रहे थे। रास्ते में  किसी ने उनकी हत्या कर मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर लाश नीचे फेंक दी। इस प्रकार अत्यन्त रहस्यपूर्ण परिस्थिति में एक मनीषी का निधन हो गया। आज के कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री विकास तिवारी ने किया इस अवसर पर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुनील सैनी, जिला उपाध्यक्ष देशराज रोड, अंकित आर्य, जिला कार्यालय प्रभारी लव शर्मा, जिला मंत्री आशु चैधरी, जिला सोशल मीडिया प्रभारी मोहित वर्मा, जिला कोषाध्यक्ष विजय चैहान, विनोद चैहान, युवा मोर्चा महामंत्री सचिन चैधरी, प्रीति गुप्ता, संदीप कुमार, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष रावजमीर आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


प्राचीन छड़ी यात्रा गुप्तकाशी में पूजा अर्चना के बाद चमोली के लिए हुई रवाना

हरिद्वार। प्राचीन छड़ी यात्रा आज सबेरे गुप्तकाशी में जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय सभापति,पवित्र छड़ी के प्रमुख श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज के नेतृत्व में पौराणिक काशी विश्वनाथ मन्दिर पूजा अर्चना के लिए पहुची। जहां तीर्थ पुरोहितो तथा वैदिक ब्राहमणों पवित्र छडी का पूजन किया तथा काशी विश्वनाथ भगवान का अभिषेक कर विश्व कल्याण,कोरोना समाप्ति तथा देश में सुख-समृद्वि शांति की कामना के साथ प्रार्थना की।
ृ जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया गुप्तकाशी मन्दिर त्रेतायुग का पौराणिक काल का मन्दिर है।इसे छोटा काशी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि महाभारत के युद्व के पश्चात पांडव भगवान शिव से मिलकर उनका आर्शीवाद प्राप्त करना चाहते थे,लेकिन सहोदर भ्राताओं कौरवों के वध से खिन्न भगवान शिव पांडवों से बचकर बैल का रूप धारण कर वाराणसी से गुप्तकाशी पहुच गए,लेकिन भीम ने उनकी पूछ पकड़ ली। परन्तु भगवान शिव का धड़ गुप्तकाशी में रह गया तथा मुंह पशुपतिनाथ नेपाल में जा निकला। तभी से गुप्तकाशी में भगवान शिव के धड़ की पूजा अर्चना होती है। गुप्तकाशी पंच केदारों में से एक है। अन्र्तराष्ट्रीय सभापति,पवित्र छड़ी के प्रमुख श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने बताया खराब मौसम के कारण इस बार छड़ी यात्रा में काफी व्यवधान आ रहा है। गुप्तकाशी से पवित्र छड़ी उखीमढ पहुची जहा प्रमुख पुजारी वागेशलिंग महाराज तथा आचार्य विश्वमोहन जमलोकी ने पवित्र छड़ी का पूजन किया। उखीमढ़ में भगवान केदारनाथ सर्दियों में जब कपाट बंद होते है तो विश्राम करते है और शीतकाल में उनके विग्रह की पूजा अर्चना उखीमढ़ में की जाती है। उन्होने बताया यहां से पवित्र छड़ी तृंगनाथ महादेव तथा अनुसूइया माता मन्दिर दर्शन के लिए जानी थी,लेकिन सड़क मार्ग अवरूद्व होने के कारण पवित्र छड़ी वह न जा की और उखीमढ से चमोली के लिए रवाना हो गयी। पवित्र छड़ी जत्थे में शामिल छड़ी महंत शिवदत्त गिरि,महंत पुष्कराजगिरि,महंत अजय पुरी,विशम्भर भारती,महंत महादेवानंद गिरि,महंत मोहनानंद गिरि महंत नितिन गिरि,महंत परमानंद गिरि महंत रामगिरि,महंत गुप्तगिरि महंत केदार भारती,महंत पारसपुरी,महंत भावपुरी आदि के नेतृत्व में साधुओ की जमात रात्रि विश्राम के लिए चमोली पहुची।


पतंजलि में दिखा मगरमच्छ, लोगांे में दहशत का माहौल

हरिद्वार। बाबा रामदेव के संस्थान पतंजलि योगपीठ फेस-2 के आस-पास भरे पानी में मगरमच्छ दिखाई देने से लोगों में दहशत माहौल बना हुआ है।
आपको बता दे कि पतंजलि फेस-2 पास कर्मचरियो के लिए रिहायसी अपार्टमेंट बनाये गए है। जिसमे पतंजलि में काम करने वाले लोग रहते है। घटना आज सुबह की है जब लोग टहलने के लिए निकले तो उन्हें सेवा सदन और वानप्रस्थ अपार्टमेंट के पीछे जमा बरसात के पानी में मगरमच्छ दिखा। मगर मगरमच्छ को देख लोगो में अफरा-तफरी तो मची ही पर उससे ज्यादा लोग उसको देखने के  उत्सुक दिखे। दरअसल, बरसात के दिनों में पतंजलि योगपीठ के आसपास पानी भर जाता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मगरमच्छ बरसात के पानी में बह कर यहां पर पहुंच गया है, फिलहाल इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है।


सीडीओ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी का एक माह का वेतन रोका

रुद्रपुर। मुख्यमंत्री बाल पोषण अभियान योजनान्तर्गत जनपद के समस्त कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से उर्जा के क्रियान्वयन हेतु प्रचलित करने में जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह द्वारा लापरवाही बरतने पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना ने माह सितम्बर का वेतन आहरण अग्रिम आदेशों तक प्रतिबन्धित किया है। सीडीओ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को उपरोक्त क्रम में सम्पूर्ण वस्तुस्थितियों का उल्लेख करते हुये स्पष्टीकरण तीन दिवस के अन्तर्गत प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।


कोसी नदी पुर्नजनन अभियान पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सार्थक पहल

अल्मोड़ा। कोसी नदी पुर्नजनन अभियान की ई-वर्चुवल समिट 2020 का आयोजन आज जिला प्रशासन अल्मोड़ा द्वारा किया गया। वीडियो कान्फ्रेसिंग से हुए इस वर्चुवल समिट में देश एवं विदेश के कई प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस वर्चुवल सम्मेलन का मुख्य उददेश्य जल प्रबन्धन के लिए सही दिशा, ज्ञान एवं तकनीक के आदान-प्रदान के साथ ही प्राकृतिक हिमालय पर्यावरण का स्थायित्व सुनिश्चित किया जाना और जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन को बढ़ावा दिया जाना था। इस अवसर पर कोसी पुर्नजनन अभियान ई-न्यूज लैटर का विमोचन किया गया।
  इस वर्चुवल समिट में मुख्य अतिथि प्रदेश के  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि राज्य में जल उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता रही है। कोसी नदी पुर्नजनन अभियान जल की वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं एवं आम जनमानस से इस अभियान को आगे बढ़ाया है। उन्होंने अपनी शुभकामानायें इस अभियान के लिए प्रेषित की। सचिव केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार यू0पी0 सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि जल संरक्षण हमारी एक महत्वपूर्ण योजना का अंग है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के जल संकट को देखते हुए हमें अभी से ही ठोस योजना पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी नदियों को रिचार्ज कर जल संरक्षण में एक अहम योगदान दिया जा सकता है। उन्होंने कोसी नदी पुर्नजनन अभियान की तारीफ करते हुए इसे राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट के तौर पर आगे बढ़ाने की बात कही। इस वर्चुवल समिट की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सम्मेलन की पृष्ठभूमि एवं इसके उददेश्यों के बारे में बताया। उन्होंने सतत जल प्रबन्धन एवं संरक्षण हेतु कोसी नदी पुर्नजनन अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा अल्मोड़ा जनपद प्रशासन, नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से यह अभियान सफल हो सका है। कोसी नदी जलागम क्षेत्र में किये गये कार्यों एवं जल संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु जी0बी0 पंत संस्थान के माध्यम से किये गये शोध कार्यों के बारे में भी अवगत कराया। वर्चुवल सम्मेलन में भारत में विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों जिनमें इजरायल के उच्चायुक्त राॅन मलका, डेनमार्क के उच्चायुक्त फ्रैडी स्वान और हंगरी के उच्चायुक्त पीटर कोवेक ने अपने-अपने विचार इस दौरान व्यक्त करते हुए जल संरक्षण एवं नदी पुर्नजनन अभियान हेतु उनके देश की ओर से तकनीकी एवं अन्य सहयोग का आश्वासन दिया। इन देशों द्वारा जल प्रबन्धन में कई बेहतर कार्य किये है जिससे वहाॅ पर जल संरक्षण को बढ़ावा मिला है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी अपने सुझाव रखे। वर्चुअल सम्मेलन में अपर सचिव केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार जी0 अशोक कुमार, गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयी पर्यावरण संस्थान के डा0 आर0एस0 रावल, एनआरडीएमएस के निदेशक प्रो0 जे0एस0 रावत, मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल आदि ने अपने-अपने प्रस्तुतीकरण ई-वर्चुवल सम्मेलन में प्रस्तुत किये। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव, संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पाण्डे, डिप्टी कलैक्ट्रर गौरव पाण्डे, जिला विकास अधिकारी के0के0 पंत, ग्रीन हिल्स संस्था की सचिव वसुधा पंत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, जी0आई0एस0 एनालिस्ट नेहा रानी, कोसी सैल के शिवेन्द्र प्रताप आदि ने भी अपने-अपने प्रस्तुतीकरण कोसी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत किये गये कार्यों के लिए दिये।


आजीविका पैकेज माॅडल के अन्तर्गत लाभार्थी के चयन के समय पारदर्शिता बरते

रूद्रपुर। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आजीविका पैकेज माॅडल, मनरेगा में विभागीय कन्र्वेजेन्स, मुख्यमंत्री सीमान्त क्षेत्र विकास योजना व मुख्यमंत्री पलायन रोक-थाम योजना के अन्तर्गत 2020-21 की वार्षिक कार्य योजना की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने आजीविका पैकेज माॅडल के आधारभूत तथ्यों पर सम्बन्धित विभाग के अधिकायों से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होने निर्देश देते हुये कहा कि आजीविका पैकेज माॅडल के अन्तर्गत लाभार्थी के चयन के समय पारदर्शिता बरते हुये एसइसीसी परिवार के सदस्यों को विशेष प्राथमिकता दे। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि वे ग्राम पंचायतवार लाभार्थियों का चयन कर प्रस्ताव खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि कार्यो में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई आ रही हो तो वे अवगत कराये। मुख्य विकास अधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड काशीपुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी व सहायक निदेशक मत्स्य को बैठक में न पहुंचने पर कारण स्पष्ट करने के निर्देश दिये है। पीडी हिमांशु जोशी ने मुख्यमंत्री सीमान्त क्षेत्र विकास योजना की सम्बन्धित अधिकारियों को विस्तार से अवगत कराते हुये कहा कि 0-50 किमी0 दूरी तक अवस्थित ग्रामों हेतु मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना लागू होगी। इस अवसर पर डीडीओ अजय जोशी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी जीएस दानी, जिला पंचायतराज अधिकारी विद्या सिंह सोमनाल, मुख्य कृषि अधिकारी डा0 अभय सक्सेना, जिला उद्यान अधिकारी एचसी तिवारी आदि उपस्थित थे।


ई-ऑफिस के माध्यम से पत्रावलियों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा की

देहरादून। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने शुक्रवार को सचिवालय में ई-ऑफिस के माध्यम से पत्रावलियों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य करने में पारदर्शिता, पत्रावलियों का त्वरित निस्तारण, पेपरलेस तथा सुगम कार्यप्रणाली, प्रभावी पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण, पत्रावलियों को लम्बित रखने की प्रवृत्ति को समाप्त करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कोविड-19 के संकट को देखते हुए यह अत्यन्त उपयोगी एवं लाभकारी है, इससे कोविड-19 से बचाव काफी हद तक सम्भव है।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी विभाग ई-ऑफिस में आ रही समस्याओं से सचिवालय प्रशासन विभाग, राज्य सूचना विज्ञान केन्द्र एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, आईटीडीए को अवगत करा दें, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके। इसके लिए एक ट्रेनिंग मैनुअल की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। मुख्य सचिव ने ई-ऑफिस के क्षेत्र में गति लाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने आई.टी. विभाग एवं शहरी विकास विभाग द्वारा ई-ऑफिस के क्षेत्र में अच्छी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
मुख्य सचिव ने एन.आई.सी एवं आई.टी विभाग को डाटा सिक्योरिटी की व्यवस्था करते हुए अगले 20 दिनों में सिक्योरिटी ऑडिट करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी ऑडिट, भारत सरकार में सूचीबद्ध एजेंसी के माध्यम से ही करवाया जाए। उन्होंने सभी फाइलों के बैकअप सुरक्षित रखने के लिए भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि ई-ऑफिस को सुचारू रूप से चलाने के लिए लेन सुदृढ़ीकरण का कार्य के साथ ही अधिकारियों की एनआईसी मेल आईडी एवं मास्टर डाटा कलेक्शन का कार्य कर लिया गया है। पत्रावलियों के निस्तारण में तेजी से कार्य करते हुए शहरी विकास विभाग द्वारा ई-ऑफिस के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है। इसके साथ ही आईटीडीए में शत-प्रतिशत पत्रावलियां ई-ऑफिस के माध्यम से संचालित की जा रही हैं। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, नितेश झा, हरबंश सिंह चुग, सौजन्या, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय एवं विनोद कुमार सुमन उपस्थित थे।


केंद्रीय संयुक्त सचिव ने कोविड-19 रोकथाम को चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की

देहरादून। भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के लिए गठित टीम सदस्य, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार की संयुक्त सचिव निधिमणी त्रिपाठी ने जिला कार्यालय के ऋषिपर्णा सभागार में कोविड-19 के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने होम आयशोलेशन में रह रहे लोगों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, डिस्पोजल, सोशल डिस्टेंसिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिये कि हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर, सारी एवं टीवी, हदृय रोग एवं मधुमेह रोगियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के आईटीडीए स्थित कोविड कन्ट्रोलरूम का भी स्थलीय निरीक्षण कर वहां पर की जा रही व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।
कोविड-19 के संक्रमण एवं बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों का आंकड़ों सहित बिन्दुवार जानकारी बैठक में जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि अभी तक जनपद में आरटीपीसीआर के तहत् 75384, एन्टीजन टेस्ट के तहत् 22506 लोगों की सैम्पलिंग कर ली गई है तथा जनपद का रिकवरी रेट 62 प्रतिशत् है। उन्होंने बताया कि जनपद में एम्बुलेंस आक्सीजन सिलेंडरों की कोई समस्या नही है। साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों  द्वारा जनपद में अभी तक चैथे चरण का सर्विलांस किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सीएचसी एवं पीएचसी के चिकित्साधिकारियों द्वारा मोबाईल वैन के माध्यम से भी लोगों की सैम्पलिंग का कार्य दू्रत गति से चलाया जा रहा है, फलस्वरूप जनपद में देहरादून एवं ऋषिकेश नगर निगमों एवं डोईवाला विकासनगर, मसूरी हरबर्टपुर नगर पालिकाओं के अलावा दूरस्थ त्यूनी एवं चकराता क्षेत्र में भी सेनिटाइजेशन के साथ ही सैम्पलिंग का कार्य चलाया जा रहा है। जनपद में 18 लैब्स के माध्यम से आरटीपीसीआर एवं एन्टिजन टेस्टिंग का कार्य चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जनपद में 43 कन्टेंनमेंट जोन हैं, जिनमें लोगों को खाद्य सामग्री, फल-सब्जी, दवा, गैस सिलिंडर, दुग्ध अति आवश्यक सेवाओं को पंहुचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एम्स ऋषिकेश एवं दून चिकित्सालय मुख्य कोविड अस्पताल है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 68 प्रतिशत् संक्रमित होम आइशोलेशन में रह रहे हैं जिनकी 24 घण्टे देखभाल करने हेतु सेवानिवृत्त चिकित्सकों की सेवाएं भी ली जायेंगीं, जो दिन में 3 बार उनकी स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं बस स्टेशनों पर सैम्पलिंग के साथ ही मोबाईल क्लीनिक टीम द्वारा सैम्पलिंग करने में आसानी हो रही है। जनपद में कन्ट्रोलरूम आईटीडीए में स्थापित किया गया है। जहां पर 24 घण्टे सेवाएं दी जा रही हैं,जहां से सम्पूर्ण जनपद की स्थिति पर नजर रखी जा रही है, जिससे मरीजों व उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो कन्ट्रोलरूम से सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक दिन उप जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ ही सीएचसी एवं पीएचसी के चिकित्साधिकारियों के साथ वीडियोकान्फ्रेसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न निजी क्षेत्र के चिकित्सालय के चिकित्सकों से भी विचार विमर्श किया जा रहा है ताकि कोविड-19 के संक्रमण पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु नोडल अधिकारी भी नामित किये गये हैं, जिनमें चिकित्सा प्रबन्धन एवं कोविड केयर सेन्टरों की गतिविधियों हेतु मुख्य विकास अधिकारी, कान्टेक्ट टेªसिंग एवं बार्डर पर सैम्पलिंग हेतु अपर जिलाधिकारी प्रशासन, होम आयशोलेशन की व्यवस्थाओं हेतु अपर जिलाधिकारी प्रोटोकाॅल तथा कन्टेंनमेंट जोन की व्यवस्था हेतु अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा नगर निगम एवं शहरी व्यवस्था हेतु नगर मजिस्टेªट को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में कोविड-19 के मरीजों हेतु 1469 आॅक्सीजन  बैड तथा 285 आईसीयू बैड बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि कन्टेनमेंट जोन में पाये गये कोविड मरीजों के घरों पर स्टीकर चस्पा किया जा रहा है तथा होम आयसोलेशन  लोगों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराई जा रही है। बैठक में आॅल इण्डिया मेडिकल सांइस (एम्स) के  डाॅ गिरीश सिधवानी एवं उप निदेशक डाॅ0 निशान्त, मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ अनूप कुमार डिमरी, अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल, अरविन्द पाण्डेय एवं गिरीश चन्द्र गुणवन्त, दून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाॅ आशुतोष सयाना, डाॅ राजीव दीक्षित, डाॅ एन.एस खत्री, डाॅ अनुराग अग्रवाल समेत कई अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।।


जयंती पर महानगर कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को किया याद

देहरादून। भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने महानगर कार्यालय पर आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद किया। महानगर में हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटली उद्बोधन को सुनने के पश्चात पूर्व संगठन मंत्री एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष नरेश बंसल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन पर हमारी केंद्र एवं राज्य की सरकारें चल रही है और उन्हें जनता का भरपूर साथ मिल रहा है क्योंकि स्वर्गीय दीनदयाल जी का चिंतन समाज के अंतिम व्यक्ति की चिंता का चिंतन था उनके विचार हम कार्यकर्ताओं के साथ-साथ देशवासियों  के लिए भी सदैव उपयोगी रहेंगे।
 महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट ने कहा कि यह दीनदयाल जी का ही प्रताप है कि उनके उस समय दिए दिशा निर्देशों के कारण आज हमारा संगठन नर सेवा को ही नारायण सेवा मानता है जिसका उदाहरण इस कोरोना काल में स्पष्ट दिखाई दिया हमारा एक-एक कार्यकर्ता सेवा में जुट पड़ा और एक बार तो लगा कि हम राजनीतिक संगठन है या सामाजिक दरअसल हम दोनों हैं हमारे लिए राजनीति समाज के लिए है ना कि समाज राजनीति के लिए। मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहां की पंडित जी के विचारों की छाप इस युग पर है जिससे करोड़ों करोड़ों जीवन प्रभावित हैं एवं उनका अनुसरण करते हैं। कार्यक्रम से पूर्व महानगर के अंबेडकर मंडल गांधी पार्क स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति पर महानगर के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के साथ माल्यार्पण किया। इन कार्यक्रमों में विधायक हरबंस कपूर खजान दास दर्जा राज्यमंत्री चैधरी अजीत सिंह रविंद्र कटारिया राजकुमार पुरोहित प्रदेश पदाधिकारी अनिल गोयल विनय गोयल महानगर महामंत्री सतेंद्र नेगी रतन चैहान मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल विशाल गुप्ता लच्छू गुप्ता पवन चैधरी हरीश कोहली सुभाष यादव रविंद्र बाल्मीकि आनंद प्रकाश नौटियाल ऋतु मित्रा बबीता सहोत्रा सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया महानगर  संगठन के सभी 913 बूथों पर भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर उन्हें कार्यक्रम कर स्मरण किया गया


गंगा को स्कैप चैनल घोषित करने के विरोध में पुरोहित, कई संगठनों का मिला समर्थन

हरिद्वार। हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की जलधारा को स्कैप चैनल घोषित करने के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ पिछले 5 दिनों से धरना दे रहे तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में अब कई संस्थाएं और लोग आ रहे हैं। तीर्थपुरोहित सरकार से हरकी पैड़ी में बहने वाली जलधारा को गंगा घोषित करने की मांग पर उड़े हुए हैं।
दरअसल, उत्तराखंड में पिछली कांग्रेस सरकार ने हरकीपैड़ी पर बहने वाली जलधारा को स्कैप चैनल घोषित कर दिया था और उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने कांग्रेस के इसी फैसले को चुनावों में मुद्दा बनाया था। कुछ दिन पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने इसके लिए गंगा सभा और संतों से माफी भी मांगी थी। जिसके बाद सीएम त्रिवेंद्र ने इस संबंध में जल्द ही शासनादेश जारी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक राज्य सरकार हरकी पैड़ी पर बहने वाली जलधारा को गंगा घोषित नहीं कर पाई। जिसके विरोध में तीर्थपुरोहित पिछले पांच दिनों से धरने पर हैं। आज सेवासमिति और कांग्रेस ने भी तीर्थपुरोहितों के धरने को समर्थन दिया और राज्य सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावना और आस्था का ख्याल रखते हुए शासनादेश जारी किया जाए। समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस के नेता सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि हमारी सरकार ने इस शासनादेश के लिए लिखित व मौखिक दोनों रूप में माफी मांग चुकी है लेकिन बीजेपी सरकार अब भी इस शासनादेश को न जाने क्यों टाल रही है। जिस दिन कांग्रेस दोबारा सत्ता में आएगी उस दिन इस शासनादेश को सबसे पहले निरस्त किया जाएगा, यह हमारा वादा है।


Wednesday, 23 September 2020

राज्य आंदोलनकारी देवी प्रसाद व्यास पुलिस घेरा तोड़कर विधानसभा परिसर मंे घुसने में रहे सफल



देहरादून। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के संरक्षक मंडल के सदस्य देवी प्रसाद व्यास आज उत्तराखंड विधानसभा के भीतर तक पहुंचने में सफल हो गए। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी सयुंक्त समिति के केन्द्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप के आह्वान पर आज राज्य भर में प्रदर्शन किए गए।
देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों के दो दलों ने अलग-अलग दिशा से विधानसभा में घुसने के प्रयास किए और प्रदर्शन किए जिनमें देवी प्रसाद व्यास जो काफी आयु के हैं पुलिस को छका ते हुए विधानसभा पहुंच गए और वहां पर आंदोलनकारी आरक्षण आंदोलन कारी चिन्हिकरण आंदोलनकारी पेंशन गैरसैंण राजधानी आदि सवालों को लेकर जोरदार नारेबाजी की।
समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेन्द्र प्रताप ने देवी प्रसाद व्यास को ष्आंदोलनकारी शेर ष्की संज्ञा देते हुए कहा अभी तक आंदोलनकारी गांधीवादी सत्याग्रह कर रहे हैं परंतु सरकार ने यदि अहिंसक आंदोलन का सम्मान ना किया और आंदोलनकारी हिंसक उपायों की तरफ बढ़े इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। उन्होंने कहा पानी सर से निकल चुका है और मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र की तरह आंदोलनकारी मांगों पर अंधे बने हुए हैं जो कि राज्य निर्माण करने वाले आंदोलनकारियों का घोर अपमान है।


राज्य आंदोलनकारी दिल्ली और देहरादून में अपनी मांगों को लेकर गरजे


देहरादून/दिल्ली। देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों के दो दलों ने विधानसभा को दो तरफ से घेर कर आज आंदोलनकारी मांगों को लेकर अपना जोरदार रोष व्यक्त किया। समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप के आह्वान पर एक तरफ समिति के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल जोशी और महिला शाखा की अध्यक्ष सावित्री नेगी और उपाध्यक्ष अरुणा थपलियाल और जानकी प्रसाद के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने जबरदस्त पुलिस से मुठभेड़ की और विधानसभा परिसर में जाने में कामयाब हुए और ज्ञापन दिया वहीं दूसरी तरफ समिति के केंद्रीय संयोजक पूर्व राज्य मंत्री मनीष नागपाल और कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश सचिव पीयुष गौड के नेतृत्व में समिति के लोगों ने विधानसभा पर प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया।
सत्याग्रह में सुशील बगासीमोहन सिंह रावत,विनोद चैहान,अजय माथुररमेश मनवाल भूपेन्द्र धीमानऔर सुदामा सिंह शामिल रहे।, दिल्ली में समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद प्रताप दिल्ली शाखा के अध्यक्ष ब्रज मोहन सेमवाल  अचिन्हित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनमोहन शाह संरक्षक अनिल पंत के नेतृत्व में समिति के नेताओं ने पहले दिल्ली में उत्तराखंड सरकार के आवासीय आयुक्त के कार्यालय पर  जोरदार सत्याग्रह किया और काले झंडे लेकर त्रिवेंद्र सरकार के विरुद्ध नारे लगाए। वहीं बाद में एक शिष्टमंडल उत्तराखंड सदन गया और सदन के अधिकारी वीरेंद्र कुमार वर्मा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में सर्व धीरेंद्र प्रताप ब्रज मोहन सेमवाल मनमोहन शाह शिव सिंह रावत और जगदीश थपलियाल शामिल थे। यही नहीं राज्य के अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शनकारियों ने राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की उपेक्षा को लेकर प्रदर्शन किए और राज्य सरकार की आंदोलनकारी विरोधी नीति के विरुद्ध मुख्यमंत्री के पुतले जलाए। रुद्रपुर में समिति की केंद्रीय अभियान समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट के नेतृत्व में सरकार का पुतला जलाया गया ।जबकि उत्तरकाशी में समिति के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विजेंद्र पोखरियाल के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। इसी तरह हल्द्वानी में जिला नैनीताल समिति के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने नई कृषि नीति के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। चंपावत अल्मोड़ा पिथौरागढ़ रुद्रप्रयाग व राज्य के कई अन्य स्थानों पर भी आंदोलनकारी सड़कों पर उतरे और उन्होंने जिलाधिकारियों और उप जिलाधिकारियों को आंदोलनकारी चिन्हिकरण, आंदोलनकारी आरक्षण, आंदोलनकारी पेंशन ,आश्रितों को नौकरी और पेंशन, गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने, सीमांत जनपदों में हो रहे पलायन को रोकने हेतु बेहतर शिक्षा बेहतर स्वास्थ्य और स्थाई रोजगार की व्यवस्था की मांग को लेकर सरकार के प्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए। इस बीच धीरेंद्र प्रताप ने राज्य सरकार को फिर चेतावनी दी है कि वह उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की उपेक्षा बंद करें ।नहीं तो पिछले काफी समय से चल रहा राज्य आंदोलनकारियों के अहिंसक आंदोलन ने यदि हिंसक मोड़ लिया तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य सरकार की होगी। दिल्ली के सत्याग्रह में बड़ी संख्या में वरिष्ठ आंदोलनकारियों ने भाग लिया जिनमें रणवीर सिंह पुंडीर रामेश्वर गोस्वामी ज्योति सेतिया,महेश देवरानी,किशोर रावत, जगदीश रावत,खुशहाल जीना, प्रेमा धोनी राजेंद्र रतूड़ी,जगदीश कुकरेती ,पत्रकार सतैन्द् रावत,दीप सलोडी,सुभाष भट्ट, हरि प्रकाश आर्य और उमा जोशी शामिल रहे।


आप कार्यकर्ताओं ने किया विधानसभा का घेराव, अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता गिरफ्तार


-कृषि बिल और बेरोजगारी पर किया विधानसभा घेराव
-सैकड़ों आप कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे,
-पुलिस के बलपूर्वक प्रयोग से महिला कार्यकर्ता हुई बेहोश

देहरादून। विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी विपक्ष की भूमिका में दिखाई दी। आप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने तीन अलग अलग गेट से विधानसभा घेराव का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने इनको बैरिकेड पर ही रोक दिया जिस कारण इनके बीच जमकर नोक झोंक भी हुई। इस दौरान आप अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। कृषि विधेयक और बेरोजगारी केमुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी के  सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज एकदिवसीय सत्र के दौरान विधानसभा कूच किया।
इस बार आम आदमी पार्टी के सैकड़ों  कार्यकर्ताओं ने नई रणनीति के तहत, प्रदेश अध्यक्ष की अगुवाई में, अलग अलग  तीन रास्तों जहां पर बैरिकेड लगा था वहां से अंदर जाने की कोशिश की ,इस दौरान पुलिस से उनकी नोक झोंक हुई। एक तरफ डिफेंस कॉलोनी गेट से आप के अध्यक्ष एस एस कलेर,हेमा भंडारी,हिमांशु पुंडीर मोर्चा संभाले थे जिनकी पुलिस से काफी देर तक नौंक झौंक  होने के बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया और सुद्धोवाला जेल लेे गए जहां उन पर मुकदमा दर्ज कर रिहा कर दिया। इस दौरान पुलिस ने बलपूर्वक प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पीछे धकेल जिसमें आप महिला कार्यकर्ता बेहोश हो गई और प्रदेश अध्यक्ष के गले पर डंडा लगा। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष  कलेर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि संसद में पास हुए काले कानून को लेकर आप कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव किया है, बिल को लेकर बीजेपी और कांग्रेस की सांठगांठ हो चुकी है और जो काम विपक्ष को करना चाहिए था वह काम आम आदमी पार्टी कर रही है,एस एस कलेर ने कहा कि आम आदमी पार्टी भाजपा की दमनकारी नीतियों, लाठी-डंडों से नहीं डरती, और आम आदमी पार्टी आगे भी जनता के हक हकूकों के लिए संघर्ष करती रहेगी, वहीं दूसरी ओर से मोर्चे पर मंसूरी विधानसभा प्रभारी नवीन पृषाली,रायपुर प्रभारी उमा सिसोदिया,डोईवाला प्रभारी  मौजूद रहे जिन्होंने विधानसभा के मुख्य प्रवेश वाली सड़क से अपने कार्यकर्ताओं के साथ अंदर जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनको मौके पर रोक दिया जहां उन्होंने धरने पर बैठ कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं में मौजूद कई  संख्या में किसान, बेरोजगार युवा और महिलाएं मौजूद थीं जिन्होंने मौके पर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मंसूरी विधानसभा प्रभारी,नवीन प्रीशाली और डोईवाला विधानसभा प्रभारी ने सरकार की नीतियों को जमकर कोसा। उन्होंने कहा ये सरकार पूरी तरह दमनकारी नीतियों पर उतर आई है और इसको जनहित के मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है। जीरो टॉलरेंस की इस सरकार में ना रोजगार मिल रहा,ना नौकरी बस अपनों पर ही ये सरकार  मेहरबान है। आम आदमी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है और जनहित के मुद्दों को लेकर ऐसे ही सड़कों पर उतरती रहेगी।  तीसरी तरफ फव्वारा चैक से  कैंट विधानसभा प्रभारी रवींद्र आनंद, महासचिव विशाल चैधरी ,संजय भट्ट के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने यहां से भी रैली निकाली और सरकार को जगाने का काम किया।  यहां मौजूद सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने रिस्पना पुल पर बैरिकेड लगा के रोक दिया और उनको आगे बढ़ने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नौंक झौंक भी हुई लेकिन पुलिस ने बलपूर्वक आप कार्यकर्ताओं को यहीं पर रोक दिया। आप कार्यकर्ता यहां भी धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था। इस दौरान,आप प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि संसद में जो काला विधेयक पास किया गया है आज आम आदमी पार्टी विधानसभा का घेराव कर इस बिल का विरोध करती है और सरकार से अपील करती है की इस बिल को तत्काल रुप से वापस लिया जाए और मंडी और मंडी समिति का जो प्रारूप था उसे पहले के जैसा ही किया जाए,रविंदर सिंह आंनद ने कहा कि प्रदेश के छोटे तबके का किसान अपनी फसल बमुश्किल देहरादून तक पहुँचा पाता है फिर वो कैसे अपनी फसल को प्रदेश के बाहर बेच पायेगा, अगर बिल को लागू किया गया तो किसान और गरीब हो जाएगा और पूंजीपति और अमीर, रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि विपक्ष की जो भूमिका कांग्रेस को निभानी चाहिए थी वह भूमिका आम आदमी पार्टी धरातल पर उतर कर निष्काम भाव से निभा रही है और जनता के हितों की रक्षा के लिए आगे निभाती रहेगी।


Tuesday, 22 September 2020

सितारगंज सेंट्रल जेल में 37 कैदी कोरोना संक्रमित

सितारगंज। सितारगंज सेंट्रल जेल में 37 सजायाफ्ता कैदी कोरोना संक्रमित मिले हैं। इससे पहले 73 कैदी संक्रमित मिलने के बाद रुद्रपुर में बनाये गये कोविड केयर सेंटर में भारी सुरक्षा के बीच शिफ्ट किये गये थे। इन कैदियों को भी रुद्रपुर में शिफ्ट किये जाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
13 सितम्बर को सेंट्रल जेल के 119 कैदियों के सेम्पल लिये गये थे। इसमें 73 कैदी संक्रमित मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने सभी कैदियों व जेलकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों की भी सेम्पलिंग शुरू की है। 20 सितम्बर को 150 कैदियों के सेम्पल लिये गये थे। इसमें 37 कैदी संक्रमित मिले हैं। सेंट्रल जेल में अधिकांश कैदी सजायाफ्ता होने के कारण इनको भारी सुरक्षा में रुद्रपुर शिफ्ट किया जा रहा है। रुद्रपुर में अलग से बनाये गये कोविड केयर सेंटर में इन कैदियों को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखा गया है। सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने बताया कि जेल में सभी कैदियों व कर्मचारियों की सेम्पलिंग की जा रही है।


एक राज्यमंत्री व दो विधायक कोरोना पाॅजीटिव पाए गए

देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा सत्र से ठीक एक दिन पहले राज्यमंत्री सहित कांग्रेस विधायक दल के उपनेता व एक विधायक कोरोना संक्रमित पाए गए है। सरकार की ओर से मानसून सत्र के पहले सभी विधायकों की कोविड-19 जांच अनिवार्य तौर से कराई गई थी। कोरोना जांच में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कांग्रेस दल के उपनेता करन माहरा व खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई कैबिनेट मंत्री व विधायकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। एक दिन का चलने वाला विधानसभा का मानसून सत्र 23 सितंबर को आयोजित होगा। विधानसभा का कोरम पूरा करने के लिए 10 विधायकों का होना जरूरी है जबकि, भाजपा के 15 विधायकों ने वर्चुअल उपस्थित होने को अपनी सहमति दे दी है। लेकिन, कोरोनाकाल में सबसे बड़ा संकट कांग्रेस पार्टी पर पड़ गया है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश सहित उपनेता करण माहरा भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में विस सत्र के दौरान भाजपा सरकार को कांग्रेस को घेरने की तैयारियों पर पानी फिर गया है।  


कुलपति ने किया उत्तराखण्ड आयुर्वेद विवि के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण



हरिद्वार। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार जोशी ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बी0ए0एम0एस0 वार्षिक परीक्षा के संदर्भ में हिमालयीय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं अन्य कालेजों में स्वयं पहुंचकर व्यवस्था देखी और केन्द्राध्यक्षों को उचित दिशा-निर्देश जारी किये। शान्तिपूर्वक परीक्षाओं के आयोजन तथा भारत सरकार द्वारा जारी कोविड प्रोटोकाॅल के अन्तर्गत कोराना-19 के संबंध में प्रभावी रोकथाम हेतु कालेज प्रबन्धन द्वारा किये गये इंतजामों पर संतोष व्यक्त किया गया। परीक्षाओं को नकल विहीन किये जाने के दृष्टिगत विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित उड्नदस्ता दलों द्वारा सघन निरीक्षण कर जायजा भी लिया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि महामहिम राज्यपाल द्वारा माह सितम्बर, 2020 मंे राज्य विश्वविद्यालय कुलपतियों के साथ आहूत बैठक में भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए छात्रहित में समय से परीक्षायें आयोजित कराये जाने के निर्देश दिये गये थे।  


अस्थाई जेल से आठ कैदी फरार, चार गिरफ्तार



हरिद्वार। अस्थाई जेल से आठ कैदी फरार, मचा हड़कंप। कोविड-19 गाइडलाइन के मद्देनजर कोर्ट से जेल भेजे जाने वाले कैदियों को करीब एक सप्ताह अस्थाई जेल में रखा जाता है। जिला मुख्यालय रोशनाबाद में स्थित भिक्षुक गृह को अस्थाई जेल बनाया गया है।
 सुबह अस्थाई जेल से आठ कैदी फरार हो गए। कई घंटे तक तो आसपास ही कैदियों की तलाश होती रही, कुछ देर पहले पुलिस को इस मामले की सूचना दी गई है। कैदियों की तलाश में पुलिस चप्पे-चप्पे पर चेकिंग कर रही है। जिलेभर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। खास तौर पर जनपद की सीमाओं पर चैकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अस्थाई जेल से फरार आठ कैदियों की तलाश चल रही है। वही दोपहर तक पुलिस ने चार कैदियों को पकड़ लिया।  हरिद्वार पुलिस ने फरार कैदी निशांत और सागर को कलियर से पकड़ा है।  जबकि नीशू गंगनहर और वाजिद रानीपुर से पकड़ा गया है।  इसके साथ ही पुलिस फरार अन्य चार कैदियों की तलाश में भी ऑपरेशन चला रही है।  पुलिस द्वारा पूरे हरिद्वार जिले के तमाम रास्तों पर नाकेबंदी कर चेकिंग की जा रही है।


सपा छोड़ नवीन कौशिक के साथ सैकड़ांे लोगांे को आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण की  

 

हरिद्वार। होटल  प्रशांत पैलेस में आम आदमी पार्टी की एक आवश्यक बैठक हुई। जिसमें ऑक्सिमिटर अभियान के जोनल इंचार्ज मनोज दिवेदी की अध्यक्षता एवम  जोनल प्रभारी श्रीचंद बोरा  एवं जिलाध्यक्ष हेमा भण्डारी के नेतृत्व में सपा के नवीन कौशिक के साथ सैकड़ो लोगो द्वारा पार्टी की विधिवत सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर जोनल प्रभारी श्रीचंद बोरा ने पार्टी की सदस्य्ता दिलाते हुए बताया कि आज आम आदमी पार्टी की नीतियों एवम अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में किये विकास कार्यो से प्रभावित होकर लोग पार्टी में आ रहे है। दिल्ली का विकास देख उत्तराखंड में भी लोग विकास चहाते है। उत्तराखंड वासी बीजेपी कांग्रेस से त्रस्त हो चुके है और बदलाव चाहते है। जिलाध्यक्ष हेमा भण्डारी ने कहा कि आने वाले समय मे बड़े बड़े चेहरे पार्टी में जुड़ेंगे। लगातार कई लोग संपर्क में है। इस अवसर पर रांनीपुर विधानसभा प्रभारी संजय मेहता, अनिल कुमार, सुरेश तनेजा, नवीन मारिया, ओम प्रकाश मिश्रा, संजीव चैहान और मनोज दिवेदी, मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


कूड़ा उठाने के लिए आया टैक्टर दो साल में चला सिर्फ 66 किमी


 
हरिद्वार। प्रधानमन्त्री के स्वच्छ्ता अभियान को अंगूठा दिखने को काफी है न्याय पंचायत लालढांग। न्याय पंचायत लालढांग के ग्राम पंचायतों में गजब का स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। स्वजल योजना के तहत गांव में फैली गंदगी को गांव से बाहर फेंकने के लिए ट्रैक्टर दिये गये थे, लेकिन कारनामा तो देखिए ग्राम पंचायत कांगड़ी, श्यामपुर ओर सजनपुर में गंदगी फैकने वाला यह ट्रैक्टर कभी कभार ही पंचायत में घूमते नजर आते हैं। ग्राम पंचायत कांगड़ी का ट्रैक्टर दो साल में महज 66 किमी ही चल पाया है। आलम ये है कि अब ट्रैक्टर पिछले कई दिनों से खुले आसमान के नीचे खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता संभालते ही शहरों के साथ ही ग्रामीण अंचलों की सफाई व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए खुद झाडु उठाने के साथ ही अधिकारियों को योजनाबद्व तरीके से गांव की सफाई के लिए मंथन करने को कहा था। वहीं बहादराबाद ब्लाक के न्याय पंचायत लालढांग की कुछ ग्राम पंचायतों में गांव में घरों के बाहर फैले कुडे के ढेरों को उठाने के लिए छोटे ट्रैक्टर और ट्राली स्व्जल योजना के तहत दी गई थी, मगर उन सभी ग्राम पंचायतों में यह ट्रैक्टर या तो ग्राम पंचायत या फिर ग्राम प्रधान के घर की शोभा बढा रहे है। सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने में पंचायत के प्रतिनीधी कितने संजीदा हैं, उसका प्रमाण आपको ग्राम पंचायत कांगड़ी में खड़े ट्रैक्टर को देखकर हो जायेगा। गांव की गंदगी को ढोने वाला यह ट्रैक्टर दो साल में महज 66 किमी ही चल पाया है। साथ ही ट्रैक्टर को खुले आसमान के नीचे गलने और सड़ने के लिए छोड़ दिया गया है। अन्य पंचायतों को भी कमोबेश यही हालात है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार गांव के विकास के लिए कोई योजना क्रियांवित करती है तो उसके लिए पहले पूरी प्लानिंग कर लेनी चाहिए। हालांकि ग्राम प्रधानों का भी अपना ही तर्क है। कांगड़ी के ग्राम प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से ट्ैक्टर तो दे दिये गये हैं, लेकिन उनको चलाने के लिए धन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर इस प्रकार के मद में कोई भी आहरण नहीं होने से ऐसी स्थिती उत्पन्न हो रही है। फिर भी पंचायत अपने स्तर से गांव की साफ सफाई करवाती रहती है। पिछले दिनों दो मजदूर लगाकर सफाई की गई थी, जिसमें ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया था। ग्राम प्रधान शकुंतला चैहान ने बताया कि स्वजल से ट्रैक्टर ग्राम पंचायत को हैंडओवर कर दिए गए थे, इसके संचालन में आने वाले खर्च के लिए खंड विकास अधिकारी को भी अवगत कराया गया था, लेकिन कोई योजना अभी तक नहीं बन पाई है। वही मामले में खंड विकास अधिकारी आईएएस नंदन कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिस कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रैक्टर ट्रालियां दी गई थी। लेकिन कूड़ा निस्तारण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब जल्द ही कोई योजना बनाकर कूड़ा निस्तारण के साथ ही ट्रैक्टर ट्रॉली की संचालन की भी व्यवस्था की जाएगी।


मंत्री धन सिंह रावत ने श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र की योजनाओं की समीक्षा की



देहरादून। श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पेयजल निगम  जल संस्थान एवं स्वजल के माध्यम से संचालित हर घर नल, हर नल में जल योजना की उच्च शिक्षा, दुग्ध उत्पादन एवं प्रोटोकॉल मंत्री डॉ . धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय में समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में थलीसैंड व पाबौं विकासखंडों के लगभग 312 गांव के 18 हजार परिवार को शुरू पेयजल सुविधा मुहैया कराई जाय। इसके अलावा बिडोली पम्पिंग योजना सहित क्षेत्र की अन्य पेयजल योजनाओं को भी इसी वित्तीय वर्ष में स्वीकृत किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल, हर नल में जल योजना की बारीकी से समीक्षा की । इस दौरान उन्होंने पेयजल निगम , जल संस्थान व स्वजल विभाग के अधिकारियों से विकासखंड व गांववार कार्य प्रगति की जानकारी ली । उन्होंने बताया कि इससे पूर्व श्रीनगर व खिटू विकासखंड के अंतर्गत घर-घर पेयजल आपूर्ति का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा शीघ्र ही एनआईटी श्रीनगर में भी पेयजल की व्यवस्था कर दी जायेगी। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में विकासखंड थलीसैण्ड व पाबौं के समस्त चयनित गांव को पेयजल मुहैया कराये जाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है । इसके लिए एसएब्ल्यूएसएम के द्वारा पंजीकृत स्वयंसेवी संस्थाओं को आईएसए के रूप में शामिल कर बेस लाइन सर्वे कराया जा रहा है । उसी के आधार पर विभाग द्वारा योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है । पेयजल निगम में अवर अभियंताओं की कमी के चलते कार्य में आ रही बाधाओं का जिक्र करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों ने अपने उच्चाधिकारियों से शीघ्र अवर अभियंताओं की आउस सोर्स के तैनाती का आग्रह किया बैठक में अपर सचिव सिंचाई उदय राज सिंह , अपर सचिव जी.बी. ओली , महाप्रबंधक पेयजल निगम ( गढ़वाल ) बी.सी. पुरोहित , अवर अभियंता जल संस्थान पौड़ी डी.के. सिंह , अवर अभियंता स्टेट बॉटर सॉल्यूशन मिशन मो . मुस्तफा , अधिशासी अभियंता जल संस्थान पौड़ी एस.के. गुप्ता , अधिशासी अभियंता पेयजल निगम श्रीनगर आर.सी. मिश्रा , अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग श्रीनगर सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे ।


भाजपा विधायक की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव

देहरादून। विधानसभा सत्र से पहले कराए गए मंत्री और विधायकों के कोरोना टेस्ट में भाजपा विधायक पुष्कर सिंह धामी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। उन्होंने इसी बीच अपने संपर्क में आए सभी लोगों से कोरोना नियमों के अंतर्गत सावधानी बरतने की अपील की।
विधानसभा सत्र की तैयारी के तहत मंत्रियों के सरकारी आवास सहित विधायक आवास और विधानसभा में आरटीपीसीआर टेेस्ट कराए गए। विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक विधायक आवास में कुल 11 विधायकों ने आरटीपीसीआर टेस्ट कराया। इसी तरह मंत्रियों के आवास पर भी टेस्ट कराए गए। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत सहित विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने भी टेस्ट कराया। विधानसभा में कुल मिलाकर 62 लोगों के टेस्ट किए गए। इनमें विधानसभा कार्यालय के तीन कार्मिक पॉजिटिव पाए गए। इनमें एक समीक्षा अधिकारी, एक एपीएस और एक स्टाफ गाड़ी का चालक शामिल है। सचिवालय का एक वाहन चालक भी पॉजिटिव पाया गया है। इस बार कोरोना को देखते हुए विधानसभा ने तय किया है कि कोविड-19 का निगेटिव सर्टिफिकेट होना जरूरी है।


हरिद्वार की अस्थाई जेल से 8 कैदी फरार

हरिद्वार। हरिद्वार में रोशनाबाद स्थित अस्थाई जेल से मंगलवार की सुबह आठ कैदी फरार हो गए। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जनपद की सीमाओं पर चैकसी बढ़ाते हुए कैदियों की तलाश की जा रही है। कोविड-19 गाइडलाइन को देखते हुए कैदियों को एक सप्ताह के लिए अस्थाई जेल में रखा जा रहा था। जिसके लिए रोशनाबाद मुख्यालय स्थित भिक्षुक गृह को अस्थाई जेल बनाया गया है।
सिडकुल थाना अध्यक्ष लखपत बुटोला ने बताया कि आठ कैदी फरार हुए हैं। फरार कैदियों में ज्वालापुर के प्रॉपर्टी डीलर के घर फायरिंग और एक करोड़ की फिरौती मांगने के आरोपी भी शामिल हैं। इसके चलते जिलेभर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। खास तौर पर जनपद की सीमाओं पर चैकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जिला मुख्यालय रोशनाबाद में स्थित भिक्षुक गृह को अस्थाई जेल बनाया गया है। कैदियों की तलाश में पुलिस चप्पे-चप्पे पर चेकिंग कर रही है। जिलेभर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। कैदियों के फरार होने से हड़कंप मचा हुआ है। खास तौर पर जनपद की सीमाओं पर चैकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इन कैदियों को कोर्ट से जेल भेजा जाना था। इसलिए करीब हफ्ते भर पहले इन्हें अस्थाई जेल में रखा गया था। ऐसा कोविड-19 की गाइडलाइन के मद्देनजर किया गया था।


युवक ने जहर खाकर की आत्महत्या

देहरादून। रायपुर क्षेत्र में एक युवक द्वारा आत्महत्या किये जाने का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह थाना रायपुर पुलिस को सूचना मिली कि अपर नेहरूग्राम में एक व्यक्ति द्वारा जहर खाकर आत्महत्या कर ली गयी है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया। मृतक की पहचान संजय कुमार पुत्र राम प्रसाद निवासी अपर नेहरूग्राम के रूप में की गयी। बताया जा रहा है मृतक अविवाहित था और शराब पीने का आदी था। जो अलग कमरे में रहता था। पुलिस को मृतक के कमरे से नुवान की शीशी भी बरामद हुई है। बहरहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।


फीस की फाइनेंसिंग के लिए फाइनेंसपियर ने दून इंटरनेशनल स्कूल से टाई अप कियाF

देहरादून। कोविड-19 के बाद से अपने बच्चों के स्कूल की फीस भरना कई अभिभावकों के लिए एक चुनौती बन गया है। फीस भुगतान से जुडी माता-पिता की इस परेशानी को दूर करने के लिए फाइनेंसपियर ने दून इंटरनेशनल स्कूल (इसकी मुख्य शाखाएं देहरादून और मोहाली में है) के साथ जीरो कॉस्ट ईएमआई पर स्कूल फीस भरने के लिए पार्टनरशिप की है। इस समझौते के तहत, फाइनेंसपियर दून इंटरनेशनल स्कूलों के 5,500 स्टूडेंट्स को जीरो कॉस्ट, जीरो इंटरेस्ट ईएमआई की सुविधा प्रदान करेगा। फाइनेंसपियर स्टूडेंट्स को मुफ्त बीमा सुविधा भी दे रहा है, जो उन्हें उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है। फाइनेंसपियर एक अग्रणी फिनटेक कंपनी है, जो जीरो कॉस्ट-जीरो इंटरेस्ट पर ईएमआई सुविधा प्रदान कर स्कूल शुल्क भुगतान करती है। फाइनेंसपियर यह सुनिश्चित करता है कि फीस की राशि का भुगतान सीधे विश्वविद्यालय को किया जाए, जिससे स्टूडेंट्स को समय पर एडमिशन लेकर अपनी सीट सुरक्षित करने में मदद मिलती है और माता-पिता को एक मुफ्त फीस का भुगतान करने की चिंता से भी मुक्ति मिलती है। फाइनेंसपियर की स्थापना पूर्व डीबीएस सिंगापुर, आईआईटी-बी और स्टैनफोर्ड के पूर्व छात्र रोहित गजभिये द्वारा की गई है। यह उन लोगों के लिए एक यूनिक फाइनेंसिंग मॉडल पेश करता है, जो पैसों की कमी के कारण प्रमुख शिक्षा संस्थानों में पढाई करने का सपना पूरा नहीं कर पा रहे हैं। दून इंटरनेशनल स्कूल के एच. एस. मान ने कहा, फाइनेंसपियर और दून इंटरनेशनल स्कूल स्टूडेंट्स के मूलभूत मूल्यों को मजबूत बनाते हुए उनकी शिक्षा को बिना किसी अवरोध के पूर्ण करवाने के लिए साथ मिलकर प्रयत्न कर रहे हैं। फाइनेंसपियर और दून इंटरनेशनल स्कूल ने साथ मिलकर काम करते हुए यह महसूस किया है कि रचनात्मक सोच संस्थान को उच्च स्तर तक ले जाने की शक्ति रखती है। स्कूलों को प्रबंधन के हर पहलू को देखकर यह आकलन करना चाहिए कि वे और अधिक कुशल तरीके से क्या कर सकते हैं। हमने शुल्क भुगतान में आसानी होने पर स्टूडेंट्स के एडमिशन में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। ऐसे फीस फाइनेंसिंग मॉडल भारत में शिक्षा प्रणाली के परिदृश्य को बदलने जा रहे हैं। इस पार्टनरशिप के बारे में फाइनेंसपियर के संस्थापक रोहित गजभिये ने कहा, “दून इंटरनेशनल स्कूल कला और अन्य बौद्धिक गतिविधियों में स्टूडेंट्स की उपलब्धियों के लिए जाना जाता है। इसने हमेशा अपने स्टूडेंट्स और कर्मचारियों के विचारों, रीति-रिवाजों और सामाजिक व्यवहार को महत्व दिया है।


निगम कार्यालय में सुपरवाइजर पाया गया कोरोना संक्रमित, निगम दो दिन के लिए बंद

देहरादून। नगर निगम में सुपरवाइजर के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद निगम को आगामी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। नगर निगम बंद होने से एक बार फिर से आज जनता के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। नगर निगम में पहले भी कोरोना संक्रमित पाये जाने के कारण कार्यालय को दो-दो दिन के लिए बंद किया गया था। अब इस बार एक सुपर वाइजर के कोरोना की चपेट में आने के कारण नगर निगम को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
ृ प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही बढ़ोत्तरी से लोगों की जान सांसत में है। नगर निगम ऐसा कार्यालय है जहां हमेशा ही भीड़भाड़ रहती है। रोजाना ही कई लोग नगर निगम में अपने कार्यों के लिए आते हैं। ऐसे में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी से लोगों का मिलना भी होता है। अब बाहर से आने वाले व्यक्ति या फिर निगम का कर्मचारी दोनों में से कौन कोरोना संक्रमित है यह कौन जानता है। वर्तमान में जो सुपरवाइजर कोरोना संक्रमित पाया गया है उसके संपर्क में कौन-कौन लोग आए इस पर गौर किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि सुपरवाइजर के संपर्क में आने वाले लोग आइसोलेशन में रहें और अपने स्वास्थ्य के प्रति एहतियात बरतें। वहीं नगर निगम कार्यालय को एक बार फिर से बंद किये जाने के कारण लोगों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। निगम कार्यालय एक दिन बंद होने से ही लोगों के कितने काम अटक जाते हैं। और अब रविवार की छुट्टी के बाद एक दिन के लिए कार्यालय खुला और अब फिर दो दिन के लिए एहतियातन निगम कार्यालय को बंद कर दिया गया है।


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